हमरो गुलाबी दुपट्टा हमें तो लग जाएगी नजरिया रे

  1. राजस्थानी लोक गीत ~ आपाणो रंगीलो राजस्थान
  2. हमरो गुलाबी दुपट्टा हमें तो लग जाएगी नजरिया रै
  3. Hamri gulabi chunariya hame to lag jayegi najariya re,हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे,durga bhajan
  4. आसरा एक तुम्हारा मुझे सांवरे भजन लिरिक्स
  5. राजस्थानी लोक गीत : हिन्दी कविता
  6. LyricsIndia: ओ दुपट्टा रंग दे मेरा रंगरेज़
  7. Lokgeet Lyrics in Hindi
  8. हमको गुलाबी दुपट्टा


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राजस्थानी लोक गीत ~ आपाणो रंगीलो राजस्थान

मोरूभाईपांवणा आयाआयारे मोरूभाईपांवणा कांईआगेधोरावाळोदेश बीरोबणजारोरे कांईआयाम्हारादेवरजेठ बीरोबणजारोरे सासूरांध्यारेमोरूभाईबांकळा म्हारीनणदबिलोवेखाटीछाछ बीरोबणजारोरे मंगरियाउंछाळूरे मोरूभाईबांकळा नदियामेंलिमोऊंखाटीछाछ बीरोबणजारोरे माथाधोऊंरे मोरूभाईमेटसूं कांईघालूंचमेलीरोतेल बीरोबणजारोरे ------------------------------------- म्हानेचूंदड़ीमंगादेरे म्हानेचूंदड़ीमंगादेरे ओनण्दीकेबीरा तनेयूँघूंघटमेंराखूंगीओनण्दीकेबीरा म्हानेरखड़ीघड़ादेरेओनण्दीकेबीरा तनेयूँमाथेपरसजालूंगीओनण्दीकेबीरा म्हानेचूंदड़ीमंगादेरे ओनण्दीकेबीरा ------------------------------------- म्हारादादाजीके जीमांडीगणगोर म्हारादादाजीकेजीमांडीगणगौर म्हाराकाकाजीकेमांडीगणगौर रसीयाघडीदोयखेलवानेजावादो घडीदोयजावतापलकदोयआवतासहेलियाँमें बातांचितांलागीहोरसीयाघडीदोय खेलवानेजावादो थारोनथभलकेथारोचुड़लोचमके थारानेनारानिजाराप्यारालागे होमारुजीथाराबिनाजिवडोभुल्योडोले --------------------------------------- म्हारीऐमंगेतर बनीम्हारीआवेरेबनीमुस्कातीआवेरे केझीणेघूँघटमेंदीखेहैमुखडोसोवनोंरे म्हारीऐमंगेतरकाजळवाळी सुरमेवाळोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं सुरमेवाळोरेनवाबजोड़ीरोजवाबनहीं जवाबनहीजवाबनही सुरमेवाळोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं म्हारीऐमंगेतरनथणीवाळी मुंछोवाळोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं जवाबनहींजवाबनहीं मुंछोवाळोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं म्हारीऐमंगेतरकुरतीवाळी चोळेवालोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं जवाबनहींजवाबनहीं चोळेवालोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं म्हारीऐमंगेतरचुडियोंवाळी घड़ियोंवाळोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं जवाबनहींरेजवाबनहीं घड़ियोंवाळोरेनवाबजोड़ीरोजवाबनही म्हारीऐमंगेतरलहेंगेवाळी धोतीवाळोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनही जवाबनहींजवाबनहीं धोतीवाळोरेनवाबकेजोड़ीरोजवाबनहीं ...

हमरो गुलाबी दुपट्टा हमें तो लग जाएगी नजरिया रै

मेरठ : शीलकुंज कालोनी के पार्क-12 में मंगलवार को श्रीराधा कृष्ण क्लब की ओर से तीज महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने लोकगीत हमरो गुलाबी दुपट्टा हमें तो लग जाएगी नजरिया रै..,सासुल पनिया कैसे जाऊं रसिले दोऊ नैना.. गीत पर नृत्य किया। वहीं युवतियों और छोटे बच्चों ने भी फिल्मी गीतों पर डांस कर समां बांधा। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिओम कंसल व प्रदीप सेठी ने की। संचालन सोनी त्यागी ने किया। इस दौरान आंचल सेठी, प्रज्ञा पंवार, कोस्तुब, राखी गर्ग, आशु शर्मा आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाया। दूसरी ओर, मोदीपुरम पुल के पास स्थित लालकिला रेस्टोरेंट में हैप्पी वुमेंस क्लब की सदस्याओं ने तीज उत्सव मनाया। सावन के गीत, मल्हार और कजरी के अलावा देश भक्ति गीतों पर डांस किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मोना शर्मा, अंजू व मीनाक्षी अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया। शर्मिला चिकारा, डॉ. अंजना ¨सह, पूनम बंसल ने संचालन किया। माधुरी डांस एकेडमी के बच्चों ने देशभक्ति गीतों पर डांस किया। रेखा तिवारी, अनुपम सैनी, कुमकुम जैन, अनीता गुप्ता आदि मौजूद थीं। मेरठ : 'जश्न-ए-आजादी' कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आल इंडिया एक्स एनसीसी कैडेट्स वेलफेयर एसोसिएशन एवं दो प्लाटून 72 यूपी बटालियन एनसीसी डीएन इंटर कालेज के कैडेट्स और स्कूल के छात्रों ने एक रैली निकाली। स्वतंत्रता सेनानियों की वेशभूषा में सजे छात्रों ने शहर के लोगों में राष्ट्र भक्ति का संदेश दिया। आजादी के लिए कुर्बान रानी लक्ष्मी बाई, सुभाष चंद्र बोस, भारत माता आदि झांकियों के साथ छात्रों ने लोगों में धर्म व जाति से ऊपर उठकर सामाजिक एकता का संदेश दिया। रैली का शुभारंभ एसपी देहात कर्नल माधब बोरो, प्रबंधक दयानंद गुप्ता, ...

Hamri gulabi chunariya hame to lag jayegi najariya re,हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे,durga bhajan

हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे।हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे। बागो गई थी फुलवा तोड़न को। बागो गई थी फुलवा तोड़न को। माली की लग गई नजरिया, लांगुर भंवरा बन के आए गयो रे।हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे। तालों गई थी कपड़ा धोवन को।तालों गई थी कपड़ा धोवन को। धोबी की लग गई नजरिया लंगूर साड़ी से लिपट गयो रे।हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे। कुवटो गई थी पनिया भरन को।कुवटो गई थी पनिया भरन को। धीमर की लग गई नजरिया लंगूर रस्सी से लटक गयो रे।हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे। महलों गई थी खिड़की छक्कन को। महलों गई थी खिड़की छक्कन को। राजा की लग गई नजरिया लंगूर वेदा बनकर आए गयो रे। हमरी गुलाबी चुनरिया हमें तो लग जाएगी नजरिया रे।

आसरा एक तुम्हारा मुझे सांवरे भजन लिरिक्स

आसरा एक तुम्हारा मुझे सांवरे, तेरा ही सहारा मुझे सांवरे, तेरा ही सहारा मुझे सांवरे, आसरा एक तुम्हारा मुझे साँवरे।। तर्ज – साथिया नहीं जाना की। दानी दयावान हो, देवता महान हो, सारा ही जमाना तुम्हे पूजता, कैसा चमत्कार है, तेरी जय जयकार है, दुनिया में डंका तेरा गूंजता, लगे बड़ा प्यारा मुझे सांवरे, आसरा एक तुम्हारा मुझे साँवरे।। मुझे अपनाए हो, जिंदगी बनाए हो, तेरी है दयालु मेहरबानिया, क्या क्या किया है तू, कितना दिया है तू, मेटी है मेरी परेशानियाँ, संकट से उबारा मुझे सांवरे, आसरा एक तुम्हारा मुझे साँवरे।। मन की सुनाने को, अर्जी लगाने को, बार बार तेरे दर आऊं मैं, आऊं दौड़ दौड़ के, सारा जग छोड़ के, इतना बता दे कहाँ जाऊं मैं, सूझे तेरा द्वारा मुझे सांवरे, आसरा एक तुम्हारा मुझे साँवरे।। मुझे विश्वास है, रहता आस पास है, ‘बिन्नू’ को अकेला नहीं छोड़ता, सदा ही निभा रहा, किरपा बरसा रहा, मेरा कभी दिल नहीं तोड़ता, तूने ही सुधारा मुझे सांवरे, Bhajan Diary Lyrics, आसरा एक तुम्हारा मुझे साँवरे।। आसरा एक तुम्हारा मुझे सांवरे, तेरा ही सहारा मुझे सांवरे, तेरा ही सहारा मुझे सांवरे, आसरा एक तुम्हारा मुझे साँवरे।। Singer – Prakash Odeka Lyrics – Binnu Ji

राजस्थानी लोक गीत : हिन्दी कविता

अंजन की सीटी में म्हारो मन डोले चला चला रे डिलैवर गाड़ी हौले हौले बीजळी को पंखो चाले, गूंज रयो जण भोरो बैठी रेल में गाबा लाग्यो वो जाटां को छोरो चला चला रे... डूंगर भागे, नंदी भागे और भागे खेत ढांडा की तो टोली भागे, उड़े रेत ही रेत चला चला रे... बड़ी जोर को चाले अंजन, देवे ज़ोर की सीटी डब्बा डब्बा घूम रयो टोप वारो टी टी चला चला रे... जयपुर से जद गाड़ी चाली गाड़ी चाली मैं बैठी थी सूधी असी जोर को धक्का लाग्यो जद मैं पड़ गयी उँधी चला चला रे... (डलेवर=ड्राईवर, गाबा=गाने लगना, डूंगर=पहाड़, नंदी=नदी, ढांडा=जानवर, जद=जब,जदी,जर,जण, असी=ऐसा,इतना) म्हारी सवा लाख री लूम गम गयी इण्डूणी औ इण्डूणी रे कारणे म्हारी सासू ताना देय गम गयी इण्डूाणी ओ इण्डूणी रे कारणे म्हारो ससुरा रूसो जाय गम गयी इण्डूणी ओ इण्डूणी रे कारणे गयी नणद कुंआ में कूद गम गयी इण्डूणी ओ इण्डूणी रे कारणे म्हारो देवर लड़े लड़ाई गम गयी इण्डूणी ओ इण्डूणी रे कारणे म्हारी जेठाणी बोले बोल गम गयी इण्डूणी इतळ पीतळ रो भर लाई बेवड़ो रे झांझरिया मारा छैल कोई कांख मेला टाबरिया री आन मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये सासू बोले छे म्‍हाने बोलणा रे झांझरिया मारा छैल कोई बाईसा देवे रे म्‍हाने गाल मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये आया बीरो सा म्‍हाने लेवा ने रे झांझरिया मारा छैल ज्‍यारी कांई कांई करूं मनवार मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये थारे मनाया देवन ना मानूं रे झांझरिया मारा छैल थारा बड़ोडा़ बीरोसा ने भेज मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये काळी पड़गी रे मन की कामळी रे झांझरिया मारा छैल म्‍हारा आलीजा पे म्‍हारो सांचो जीव मैं जाऊं रे जाऊं रे सासरिये इण लहेरिये रा नौ सौ रुपया रोकड़ा सा म्हाने ल्याईदो नी बादिला ढोला लहेरियो सा म्हाने ल्याईदो नी बाईसा रा बीरा ...

LyricsIndia: ओ दुपट्टा रंग दे मेरा रंगरेज़

( ओ दुपट्टा रंग दे मेरा रंगरेज़ हो गई सरसों पीली-पीली ) -२ आज हरी कल लाल चदरिया परसों ओढ़ूँ नीली -२ ओ दुपट्टा रंग दे मेरा रंगरेज़ हो गई सरसों पीली-पीली सुबोह को पहनूँ तो सजनवा आस-पास मण्डलाये -२ ( शाम को पहनूँ तो बलम घर छोड़ कहीं न जाये बलम घर छोड़ कहीं न जाये ) -२ रात अन्धेरी हो तो हो जाऊँ जुगनूँ सी चमकीली -२ ओ दुपट्टा रंग दे मेरा रंगरेज़ हो गई सरसों पीली-पीली मन में नई उमंग अंग में चुनरी ढीली-ढीली -२ अपने पिया से कुछ न सीखूँ -२ जब न मुझे तन ढीली पड़ गई जब न मुझे तन ढीली होंठ रंगूँ मैं लाल-गुलाबी आँखों से शर्मीली -२ ओ दुपट्टा रंग दे मेरा रंगरेज़ हो गई सरसों पीली-पीली Lyrics: ( o dupaTTaa ra.ng de meraa ra.ngarez ho ga_ii saraso.n piilii-piilii ) -2 aaj harii kal laal chadariyaa paraso.n o.Dhuu.N niilii -2 o dupaTTaa ra.ng de meraa ra.ngarez ho ga_ii saraso.n piilii-piilii suboh ko pahanuu.N to sajanawaa aas-paas maNDalaaye -2 ( shaam ko pahanuu.N to balam ghar chho.D kahii.n na jaaye balam ghar chho.D kahii.n na jaaye ) -2 raat andherii ho to ho jaa_uu.N juganuu.N sii chamakiilii -2 o dupaTTaa ra.ng de meraa ra.ngarez ho ga_ii saraso.n piilii-piilii man me.n na_ii uma.ng a.ng me.n chunarii Dhiilii-Dhiilii -2 apane piyaa se kuchh na siikhuu.N -2 jab na mujhe tan Dhiilii pa.D ga_ii jab na mujhe tan Dhiilii ho.nTh ra.nguu.N mai.n laal-gulaabii aa.Nkho.n se sharmiilii -2 o dupaTTaa ra.ng de meraa ra.ngarez ho ga_ii saraso.n piilii-piilii

Lokgeet Lyrics in Hindi

Lokgeet Lyrics in Hindi तर्ज – ओ जाने वाले आजा तेरी याद सताये गुनाह क्या किया, जो ठुकरा दिया जाता है क्यों हमसे मुखड़ा मोड़ मेरे बेटा दूध वाला रिश्ता मत तोड़ मेरे बेटा हमको तू बुढ़ापे में मत छोड़ मेरे बेटा (1) दुख सुख बेटा मेरे हम सब सहेंगे भूखा जो रखेगा बेटा भूखा रहेंगें पर कुछ ना कहेंगे दुखता जिया, ठुकरा दिया, ऐसे में तू हमको, मत झकझोड़ मेरे बेटा, दूध वाला रिश्ता मत तोड़ मेरे बेटा (2) चार चार कुत्ता तैने, पारे हैं शिकारी, दो पेट बेटा तोपे पड़ रहे हैं भारी, मेरे कुँवर हजारी। दुखता जिया, ठुकरा दिया, बेशर्मी की चादर मत ओढ़ मेरे बेटा, दूध वाला रिश्ता मत तोड़ मेरे बेटा (3) बात मान बहू की बेटा, जुलम हम पै ढावै, एक दिन बुढापा बेटा, तोऊ पै आवै, तू तौ फिर पछतावै दुखता जिया, ठुकरा दिया, जीते जी मुकद्दर मत फोड़ मेरे बेटा, दूध वाला रिश्ता मत तोड़ मेरे बेटा (4) सह ना सकेंगे बेटा हम इस गम को, जाने से पहले जहर देजा तू हमको, झेल लेंगे सितम को, निकला नासिया, ठुकरा दिया, शर्मा की कविता से मिला जोड़ मेरे बेटा, दूध वाला रिश्ता मत तोड़ मेरे बेटा यह भी पढ़ें:- Lok Geet Lyrics तर्ज – क्या मिलिए ऐसे लोगों से जिनकी फितरत छुपी रहे आज की मईया बहु बेटन के सबरे ताने सहलेगी। सास करेगी बहु की सेवा तो साझे मैं रहलेगी। (1) बहु बैठ खटिया के ऊपर सास पै हुकम चलावैगी। सास करेगी रोटी पानी बहु बैठ के खावैगी।। ऐसी हालत रही देश में तो उल्टी गंगा बहलेगी… सास करेगी बहु की सेवा तो साझे मैं रहलेगी। (2) बहु सोवैगी डबल बैड पै और सब फटे बिछईया पै। बेटा बहु की बात मान के जुलम करैगो मईया पै।। और रहें सब चुप्पी साधे बहु चाहे जो कहलेगी… सास करेगी बहु की सेवा तो साझे मैं रहलेगी। (3) बहु करेगी सैर सपाटे बच्चा सास ख़िलावैगी। बच्चा कूँ पीवै ...

हमको गुलाबी दुपट्टा

हमको गुलाबी दुपट्टा हमें तो लग जायेगी नजरिया रे चाहे राजा मारो चाहे पुचकारो हम पे ना आवे थारो पनिया हमारी पतळी सी कमरिया रे चाहे राजा मारा चाहे पुचकारो हम पे ना होवे थारो गोबर हमार सड़ जायेगी उंगलियां रे चाहे राजा मारो चाहे पुचकारो हम पे ना हौवे थारी रोटी हमारी जळ जायेगी उंगलियां रे चाहे राजा मारो चाहे पुचकारो हम पे ना हौवे थारो बिस्तेर हमारी छोटी सी उमरिया रे Back to