हंस पत्रिका के प्रथम संपादक थे

  1. हंस (संपादक प्रेमचंद)
  2. हंस पत्रिका के संस्थापक कौन थे?
  3. हंस पत्रिका
  4. प्रमुख पत्र
  5. हंस के लेखक कौन है? – ElegantAnswer.com
  6. हंस पत्रिका
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हंस (संपादक प्रेमचंद)

हंस का प्रकाशन सन् 1930 ई० में बनारस से प्रारम्भ हुआ था। इसके सम्पादक मुंशी प्रेमचन्द थे। प्रेमचन्द के सम्पादकत्व में यह पत्रिका हिन्दी की प्रगति में अत्यन्त सहायक सिद्ध हुई। सन् 1933 में प्रेमचन्द ने इसका काशी विशेषांक बड़े परिश्रम से निकाला। वे सन् 1930 से लेकर 1936 तक इसके सम्पादक रहे। उसके बाद जैनेन्द्र और प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी ने संयुक्त रूप से इसका सम्पादन प्रारम्भ किया। हंस के विशेषांकों में प्रेमचन्द स्मृति अंक, एकांकी नाटक अंक 1938, रेखाचित्र अंक, कहानी अंक, प्रगति अंक तथा शान्ति अंक विशेष रूप से उल्लेखनीय रहे। जैनेन्द्र और शिवरानी देवी के बाद इसके सम्पादक शिवदान सिंह चौहान और श्रीपत राय उसके बाद अमृत राय और तत्पश्चात् नरोत्तम नागर रहे। बहुत दिनों बाद सन् 1959 में हंस का एक वृहत् संकलन सामने आया जिसमें बालकृष्ण राव और अमृत राय के संयुक्त सम्पादन में आधुनिक साहित्य एवं उससे सम्बन्धित नवीन मूल्यों पर विचार किया गया था। . 6 संबंधों: डॉ॰ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, पूर्व नाम आगरा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक नगर आगरा के सबसे प्राचीन संस्थानों में से एक है। . नई!!: प्रेमचंद (३१ जुलाई १८८० – ८ अक्टूबर १९३६) हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं। मूल नाम धनपत राय प्रेमचंद को नवाब राय और मुंशी प्रेमचंद के नाम से भी जाना जाता है। उपन्यास के क्षेत्र में उनके योगदान को देखकर बंगाल के विख्यात उपन्यासकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने उन्हें उपन्यास सम्राट कहकर संबोधित किया था। प्रेमचंद ने हिन्दी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया जिसने पूरी सदी के साहित्य का मार्गदर्शन किया। आगामी एक पूरी पीढ़ी को गहराई तक प्रभावित कर प्रेमचंद ने स...

हंस पत्रिका के संस्थापक कौन थे?

Explanation : 'हंस' पत्रिका के संपादक प्रेमचंद है। मुंशी प्रेमचंद द्वारा संपादित 'हंस' बनारस-1930 तत्कालीन साहित्यिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण माध्यम बनने में समर्थ हुआ। प्रकाशित होते ही 'हंस' समकालीन हिंदी-कथा-साहित्य का प्रतिनिधि पत्र बन गया। कथा-साहित्य के अतिरिक्त इसमें उच्च कोटि की कविताएँ, एकांकी, निबंध और आलोचनाएँ भी प्रकाशित होती थीं। प्रेमचंद की मृत्यु के बाद शिवदान सिंह चौहान, अमृतराव आदि ने 'हंस' का संपादन किया। इस युग का यह एक जागरूक मासिक पत्र था। Tags :

हंस पत्रिका

हंस दिल्ली से प्रकाशित होने वाली हिन्दी की एक कथा मासिक पत्रिका है जिसका सम्पादन राजेन्द्र यादव ने 1986 से 2013 तक पूरे 27 वर्ष किया। उपन्यास सम्राट प्रेमचंद द्वारा स्थापित और सम्पादित हंस अपने समय की अत्यन्त महत्वपूर्ण पत्रिका रही है। महात्मा गांधी और कन्हैयालाल माणिक लाल मुंशी भी दो वर्ष तक हंस के सम्पादक मण्डल में शामिल रहे। मुंशी प्रेमचंद की मृत्यु के बाद हंस का सम्पादन उनके पुत्र कथाकार अमृतराय ने किया। अनेक वर्षों तक हंस का प्रकाशन बन्द रहा। बाद में मुंशी प्रेमचंद की जन्मतिथि (31 जुलाई) को ही सन् 1986 से अक्षर प्रकाशन ने कथाकार राजेन्द्र यादव के सम्पादन में इस पत्रिका को एक कथा मासिक के रूप में फिर से प्रकाशित करना प्रारम्भ किया। वर्तमान में हंस एक सांस्कृतिक, साहित्यिक और विचारशील पत्रिका के रूप में जानी जाती है। . 7 संबंधों: मैत्रेयी पुष्पा एक हिंदी कथा लेखक है। हिन्दी में एक प्रख्यात लेखक, मैत्रेयी पुष्पा उसे क्रेडिट के लिए दस उपन्यास और सात लघु कहानी संग्रह है मैत्रेयी पुष्पा (30 नवंबर, 1944) हिंदी साहित्यकार है। मैत्रेयी पुष्पा को हिन्दी अकादमी दिल्ली का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। . नई!!: राजेन्द्र यादव (अंग्रेजी: Rajendra Yadav, जन्म: 28 अगस्त 1929 आगरा – मृत्यु: 28 अक्टूबर 2013 दिल्ली) हिन्दी के सुपरिचित लेखक, कहानीकार, उपन्यासकार व आलोचक होने के साथ-साथ हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय संपादक भी थे। नयी कहानी के नाम से हिन्दी साहित्य में उन्होंने एक नयी विधा का सूत्रपात किया। उपन्यासकार मुंशी प्रेमचन्द द्वारा सन् 1930 में स्थापित साहित्यिक पत्रिका हंस का पुनर्प्रकाशन उन्होंने प्रेमचन्द की जयन्ती के दिन 31 जुलाई 1986 को प्रारम्भ किया था। यह पत्रिका सन् 1953 में...

प्रमुख पत्र

प्रमुख पत्र-पत्रिकाएँ और सम्पादक Question 1: पत्रिकाओं से संबंधित सही कथन है- A. धर्मयुग पत्रिका साप्ताहिक है। B. चाँद पत्रिका प्रयाग से प्रकाशित होती थी। C. मतवाला पत्रिका के संपादक शिवपूजन सहाय है। D. विश्वमित्र पत्रिका मासिक थी। E. प्रताप पत्रिका सेठ गोविंद दास द्वारा संपादित हुई थी। नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए: पत्रिकाओं से संबंधित सही कथन है- • A. धर्मयुग पत्रिका साप्ताहिक है। • B. चाँद पत्रिका प्रयाग से प्रकाशित होती थी। • C. मतवाला पत्रिका के संपादक शिवपूजन सहाय है। Key Points सही है- • D. विश्वमित्र पत्रिका दैनिक थी, इसके संपादक मूलचंद्र अग्रवाल थे। यह 1916 में कानपुर, दिल्ली , कलकत्ता और बंबई से प्रकाशित होती थी। • E. प्रताप पत्रिका गणेशशंकर द्वारा संपादित हुई थी, यह साप्ताहिक है और इसका सम्पादन 1913 में कानपुर से हुआ था। हिन्दी का पहला दैनिक समाचार-पत्र समाचार सुधावर्षण है। Key Points समाचार सुधावर्षण- • संपादक- श्यामसुंदर सेन • प्रकाशन वर्ष-1854 ई. • यह कलकत्ता से प्रकाशित होता था। Important Points बनारस अखबार- • संपादक-राजा शिवप्रसाद सिंह • प्रकाशन -1845 ई. • यह हिन्दी भाषी क्षेत्र में हिन्दी भाषा का प्रथम अखबार था। • यह साप्ताहिक था व बनारस से प्रकाशित होता था। • इसकी भाषा हिन्दी-उर्दू थी। Additional Information भारतेन्दु युगीन पत्रिकाएं- पत्रिका वर्ष संपादक स्थान कविवचन सुधा 1868ई. भारतेन्दु हरिश्चंद्र बनारस सदादर्श 1874ई. लाला श्रीनिवास दास काशी हिन्दी प्रदीप 1877ई. बालकृष्ण भट्ट प्रयाग ब्राह्मण 1883ई. प्रताप नारायण मिश्र कानपुर पीयूष प्रवाह 1884ई. अंबिकादत्त व्यास काशी उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 2 ‘ हंस ’ इसका सही उत्तर है। अन्य...

हंस के लेखक कौन है? – ElegantAnswer.com

इसे सुनेंरोकेंयह जबलपुर से अपने संस्थापक ज्ञानरंजन के सम्पादन में प्रकाशित होती थी। हंस के वर्तमान संपादक कौन हैं? इसे सुनेंरोकेंसन् 2013 में राजेन्द्र यादव की मृत्यु के बाद हंस का प्रकाशन और प्रबंध निदेशन उनकी पुत्री रचना यादव द्वारा किया जा रहा है और हिंदी के प्रख्यात कहानीकार संजय सहाय अब हंस के संपादक हैं। हंस और माधुरी पत्रिका के संपादक कौन है? इसे सुनेंरोकेंमाधुरी पत्रिका का प्रकाशन अगस्त १९२१ ई० में लखनऊ से हुआ। इसके संपादक विष्णुनारायण भार्गव थे। प्रारम्भ में कई वर्ष तक इसके संपादक दुलारेलाल भार्गव और रूपनारायण पाण्डेय थे। बाद में प्रेमचन्द और कृष्णबिहारी मिश्र ने इसका संपादन किया। हिंदी का धार्मिक मासिक पत्र कौन सा है? इसे सुनेंरोकें’प्रजाहितैषी’ एवं बुद्धि प्रकाश का प्रकाशन आगरा से होता था। ‘तत्‍वबोधिनी’ पत्रिका साप्‍ताहिक थी और इसका प्रकाशन बरेली से होता था। ‘मालवा’ साप्‍ताहिक मालवा से एवं ‘वृतान्‍त’ जम्‍मू से तथा ‘ज्ञान प्रदायिनी पत्रिका’ लाहौर से प्रकाशित होते थे। दोनों मासिक पत्र थे। बनारस अखबार के संपादक कौन हैं? इसे सुनेंरोकेंबनारस अख़बार का प्रकाशन जनवरी, 1845 में हुआ। यह अख़बार गोविन्द नारायण थत्ते के सम्पादन में उत्तर प्रदेश से प्रकाशित हुआ। अख़बार के संचालक राजा शिवप्रसाद सितारेहिन्द थे। हिंदी के पहले समाचार पत्र का क्या नाम था? इसे सुनेंरोकेंभारत के पहले हिंदी समाचार पत्र उदन्त मार्तंड को पहली बार साल 1826 में 30 के रोज ही प्रकाशित किया गया था. पहल का संपादक कौन है? इसे सुनेंरोकेंहिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता में ज्ञानरंजन द्वारा संपादित ‘पहल’ का योगदान शानदार है, वह कई दशकों से साहित्य और विचार की महत्वपूर्ण पत्रिका बनी हुई है. सरस्वती पत्रिका के प्रथ...

हंस पत्रिका

हंस दिल्ली से प्रकाशित होने वाली हिन्दी की एक कथा मासिक पत्रिका है जिसका सम्पादन राजेन्द्र यादव ने 1986 से 2013 तक पूरे 27 वर्ष किया। उपन्यास सम्राट प्रेमचंद द्वारा स्थापित और सम्पादित हंस अपने समय की अत्यन्त महत्वपूर्ण पत्रिका रही है। महात्मा गांधी और कन्हैयालाल माणिक लाल मुंशी भी दो वर्ष तक हंस के सम्पादक मण्डल में शामिल रहे। मुंशी प्रेमचंद की मृत्यु के बाद हंस का सम्पादन उनके पुत्र कथाकार अमृतराय ने किया। अनेक वर्षों तक हंस का प्रकाशन बन्द रहा। बाद में मुंशी प्रेमचंद की जन्मतिथि (31 जुलाई) को ही सन् 1986 से अक्षर प्रकाशन ने कथाकार राजेन्द्र यादव के सम्पादन में इस पत्रिका को एक कथा मासिक के रूप में फिर से प्रकाशित करना प्रारम्भ किया। वर्तमान में हंस एक सांस्कृतिक, साहित्यिक और विचारशील पत्रिका के रूप में जानी जाती है। . 7 संबंधों: मैत्रेयी पुष्पा एक हिंदी कथा लेखक है। हिन्दी में एक प्रख्यात लेखक, मैत्रेयी पुष्पा उसे क्रेडिट के लिए दस उपन्यास और सात लघु कहानी संग्रह है मैत्रेयी पुष्पा (30 नवंबर, 1944) हिंदी साहित्यकार है। मैत्रेयी पुष्पा को हिन्दी अकादमी दिल्ली का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। . नई!!: राजेन्द्र यादव (अंग्रेजी: Rajendra Yadav, जन्म: 28 अगस्त 1929 आगरा – मृत्यु: 28 अक्टूबर 2013 दिल्ली) हिन्दी के सुपरिचित लेखक, कहानीकार, उपन्यासकार व आलोचक होने के साथ-साथ हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय संपादक भी थे। नयी कहानी के नाम से हिन्दी साहित्य में उन्होंने एक नयी विधा का सूत्रपात किया। उपन्यासकार मुंशी प्रेमचन्द द्वारा सन् 1930 में स्थापित साहित्यिक पत्रिका हंस का पुनर्प्रकाशन उन्होंने प्रेमचन्द की जयन्ती के दिन 31 जुलाई 1986 को प्रारम्भ किया था। यह पत्रिका सन् 1953 में...

हंस (संपादक प्रेमचंद)

हंस का प्रकाशन सन् 1930 ई० में बनारस से प्रारम्भ हुआ था। इसके सम्पादक मुंशी प्रेमचन्द थे। प्रेमचन्द के सम्पादकत्व में यह पत्रिका हिन्दी की प्रगति में अत्यन्त सहायक सिद्ध हुई। सन् 1933 में प्रेमचन्द ने इसका काशी विशेषांक बड़े परिश्रम से निकाला। वे सन् 1930 से लेकर 1936 तक इसके सम्पादक रहे। उसके बाद जैनेन्द्र और प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी ने संयुक्त रूप से इसका सम्पादन प्रारम्भ किया। हंस के विशेषांकों में प्रेमचन्द स्मृति अंक, एकांकी नाटक अंक 1938, रेखाचित्र अंक, कहानी अंक, प्रगति अंक तथा शान्ति अंक विशेष रूप से उल्लेखनीय रहे। जैनेन्द्र और शिवरानी देवी के बाद इसके सम्पादक शिवदान सिंह चौहान और श्रीपत राय उसके बाद अमृत राय और तत्पश्चात् नरोत्तम नागर रहे। बहुत दिनों बाद सन् 1959 में हंस का एक वृहत् संकलन सामने आया जिसमें बालकृष्ण राव और अमृत राय के संयुक्त सम्पादन में आधुनिक साहित्य एवं उससे सम्बन्धित नवीन मूल्यों पर विचार किया गया था। . 6 संबंधों: डॉ॰ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, पूर्व नाम आगरा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक नगर आगरा के सबसे प्राचीन संस्थानों में से एक है। . नई!!: प्रेमचंद (३१ जुलाई १८८० – ८ अक्टूबर १९३६) हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं। मूल नाम धनपत राय प्रेमचंद को नवाब राय और मुंशी प्रेमचंद के नाम से भी जाना जाता है। उपन्यास के क्षेत्र में उनके योगदान को देखकर बंगाल के विख्यात उपन्यासकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने उन्हें उपन्यास सम्राट कहकर संबोधित किया था। प्रेमचंद ने हिन्दी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया जिसने पूरी सदी के साहित्य का मार्गदर्शन किया। आगामी एक पूरी पीढ़ी को गहराई तक प्रभावित कर प्रेमचंद ने स...

हंस पत्रिका के संस्थापक कौन थे?

Explanation : 'हंस' पत्रिका के संपादक प्रेमचंद है। मुंशी प्रेमचंद द्वारा संपादित 'हंस' बनारस-1930 तत्कालीन साहित्यिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण माध्यम बनने में समर्थ हुआ। प्रकाशित होते ही 'हंस' समकालीन हिंदी-कथा-साहित्य का प्रतिनिधि पत्र बन गया। कथा-साहित्य के अतिरिक्त इसमें उच्च कोटि की कविताएँ, एकांकी, निबंध और आलोचनाएँ भी प्रकाशित होती थीं। प्रेमचंद की मृत्यु के बाद शिवदान सिंह चौहान, अमृतराव आदि ने 'हंस' का संपादन किया। इस युग का यह एक जागरूक मासिक पत्र था। Tags :

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इसे सुनेंरोकेंयह जबलपुर से अपने संस्थापक ज्ञानरंजन के सम्पादन में प्रकाशित होती थी। हंस के वर्तमान संपादक कौन हैं? इसे सुनेंरोकेंसन् 2013 में राजेन्द्र यादव की मृत्यु के बाद हंस का प्रकाशन और प्रबंध निदेशन उनकी पुत्री रचना यादव द्वारा किया जा रहा है और हिंदी के प्रख्यात कहानीकार संजय सहाय अब हंस के संपादक हैं। हंस और माधुरी पत्रिका के संपादक कौन है? इसे सुनेंरोकेंमाधुरी पत्रिका का प्रकाशन अगस्त १९२१ ई० में लखनऊ से हुआ। इसके संपादक विष्णुनारायण भार्गव थे। प्रारम्भ में कई वर्ष तक इसके संपादक दुलारेलाल भार्गव और रूपनारायण पाण्डेय थे। बाद में प्रेमचन्द और कृष्णबिहारी मिश्र ने इसका संपादन किया। हिंदी का धार्मिक मासिक पत्र कौन सा है? इसे सुनेंरोकें’प्रजाहितैषी’ एवं बुद्धि प्रकाश का प्रकाशन आगरा से होता था। ‘तत्‍वबोधिनी’ पत्रिका साप्‍ताहिक थी और इसका प्रकाशन बरेली से होता था। ‘मालवा’ साप्‍ताहिक मालवा से एवं ‘वृतान्‍त’ जम्‍मू से तथा ‘ज्ञान प्रदायिनी पत्रिका’ लाहौर से प्रकाशित होते थे। दोनों मासिक पत्र थे। बनारस अखबार के संपादक कौन हैं? इसे सुनेंरोकेंबनारस अख़बार का प्रकाशन जनवरी, 1845 में हुआ। यह अख़बार गोविन्द नारायण थत्ते के सम्पादन में उत्तर प्रदेश से प्रकाशित हुआ। अख़बार के संचालक राजा शिवप्रसाद सितारेहिन्द थे। हिंदी के पहले समाचार पत्र का क्या नाम था? इसे सुनेंरोकेंभारत के पहले हिंदी समाचार पत्र उदन्त मार्तंड को पहली बार साल 1826 में 30 के रोज ही प्रकाशित किया गया था. पहल का संपादक कौन है? इसे सुनेंरोकेंहिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता में ज्ञानरंजन द्वारा संपादित ‘पहल’ का योगदान शानदार है, वह कई दशकों से साहित्य और विचार की महत्वपूर्ण पत्रिका बनी हुई है. सरस्वती पत्रिका के प्रथ...

प्रमुख पत्र

प्रमुख पत्र-पत्रिकाएँ और सम्पादक Question 1: पत्रिकाओं से संबंधित सही कथन है- A. धर्मयुग पत्रिका साप्ताहिक है। B. चाँद पत्रिका प्रयाग से प्रकाशित होती थी। C. मतवाला पत्रिका के संपादक शिवपूजन सहाय है। D. विश्वमित्र पत्रिका मासिक थी। E. प्रताप पत्रिका सेठ गोविंद दास द्वारा संपादित हुई थी। नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए: पत्रिकाओं से संबंधित सही कथन है- • A. धर्मयुग पत्रिका साप्ताहिक है। • B. चाँद पत्रिका प्रयाग से प्रकाशित होती थी। • C. मतवाला पत्रिका के संपादक शिवपूजन सहाय है। Key Points सही है- • D. विश्वमित्र पत्रिका दैनिक थी, इसके संपादक मूलचंद्र अग्रवाल थे। यह 1916 में कानपुर, दिल्ली , कलकत्ता और बंबई से प्रकाशित होती थी। • E. प्रताप पत्रिका गणेशशंकर द्वारा संपादित हुई थी, यह साप्ताहिक है और इसका सम्पादन 1913 में कानपुर से हुआ था। हिन्दी का पहला दैनिक समाचार-पत्र समाचार सुधावर्षण है। Key Points समाचार सुधावर्षण- • संपादक- श्यामसुंदर सेन • प्रकाशन वर्ष-1854 ई. • यह कलकत्ता से प्रकाशित होता था। Important Points बनारस अखबार- • संपादक-राजा शिवप्रसाद सिंह • प्रकाशन -1845 ई. • यह हिन्दी भाषी क्षेत्र में हिन्दी भाषा का प्रथम अखबार था। • यह साप्ताहिक था व बनारस से प्रकाशित होता था। • इसकी भाषा हिन्दी-उर्दू थी। Additional Information भारतेन्दु युगीन पत्रिकाएं- पत्रिका वर्ष संपादक स्थान कविवचन सुधा 1868ई. भारतेन्दु हरिश्चंद्र बनारस सदादर्श 1874ई. लाला श्रीनिवास दास काशी हिन्दी प्रदीप 1877ई. बालकृष्ण भट्ट प्रयाग ब्राह्मण 1883ई. प्रताप नारायण मिश्र कानपुर पीयूष प्रवाह 1884ई. अंबिकादत्त व्यास काशी उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 2 ‘ हंस ’ इसका सही उत्तर है। अन्य...