होली कब है 2031

  1. होली कब और क्यों मनाई जाती है? होली का इतिहास और महत्व क्या है।
  2. 2031 में होली कब है New Delhi, India में
  3. 2021 में कब है होली, जानें होलाष्टक से लेकर होलिका दहन तक की सभी जरूरी डिटेल्स


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होली कब और क्यों मनाई जाती है? होली का इतिहास और महत्व क्या है।

हम सब जैसे ही होली पर्व का नाम सुनते है हमारे चेहरे पर हर्ष उल्लास का भाव उत्पन हो जाता है। लोगो की ना जाने कितनी यादें जुडी होती है होली से। भारत को अगर त्योहारो का देश कहें तो शायद ये गलत नहीं होगा। भारत में विभिन्न जाती, धर्म, संप्रदाय के लोग एक साथ अपना जीवन गुजर बसर करते है और पर्वो त्योहारों को काफी भाईचारा और हर उल्लास के साथ मनाते है। भारत में विभिन्न प्रकार का पर्व काफी हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है ऐसे तो भारत में हर एक पर्व एक अपना महत्व है और हर पर्व कही न कहीं पौराणिक इतिहास और कथा से जुड़े हुए होते है। होली इन सभी पर्वो में से एक बहुत ही पवित्र त्योहार है। ये लोगो को आपस में भाईचारा, प्रेम, स्नेह से साथ में रहने की प्रेरणा देती है। होली हिंदुयों का एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है। होली रंगो का त्योहार है। हम सभी लोग तो हर एक साल होली का त्योहार काफी धूम धाम से मनाते है पर बहुत लोगो को होली का इतिहास के बारे में जानकारी नहीं होती है आज आप इस लेख होली कब और क्यों मनाते हैं? (Holi kyu manaya jata hai) के जरिये होली मनाने के पीछे क्या कहानी है इसके बारे में विस्तार से जान पाएंगे। Table of Contents • • • • • • • • • • होली त्योहार क्या है? ( What is Holi in Hindi) holi kyu manaya jata hai होली (Holi) का त्योहार हर एक साल फाल्गुन (मार्च) महीने के पूर्णिमा के दिन मनाता जाता है। होली हिन्दुओं का एक बहुत ही पवित्र और प्रसिद्ध त्योहार है। “होली ” को रंगो का त्योहार भी कहा जाता है। भारत में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों की तरह होली का पर्व भी भी बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतिक के रूप में मनाये जाता है। होली की शुरुआत होलिका दहन से होती है शाम को होलिका ...

2031 में होली कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2031 में होली कब है व होली 2031 की तारीख व मुहूर्त। हिन्दू पंचांग के अनुसार होली का पर्व चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है। यदि प्रतिपदा दो दिन पड़ रही हो तो पहले दिन को ही धुलण्डी (वसन्तोत्सव या होली) के तौर पर मनाया जाता है। इस त्योहार को बसंत ऋतु के आगमन का स्वागत करने के लिए मनाते हैं। बसंत ऋतु में प्रकृति में फैली रंगों की छटा को ही रंगों से खेलकर वसंत उत्सव होली के रूप में दर्शाया जाता है। विशेषतः हरियाणा में इस पर्व को धुलंडी भी कहा जाता है। होली का इतिहास होली का वर्णन बहुत पहले से हमें देखने को मिलता है। प्राचीन विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी में १६वीं शताब्दी का चित्र मिला है जिसमें होली के पर्व को उकेरा गया है। ऐसे ही विंध्य पर्वतों के निकट स्थित रामगढ़ में मिले एक ईसा से ३०० वर्ष पुराने अभिलेख में भी इसका उल्लेख मिलता है। होली से जुड़ी पौराणिक कथाएँ होली से जुड़ी अनेक कथाएँ इतिहास-पुराण में पायी जाती हैं; जैसे हिरण्यकश्यप-प्रह्लाद की जनश्रुति, राधा-कृष्ण की लीलाएँ और राक्षसी धुण्डी की कथा आदि। रंगवाली होली से एक दिन पहले रंगवाली होली को राधा-कृष्ण के पावन प्रेम की याद में भी मनाया जाता है। कथानक के अनुसार एक बार बाल-गोपाल ने माता यशोदा से पूछा कि वे स्वयं राधा की तरह गोरे क्यों नहीं हैं। यशोदा ने मज़ाक़ में उनसे कहा कि राधा के चेहरे पर रंग मलने से राधाजी का रंग भी कन्हैया की ही तरह हो जाएगा। इसके बाद कान्हा ने राधा और गोपियों के साथ रंगों से होली खेली और तब से यह पर्व रंगों के त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है। यह भी कहा जाता है कि भगवान शिव के श्राप के कारण धुण्डी नामक राक्षसी को पृथु के लोगों ने इस दिन भगा दिया था, जिसकी या...

2021 में कब है होली, जानें होलाष्टक से लेकर होलिका दहन तक की सभी जरूरी डिटेल्स

Holi 2021 Date: हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है होली। रंगों का ये त्योहार देश भर में पूरे हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली का त्योहार आता है। रंग खेलने वाले दिन को धुलेंदी कहते हैं, जबकि उससे एक दिन पहले होलिका दहन होती है। इस साल होली का त्योहार 29 मार्च को है, जबकि 28 को होलिका दहन होगा। बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में इस पर्व को मनाया जाता है। इसी दिन से चैत्र कृष्ण पक्ष की शुरुआत भी हो जाती है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी अन्य बातें – कब है होलाष्टक: ज्योतिष शास्त्र में होलाष्टक को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए होली से 8 दिन पहले शुभ कार्यों को करना वर्जित होता है। इन 8 दिनों में शादी, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं। इसे होली के आने की सूचना भी कहा जाता है, यही कारण है कि होली को कुल 9 दिनों का त्योहार माना जाता है। वर्ष 2021 में 22 मार्च 2021 से 28 मार्च, 2021 के मध्य तक होलाष्टक का समय माना जाता है। मुख्य रुप से पंजाब और उत्तरी भारत में ये 8 दिन महत्वपूर्ण होते हैं। होलिका दहन की तिथि: 28 मार्च 2021, रविवार को होलिका दहन होगा। बता दें कि होलिका दहन को लेकर प्रहलाद और उसकी बुआ होलिका का प्रसंग चर्चित है। भगवान विष्णु के परम भक्त प्रहलाद को इस वजह से उनके पिता राक्षस हिरण्यकश्यप पसंद नहीं करते थे। असुर की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था कि वो आग में जल नहीं सकती है, ऐसे में हिरण्यकश्यप ने उसे आज्ञा दी कि वो प्रहलाद को लेकर अग्नि में बैठ जाए जिससे वो जलकर मर जाए। लेकिन विष्णु भगवान की कृपा से प्रहलाद बच गए और होलिका जल गई।