Jin piyaje ka siddhant

  1. जीन पियाजे के नैतिक विकास का सिद्धांत For CTET, & D.el.ed
  2. Cognitive theory of Jean Piaget जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत
  3. Jin Piyaje Ka Siddhant Aur Stages Kya Hai?
  4. Jean Piaget Questions And Answers In Hindi (जीन पियाजे का सिद्धांत)


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जीन पियाजे के नैतिक विकास का सिद्धांत For CTET, & D.el.ed

जीन पियाजे के नैतिक विकास का सिद्धांत नैतिकता (Morality) क्या है? नैतिक मूल्यों की जननी नैतिकता का अर्थ नीति के अनुसार आचरण करना है । प्रेम, भाईचारा, करुणा, दया, सहयोग, सद्भावना, मंगल कामना, न्यायप्रियता, सत्य, अहिंसा आदि की भावना नैतिकता का महत्वपूर्ण उदाहरण है । इसका आधार पवित्रता, न्याय और सत्य है । यह मानव का सद्गुण है नैतिकता मानव के जीवन का आभूषण है । • नैतिकता सद्गुण (Virtue) है । • नैतिकता का आधार पवित्रता, ईमानदारी तथा सत्यता है । • नैतिकता व्यक्ति के कर्तव्य और आचरण से जुड़ी है । • नैतिकता समाज स्वीकृत है । • समाज भी सदस्यों की नैतिकता को अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित करती है । जीन पियाजे के नैतिक विकास का सिद्धांत पियाजे ने बालकों में होने वाले नैतिक विकास का क्रमबद्ध अध्ययन करने के फलस्वरूप उन्होंने नैतिक विकास का सिद्धांत दिया । उस सिद्धांत को जीन पियाजे के नैतिक विकास का सिद्धांत के नाम से जाना जाता है । इनके अनुसार नैतिक निर्णय के विकास में एक निश्चित क्रम एवं तार्किक कर्म होता है । जीन पियाजे के अनुसार नैतिक अवस्थाएं दो प्रकार की होती है जो निम्नलिखित है – परायत्त नैतिकता (Stage of Heteronomous Morality) की अवस्था :- यह अवस्था 2 से 8 वर्ष के बीच की अवस्था होती है । पियाजे के अनुसार इस अवस्था का उद्भव बालकों में और असामान अंतः क्रिया से होती है । इस अवस्था में बच्चों में नैतिक नियम निरपेक्ष, अपरिवर्तनशील तथा दृढ़ प्रवृत्ति के होते हैं । स्वायत्त नैतिकता (Autonomous Morality) की अवस्था :- यह अवस्था 9 से 11 वर्ष के बीच की अवस्था है । इस अवस्था में नैतिकता बच्चों के समकक्ष अर्थात मित्रों के बीच के संबंधों से विकसित होता है । अपने मित्रों के संबंधों के द्वारा न्या...

Cognitive theory of Jean Piaget जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत

Hi Friends आज हम सभी जीन पियाजे के संज्ञानात्मक सिद्धांत के विषय में अध्ययन करने जा रहे है जो आगामी ctet तथा सभी stetपरीक्षाओं और teachingसम्बन्धी प्रतियोगी परीक्षाओं में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है ,साथ ही साथ बी.एड.,एम्,एड,आदि के लिए उपयोगी टॉपिक है l तो शुरुकरते है जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत का deepअध्ययन l संज्ञान का अर्थ संज्ञान का अर्थ उन सारीमानसिक क्रियाओं से है जिसका सम्बन्ध चिंतन ,समस्या समाधान, भाषा सम्प्रेषण तथा और भी बहुत सारे मानसिक क्रियाओं से है . निस्सर के अनुसार -"संज्ञान संवेदी सूचनाओं (Sensory Information) को ग्रहण करके उसका रूपांतरण,विस्तारण,संग्रहण,पुनर्लाभ तथा इसके समुचित प्रयोग करने से होता है ." परिचय डॉ. जीन पियाजे (१८९६ -१९८० ) एक मनोवैज्ञानिक थे और मूल रूप से एक प्राणी विज्ञानं के विद्वान् थे .उनके कार्यो ने उन्हें एक मनोवैज्ञानिक के रूप में प्रसिद्धी दिलवाई थी .जीन पियाजे संज्ञानात्मक विकास के क्षेत्र में कार्य करने वाले मनोवैज्ञानिकों में सर्वाधिक प्रभावशाली माने जाते है .पियाजे का जन्म 9 अगस्त सन 1896 को स्विट्जरलैंड में हुआ था .उन्होंने जंतु विज्ञान में पीएचडी की उपाधि धारण की .मनोविज्ञान के प्रशिक्षण के दौरान वे अल्फ्रेड बिने के प्रयोगशाला में बुद्धि-परिक्षण पर जब कार्य कर रहे थे .उसी समय उन्होंने विभिन्न आयु के बच्चों के द्वारा चारो ओर के बाह्य जगत के बारे में ज्ञान प्राप्त करने की प्रक्रिया का अध्ययन करना शुरू कर दिया उनकी 1923 से 1932 के बीच पांच पुस्तके प्रकाशित हुई जिनमे उन्होंने संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत का प्रतिपादन किया .पियाजे के सिद्धांत की प्रमुख मान्यता यह है कि बालक के ज्ञान के विकास में वह खुद एक सक्रि...

Jin Piyaje Ka Siddhant Aur Stages Kya Hai?

इस ब्लॉग में हम आपको बताएँगे Jin Piyaje Ka Siddhant Kya Hai? जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत से पता चलता है कि बच्चे सीखने के चार अलग-अलग चरणों से गुजरते हैं। उनका सिद्धांत न केवल यह समझने पर केंद्रित है कि बच्चे ज्ञान कैसे प्राप्त करते हैं बल्कि बुद्धि की प्रकृति को समझने पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं। पियाजे के स्टेजेस हैं: • सेंसोरिमोटर स्टेज: जन्म से 2 वर्ष तक • प्रीऑपरेशनल स्टेज: उम्र 2 से 7 • ठोस संचालन चरण: उम्र 7 से 11 • औपचारिक परिचालन चरण: उम्र 12 और ऊपर पियाजे का मानना था कि बच्चे सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाते हैं, Jin Piyaje Ka Siddhant Ke Stages हमने Jin Piyaje Ka Siddhant के बारे में तो जान लिया। अब हम जानेंगे इसकी स्टेजेस के बारे में। Jin Piyaje Ka Siddhant की स्टेजेस इस प्रकार है : सेंसोरिमोटर स्टेज: सेंसरिमोटर स्टेज बच्चों में संज्ञानात्मक विकास का शुरुआती चरण है। इस अवधि के दौरान, बच्चे अपनी इंद्रियों और मोटर गतिविधि के माध्यम से बड़े पैमाने पर अपने परिवेश के बारे में सीखते हैं। प्रीऑपरेशनल स्टेज: सेंसरिमोटर अवधि के अंत में बच्चे मानसिक अमूर्तता का उपयोग करना शुरू करते हैं। बच्चे दो साल की उम्र में प्री-ऑपरेशनल चरण शुरू करते हैं जब वस्तुओं या लोगों की वास्तविक उपस्थिति के बजाय मानसिक प्रतिनिधित्व करने की उनकी क्षमता नाटकीय रूप से विकसित होती है। ठोस संक्रियात्मक अवस्था: ठोस संक्रियात्मक अवस्था इसके बाद आती है, जो सात वर्ष की आयु के आसपास शुरू होती है। बच्चे इस स्तर पर कठिनाइयों का समाधान करने में अधिक सक्षम होते हैं क्योंकि वे कई परिणामों और दृष्टिकोणों की जांच कर सकते हैं। इस स्तर पर, उनके सभी संज्ञानात्मक संकाय अधिक विकसित होत...

Jean Piaget Questions And Answers In Hindi (जीन पियाजे का सिद्धांत)

Ans.(a) 2. जीन पियाजे ने संज्ञानात्मक विकास के अपने सिद्धांतों को विकसित और प्रस्तावित किया? (a) उत्तरकालीन 1700 (b) प्रारंभिक-मध्य- 1800 (c) उत्तरकालीन 1800 (d) मध्यकालीन 1900 Ans.(d) 3. सोहन स्पर्श के माध्यम से अपने दादा-दादी के घर का पता लगाना पसंद करता है. एक दिन वह एक गर्म प्रेस को छू लेता है और उसका हाथ जल जाता है. सोहन को पता चलता है कि हालांकि कुछ वस्तुएं स्पर्श करने के लिए सुरक्षित हैं लेकिन गर्म प्रेस नहीं. पियाजे के अनुसार, यह एक उदाहरण है? (a) अनुकूलन (b) समायोजन (c) नकारात्मक प्रबलन (d) सकारात्मक प्रबलन Ans.(b) ये भी पढे: जीवन कौशल प्रबंधन एवं अभिवृत्ति notes 4. पूजा से विभिन्न प्रकार के फूलों को वर्गीकृत करने के लिए कहा गया. वह उन्हें केवल एक मापदंड के आधार पर ऐसा कर पाती है, पूजा ने ऐसा किस वजह से किया? (a) अहम्-केन्द्रण (b) सेंट्रेशन (c) समायोजन (d) संक्रिया Ans.(b) 5.निम्नलिखित में से कौन एक संज्ञानात्मक स्कीमा का उदाहरण है? (a) रंग से छाँटना (b) खड़खड़ाहट करना (c) किसी वस्तु को देखना (d) शामक को चूसना Ans.(a) 6. पियाजेट के अनुसार, पहले ज्ञानेन्द्रिय उप-चरण के दौरान शिशुओं का व्यवहार होता है? (a) कर्मकर्त्ता (b कु-अनुकूलित (c) अपरिवर्तनीय (d) प्रबलित Ans.(a) 7.जब रश्मि 5 महीने की थी, तो उसने एक खिलौने वाली ट्रेन को देखा, लेकिन जब ट्रेन उसकी आँखों से ओझल हो गई, तो उसने उसकी खोज नहीं की. अब जब वह 9 महीने की हो गई है, तो वह इसे ढूंढती है, यह किस विकास को दर्शाता है? (a) वस्तु स्थायित्व (b) आत्म विभेदीकरण (c) अनुकूलन (d) स्कीमाटा Ans.(d) 8. जीन पियाजे ने संज्ञानात्मक विकास के अपने सिद्धांत को विकसित करने के लिए आंकड़े एकत्र किए? (a) संज्ञानात्मक विकास पर साहित्...