इन्फ्लूएंजा वायरस नाम

  1. H3N2 Influenza Virus Symptoms Do Antibiotics Affect This Virus Know All Information Abpp
  2. What is H3N2 : दिल्ली में फैला एक और खतरनाक वायरस!
  3. एच3एन2 का प्रकोप: भारत में दो महामारियों का कारण बन चुका है यह वायरस
  4. H3N2 Virus Everything You Need To Know About This Virus
  5. एच3एन2 वायरस
  6. इन्फ्लूएंजा रोग किस वायरस से होता है नाम बताएं? » Influenza Rog Kis Virus Se Hota Hai Naam Bataye
  7. Influenza B Virus इन्फ्लूएंजा


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H3N2 Influenza Virus Symptoms Do Antibiotics Affect This Virus Know All Information Abpp

भारत को अभी कुछ महीने पहले ही कोरोना के बढ़ते संक्रमण से राहत मिली थी कि अब एक बार फिर पूरे देश में H3N2 नाम के एक वायरस ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है. इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों में खांसी की शिकायत होना काफी आम लक्षण माना गया है. इसके अलावा ऐसे मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. एच3एन2 वर्तमान में बिहार, यूपी समेत कई राज्यों के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. हाल ही में बिहार में इस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. वहीं यूपी में H3N2 का खतरा बढ़ गया है. इस राज्य में बुखार और खांसी-जुकाम की परेशानी से जूझने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हैं. ऐसे में इस वायरस को लेकर लोगों के मन में कई सवाल आ रहे हैं, जैसे आखिर ये वायरस क्या है. इसके हो जाने की पहचान क्या है, ये कोरोना वायरस से अलग कैसे है. क्या इस वायरस पर एंटीबॉयोटिक्स का असर होता है? इस खबर में हम ऐसे ही 10 सबसे जरूरी सवालों के जवाब लेकर आए है. 1. पहले जानते हैं कि इस वायरस ने अब तक कितने लोगों की जान ली है? पीएसआरआई इंस्टीट्यूट ऑफ पल्मोनरी, क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन डॉ. जीसी खिलनानी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, 'रिपोर्टों के अनुसार, H3N2 वायरस के संक्रमण के कारण कुल सात लोगों की मौत हो गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी हाल ही में H3N2 मामलों में वृद्धि देखी गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि आईसीयू में भर्ती होने वालों में ज्यादातर उन लोगों में वृद्धि देखी गई जिन्हें पहले से कोई बीमारी है और जिनकी उम्र 75 साल या उससे ज्यादा है.' 2. क्या इस वायरस पर एंटीबायोटिक का कोई असर पड़ता है? अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल के सीनियर चेस्ट एंड क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट, ड...

What is H3N2 : दिल्ली में फैला एक और खतरनाक वायरस!

Written by |Published : March 3, 2023 12:43 PM IST • • • • • What is H3N2 : देश के अलग-अलग राज्यों में इंफ्लूएंजा वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन ये वायरस इस बार पहले के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है। जी हां, इस वायरस का शिकार होने पर मरीज न सिर्फ तेज बुखार बल्कि लंबे वक्त तक खांसी की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ये खांसी आपको सप्ताह तक परेशान कर सकती है। दिल्ली-एनसीआर में भी इस घातक फ्लू और लंबे वक्त तक सीने में जकड़न या फिर बंद नाक जैसी परेशानियों से लोग परेशान हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंफ्लूएंजा वायरस के H3N2 वेरिएंट की वजह से मामलों में वृद्धि हो रही है। क्या है ये H3N2 इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से प्राप्त डेटा के मुताबिक, बीते दो से तीन महीने में H3N2 बहुत तेजी से फैला है। इसके लक्षणों में शामिल हैं दो से तीन दिन तक तेज बुखार रहना, शरीर में दर्द, सिर में दर्द, गले में खराश और दो से तीन सप्ताह तक लगातार खांसी। रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ अस्पतालों में ओपीडी के मामलों में 90 फीसदी तक उछाल पाया गया है। Also Read • • • किस तरह के मामले आ रहे सामने रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल आने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा मामले वायरल फीवर, सर्दी और खांसी, फेफड़ों की एलर्जी जैसे ब्रोंकाइटिस के मामले बहुत ज्यादा आ रहे हैं। मौजूदा वक्त में बदलता मौसम इस फ्लू वायरस के फैलने के पीछे काफी हद तक जिम्मेदार है। इसके असावा प्रदूषण भी वायरल के साथ-साथ लोगों में इस परेशानी की वजह बन रहा है। किन लोगों को ज्यादा खतरा? इस संक्रमण का खतरा बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बहुत ज्यादा है। इनके अलावा मौसमी बीमारियों के शिकार लोगों को भी वायरल इंफेक्शन या फिर सीने में जकड़...

एच3एन2 का प्रकोप: भारत में दो महामारियों का कारण बन चुका है यह वायरस

दिसंबर 2022 के अंत और जनवरी 2023 की शुरुआत से पूरे भारत में सांस की बीमारी का प्रकोप देखा गया है - जिसमें सर्दी, गले में खराश और बुखार के लक्षण हैं। मार्च तक, दिल्ली जैसे शहरों में इस बीमारी के व्यापक मामले सामने आ चुके हैं। इस बीमारी का क्या कारण है? 4 मार्च को, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने पुष्टि की कि इन्फ्लुएंजा सब-टाइप एच3एन2 की वजह से यह बीमारी फैल रही है। आईसीएमआर ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा, “अस्पतालों में गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण से पीड़ित जो रोगी भर्ती हैं, उनमें से कम से कम 92 प्रतिशत मरीजों को एच3एन2 वायरस की वजह से बुखार आया था, जबकि 86 प्रतिशत को खांसी हो रही थी। इसके अतिरिक्त, 27 प्रतिशत को सांस लेने में तकलीफ और 16 प्रतिशत में सांस में घरघराहट के लक्षण थे। साथ ही, 16 प्रतिशत में निमोनिया के लक्षण थे और 6 प्रतिशत मरीजों को दौरे आ रहे थे। आईसीएमआर ने चेतावनी दी, "अन्य इन्फ्लुएंजा सब-टाइपों की तुलना में इस वायरस से पीड़ित मरीज अधिक संख्या में अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।" लेकिन हम इस वायरस के बारे में क्या जानते हैं? अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व प्रमुख रणदीप गुलेरिया ने एजेंसी एएनआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा: “एच1एन1 के कारण कई साल पहले हमारे पास एक महामारी आई थी। उस वायरस का सर्कुलेटिंग स्ट्रेन अब एच3एन2 है और इसलिए, यह एक सामान्य इन्फ्लूएंजा स्ट्रेन है। जून 2009 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एच1एन1 महामारी घोषित की थी। इसे स्वाइन फ्लू महामारी के नाम से ज्यादा जाना जाता है। इसका पहला मामला अप्रैल 2009 में उत्तरी अमेरिका में पाया गया था, लेकिन जब तक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित किया, तब तक यह 74 देशों...

H3N2 Virus Everything You Need To Know About This Virus

Influenza H3N2: भारत के लोग इन दिनों कोरोना, एडिनोवायरस को झेल ही रहे थे. इसी बीच इंफ्लूएंजा सब-टाइप A H3N2 वायरस कहर बरपा रहा है. यह वायरस दिन पर दिन अपने नए-नए वेरिएंट के साथ अधिक से अधिक लोगों को बीमार कर रहा है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ICMR के मुताबिक देश के कई हिस्सों से ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें बुखार और खांसी के लगातार मामले बढ़े हैं. इन मामलों को इन्फ्लूएंजा ए एच3एच2 से जोड़कर देखा जा रहा है. यह वायरस सब वेरिएंट और फ्लू का कारण बन सकता है. आखिर H3N2 वायरस रिकवरी में दूसरे वायरल की अपेक्षा ज्यादा टाइम क्यों ले रहा है? इन्फ्लूएंजाए एच3एन2 से पीड़ित मरीज जो हॉस्पिटल में एडमिट हैं. उनमें से सभी मरीजों में से लगभग 92 प्रतिशत बुखार, 86 प्रतिशत मरीज खांसी, 27 प्रतिशत सांस फूलने की दिक्कत, 16प्रतिशत मरीज घरघराहट की शिकायत से पीड़ित हैं. ICMR के मुताबिक,बीते दिनों में फ्लू और सांस से जुड़ी परेशानी से पीड़ित मरीजों की संख्या हॉस्पिटल में बढ़ी है. और इनके शुरुआती चेकअप से पता चला है कि यह मरीज इन्फ्लुएंजा A H3N2 वायरस की चपेट में हैं. हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक इन्फ्लुएंजा A H3N2 से पीड़ित 10 प्रतिशत मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती हैं. साथ ही 7 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ता है. दूसरे फ्लू से कैसे अलग है H3N2 इन्फ्लुएंजा ए सब-वैरिएंट आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन्फ्लूएंजा वायरस को 4 पार्ट में बांटा गया है. इसके नाम है ए, बी, सी और डी. इंफ्लूएंजा वायरस ए और बी फ्लू मौसम चेंज होने की वजह से मरीजों को होता है. इसमें अधिकतर लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है. यह बीमारी हर साल कई लोगों को बीमार करती है. इन्फ्लुएंजा ए सब...

एच3एन2 वायरस

नया वायरस अलर्ट! अपने मास्क और हैंड सैनिटाइज़र और गियर अप करने का समय; जब हमें लगा कि हम इस पर काबू पा रहे हैं COVID -19 महामारी, हमें अपने पैर की उंगलियों पर रखने के लिए एक नया वायरस उभरा। RSI फ्लू, या इन्फ्लूएंजा, इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाली एक श्वसन बीमारी है। हर साल दुनिया भर में लाखों लोग इस अत्यधिक संक्रामक बीमारी से प्रभावित होते हैं। विभिन्न प्रकार के इन्फ्लुएंजा विषाणुओं में, H3N2 सबसे अधिक विषाणुजनित है और इसने हाल ही में कई प्रकोपों ​​और महामारियों को जन्म दिया है। दिसंबर 2022 से, देश भर में इस वायरल संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन संख्या वर्तमान में तेजी से बढ़ रही है। H3N2 को समझने और आवश्यक सुरक्षा उपायों को अपनाने से हमें और हमारे समुदायों को बीमारी के विनाशकारी प्रभावों से बचाने में मदद मिलेगी। H3N2 क्या है? H3N2 एक अत्यधिक संक्रामक वायरस है, यह संक्रमित लोगों द्वारा छोड़ी गई सांस की बूंदों से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। खांसी or छींक। इस वायरस का पहली बार पता 1968 में चला था, और तब से इसने दुनिया भर में कई फ्लू महामारियों और प्रकोपों ​​​​को जन्म दिया है। इन्फ्लूएंजा वायरस चार प्रकार के होते हैं: ए, बी, सी और डी; हालांकि, लगभग हर साल मौसमी श्वसन रोगों के लिए ए और बी प्रकार जिम्मेदार होते हैं। वायरस लगातार विकसित हो रहा है, जिसके परिणामस्वरूप नए स्ट्रेन बन सकते हैं जो अधिक गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अनुसार, H3N2 संक्रमण आमतौर पर 5-7 दिनों तक रहता है, बुखार 3 दिनों के बाद कम हो जाता है। हालांकि, चूंकि खांसी तीन सप्ताह तक रह सकती है, इसलिए लोगों को घबराना नहीं चाहिए। इंडियन मेडिकल एसो...

इन्फ्लूएंजा रोग किस वायरस से होता है नाम बताएं? » Influenza Rog Kis Virus Se Hota Hai Naam Bataye

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। नमस्कार दोस्तों आपका प्रश्न आया है कि इन्फ्लूएंजा रोग किस वायरस से होता है नाम बताएं दोस्तों मैं आपको बता दूं कि निंजा हंसते आशिक के समय हवा के साथ निकलने वाली छोटी बूंदों से हो सकता है किसी गंदी या मैली सतह को छूने से हो सकता है मुंह की लार से चुंबन करना या झूठा पीना बचाया त्वचा के संपर्क होने पर हाथ मिलाना या गले लगाना इन सभी कारणों से भी हो सकता है तो जवाब अस्पष्ट है धन्यवाद namaskar doston aapka prashna aaya hai ki influenza rog kis virus se hota hai naam bataye doston main aapko bata doon ki ninja hansate aashik ke samay hawa ke saath nikalne wali choti boondon se ho sakta hai kisi gandi ya maili satah ko chune se ho sakta hai mooh ki laar se chunban karna ya jhutha peena bachaya twacha ke sampark hone par hath milana ya gale lagana in sabhi karanon se bhi ho sakta hai toh jawab aspast hai dhanyavad नमस्कार दोस्तों आपका प्रश्न आया है कि इन्फ्लूएंजा रोग किस वायरस से होता है नाम बताएं दोस्त

Influenza B Virus इन्फ्लूएंजा

Influenza B Virus: इन्फ्लूएंजा-बी वायरस की शिकार हुईं एक्ट्रेस देबिना बैनर्जी, जानें क्या हैं इसके लक्षण Influenza B Virus इन्फ्लूएंजा को आम भाषा में फ्लू के नाम से जाना जाता है। यह एक संक्रामक वायरल इंफेक्शन है जो आपके श्वसन तंत्र पर अटैक करता है। आइए जानें कि इन्फ्लूएंजा-ए और इंफ्लूएंजा-बी में क्या फर्क होता है। नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Influenza B Virus: टीवी एक्ट्रेस देबिना बैनर्जी हाल ही में श्रीलंका से लौटी हैं। वापस आते ही वह इन्फ्लूएंजा-बी वायरस की चपेट में आ गई हैं। वह सभी सावधानियां बरत रही हैं और रिकवरी की ओर बढ़ रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन्फ्लूएंजा-बी वायरस क्या है? मनु्ष्यों को संक्रमित करने वाले इन्फ्लूएंजा वायरस तीन तरह के होते हैं, ए, बी और सी। टाइप-ए इन्फ्लूएंजा अत्यधिक संक्रामक होता है, जो बीमारी को तेजी से फैलाता है और महामारी की वजह बनता है। इसके कई स्ट्रेन होते हैं, जिनमें से एक इन्फ्लूएंजा-बी भी है। आपको अगर इन्फ्लूएंजा की वैक्सीन लगी है, तो यह आपको नए स्ट्रेन से नहीं बचा पाएगी। जंगली पक्षी टाइप-ए वायरस के प्राकृतिक होस्ट होते हैं, जो महामारी का रूम लेने में सक्षम हैं। Influenza B virus: इसके लक्षण कैसे होते हैं? फ्लू की वजह से गंभीर लक्षण आपको परेशान कर सकते हैं, लेकिन यह कई बार आम जुकाम जैसे भी हो सकते हैं। खांसी, नाक का बहना, नाक का बंद होना, छींके आना, गले में खराश, सिर दर्द, बुखार, थकावट, कंपकपी, और बदन दर्द इसके अहम लक्षण हैं। यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकती है। यह वायरस आपके श्वसन तंत्र को संक्रमित कर सकता है। अगर आपके लक्षण एक हफ्ते के अंदर ठीक नहीं होते, तो आपको डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। Influenza B virus: इसका इल...