इस्कॉन मंदिर पटना

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  8. Patna News: इस्कॉन मंदिर से 20 जून को निकाली जाएगी श्री जगन्नाथ रथ यात्रा, jagannath rath yatra will start from patna iskcon temple
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Patna Iskcon Mandir: 84 खंभों पर बने इस्कॉन मंदिर का एक वर्ष पूरा, भगवान को लगा छप्पन भोग

इस आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु महाआरती में शामिल होने देश-विदेश से पहुंचे और ठाकुर जी को छप्पन भोग लगाकर प्रसाद का वितरण किया. इस्कॉन मंदिर में जल्द ही आम लोगों को गोविंदा रेस्टोरेंट, ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस और लाइब्रेरी की सुविधा मिलने वाली है. 84 खंभों पर बना मंदिर इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास बताते हैं कि तकरीबन 02 एकड़ क्षेत्र में फैले इस मंदिर की ऊंचाई 108 फीट से भी अधिक है. इसके गर्भगृह में एक साथ पांच हजार लोग बांके बिहारी सहित अन्य देवी-देवताओं का दर्शन व पूजन कर सकते हैं. मथुरा और गुजरात के बाद पटना में देश का तीसरा मंदिर है, जिसमें 84 खंभा पुरातन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. 84 खंभों के पीछे की वजह मनुष्यों के 84 लाख योनियों से जुड़ा है. मंदिर के वास्तुकार पीयूष वी सोमपुरा हैं. आम लोगों तक पहुंचेगा इस्कॉन मंदिर इस्कॉन का अगला लक्ष्य बिहार के प्रत्येक जिले में इस्कॉन के छोटे मंदिरों की स्थापना करना है. संगठन अब छोटे शहरों के साथ-साथ अनुमंडल के साथ ब्लॉक स्तर पर भी कार्य करने वाला है. पटना इस्कॉन की देखरेख में इन योजनाओं को जल्द ही फलीभूत किया जाएगा. ये बातें पटना इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने न्यूज 18 लोकल से खास बातचीत में बताया. उन्होंने आगे बताया कि गांवों के लिए संगठन का ग्रामीण मंत्रालय और राज्य के जनजातीय क्षेत्रों के लिए संगठन का जनजातीय मंत्रालय काम करेगा. नौकरी करनी ही हो तो प्रभु की करें मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास कहते हैं कि इस्कॉन जीवन जीने का बेहतर नजरिया देता है. गीता के संदेशों को आम आदमी कैसे डिकोड करें और कैसे अपने जीवन में लागू करे, इस्कॉन यह सब सिखाता है. उनकी माने तो सभी लोगों को भगवद्गीता जरूर पढ़ना चाहि...

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इस्कॉन पटना: जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए रूस-यूक्रेन से आ रहे श्रद्धालु, 40 फीट ऊंचा होगा भगवान का रथ जगन्नाथ रथ यात्रा में 40 फुट ऊंचे हाइड्राेलिक सिस्टम से बना विशिष्ट रथ होगा. रथयात्रा के आगे-आगे रॉक बैंड होगा. विशेष रथ मंदिर परिसर में तैयार किया जा रहा है. रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा के विग्रह इस्कॉन मंदिर से रखे जायेंगे. Jagannath Rath Yatra 2023: राजधानी पटना में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा 20 जून को निकाली जायेगी. पिछले 23 सालों से इस्कॉन की ओर से निकलने वाली इस रथ यात्रा में बिहार ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न भागों और विदेशों के आए लोग भी शामिल होंगे. खास कर यूक्रेन और रूस से बड़ी संख्या में भक्त भाग लेंगे. इस बात की जानकारी इस्कॉन पटना के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास ने गुरुवार को दी. कृष्ण कृपा दास ने बताया कि रथ यात्रा में 40 फुट ऊंचे हाइड्राेलिक सिस्टम से बना विशिष्ट रथ होगा. रथयात्रा के आगे-आगे रॉक बैंड होगा. विशेष रथ मंदिर परिसर में तैयार किया जा रहा है. रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा के विग्रह इस्कॉन मंदिर से रखे जायेंगे. रथ यात्रा से पहले रथ को विभिन्न प्रजातियों के फूलों से सजाया जायेगा. इस्कॉन के प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने बताया कि रथ यात्रा मार्ग में श्रद्धालु विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा और आरती करके श्री भगवान का स्वागत करेंगे. उन्होंने बताया कि रथ यात्रा मार्ग में स्वागत और महाआरती की तैयारी चल रही है. इस्कॉन के क्षेत्रीय सचिव देवकी नंदन दास ने बताया कि भगवान जगन्नाथ जी भगवान श्रीकृष्ण के ही अभिन्न स्वरूप हैं और उनकी यह यात्रा लीला अद्भुत है. भव्य सांस्कृतिक भजन संध्या का आयोजन किया जायेगा.

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Patna: बिहार में कृष्ण भक्तों को एक और बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. पटना में भगवान कृष्ण का मंदिर बनकर तैयार हो चुका है. इस मंदिर से पर्यटन के क्षेत्र में भी फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. राज्य का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर राजधानी पटना में सूबे का सबसे बड़ा श्रीराधा बांके बिहारी इस्कॉन मंदिर बनकर तैयार हो चुका है. 10 साल में बनकर तैयार हुए इस मंदिर के उद्घाटन के लिए पांच दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. मंदिर का उद्घाटन तीन मई को किया जाएगा. लेकिन एक मई से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाएगी. 100 करोड़ की लागत से बना पटना इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास ने बताया कि 2007 में मंदिर का भूमिपूजन हुआ था. उस कार्यक्रम में देश-विदेश से भारी संख्या में कृष्ण भक्त शामिल हुए थे. साल 2010 में मंदिर निर्माण का काम शुरू हुआ था. उन्होंने बताया कि पहले ट्रांसपोर्ट नगर में मंदिर का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन भक्तों ने शहर के बीच में मंदिर होने की मांग की. जिसके बाद बुद्धमार्ग पर मंदिर का निर्माण किया गया. उन्होंने बताया कि करीब 100 करोड़ की लागत से मंदिर बनकर तैयार हुआ है.. खास है इस्कॉन टैंपल पटना के इस्कॉन मंदिर का निर्माण ऐतिहासिक द्वारिकाधीश मंदिर की तर्ज पर किया गया है. मंदिर में 84 कमरों का निर्माण किया गया है. मंदिर में 84 खंभे हैं जिसकी लंबाई और चौड़ाई भी 84 फीट है. मंदिर को सेमी अंडर ग्राउंड बनाया गया है. वहीं मंदिर में प्रसाद ग्रहण करने के लिए एक हॉल का निर्माण भी किया गया है. जिसमें लगभग एक हजार श्रद्धालु बैठकर प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं. साथ ही मंदिर परिसर में गोविंदा रेस्टोरेंट भी बनाया गया. इतना ही नहीं मंदिर में अतिथियों के ठहरने के लिए भी करीब 70 कमरे ...

Patna News: इस्कॉन मंदिर से 20 जून को निकाली जाएगी श्री जगन्नाथ रथ यात्रा, jagannath rath yatra will start from patna iskcon temple

पटना: राजधानी पटना का इसे भी पढ़ेंः Patna News: इस्कॉन मंदिर की पहली वर्षगांठ, हरि कीर्तन में खूब झूमे लोग पुष्प वर्षा कर भगवान का स्वागतः रथ यात्रा 20 जून को अपराह्न 2:30 बजे इस्कॉन मंदिर से प्रारंभ होकर तारामंडल इनकम टैक्स गोलंबर, हाई कोर्ट, बिहार म्यूजियम, पटना विमेंस कॉलेज, इनकम टैक्स गोलंबर तारामंडल होते हुए इस्कॉन मंदिर संध्या 7:00 बजे पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि इस्कॉन मंदिर की तरफ से रथ मार्ग पर श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा आरती करके श्री भगवान का स्वागत किया जाएगा. रथ यात्रा मार्ग पर भक्तों द्वारा महा आरती की तैयारी चल रही है. बड़े पैमाने पर प्रसाद वितरण किया जाएगा. "जन सामान्य को दर्शन देकर धर्म रक्षा करने और सनातन धर्म के पुनः जागृत हेतु दर्शन देने के लिए स्वयं मंदिर से बाहर भगवान निकलते हैं. ताकि लोगों की आध्यात्मिक आस्था और मजबूत हो. इसलिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग श्री जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल हो"- श्रीकृष्ण कृपा दास, अध्यक्ष, पटना इस्कॉन मंदिर 40 फीट की रथ बनाई जा रही: इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ने बताया कि सबसे खास बात यह है कि इस बार श्री जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए 40 फीट की रथ बनाई जा रही है. हाथी-घोड़े और बैंड-बाजा के साथ भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. रथ यात्रा के आगे-आगे श्रद्धालु झाड़ू भी लगाएंगे. भगवान के दरबार में झाड़ू लगाना श्रेष्ठ कार्य होता है. उन्होंने बताया कि जगन्नाथ यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे. गर्मी को ध्यान में रखते हुए भगवान के लिए कूलर की भी व्यवस्था की जाएगी.

टेंपल में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़, 'हरे कृष्णा' के जयकारे की गूंज

भगवान कृष्ण। इसी के साथ मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जा रहा है और रात 12 बजे भगवान के जन्म के बाद चांदी के 125 कलशों से भगवान का अभिषेक किया जाएगा। प्रवक्ता नंदगोपाल दास ने बताया कि 2 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन-पूजन करने पहुंचे। इस दौरान अब तक 10.70 लाख के प्रसादम की ब्रिक्री हुई। इसमें 18 क्विंटल लड्‌डू और 7 क्विंटल पेड़ा बिके। प्रसादम इस्कॉन की ओर शुद्ध घी से तैयार किया जा रहा है। मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। इस्कॉन मंदिर में सुबह से ही हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे… दोहराते हुए भक्तों का कारवां मंदिर पहुंचने लगा था। इसी के साथ दिनभर दर्शन-पूजन के लिए भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहा। मंदिर के दूसरे तल्ले पर ललिता व विशाखा के साथ विराजमान श्रीकृष्ण व राधा रानी की मनोहारी प्रतिमाओं के दर्शन कर लोग निहाल हुए जा रहे थे। रोकेने के बावजूद सेल्फी व भगवान की फोटो मोबाइल कैमरे में कैद करने में युवा भक्त कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे। आज एक लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन करने पहुंचे। इस्कॉन पटना के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान धरा धाम पर जीव कल्याण के लिए अवतरित होते हैं। इसलिए हम सभी भक्तों का परम लक्ष्य श्री भगवान से संबंध बनाना होना चाहिए। साथ ही अपने जीवन का आध्यात्मिक उत्थान के लिए श्री भगवान एवं श्री गुरु के चरणों में समर्पित रहना चाहिए।

jagannath rath yatra on june 20 preparations begin in patnas iskcon and gaudiya math axs

राजधानी पटना में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 20 जून को निकाली जायेगी. इस्कॉन टेंपल पटना की ओर से निकलने वाली इस रथयात्रा के लिए लगभग दो हजार किलो से अधिक वजन का विशेष रथ मंदिर परिसर में तैयार किया जायेगा. इस्काॅन मंदिर के प्रवक्ता गोपाल दास ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तैयारी शुरू हो गयी है. लेकिन मंदिर से जुड़े वरिष्ठ पुजारी और प्रबंधन से जुड़े लोगों के आने के बाद ही इस संबंध में विशेष जानकारी दी जायेगी. लोहे और लकड़ी के मिश्रण से रथ का ढांचा तैयार किया जायेगा. इसे स्थानीय और कोलकाता के कारीगर मिल कर अंतिम रूप देंगे. देश- विदेश से जुटेंगे भक्त मिली जानकारी के अनुसार भगवान जगन्नाथ के इस रथ में लगभग 20- 25 भक्त एक साथ बैठ सकेंगे. गर्मी को देखते हुए इसमें भगवान के लिए कूलर की व्यवस्था भी रहेगी. 20 जून को निकलने वाली रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा के साथ सुदर्शन के विग्रह इस्कॉन मंदिर से रखे जायेंगे. रथयात्रा से पहले रथ को विभिन्न फूलों से सजाया जायेगा. इस मौके पर देश- विदेश से भक्त जुटेंगे और भव्य सांस्कृतिक व भजन संध्या का आयोजन किया जायेगा. रथयात्रा का मंदिर में ही कराया जायेगा भ्रमण वहीं दूसरी ओर शहर के मीठापुर स्थित गौड़ीय मठ मंदिर में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. मंदिर के मुख्य पुजारी हरि शरण दास प्रभु ने बताया कि 20 जून को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को मंदिर परिसर में ही शाम चार से सात बजे तक भ्रमण कराया जायेगा. इसके बाद भजन-कीर्तन होगा. कीर्तन के बाद महा प्रसाद का वितरण होगा. रथ यात्रा में भाग लेने के लिए कोलकाता गौड़ीय मठ से वरिष्ठ पुजारी शामिल होंगे.

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पटना में इस्कॉन मंदिर के एक साल पूरे, 12 साल में हुआ था तैयार, जानिए आज क्या होगा खास राजधानी पटना में स्थित इस्कॉन मंदिर के एक साल पूरे हो गए है. आपको बता दें कि मंदिर के निर्माण में 12 साल का समय लगा था. साथ ही 100 करोड़ की लागत से इसका निर्माण हुआ था. वहीं, अक्षय तृतीया के दिन इसका प्राण प्रतिष्ठा के साथ इसका उद्घाटन हुआ था.

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पटना: राजधानी पटना का इसे भी पढ़ेंः Patna News: इस्कॉन मंदिर की पहली वर्षगांठ, हरि कीर्तन में खूब झूमे लोग पुष्प वर्षा कर भगवान का स्वागतः रथ यात्रा 20 जून को अपराह्न 2:30 बजे इस्कॉन मंदिर से प्रारंभ होकर तारामंडल इनकम टैक्स गोलंबर, हाई कोर्ट, बिहार म्यूजियम, पटना विमेंस कॉलेज, इनकम टैक्स गोलंबर तारामंडल होते हुए इस्कॉन मंदिर संध्या 7:00 बजे पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि इस्कॉन मंदिर की तरफ से रथ मार्ग पर श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा आरती करके श्री भगवान का स्वागत किया जाएगा. रथ यात्रा मार्ग पर भक्तों द्वारा महा आरती की तैयारी चल रही है. बड़े पैमाने पर प्रसाद वितरण किया जाएगा. "जन सामान्य को दर्शन देकर धर्म रक्षा करने और सनातन धर्म के पुनः जागृत हेतु दर्शन देने के लिए स्वयं मंदिर से बाहर भगवान निकलते हैं. ताकि लोगों की आध्यात्मिक आस्था और मजबूत हो. इसलिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग श्री जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल हो"- श्रीकृष्ण कृपा दास, अध्यक्ष, पटना इस्कॉन मंदिर 40 फीट की रथ बनाई जा रही: इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ने बताया कि सबसे खास बात यह है कि इस बार श्री जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए 40 फीट की रथ बनाई जा रही है. हाथी-घोड़े और बैंड-बाजा के साथ भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. रथ यात्रा के आगे-आगे श्रद्धालु झाड़ू भी लगाएंगे. भगवान के दरबार में झाड़ू लगाना श्रेष्ठ कार्य होता है. उन्होंने बताया कि जगन्नाथ यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे. गर्मी को ध्यान में रखते हुए भगवान के लिए कूलर की भी व्यवस्था की जाएगी.

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राजधानी पटना में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 20 जून को निकाली जायेगी. इस्कॉन टेंपल पटना की ओर से निकलने वाली इस रथयात्रा के लिए लगभग दो हजार किलो से अधिक वजन का विशेष रथ मंदिर परिसर में तैयार किया जायेगा. इस्काॅन मंदिर के प्रवक्ता गोपाल दास ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तैयारी शुरू हो गयी है. लेकिन मंदिर से जुड़े वरिष्ठ पुजारी और प्रबंधन से जुड़े लोगों के आने के बाद ही इस संबंध में विशेष जानकारी दी जायेगी. लोहे और लकड़ी के मिश्रण से रथ का ढांचा तैयार किया जायेगा. इसे स्थानीय और कोलकाता के कारीगर मिल कर अंतिम रूप देंगे. देश- विदेश से जुटेंगे भक्त मिली जानकारी के अनुसार भगवान जगन्नाथ के इस रथ में लगभग 20- 25 भक्त एक साथ बैठ सकेंगे. गर्मी को देखते हुए इसमें भगवान के लिए कूलर की व्यवस्था भी रहेगी. 20 जून को निकलने वाली रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा के साथ सुदर्शन के विग्रह इस्कॉन मंदिर से रखे जायेंगे. रथयात्रा से पहले रथ को विभिन्न फूलों से सजाया जायेगा. इस मौके पर देश- विदेश से भक्त जुटेंगे और भव्य सांस्कृतिक व भजन संध्या का आयोजन किया जायेगा. रथयात्रा का मंदिर में ही कराया जायेगा भ्रमण वहीं दूसरी ओर शहर के मीठापुर स्थित गौड़ीय मठ मंदिर में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. मंदिर के मुख्य पुजारी हरि शरण दास प्रभु ने बताया कि 20 जून को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को मंदिर परिसर में ही शाम चार से सात बजे तक भ्रमण कराया जायेगा. इसके बाद भजन-कीर्तन होगा. कीर्तन के बाद महा प्रसाद का वितरण होगा. रथ यात्रा में भाग लेने के लिए कोलकाता गौड़ीय मठ से वरिष्ठ पुजारी शामिल होंगे.

Patna Iskcon Mandir: 84 खंभों पर बने इस्कॉन मंदिर का एक वर्ष पूरा, भगवान को लगा छप्पन भोग

इस आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु महाआरती में शामिल होने देश-विदेश से पहुंचे और ठाकुर जी को छप्पन भोग लगाकर प्रसाद का वितरण किया. इस्कॉन मंदिर में जल्द ही आम लोगों को गोविंदा रेस्टोरेंट, ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस और लाइब्रेरी की सुविधा मिलने वाली है. 84 खंभों पर बना मंदिर इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास बताते हैं कि तकरीबन 02 एकड़ क्षेत्र में फैले इस मंदिर की ऊंचाई 108 फीट से भी अधिक है. इसके गर्भगृह में एक साथ पांच हजार लोग बांके बिहारी सहित अन्य देवी-देवताओं का दर्शन व पूजन कर सकते हैं. मथुरा और गुजरात के बाद पटना में देश का तीसरा मंदिर है, जिसमें 84 खंभा पुरातन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. 84 खंभों के पीछे की वजह मनुष्यों के 84 लाख योनियों से जुड़ा है. मंदिर के वास्तुकार पीयूष वी सोमपुरा हैं. आम लोगों तक पहुंचेगा इस्कॉन मंदिर इस्कॉन का अगला लक्ष्य बिहार के प्रत्येक जिले में इस्कॉन के छोटे मंदिरों की स्थापना करना है. संगठन अब छोटे शहरों के साथ-साथ अनुमंडल के साथ ब्लॉक स्तर पर भी कार्य करने वाला है. पटना इस्कॉन की देखरेख में इन योजनाओं को जल्द ही फलीभूत किया जाएगा. ये बातें पटना इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने न्यूज 18 लोकल से खास बातचीत में बताया. उन्होंने आगे बताया कि गांवों के लिए संगठन का ग्रामीण मंत्रालय और राज्य के जनजातीय क्षेत्रों के लिए संगठन का जनजातीय मंत्रालय काम करेगा. नौकरी करनी ही हो तो प्रभु की करें मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास कहते हैं कि इस्कॉन जीवन जीने का बेहतर नजरिया देता है. गीता के संदेशों को आम आदमी कैसे डिकोड करें और कैसे अपने जीवन में लागू करे, इस्कॉन यह सब सिखाता है. उनकी माने तो सभी लोगों को भगवद्गीता जरूर पढ़ना चाहि...