होलिका दहन कब है

  1. holika dahan kab hai 2023 date time shubh muhurat bhadra kaal puja vidhi story importance tvi
  2. 2023 में होलिका दहन कब है New Delhi, India में
  3. Holika Dahan 2021 Date & Time: कब है होलिका दहन, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पौराणिक कथा
  4. Holika Dahan 2023 Date: कब होगा होलिका दहन
  5. Holika dahan 2023 date shubh muhurat and Significance
  6. Holika Dahan Shubh Muhurat 2023 date time bhadra puja vidhi time holi 2023
  7. Holika Dahan Date 2023:इस बार कब है होलिका दहन 6 या 7 मार्च ? जानिए सही तिथि और महत्व


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Holika Dahan 2023: होलिका दहन कब है आज या कल? सही तारीख, समय, शुभ मुहूर्त, भद्रा काल, पूजा विधि जानें होलिका दहन को छोटी होली के रूप में भी जाना जाता है और यह होली के त्योहार से ठीक एक दिन पहले पूरे भारत में मनाया जाता है. आगे पढ़ें इस बार होलिका दहन 2023 कब है और होलिका जलाने का शुभ मुहूर्त क्या है? Holika dahan 2023: होलिका दहन के अवसर पर लोग बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के लिए होलिका जलाते हैं. हिंदू शास्त्रों की मानें तो होलिका दहन प्रदोष काल (जो सूर्यास्त के बाद शुरू होता है) के दौरान पूर्णिमा तिथि के दौरान पूरा किया जाना चाहिए. इस वर्ष, होलिका दहन 7 मार्च 2023 को मनाया जा रहा है. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, नियम, अनुष्ठान और महत्व जानें. होलिका दहन का पर्व 7 मार्च 2023 को मनाया जाएगा. द्रिक पंचांग के अनुसार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक है. होलिका दहन मंगलवार, 7 मार्च 2023 को होलिका दहन मुहूर्त - 06:24 शाम से 08:51 रात तक कुल अवधि - 02 घंटे 27 मिनट भद्रा पुंछा - 12:43 AM से 02:01 AM भद्रा मुख - 02 बजकर 01 मिनट से 04 बजकर 11 मिनट तक उदय व्यापिनी पूर्णिमा के बिना प्रदोष के दौरान होलिका दहन पूर्णिमा तिथि प्रारंभ - 06 मार्च 2023 को शाम 04:17 बजे पूर्णिमा तिथि समाप्त - 07 मार्च 2023 को शाम 06:09 बजे रंग वाली होली 8 मार्च होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और यह उत्सव हिरण्यकश्यप और उसके पुत्र प्रह्लाद की कथाओं से जुड़ा हुआ है. हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु का घोर विरोधी था, लेकिन उसका पुत्र भगवान विष्णु का भक्त था. हिरण्यकश्यप अपने पुत्र के अपने कट्टर-शत्रु के भक्त होने से क्रोधित था, इसलिए उसने अपनी बहन होलिका की मदद ...

2023 में होलिका दहन कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में होलिका दहन कब है व होलिका दहन 2023 की तारीख व मुहूर्त। होलिका दहन, धुलंडी और धूलि आदि नामों से भी जाना जाता है। होली बुराई पर अच्छाई की विजय के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। होलिका दहन का शास्त्रोक्त नियम फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से फाल्गुन पूर्णिमा तक होलाष्टक माना जाता है, जिसमें शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। पूर्णिमा के दिन होलिका-दहन किया जाता है। इसके लिए मुख्यतः दो नियम ध्यान में रखने चाहिए - 1. पहला, उस दिन “भद्रा” न हो। भद्रा का ही एक दूसरा नाम विष्टि करण भी है, जो कि 11 करणों में से एक है। एक करण तिथि के आधे भाग के बराबर होता है। 2. दूसरा, पूर्णिमा प्रदोषकाल-व्यापिनी होनी चाहिए। सरल शब्दों में कहें तो उस दिन सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्तों में पूर्णिमा तिथि होनी चाहिए। होलिका दहन (जिसे छोटी होली भी कहते हैं) के अगले दिन पूर्ण हर्षोल्लास के साथ रंग खेलने का विधान है और अबीर-गुलाल आदि एक-दूसरे को लगाकर व गले मिलकर इस पर्व को मनाया जाता है। होलिका दहन की पौराणिक कथा पुराणों के अनुसार दानवराज हिरण्यकश्यप ने जब देखा की उसका पुत्र प्रह्लाद सिवाय विष्णु भगवान के किसी अन्य को नहीं भजता, तो वह क्रुद्ध हो उठा और अंततः उसने अपनी बहन होलिका को आदेश दिया की वह प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ जाए; क्योंकि होलिका को वरदान प्राप्त था कि उसे अग्नि नुक़सान नहीं पहुँचा सकती। किन्तु हुआ इसके ठीक विपरीत -- होलिका जलकर भस्म हो गयी और भक्त प्रह्लाद को कुछ भी नहीं हुआ। इसी घटना की याद में इस दिन होलिका दहन करने का विधान है। होली का पर्व संदेश देता है कि इसी प्रकार ईश्वर अपने अनन्य भक्तों की रक्षा के लिए सदा उपस्थित रहते हैं। होलिका दहन का इतिहास होली का वर्णन बहुत...

Holika Dahan 2021 Date & Time: कब है होलिका दहन, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पौराणिक कथा

holika dahan 2022 Holika Dahan 2021 Date&Time: होलिका दहन, हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें होली के एक दिन पहले यानी पूर्व संध्या को होलिका का सांकेतिक रूप से दहन किया जाता है. होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व के रूप में मनाया जाता है. होलिका दहन (Kab Hai Holika Dahan), होली त्योहार का पहला दिन, फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इसके अगले दिन रंगों से खेलने की परंपरा है जिसे धुलेंडी, धुलंडी और धूलि आदि नामों से भी जाना जाता है. इस साल होलिका दहन (Holika Dahan Shubh Muhurat) 28 मार्च को है. ऐसे में आइए जानते हैं इस दौरान किस मुहूर्त पर करें पूजा- Also Read: • • • होलिका दहन, जिसे होलिका दीपक और छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है. होलिका दहन का मुहूर्त किसी त्यौहार के मुहूर्त से ज्यादा महवपूर्ण और आवश्यक है. यदि किसी अन्य त्यौहार की पूजा उपयुक्त समय पर न की जाये तो मात्र पूजा के लाभ से वञ्चित होना पड़ेगा परन्तु होलिका दहन की पूजा अगर अनुपयुक्त समय पर हो जाये तो यह दुर्भाग्य और पीड़ा देती है. होलिका दहन मुहूर्त (Holika Dahan 2021 Shubh Muhurat) होलिका दहन रविवार, मार्च 28, 2021 को होलिका दहन मुहूर्त – 06:37 पी एम से 08:56 पी एम अवधि – 02 घण्टे 20 मिनट्स भद्रा पूँछ – 10:13 ए एम से 11:16 ए एम भद्रा मुख – 11:16 ए एम से 01:00 पी एम होलिका दहन प्रदोष के दौरान उदय व्यापिनी पूर्णिमा के साथ पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – मार्च 28, 2021 को 03:27 ए एम बजे पूर्णिमा तिथि समाप्त – मार्च 29, 2021 को 12:17 ए एम बजे होलिका दहन की पौराणिक कथा पुराणों के अनुसार दानवराज हिरण्यकश्यप ने जब देखा कि उसका पुत्र प्रह्लाद सिवाय विष्णु भगवान के किसी अन्य को नहीं भजता, तो वह क्रुद्ध ह...

Holika Dahan 2023 Date: कब होगा होलिका दहन

हर साल फाल्‍गुन मास की पूर्णिमा तिथि (Purnima Tithi) को होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाता है, इसके बाद ही अगले दिन प्रतिपदा तिथि को रंगों की होली खेली जाती है. होलिका दहन के लिए प्रदोष काल का समय अच्‍छा माना जाता है. इस साल पूर्णिमा तिथि 6 मार्च से शुरू होगी और 7 मार्च को खत्‍म होगी. दोनों ही दिन पूर्णिमा तिथि प्रदोष काल (Pradosh Kaal) को स्‍पर्श करेगी. ऐसे में तमाम लोगों में इस बात को लेकर कन्‍फ्यूजन बना हुआ है कि आखिर होलिका दहन किस दिन करना चाहिए. यहां जानिए ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का इस मामले में क्‍या कहना है और कौन सी तिथि शास्‍त्र सम्‍मत है. जानें होलिका दहन का शुभ समय ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो पूर्णिमा तिथि 6 मार्च को शाम 6 बजकर 17 मिनट पर शुरू हो जाएगी और 7 मार्च 2023 मंगलवार 06:09 मिनट तक रहेगी. लेकिन होलिका दहन 7 मार्च को किया जाएगा. होलिका दहन के लिए शुभ समय 7 मार्च 2023 को शाम 6:24 मिनट से रात 8:51 मिनट (Holika Dahan Shubh Muhurat) तक है. इसके बाद 8 मार्च को रंगों की होली (Holi of Colours) खेली जाएगी. स्मृतिसार नामक शास्त्र के मुताबिक जिस वर्ष फाल्गुन की पूर्णिमा तिथि दो दिन के प्रदोष को स्पर्श करे, तब दूसरी पूर्णिमा यानी अगले दिन में होली जलाना चाहिए. इस बार भी पूर्णिमा तिथि 6 मार्च और 7 मार्च दोनों दिन प्रदोष काल को स्‍पर्श कर रही है, ऐसे में 7 मार्च को होलिका दहन करना शुभ होगा. 6 मार्च को इसलिए नहीं जलेगी होली 6 मार्च को होलिका दहन न होने का एक और कारण ये है कि इस दिन पूर्णिमा तिथि पर भद्रा (Bhadra on Purnima) का साया रहेगा. 6 मार्च सोमवार में शाम 4:18 मिनट से भद्रा शुरू हो जाएगी और 7 फरवरी 2023 को सुबह 05:15 बजे तक रहेगी. भद्रा ...

Holika dahan 2023 date shubh muhurat and Significance

Holika Dahan 2023: देशभर में होली के पर्व को लेकर तैयारियां चल रही हैं. वहीं, शिवपुरी के ज्योतिषाचार्य विकास दीप शर्मा के मुताबिक, इस वर्ष होलिका दहन दो दिन (6 और 7 मार्च) मान्य है. हालांकि मंगलवार (7 मार्च 2023 ) को भद्रा रहित और उदय तिथि की मान्यता अनुसार, होलिका दहन का मुहूर्त श्रेष्ठ रहेगा. वहीं, होलिका दहन का मुहूर्त मंगलवार को शाम 6:31 से लेकर रात 8:58 तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में आप पूजा कर सकते हैं. बता दें कि इस साल पूर्णिमा तिथि पर भद्रा के कारण होलिका दहन तिथि को लेकर उलझन उत्पन्न हो रही है. साथ ही सवाल उठ रहा है कि होलिका दहन 6 मार्च को होगा या फिर 7 मार्च को? ज्योतिषाचार्य विकास दीप शर्मा के मुताबिक, फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 6 मार्च सुबह 4:17 मिनट पर शुरू होकर 7 मार्च सुबह 6:09 मिनट तक रहेगी. होलिका दहन प्रदोष काल में किया जाता है, इसलिए इस बार दहन का शुभ समय 7 मार्च को शाम 6 बजकर 31 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगा. भद्रा काल में होलिका दहन होता है अशुभ! ज्योतिषाचार्य विकास दीप शर्मा ने बताया कि पौराणिक कथाओं के अनुसार भद्रा काल में होलिका दहन को अशुभ माना जाता है. यह होलिका दहन का दोष है. माना जाता है कि भद्रा के स्वामी यमराज होने के कारण इस योग में कोई भी शुभ कार्य वर्जित होता है. होलिका दहन भद्रा पुंछ में किया जा सकता है. इस बार होलिका दहन 7 मार्च को शुभ है. जबकि अगले दिन (8 मार्च) को रंग वाली होली खेली जाएगी. . Tags: , , ,

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Holika Dahan Shubh Muhurat 2023: होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या है? भद्रा के बाद ये समय रहेगा सबसे उत्तम Holika Dahan Shubh Muhurat 2023: रंगों का पर्व होली आने वाला है. कई जगहों पर रंग खेलना शुरू भी हो गया है. पुरुषों या महिलाओं की टोली होली के गीत गा रही हैं. होल्यार होली का आनंद उठा रहे हैं. होली का त्योहार फाल्गुन मास में मनाया जाता है तो होलिका दहन उससे एक दिन पहले होता है. होलिका दहन को लेकर इस बार लोग असमंजस में हैं. ऐसे में जानिए कब है होलिका दहन का शुभ मुहूर्तः नई दिल्लीः Holika Dahan Shubh Muhurat 2023: रंगों का पर्व होली आने वाला है. कई जगहों पर रंग खेलना शुरू भी हो गया है. पुरुषों या महिलाओं की टोली होली के गीत गा रही हैं. होल्यार होली का आनंद उठा रहे हैं. होली का त्योहार फाल्गुन मास में मनाया जाता है तो होलिका दहन उससे एक दिन पहले होता है. होलिका दहन को लेकर इस बार लोग असमंजस में हैं. ऐसे में जानिए कब है होलिका दहन का शुभ मुहूर्तः 6 मार्च को शुरू होगी पूर्णिमा तिथि होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा के दिन प्रदोष काल में होता है. वहीं, होली इसके अलगे दिन चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को मनाई जाती है. इस बार फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 6 मार्च यानी मंगलवार को शाम 4.17 बजे से शुरू होगी और अगले दिन 7 मार्च को शाम 6.09 बजे खत्म होगी. दोनों दिन पूर्णिमा तिथि पर प्रदोष काल रहेगा. होलिका दहन कब किया जाएगा इसी वजह से होलिका दहन कब होगा, इसे लेकर लोग उलझन में हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, होलिका दहन की तिथि पर सुबह के वक्त भद्रा भी रहेगी. ऐसे में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त सात मार्च को शाम 6.24 बजे से रात 8.51 बजे तक रहेगा. यानी 2 घंटे से ज्यादा समय में होलिका दहन किया जा सकता है. ...

Holika Dahan Date 2023:इस बार कब है होलिका दहन 6 या 7 मार्च ? जानिए सही तिथि और महत्व

Holika Dahan 2023: हिंदू धर्म में होली पर्व को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शाम से होली पर्व की शुरुआत हो जाती है। सबसे पहले शाम के समय होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन सुबह के समय रंग वाली होली धुमधाम से खेली जाती है। लेकिन इस वर्ष पूर्णिमा के दिन भद्राकाल के कारण होलिका दहन की तिथि को लेकर उलझन है। इस बार अनेक दुविधाओं के बीच होलिका दहन 07 मार्च को होगा और 8 मार्च को होली खेली जाएगी । पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 06 मार्च को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर होगी और इसका समापन 07 मार्च को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगा। इसके साथ ही 6 मार्च को भद्रा की शुरुआत शाम 04 बजकर 17 मिनट पर हो जायेगी, जोकि 7 मार्च को प्रात: काल 5 बजकर 15 मिनट तक रहेगी।क्योंकि भद्रा काल में होलिका दहन नहीं होता। इस काल में अगर होलिका दहन किया जाता है तो इसका काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए तिथि की भूमिका अहम हो जाती है। इसलिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 07 मार्च, मंगलवार को शाम 06 बजकर 12 मिनट से रात 08 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। Holi 2023: होली के दिन भूलकर भी न करें इन चीजों का दान, हो सकती है धन हानि प्रदोष काल में 7 मार्च को होलिका दहन ज्योतिषाचार्य पं.मनोज कुमार द्विवेदी के अनुसार 7 मार्च को होलिका दहन किया जायेगा। होलिका दहन प्रदोष काल में करना उत्तम होता है। यदि भद्रा पूँछ प्रदोष से पहले और मध्य रात्रि के पश्चात व्याप्त हो तो उसे होलिका दहन के लिये नहीं लिया जा सकता क्योंकि होलिका दहन का मुहूर्त सूर्यास्त और मध्य रात्रि के बीच ही निर्धारित किया जाता है। फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 06 मार्च दिन सोमवार को शाम 04.17 बजे प्रारंभ होगी और इस...