Information about mother teresa in hindi

  1. मदर टैरेसा की प्रेरणादायी जीवनी
  2. New documentary reveals the dark side of Mother Teresa
  3. Mother Teresa Biography In Hindi । मदर टेरेसा की जीवनी » Jivan Parichay
  4. Mother Teresa in Hindi


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मदर टैरेसा की प्रेरणादायी जीवनी

Mother Teresa Biography in Hindi /कहा जाता है कि दुनिया में लगभग सारे लोग सिर्फ अपने लिए जीते हैं पर मानव इतिहास में ऐसे कई मनुष्यों के उदहारण हैं जिन्होंने अपना तमाम जीवन परोपकार और दूसरों की सेवा में समर्पित कर दिया। मदर टेरेसा भी ऐसे ही महान लोगों में एक हैं जो सिर्फ दूसरों के लिए जीते हैं। मदर टेरेसा एक ऐसी महान आत्मा थीं जिनका ह्रदय संसार के तमाम दीन-दरिद्र, बीमार, असहाय और गरीबों के लिए धड़कता था। और इसी कारण उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन उनके सेवा और भलाई में लगा दिया। उसके लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। Contents • • • • • • मदर टैरेसा का संक्षिप्त परिचय – Mother Teresa Biography in Hindi पूरा नाम मदर टेरेसा (Mother Teresa) (एग्नेस गोनक्शा बोजाक्शिहउ) जन्म दिनांक 26 अगस्त, 1910 जन्म स्थान यूगोस्लाविया मृत्यु तिथि 5 सितंबर, 1997 मृत्यु स्थान कलकत्ता पिता का नाम निकोला बोयाजू माता का नाम द्राना बोयाजू कर्म-क्षेत्र समाजसेवा रिलिजन रोमन कॅथोलिसिस्म राष्ट्रीयता भारतीय पुरस्कार-उपाधि पद्मश्री, प्रेरणादायी मदर टेरसा रोमन कैथोलिक नन थीं, जिन्होंने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ले ली थी। उन्होंने 1950 में कोलकाता में मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी। उनका असली नाम ‘अगनेस गोंझा बोयाजिजू’ (Agnes Gonxha Bojaxhiu ) था। अलबेनियन भाषा में गोंझा का अर्थ फूल की कली होता है। सच ही तो है कि मदर टेरेसा एक ऐसी कली थीं जिन्होंने छोटी सी उम्र में ही गरीबों और असहायों की जिन्दगी में प्यार की खुशबू भरी थी। मदर टेरेसा का जन्म – Early Life of Mother Teresa मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को मेसिडोनिया की राजधानी स्कोप्जे शहर (Skopje, capital of the Republic of Macedonia) में हुआ था। उ...

New documentary reveals the dark side of Mother Teresa

The Daily Mail reported that she was able to put an end to wars, befriend presidents, establish a global orphanage empire, and have sick inmates released from prison. Mother Teresa, on the other hand, covered up for the Catholic church's greatest excesses and seemed more drawn to poverty and suffering than to genuinely helping people escape it.

Mother Teresa Biography In Hindi । मदर टेरेसा की जीवनी » Jivan Parichay

Mother Teresa ka Jivan Parichay: मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को मैसिडोनिया गणराज्य की वर्तमान राजधानी स्कोपजे में हुआ था। जिन्हें रोमन कैथोलिक चर्च द्वारा कलकत्ता की संत टेरेसा के नाम से नवाज़ा गया हैं। इनके पिता निकोला बोयाजू एक साधारण व्यवसायी थे। मदर टेरेसा का वास्तविक नाम ‘अगनेस गोंझा बोयाजिजू’ था। अलबेनियन भाषा में गोंझा का अर्थ फूल की कली होता है। जब वह मात्र आठ साल की थीं तभी इनके पिता का निधन हो गया जिसके बाद इनके लालन-पालन की सारी जिम्मेदारी इनकी माता द्राना बोयाजू के ऊपर आ गयी। यह पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी थीं। इनके जन्म के समय इनकी बड़ी बहन की उम्र 7 साल और भाई की उम्र 2 साल थी, बाकी दो बच्चे बचपन में ही गुजर गए थे। यह एक सुन्दर, अध्ययनशील एवं परिश्रमी लड़की थीं। पढ़ाई के साथ-साथ, गाना इन्हें बेहद पसंद था। यह और इनकी बहन पास के गिरजाघर में मुख्य गायिकाएँ थीं। ऐसा माना जाता है कि जब यह मात्र बारह साल की थीं Mother Teresa Information In Hindi Mother Teresa Information In Hindi:- तभी इन्हें ये अनुभव हो गया था कि वो अपना सारा जीवन मानव सेवा में लगायेंगी और 18 साल की उम्र में इन्होंने ‘सिस्टर्स ऑफ़ लोरेटो’ में शामिल होने का फैसला ले लिया। तत्पश्चात यह आयरलैंड गयीं जहाँ इन्होंने अंग्रेजी भाषा सीखी। अंग्रेजी सीखना इसलिए जरुरी था क्योंकि ‘लोरेटो’ की सिस्टर्स इसी माध्यम में बच्चों को भारत में पढ़ाती थीं। मदर टेरसा रोमन कैथोलिक नन थीं, जिन्होंने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ले ली थी। इन्होंने 1950 में कोलकाता में मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की स्थापना की। 45 सालों तक गरीब, बीमार, अनाथ और मरते हुए लोगों की इन्होंने मदद की । और साथ ही मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी के प्रसार का ...

Mother Teresa in Hindi

मदर टेरेसा (Mother Teresa in Hindi) एक रोमन कैथोलिक नन थीं, जिन्होंने अपना जीवन दुनिया भर के गरीबों और निराश्रितों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने भारत के कलकत्ता में कई साल बिताए, जहाँ उन्होंने Missionaries of Charity की स्थापना की, जो एक धार्मिक मण्डली है जो बड़ी ज़रूरत वाले लोगों की मदद करने के लिए समर्पित है। 1979 में Mother Teresa को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया और वह धर्मार्थ, निस्वार्थ कार्य की प्रतीक बन गईं। 2016 में, मदर टेरेसा को रोमन कैथोलिक चर्च द्वारा सेंट टेरेसा के रूप में विहित किया गया। मदर टेरेसा दुनिया की अब तक की सबसे महान मानवतावादियों में से एक हैं। उनका पूरा जीवन गरीब और जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए समर्पित था। एक गैर-भारतीय होने के बावजूद उन्होंने अपना लगभग पूरा जीवन भारत के लोगों की मदद करने में लगा दिया था। Mother Teresa जन्म से ईसाई और आध्यात्मिक महिला थीं। निस्संदेह वह एक संत महिला थीं, जिनमें दया और करुणा की प्रचुरता थी। मदर टेरेसा का जन्म | Birth of Mother Teresa Mother Teresa का जन्म 26 अगस्त 1910 में मैसेडोनिया (Macedonia) गणराज्य की राजधानी स्कोप्जे (Skopje) में हुआ था। कम उम्र में ही, उन्हें नन बनने और गरीबों की मदद करने की आवश्यकता महसूस हुई। 18 साल की उम्र में उन्हें आयरलैंड में ननों के एक समूह में शामिल होने की अनुमति दी गई थी। लोरेटो की बहनों के साथ कुछ महीनों के प्रशिक्षण के बाद, उन्हें भारत की यात्रा करने की अनुमति दी गई। उन्होंने 1931 में अपनी औपचारिक धार्मिक प्रतिज्ञा ली और मिशनरियों के संरक्षक संत – सेंट थेरेसी ऑफ लिसीक्स के नाम पर अपना नाम चुना। प्रारंभिक जीवन | Early life Mother Teresa एक गहरी धर्मपरायण महि...