इन्फ्लूएंजा इन हिंदी

  1. फ्लू (इन्फ्लूएंजा) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  2. इन्फ्लूएंजा और (inphlooenja aur) मीनिंग इन अंग्रेज़ी
  3. शूकर इन्फ्लूएंजा
  4. एवियन इन्फ्लूएंजा
  5. Influenza H3N2 And Corona Cases Increasing In India Maharashtra Hight Alert Delhi Issued Advisory
  6. इन्फ्लुएंजा (Influenza) के बारे में पाएं पूरी जानकारी विस्तार से
  7. What Is H3N2 Influenza Flu Symptoms Treatment All You Need To Know NDTV Hindi NDTV India
  8. Influence Meaning In Hindi


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फ्लू (इन्फ्लूएंजा) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

फ्लू (इन्फ्लूएंजा ) क्या है? इन्फ्लूएंजा को फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। यह एक तरह की बीमारी है, जो RNA वायरस की वजह से होती है। येवायरस जानवरों, पक्षियों व इंसानों कीश्वसन नली को संक्रमित करते हैं। आमतौर पर लोगो में इस वायरस के संक्रमण से बुखार, खाँसी, सिर दर्द और थकान जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। इसके अलावा कुछ लोगों में मतली, उल्टी, अधिकांश व्यक्तियों में फ्लू के लक्षण लगभग एक से दो सप्ताह तक रहते हैं। उसके बाद रोगी स्वस्थ हो जाता है। अन्य वायरल श्वसन संक्रमण (जैसे- जुकाम) की तुलना में फ्लू संक्रमण में व्यक्ति ज़्यादा गंभीर रूप से बीमार होता है।इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु दर का आंकड़ा लगभग 0.1 % है। हर साल एक विशेष मौसम में फैलने वाले फ्लू केलिए उपरोक्त परिस्थितियाँ सामान्य हैं। हालाँकि कभी-कभी फ्लू बहुत गंभीर रूप से फैल जाता है। इसका गंभीर प्रकोप तब सामने आता है, जब आबादी का ऐसा हिस्सा इसकी चपेट में आ जाता है, जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमज़ोर होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फ्लू वायरस ने अपने आपको विशेष रूप से परिवर्तित कर लिया है। इस तरह केहालात एक महामारी का रूप धारण कर लेते हैं। वयस्क और बच्चों में फ्लू (इन्फ्लूएंजा) के लक्षण • संक्रमण के दौरान रोगी को 100 F से लेकर 103 F तक बुखार हो सकता है, हालाँकिबच्चों में • ठंडलगना। • श्वास से संबंधित लक्षण, जैसे-खाँसी (वयस्कोंमें अधिक होता है) • गले में खराश (वयस्कों में अधिक होता है) • नाक बहना या नाक बंद होना (ख़ासतौर पर बच्चों में) • छींक आना • सिर दर्द • मांसपेशियों में दर्द (बदन दर्द) • कभी-कभीअत्यधिकथकान महसूस करना हालाँकिइन्फ्लूएंजा के संक्रमण के दौरानभूख में कमी, मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण ...

इन्फ्लूएंजा और (inphlooenja aur) मीनिंग इन अंग्रेज़ी

The collection, which presents unique methods of treatment of such serious diseases as cancer and atherosclerosis, threatening with a heart attack or stroke, all kinds of joint diseases, exhausting a person with severe pain and impairing his freedom of movement, hepatitis and cirrhosis of the liver,

शूकर इन्फ्लूएंजा

शूकर इन्फ्लूएंजा, जिसे एच1एन1 या स्वाइन फ्लू भी कहते हैं, विभिन्न शूकर इन्फ्लूएंजा H1N1), H1N2), H3N1), H3N2) और H2N3) शामिल हैं। इस प्रकार का इन्फ्लूएंजा मनुष्यों और पक्षियों पर भी प्रभाव डालता है। शूकर इन्फ्लूएंजा विषाणु का दुनिया भर के सुअरो में पाया जाना आम है। इस विषाणु का सूअरों से मनुष्य में संचरण आम नहीं है और हमेशा ही यह विषाणु मानव इन्फ्लूएंजा का कारण नहीं बनता, अक्सर रक्त में इसके विरुद्ध सिर्फ प्रतिपिंडों (एंटीबॉडी) का उत्पादन ही होता है। यदि इसका संचरण, मानव इन्फ्लूएंजा का कारण बनता है, तब इसे ज़ूनोटिक शूकर इन्फ्लूएंजा कहा जाता है। जो व्यक्ति नियमित रूप से सूअरों के सम्पर्क में रहते है उन्हें इस फ्लू के संक्रमण का जोखिम अधिक होता है। यदि एक संक्रमित सुअर का मांस ठीक से पकाया जाये तो इसके सेवन से संक्रमण का कोई खतरा नहीं होता। २०वीं शताब्दी के मध्य मे, इन्फ्लूएंजा के उपप्रकारों की पहचान संभव हो गयी जिसके कारण, मानव में इसके संचरण का सही निदान संभव हो पाया। तब से ऐसे केवल ५० संचरणों की पुष्टि की गई है। शूकर इन्फ्लूएंजा के यह उपभेद बिरले ही एक मानव से दूसरे मानव में संचारित होते हैं। मानव में ज़ूनोटिक शूकर इन्फ्लूएंजा के लक्षण आम इन्फ्लूएंजा के लक्षणों के समान ही होते हैं, जैसे ठंड लगना, बुखार, गले में ख़राश, खाँसी, मांसपेशियों में दर्द, तेज सिर दर्द, कमजोरी और सामान्य बेचैनी। सूअरों में इन्फ्लूएंजा संक्रमण के कारण ज्वर, सुस्ती, छींक, खाँसी, साँस लेने में कठिनाई और भूख की कमी हो सकती है। कुछ मामलों में यह संक्रमण गर्भपात का कारण बन सकता है। हालांकि आमतौर पर मृत्यु सिर्फ 1-4% मामलों में ही होती है। यह संक्रमण सूअर का वजन घटा और विकास को प्रभावित कर सकता है जो इनके...

एवियन इन्फ्लूएंजा

टैग्स: • • • चर्चा में क्यों? हाल ही में वर्ल्ड ऑर्गनाइज़ेशन फॉर एनिमल हेल्‍थ (World Organization for Animal Health-OIE) ने घोषणा की है कि भारत बर्ड फ्लू के नाम से पहचाने जाने वाले खतरनाक एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) यानि H5N1 वायरस से मुक्त हो गया है। प्रमुख बिंदु • यह घोषणा कुछ समय पहले झारखंड, बिहार और ओडिशा में इस बीमारी के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिये किये गए उपायों का एक परिणाम है। • यह स्थिति केवल तब तक जारी रहेगी जब तक एवियन इन्फ्लूएंजा के एक और प्रकोप की सूचना जारी नहीं कर दी जाती है। इससे पहले वर्ष 2017 में भी भारत को इस बीमारी से मुक्त घोषित किया गया था। • यह घोषणा न केवल पोल्ट्री उद्योग के दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि इसलिये भी अहम् है क्योंकि मनुष्य के भी इस बीमारी से संक्रमित होने की संभावना रहती है। हालाँकि इस बिमारी के रोगजनक मानव-से-मानव में संचरित होने में सक्षम नहीं होते है, यह केवल जानवरों से मनुष्यों में ही फ़ैल सकते हैं। एवियन इन्फ्लूएंजा के बारे में • एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian influenza-AI) एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है जो खाद्य-उत्पादन करने वाले पक्षियों (मुर्गियों, टर्की, बटेर, गिनी फाउल, आदि) सहित पालतू पक्षियों और जंगली पक्षियों की कई प्रजातियों को प्रभावित करती है। • यह विषाणु जिसे इन्फ्लूएंजा ए (Influenza- A) या टाइप ए (Type- A) विषाणु कहते है, सामान्यतः पक्षियों में पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी यह मानव सहित अन्य कई स्तनधारियों को भी संक्रमित कर सकता है। जब यह मानव को संक्रमित करता है तो इसे इन्फ्लूएंजा (श्लेष्मिक ज्वर) कहा जाता है। विषाणु (Virus) • ‘विषाणु’ एक सूक्ष्मजीव है, जो जीवित कोशिकाओं के भीतर ही अपना विकास एवं प्रजनन करता...

Influenza H3N2 And Corona Cases Increasing In India Maharashtra Hight Alert Delhi Issued Advisory

H3N2-Corona Double Attack: मौसम में बदलाव के साथ ही H3N2 इन्फ्लूएंजा (H3N2 Influenza) वायरस के मामले भी बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र ऐसा राज्य है जो इस वक्त दोहरी मार से जूझ रहा है. यहां H3N2 और कोरोना ने एक साथ हाहाकार मचा रखा है. सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. लोग एक बार फिर से मास्क पहनने लगे हैं. दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी जारी कर लोगों (खासकर बच्चों और बुजुर्गों) से विशेष सावधानी बरतने और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की अपील की है. H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस से देशभर में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है. इसमें 73 वर्षीय व्यक्ति भी शामिल है जिनकी महाराष्ट्र के पुणे में मौत हो गई. H3N2 इन्फ्लुएंजा से संबंधित पहला मामला तब सामने आया था जब कर्नाटक के हासन जिले में एक 82 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2 जनवरी से 5 मार्च के बीच देश में H3N2 के 451 मामले सामने आए हैं. दिशानिर्देशों का पालन करना जरूरी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी को लेकर सभी दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है. मंत्रालय ने राज्यों से अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेने का भी अनुरोध किया. दवाओं और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के खिलाफ टीकाकरण को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. बढ़ते मामलों के बाद से डॉक्टरों को मास्क पहनने की भी सलाह दी गई है. दिल्ली ने जारी की एडवाजरी दरअसल, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, कर्नाटक, पुडुचेरी, तमिलनाडु और असम कुछ ऐसे राज्य हैं जहां इन्फ्लूएंजा के मामले बढ़ रहे हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ...

इन्फ्लुएंजा (Influenza) के बारे में पाएं पूरी जानकारी विस्तार से

इन्फ्लुएंजा (Influenza) एक वायरल संक्रमण है, जो हमारे श्वसन तंत्र (Respiratory System) यानी हमारे नाक, गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है। इन्फ्लुएंजा (Influenza) को आमतौर पर फ्लू (Flu) कहा जाता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक आसानी से फैल सकता है और यह समस्या ज्यादातर साल के सर्द महीनों में होती है। अधिकतर लोगों में इन्फ्लुएंजा (Influenza) खुद ही ठीक हो जाता है। लेकिन, कई मामलों में इससे प्रभावित व्यक्ति की स्थिति अधिक खराब हो सकती हैं। कुछ लोगों में इस समस्या का जोखिम बहुत अधिक होता है, जैसे: • पांच साल से कम उम्र के बच्चों में, खासतौर पर 6 महीने से कम • 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों में • जो लोग नर्सिंग होम या अन्य केयर फैसिलिटीज में रहते हैं • गर्भवती महिलाएं या प्रसव के दो हफ्ते बाद तक • कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को • जो लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं जैसे यह भी पढ़ें: इन्फ्लुएंजा कैसे होता है? (Causes of Influenza) इन्फ्लुएंजा (Influenza) का नाम उस वायरस के नाम पर पड़ा है जिसके कारण यह होता है। इस वायरस का नाम इन्फ्लुएंजा वायरस (Influenza Virus) है। इस वायरस से यदि उनके कॉन्टेक्ट में आनेवाले लोग इन बूंदों को सांस, मुंह या आंखों के माध्यम से अपने शरीर के अंदर ले जाते हैं, तो वायरस फैलता है। खांसने या छींकने से निकली बूंदे चीजों के माध्यम से भी दूसरे व्यक्ति के शरीर में फैल सकती हैं।जिससे इन्फ्लुएंजा के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Influenza) जब लोगों को इन्फ्लुएंजा (Influenza) होता है, तो वे सर्दी-जुकाम से भी बदतर महसूस करते हैं। फ्लू से बीमार होने वाले बच्चों को आमतौर पर फ्लू के वायरस (Virus) के संपर्क में आने के 2 दिन बाद लक्षण दिखाई देते हैं। इन्फ्ल...

What Is H3N2 Influenza Flu Symptoms Treatment All You Need To Know NDTV Hindi NDTV India

H3N2: कोरोना के बाद तेजी से फैलता Virus, जानें- इससे बचने के लिए क्या करें और क्या नहीं? H3N2 Influenza: इन्फ्लूएंजा ए वायरस का सबटाइप है जिसकी खोज 1968 में हुई थी. रोग नियंत्रण केंद्र (CDC)और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, H3N2 इन्फ्लूएंजा पक्षियों और दूसरे जानवरों से म्यूटेट होकर इंसानों में फैलता है. नई दिल्ली: उत्तर भारत में H3N2 वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक, कुछ महीनों में कोविड के मामले कम हुए हैं, लेकिन H3N2 के मामले में बढ़ोतरी हुई है. इस वायरस से हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक मौत का मामला भी सामने आ चुका है. सरकारी सूत्रों ने यह भी कहा कि देश भर में इस वायरस के कारण होने वाले फ्लू के 90 मामले सामने आए हैं. हालांकि, लोगों में फ्लू के लक्षणों की व्यापकता मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण भी है. आइए जानते हैं H3N2 वायरस से संक्रमण के क्या लक्षण हैं और इनसे बचने के लिए क्या करना चाहिए... यह भी पढ़ें • बर्ड फ्लू से कैसे बचा जा सकता है? यहां Bird Flu के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब हैं, हर किसी होने चाहिए पता • हिमाचल के कांगड़ा में 10 हफ्ते की बच्ची का H3N2 इन्फ्लुएंजा टेस्ट पॉजिटिव, ये लक्षण दिखने पर गए थे हॉस्पिटल • बढ़ रहे हैं Covid-19 और Influenza Virus H3N2 के मामले, वायरस से बचाव के लिए डाइट में शामिल करें ये चीजें H3N2 वायरस क्या है? H3N2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जिसे इन्फ्लूएंजा ए वायरस कहा जाता है. यह एक सांस रिलेटेड वायरल इन्फेक्शन है, जो हर साल बीमारियों का कारण बनता है. इन्फ्लूएंजा ए वायरस का सबटाइप है जिसकी खोज 1968 में हुई थी. रोग नियंत्रण केंद्र (CDC)और विश्व स...

Influence Meaning In Hindi

A person अक्सरआपइसतरहकेबातकहतेसुनतेहोंगेकी- कार्यकर्त्ताउसीनेताकोवोटदेनेकेलिएइन्फ्लुएंस (influence) कररहेहैं।, आपउसेआपनीबातोसेइन्फ्लुएंसकीजिएआदि।इसतरहकेवाक्योंमेंइसवर्डको verb केरूपमेंइस्तेमालकियाजाताहैजिसकाअर्थहोताहैप्रेरितकरना, प्रभावडालना, असरडालनाआदि। आजकलनेताओकाकाफीबोलबालाहै, इलेक्शनजोआगयाहै।सत्तापातेहीवोकहागायबहोजातेहैपताहीनहीचलता।इलेक्शनजितनेसेपहलेनेतागणहाथजोड़तेनजरआतेहैजैसेहीइनकेहाथमेंपावरआतीहैयेउसकागलतइस्तेमालकरनेलगजातेहैभलायेभीकोईबातहैउन्हेंअपने influence कागलतफायदाउठानाकहातकसहीहै। Example Sentences Of Enfluence In English-Hindi English Sentence Hindi Sentence the younger generation युवापीढ़ीपरस्वामीविवेकानंदकाबहुतप्रभावथा। पड़ोसीबच्चोंपरउसकाबुराप्रभावथा। Television had a strong influence on indian audience भारतीयदर्शकोंपरटेलीविजनकागहराप्रभावथा Ratika new friend रतिकाकीनईदोस्तकाउनपरबहुतअच्छाप्रभावरहाह You need to decide आपकोस्वयंनिर्णयलेनेकीआवश्यकताहैकिकिसीऔरकोप्रभावितनकरनेदें। Her style and look has been influenced her fans उनकेस्टाइलऔरलुकनेउनकेप्रशंसकोंकोप्रभावितकियाहै। Ravina’s a good influence on her. रवीनाकाउनपरअच्छाप्रभावहै। director noticed निर्देशकनेदेखाकिअमिताभबच्चनकासलमानखानकेव्यक्तित्वपरबहुतअधिकप्रभावथा। My grandmother had a strong influence religious book bhagvat geeta मेरीदादीकाधार्मिकपुस्तकभगवतगीतापरगहराप्रभावथा। उससमयवहअपनीमाँकेप्रभावमेंथी। हमएकतेजीसेधर्मनिरपेक्षसमाजमेंरहतेहैं, जिसमेंधर्मकाहमारेदैनिकजीवनपरबहुतकमप्रभावपड़ताहै। She fell under the influence of her senior student वहअपनेवरिष्ठछात्रकेप्रभावमेंआगई। उनकेशिक्षकनेउन्हेंकक्षामेंएकशोरगुल, विघट...