जैविक खेती के सिद्धांत pdf

  1. जैविक खेती कैसे करे ? पूरी जानकारी [ Organic Farming in Hindi ]
  2. जैविक खेती: महत्व, स्थिरता, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
  3. जानिए जैविक खेती क्यों जरूरी है?
  4. ऑर्गेनिक फार्मिंग : जैविक खेती अर्थ एवं परिभाषा, ऑर्गेनिक फार्मिंग के लाभ और जैविक खेती क्यों है जरूरी
  5. जैविक खेती कैसे करे ? पूरी जानकारी [ Organic Farming in Hindi ]
  6. ऑर्गेनिक फार्मिंग : जैविक खेती अर्थ एवं परिभाषा, ऑर्गेनिक फार्मिंग के लाभ और जैविक खेती क्यों है जरूरी
  7. जैविक खेती: महत्व, स्थिरता, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
  8. जानिए जैविक खेती क्यों जरूरी है?


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जैविक खेती कैसे करे ? पूरी जानकारी [ Organic Farming in Hindi ]

आप सभी का Amojeet-हिन्दी ब्लॉग पर स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको "जैविक खेती" के बारे में पूरी जानकारी देने का प्रयास करेंगे। यह एक ऐसा टॉपिक पर जिस पर बहुत से लोग जानकारी प्राप्त करना चाहते है जैसे की, "जैविक खेती क्या है", "जैविक खेती कैसे करे" ? । इस कारण यदि आप भी इस टॉपिक के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख को पूरा जरूर पढे। तो आइये "जैविक कृषि के बारे में पूरी जानकारी" प्राप्त करते है। जैविक खेती क्या होती है ? जैविक खेती का क्या अर्थ है ? What is Organic Farming in Hindi ? ऑर्गेनिक फार्मिंग क्या है ? आजकल अधिक फसल उत्पादन करने के लिए किसान खेतो में केमिकल युक्त खाद,उर्वरको,रसायनिक कीटनाशको आदि का अधिक इस्तेमाल करने लगे है। लेकिन जैविक खेती का सिद्धांत इसके विपरीत है। जैविक खेती का अर्थ है कि,कम से कम रसायनिक खाद,उर्वरको,कीटनाशको का इस्तेमाल करके प्राकृतिक रूप से बनी खाद,हरी खाद,कम्पोस्ट आदि का इस्तेमाल करके फसल उत्पादन करना ही,जैविक कृषि कहलाता है। इसमे फसल उत्पादन कुदरती तरीके से किया जाता है और कम से कम रसायनिक कीटनाशको आदि का इस्तेमाल किया जाता है। इसका सबसे अच्छा फायदा यह होता है कि,कृषि भूमि अधिक उपजाऊ होती है। और फसल उत्पादन के लिए ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता है। जैविक खेती के माध्यम से पैदा की गयी फसल स्वास्थ्य के लिए बेहतर होती है। और रसायनिक उर्वरको का कम इस्तेमाल करने से पर्यावरण भी प्र्दूषित नहीं होता है। कम शब्दो में कुदरती तरीके से गोबर खाद,कम्पोस्ट,हरी खाद,केंचुए की खाद आदि का इस्तेमाल करके कृषि करना ही जैविक खेती कहलाता है। जैविक खेती को इंग्लिश में "ऑर्गेनिक फार्मिंग" कहा जाता है। भारत में वर्तमान में लोग Organic Far...

जैविक खेती: महत्व, स्थिरता, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

जैविक खेती फसल उत्पादन की एक ऐसी तकनीक है जो चंद्र चक्र जैसी खगोलीय गतिविधियों पर आधारित है और स्थानीय सामग्री की आसानी से उपलब्धता भी है। इसके अलावा, यह कृषि तकनीक फसल उत्पादन के लिए रसायनों और बाहरी माध्यमों के उपयोग पर रोक लगाती है। हालाँकि, एक गलत धारणा है कि बायोडायनामिक और जैविक खेती एक जैसी लग सकती है, लेकिन दोनों में बहुत अंतर हैं। रूडोल्फ स्टीनर ने 1924 में इस कृषि पद्धति की शुरुआत की, जो स्थायी खेती की ओर पहला दृष्टिकोण था। इसके अलावा, जैविक खेती का उद्देश्य उस विशिष्ट भूमि पर विविध माइक्रोबियल जीवन की मदद से मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाए रखना और फसल उगाना है। हालांकि यह कृषि तकनीक उपलब्ध संसाधनों के साथ जीवित रहने पर आधारित है, फिर भी हमें इस खेती को ठीक से करने के लिए जीवित मिट्टी की आवश्यकता है। जीवित मिट्टी जैविक विविधता के साथ भूमि का एक टुकड़ा है, जिसमें बैक्टीरिया, कवक, प्रोटोजोआ और कई अन्य सूक्ष्म जीव शामिल हैं। इस प्रकार, एक बायोडायनामिक फार्म को एक जीवित प्राणी माना जाता है और इसके जीवित रहने के लिए विशिष्ट आवश्यकताएं होती हैं। इसके अलावा, रासायनिक रूप से उगाई जाने वाली फसलों के बजाय बायोडायनामिक भोजन को एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है। जैविक खेती के सिद्धांत:- नीचे सिद्धांत हैं जो जैविक खेती के महत्व और इसकी कार्यप्रणाली को परिभाषित करते हैं। बेहतर मिट्टी के लिए फसल चक्र फसल चक्र मिट्टी के पोषक तत्वों को बहाल करने में मदद करता है क्योंकि अलग-अलग फसलों को उगाने के लिए अलग-अलग पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि किसी विशेष पोषक तत्व की कमी नहीं होगी। पशुपालन को बढ़ावा देना जैविक खेती में मिट्टी की भलाई के लिए पशुपालन बहुत मदद करता ...

जानिए जैविक खेती क्यों जरूरी है?

पर्यावरण के मुद्दों के बारे में बढ़ती जागरूकता और चिंता के साथ, Jaiwik Kheti (Organic Farming in Hindi) सबसे विश्वसनीय तरीकों में से एक बन गई है जो पारिस्थितिकी को नुकसान पहुंचाए बिना फसलों के सतत विकास को पूरा करती है। भारत में फसलों और पशुओं की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने के लिए स्वर्ण क्रांति , श्वेत क्रांति , काली क्रांति आदि जैसी क्रांतियों के माध्यम से विभिन्न तरीकों और रणनीतियों को लागू किया गया है। Jaiwik Kheti (Organic Farming in Hindi) केवल रासायनिक मुक्त उत्पादों के उत्पादन के बारे में नहीं है बल्कि खेती के बारे में भी है जो प्रकृति की बेहतरी पर भी ध्यान केंद्रित करती है। ऐसी दुनिया में जहां हमारे कार्यों से प्रकृति को ही खतरा है, जैविक खेती पर्यावरण पर हमारे नकारात्मक प्रभाव को कम करने का एक तरीका है। जैविक खेती के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि आपको शुरू करने के लिए वास्तव में एक बड़ी भूमि की आवश्यकता नहीं है और आप घर पर अपने स्वयं के जैविक फल और सब्जियों का उत्पादन शुरू कर सकते हैं! Jaiwik Kheti (Organic Farming in Hindi) के विभिन्न लाभों और प्रकारों के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस ब्लॉग को देखें। The Blog Includes: • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • जैविक खेती क्या है? जैविक खेती एक कृषि पद्धति है जिसमें कीटनाशकों के छिड़काव, उर्वरकों, एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग, वृद्धि हार्मोन और जीवों के आनुवंशिक संशोधनों के बजाय प्राकृतिक साधनों का उपयोग करके फसलों और पशुधन का उत्पादन शामिल है। स्प्रे के रासायनिक और सिंथेटिक उपयोग ने पर्यावरण को बहुत बड़े पैमाने पर खराब कर दिया है। जैविक खेती (Organic Farming in Hindi) के विभिन्न प्रकार हैं जो पौधों और जानवरों...

ऑर्गेनिक फार्मिंग : जैविक खेती अर्थ एवं परिभाषा, ऑर्गेनिक फार्मिंग के लाभ और जैविक खेती क्यों है जरूरी

परिचय - बढ़ती जनसंख्या के साथ-साथ आज भोजन आपूर्ति की समस्या भी बनी हुई है। भोजन की पूर्ति व अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए मानव तरह-तरह के रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों, शाकनाशियों व अन्य रासायनिक दवाइयों का उपयोग खेती पर करने लगा है। जिससे उत्पादन तो बढ़ जाती है लेकिन इन खाद्यान्न, फलों अथवा सब्जियों से मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। और इस रासायनिक दवाइयों से ना सिर्फ पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है बल्कि मिट्टी भी अपनी उपजाऊपन खोने लगी है। रासायनिक खेती के चलते हम एक ही भूमि पर लंबे समय तक अच्छा उत्पादन नहीं ले सकते इसीलिए आज हमारे लिए जैविक खेती अपनाना बहुत ही आवश्यक है व जैविक खेती के बारे में जानना भी बहुत ही जरूरी है। सरकार भी जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए बहुत सी योजनाएं ला रही है। आज आप इस आर्टिकल में जानने वाले हैं कि जैविक खेती या ऑर्गेनिक फार्मिंग क्या है, जैविक खेती के लाभ क्या क्या है, जैविक खेती क्यो जरूरी है, रासायनिक खेती और जैविक खेती में क्या अंतर है, जैविक खेती के क्या-क्या समस्याएं अथवा सीमायें है और जैविक खेती के सिद्धांत क्या है? जैविक खेती का अर्थ : आप सब खेती के बारे में तो जानते ही होंगे और खेती करते भी होंगे लेकिन क्या आप जैविक खेती के बारे में जानते हैं या जैविक खेती करते हैं? आप सब पढ़ चुके हैं कि रासायनिक खेती से हमारी मिट्टी अपनी उर्वरता शक्ति खोती जा रही है लेकिन जैविक खेती में इस बात का ध्यान रखा जाता है तथा भूमि की उर्वरता बनाए रखते हुए व भूमि से लंबे समय तक अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए केवल जैविक पदार्थों का ही कृषि पर प्रयोग किया जाता है। जैविक खेती में रासायनिक उर्वरकों, रासायनिक कीटनाशकों, रासायनिक शाकनाशिय...

जैविक खेती कैसे करे ? पूरी जानकारी [ Organic Farming in Hindi ]

आप सभी का Amojeet-हिन्दी ब्लॉग पर स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको "जैविक खेती" के बारे में पूरी जानकारी देने का प्रयास करेंगे। यह एक ऐसा टॉपिक पर जिस पर बहुत से लोग जानकारी प्राप्त करना चाहते है जैसे की, "जैविक खेती क्या है", "जैविक खेती कैसे करे" ? । इस कारण यदि आप भी इस टॉपिक के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख को पूरा जरूर पढे। तो आइये "जैविक कृषि के बारे में पूरी जानकारी" प्राप्त करते है। जैविक खेती क्या होती है ? जैविक खेती का क्या अर्थ है ? What is Organic Farming in Hindi ? ऑर्गेनिक फार्मिंग क्या है ? आजकल अधिक फसल उत्पादन करने के लिए किसान खेतो में केमिकल युक्त खाद,उर्वरको,रसायनिक कीटनाशको आदि का अधिक इस्तेमाल करने लगे है। लेकिन जैविक खेती का सिद्धांत इसके विपरीत है। जैविक खेती का अर्थ है कि,कम से कम रसायनिक खाद,उर्वरको,कीटनाशको का इस्तेमाल करके प्राकृतिक रूप से बनी खाद,हरी खाद,कम्पोस्ट आदि का इस्तेमाल करके फसल उत्पादन करना ही,जैविक कृषि कहलाता है। इसमे फसल उत्पादन कुदरती तरीके से किया जाता है और कम से कम रसायनिक कीटनाशको आदि का इस्तेमाल किया जाता है। इसका सबसे अच्छा फायदा यह होता है कि,कृषि भूमि अधिक उपजाऊ होती है। और फसल उत्पादन के लिए ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता है। जैविक खेती के माध्यम से पैदा की गयी फसल स्वास्थ्य के लिए बेहतर होती है। और रसायनिक उर्वरको का कम इस्तेमाल करने से पर्यावरण भी प्र्दूषित नहीं होता है। कम शब्दो में कुदरती तरीके से गोबर खाद,कम्पोस्ट,हरी खाद,केंचुए की खाद आदि का इस्तेमाल करके कृषि करना ही जैविक खेती कहलाता है। जैविक खेती को इंग्लिश में "ऑर्गेनिक फार्मिंग" कहा जाता है। भारत में वर्तमान में लोग Organic Far...

ऑर्गेनिक फार्मिंग : जैविक खेती अर्थ एवं परिभाषा, ऑर्गेनिक फार्मिंग के लाभ और जैविक खेती क्यों है जरूरी

परिचय - बढ़ती जनसंख्या के साथ-साथ आज भोजन आपूर्ति की समस्या भी बनी हुई है। भोजन की पूर्ति व अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए मानव तरह-तरह के रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों, शाकनाशियों व अन्य रासायनिक दवाइयों का उपयोग खेती पर करने लगा है। जिससे उत्पादन तो बढ़ जाती है लेकिन इन खाद्यान्न, फलों अथवा सब्जियों से मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। और इस रासायनिक दवाइयों से ना सिर्फ पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है बल्कि मिट्टी भी अपनी उपजाऊपन खोने लगी है। रासायनिक खेती के चलते हम एक ही भूमि पर लंबे समय तक अच्छा उत्पादन नहीं ले सकते इसीलिए आज हमारे लिए जैविक खेती अपनाना बहुत ही आवश्यक है व जैविक खेती के बारे में जानना भी बहुत ही जरूरी है। सरकार भी जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए बहुत सी योजनाएं ला रही है। आज आप इस आर्टिकल में जानने वाले हैं कि जैविक खेती या ऑर्गेनिक फार्मिंग क्या है, जैविक खेती के लाभ क्या क्या है, जैविक खेती क्यो जरूरी है, रासायनिक खेती और जैविक खेती में क्या अंतर है, जैविक खेती के क्या-क्या समस्याएं अथवा सीमायें है और जैविक खेती के सिद्धांत क्या है? जैविक खेती का अर्थ : आप सब खेती के बारे में तो जानते ही होंगे और खेती करते भी होंगे लेकिन क्या आप जैविक खेती के बारे में जानते हैं या जैविक खेती करते हैं? आप सब पढ़ चुके हैं कि रासायनिक खेती से हमारी मिट्टी अपनी उर्वरता शक्ति खोती जा रही है लेकिन जैविक खेती में इस बात का ध्यान रखा जाता है तथा भूमि की उर्वरता बनाए रखते हुए व भूमि से लंबे समय तक अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए केवल जैविक पदार्थों का ही कृषि पर प्रयोग किया जाता है। जैविक खेती में रासायनिक उर्वरकों, रासायनिक कीटनाशकों, रासायनिक शाकनाशिय...

जैविक खेती: महत्व, स्थिरता, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

जैविक खेती फसल उत्पादन की एक ऐसी तकनीक है जो चंद्र चक्र जैसी खगोलीय गतिविधियों पर आधारित है और स्थानीय सामग्री की आसानी से उपलब्धता भी है। इसके अलावा, यह कृषि तकनीक फसल उत्पादन के लिए रसायनों और बाहरी माध्यमों के उपयोग पर रोक लगाती है। हालाँकि, एक गलत धारणा है कि बायोडायनामिक और जैविक खेती एक जैसी लग सकती है, लेकिन दोनों में बहुत अंतर हैं। रूडोल्फ स्टीनर ने 1924 में इस कृषि पद्धति की शुरुआत की, जो स्थायी खेती की ओर पहला दृष्टिकोण था। इसके अलावा, जैविक खेती का उद्देश्य उस विशिष्ट भूमि पर विविध माइक्रोबियल जीवन की मदद से मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाए रखना और फसल उगाना है। हालांकि यह कृषि तकनीक उपलब्ध संसाधनों के साथ जीवित रहने पर आधारित है, फिर भी हमें इस खेती को ठीक से करने के लिए जीवित मिट्टी की आवश्यकता है। जीवित मिट्टी जैविक विविधता के साथ भूमि का एक टुकड़ा है, जिसमें बैक्टीरिया, कवक, प्रोटोजोआ और कई अन्य सूक्ष्म जीव शामिल हैं। इस प्रकार, एक बायोडायनामिक फार्म को एक जीवित प्राणी माना जाता है और इसके जीवित रहने के लिए विशिष्ट आवश्यकताएं होती हैं। इसके अलावा, रासायनिक रूप से उगाई जाने वाली फसलों के बजाय बायोडायनामिक भोजन को एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है। जैविक खेती के सिद्धांत:- नीचे सिद्धांत हैं जो जैविक खेती के महत्व और इसकी कार्यप्रणाली को परिभाषित करते हैं। बेहतर मिट्टी के लिए फसल चक्र फसल चक्र मिट्टी के पोषक तत्वों को बहाल करने में मदद करता है क्योंकि अलग-अलग फसलों को उगाने के लिए अलग-अलग पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि किसी विशेष पोषक तत्व की कमी नहीं होगी। पशुपालन को बढ़ावा देना जैविक खेती में मिट्टी की भलाई के लिए पशुपालन बहुत मदद करता ...

जानिए जैविक खेती क्यों जरूरी है?

पर्यावरण के मुद्दों के बारे में बढ़ती जागरूकता और चिंता के साथ, Jaiwik Kheti (Organic Farming in Hindi) सबसे विश्वसनीय तरीकों में से एक बन गई है जो पारिस्थितिकी को नुकसान पहुंचाए बिना फसलों के सतत विकास को पूरा करती है। भारत में फसलों और पशुओं की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने के लिए स्वर्ण क्रांति , श्वेत क्रांति , काली क्रांति आदि जैसी क्रांतियों के माध्यम से विभिन्न तरीकों और रणनीतियों को लागू किया गया है। Jaiwik Kheti (Organic Farming in Hindi) केवल रासायनिक मुक्त उत्पादों के उत्पादन के बारे में नहीं है बल्कि खेती के बारे में भी है जो प्रकृति की बेहतरी पर भी ध्यान केंद्रित करती है। ऐसी दुनिया में जहां हमारे कार्यों से प्रकृति को ही खतरा है, जैविक खेती पर्यावरण पर हमारे नकारात्मक प्रभाव को कम करने का एक तरीका है। जैविक खेती के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि आपको शुरू करने के लिए वास्तव में एक बड़ी भूमि की आवश्यकता नहीं है और आप घर पर अपने स्वयं के जैविक फल और सब्जियों का उत्पादन शुरू कर सकते हैं! Jaiwik Kheti (Organic Farming in Hindi) के विभिन्न लाभों और प्रकारों के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस ब्लॉग को देखें। The Blog Includes: • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • जैविक खेती क्या है? जैविक खेती एक कृषि पद्धति है जिसमें कीटनाशकों के छिड़काव, उर्वरकों, एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग, वृद्धि हार्मोन और जीवों के आनुवंशिक संशोधनों के बजाय प्राकृतिक साधनों का उपयोग करके फसलों और पशुधन का उत्पादन शामिल है। स्प्रे के रासायनिक और सिंथेटिक उपयोग ने पर्यावरण को बहुत बड़े पैमाने पर खराब कर दिया है। जैविक खेती (Organic Farming in Hindi) के विभिन्न प्रकार हैं जो पौधों और जानवरों...