जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2023

  1. जलवायु परिवर्तनबारे जनचेतना अभिवृद्धि गर्न बृहत् मानव साङ्लो प्रदर्शन (तस्वीरहरु) « News24 : Premium News Channel
  2. जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) 2023
  3. Climate Change Performance Index in Hindi
  4. जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक
  5. जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI)
  6. जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक
  7. [Solved] 'जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) 2023' मे�


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जलवायु परिवर्तनबारे जनचेतना अभिवृद्धि गर्न बृहत् मानव साङ्लो प्रदर्शन (तस्वीरहरु) « News24 : Premium News Channel

बढ्दै गएको जलवायु परिवर्तनका असरहरुलाई न्यूनीकरण गर्नका निम्ति एक्सनएड, युथ एड्भोकेसी नेपाल लगायतका विभिन्न संस्थाको आयोजनामा मानव साङ्लो प्रदर्शन गरिएको हो । एक्सनएड इन्टरनेशनल नेपालको जीविकोपार्जन तथा प्राकृति स्रोत विशेषज्ञ महेश बडालले तीनवटा प्रस्तावहरु अघि सारिएको बताएका छन् । उनका अनुसार पहिलो राष्ट्रिय तथा अन्तर्राष्ट्रिय सञ्जालमा संगठित भइ जलवायु सिकाइ र बुझाइलाई व्यापक विस्तार गर्न, दोस्रो जलवायुको बारेमा जागरुक हुन र विभिन्न क्षेत्र विशेष मञ्चहरु सिर्जना गरेर मञ्चहरुमा संलग्न हुन र तेस्रो स्पष्ट माग र योगदानका साथ नवीन गतिविधिमार्फत परिचालित हुनका लागि प्रस्तावहरु अघि सारिएको हो । कार्यक्रममा बालबालिका, युवा, विद्यार्थीका साथै स्वदेशी तथा विदेशीहरुको समेत सहभागिता रहेको थियो । ‘सबैका लागि नवीकरणीय उर्जा’, ‘मेरो आवाज जलवायु न्यायको पक्षमा’, ‘तिमी मलाई बचाउ, म तिमीलाई बचाउँछु’ लगायतका जलवायु न्यायका पक्षमा लेखिएका ब्यानर र प्लेकार्डसहित प्रदर्शन गरिएको थियो । एक्सनएडले सोमबार जुन ५ तारिखदेखि १० तारिखसम्म उक्त अभियान सञ्चालन गरेको हो । एक्सनएड इन्टरनेशनल नेपाल विश्वव्यापी महासंघ हो । यसले महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, उत्थानशील, जीविकोपार्जन, जलवायु परिवर्तन र विपद् प्रतिकार्य लगायतका सवाललाई सम्बोधन गर्दै मानिसहरुको जीवनस्तर सुधार गर्नमा लक्षित कार्यक्रमहरु आयोजना गर्दै आएको छ । जलवायु परिवर्तनका कारण प्रभाबित समुदायहरूलाई ‘पर्यावरणीय कृषि’ प्रबद्र्धन लगायतका स्थानीय समाधान सहित जलवायु परिवर्तनको प्रभाव न्यूनीकरणमा समुदायलाई सहयोग गर्न र जलवायुमैत्री विकासलाई प्रोत्साहित गर्न पनि एक्सनएड इन्टरनेशन आफ्ना साझेदारी कार्यक्रम मार्फत सकृय रहेको छ ।

जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) 2023

जर्मनवॉच, न्यूक्लाइमेट इंस्टीट्यूट और क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क द्वारा जारी जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2023 (Climate Change Performance Index: CCPI) में भारत 63 देशों में से 8वें स्थान पर पहुंच गया। • ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन और ऊर्जा उपयोग श्रेणियों में, भारत को “उच्च” दर्जा दिया गया। जलवायु नीति और नवीकरणीय ऊर्जा श्रेणियों में, इसने “मध्यम” रेटिंग अर्जित की। • वर्ष 2022 और 2021 में, भारत दसवें स्थान पर था, जबकि 2020 में यह सूची में नौवें स्थान पर रहा। • समग्र रैंकिंग में, पहले तीन स्थान पर कोई देश नहीं है। सूचकांक में कहा गया है कि कोई भी देश 1990 के स्तर की तुलना में 2025 तक अपने उत्सर्जन को आधा करने के मार्ग पर नहीं है। • डेनमार्क 79.61 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर है, उसके बाद 73.28 अंकों के साथ स्वीडन है। भारत को 67.35 अंक मिले हैं। रिपोर्ट में भारत • रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को कार्बन मूल्य निर्धारण तंत्र को अपनाना चाहिए और अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए उप-राष्ट्रीय स्तर पर अधिक क्षमता विकसित करनी चाहिए। • साथ ही, लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक ठोस कार्य योजना निर्धारित की जानी चाहिए। • वर्ष 2015 में पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से, भारत ने अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDC) को संशोधित किया है। • वर्ष 2021 में ग्लासगो में COP26 शिखर सम्मेलन में, भारत ने 2070 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता की घोषणा की थी। जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2023 • CCPI 59 देशों और यूरोपीय संघ का मूल्यांकन करता है, जो मिलकर वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का 92 उत्पन्न करते हैं। • मानकीकृत मानदंडों का उपयोग करते हुए, यह व...

Climate Change Performance Index in Hindi

जर्मनवॉच, न्यूक्लाइमेट इंस्टीट्यूट और क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क द्वारा संयुक्त रूप से जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2023 (Climate Change Performance Index - CCPI ) को जारी कर दिया गया है। भारत जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI), 2023 में 63 देशों की सूची में दो स्थिति की सुधार के साथ आठवें स्थान पर है। जो कि भारत के निम्न कार्बन उत्सर्जन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के बढ़ते उपयोग को व्यक्त करता है। पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले तीन गैर सरकारी संगठनों ने यह रिपोर्ट जारी की है। ये तीनों संगठन यूरोपीय संघ तथा 59 देशों के जलवायु संबंधी कार्य प्रदर्शन पर नजर रखते हैं। क्योंकि विश्व में ग्रीन हाउस गैसों ...

जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक

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जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI)

जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) – 2023 के अनुसार भारत ने 2 स्थानों की छलांग लगाई • जलवायु परिवर्तन के प्रदर्शन के आधार पर भारत को विश्व के शीर्ष 5 देशों में एवं जी -20 देशों में सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है। • जर्मनी में स्थित जर्मन वॉच , न्यू क्लाइमेट इंस्टीट्यूट तथा क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क इंटरनेशनल द्वारा प्रकाशित जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI-2023) के अनुसार भारत ने 2 स्थानों की छलांग लगाई है और अब वह 8 वें स्थान पर है। • नवंबर 2022 में सीओपी 27 में जारी CCPI की नवीनतम रिपोर्ट में डेनमार्क , स्वीडन , चिली और मोरक्को को केवल ऐसे चार छोटे देशों के रूप में दिखाया गया है जो क्रमशः भारत से ऊपर चौथे , 5 वें , 6 वें और 7 वें स्थान पर थे। • किसी भी देश को पहला , दूसरा और तीसरा स्थान नहीं दिया गया। इसलिए , सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की रैंकिंग सबसे अच्छी है। • CCPI प्रतिवेदन के अनुसार , भारत अपने 2030 उत्सर्जन लक्ष्यों (2 डिग्री सेल्सियस से नीचे के परिदृश्य के साथ तारतम्य रखते हुए) को पूरा करने के लिए सही राह पर है। • जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) द्वारा दी गई रैंकिंग भारत को शीर्ष 10 स्थानों में एकमात्र जी -20 देश के रूप में रखती है। जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI): • जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय जलवायु राजनीति में पारदर्शिता बढ़ाने के साथ ही उसे जलवायु संरक्षण प्रयासों एवं अलग – अलग देशों द्वारा की गई प्रगति की तुलना करने में सक्षम बनाना है। • 2005 के बाद से प्रति वर्ष प्रकाशित, जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) 59 देशों और यूरोपीय संघ के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन पर नजर रखने के लिए एक स्वतंत्र ...

जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक

• संक्षिप्त खबरें • सार-संक्षेप • रिपोर्ट एवं सूचकांक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2023 नवंबर 2022 में जर्मनी स्थित ‘जर्मन वॉच , न्यू क्लाइमेट इंस्टीट्यूट’ तथा ‘क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क इंटरनेशनल’ द्वारा प्रकाशित जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2023 (क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स–सीसीपीआई 2023) की सूचि जारी की गई| उद्देश्य- अंतरराष्ट्रीय जलवायु राजनीति में पारदर्शिता बढ़ाने के साथ ही उसे जलवायु संरक्षण प्रयासों एवं अलग-अलग देशों द्वारा की गई प्रगति की तुलना करने में सक्षम बनाना| महत्वपूर्ण तथ्य- • यह सूचकांक 59 देशों और यूरोपीय संघ के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन के आधार पर जारी किया गया है। • नवंबर 2022 में सीओपी 27 में जारी सीसीपीआई की नवीनतम रिपोर्ट में डेनमार्क , स्वीडन , चिली और मोरक्को को केवल ऐसे 4 छोटे देशों के रूप में दिखाया गया है, जो क्रमशः भारत से ऊपर चौथे , 5 वें , 6 वें और 7 वें स्थान पर थे। • किसी भी देश को पहला , दूसरा और तीसरा स्थान नहीं दिया गया। रिपोर्ट के अनुसार देशों की सूची- प्रदर्शन रैंकिंग देश 1 कोई नहीं 2 कोई नहीं 3 कोई नहीं 4 डेनमार्क 5 स्वीडन 6 चिली 7 मोरक्को 8 भारत भारत की स्थिति • जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2023 के अनुसार भारत ने 2 स्थानों की छलांग लगाईं है और अब वह 8 वें स्थान पर आ गया है। • जलवायु परिवर्तन के प्रदर्शन के आधार पर भारत को विश्व के शीर्ष 5 देशों में एवं जी-20 देशों में सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है। सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की रैंकिंग सबसे अच्छी है। • भारत ने जीएचजी उत्सर्जन और ऊर्जा उपयोग श्रेणियों में उच्च रेटिंग अर्जित की है , जबकि जलवायु नीति और नवीकरणीय ऊर्जा के लिए मध्यम रेटिंग प्राप्त की है। • सीसीपीआई प्रत...

[Solved] 'जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) 2023' मे�

सही उत्तर आठवीं है । Key Points • जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक ( CCPI, 2023) के अनुसार भारत 2 पायदान ऊपर चढ़ गया है और अब 8वें स्थान पर है। • जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI, 2023) जर्मनी में स्थित जर्मन वॉच, न्यू क्लाइमेट इंस्टीट्यूट और क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क इंटरनेशनल द्वारा प्रकाशित किया गया है। • नवंबर 2022 में COP27 में जारी CCPIकी नवीनतम रिपोर्ट में डेनमार्क, स्वीडन, चिली और मोरक्को को केवल चार छोटे देशों के रूप में दिखाया गया है, जो क्रमशः भारत से ऊपर चौथे, पांचवें, छठे और सातवें स्थान पर थे। • किसी भी देश को पहली, दूसरी और तीसरी रैंक नहीं दी गई। • वास्तव में, सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की रैंक सबसे अच्छी है। Additional Information • CCPI का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय जलवायु राजनीति में पारदर्शिता बढ़ाना है और जलवायु संरक्षण प्रयासों और अलग-अलग देशों द्वारा की गई प्रगति की तुलना करने में सक्षम बनाता है। 2005 के बाद से वार्षिक प्रकाशित, जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक ( CCPI) 59 देशों और यूरोपीय संघ के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए एक स्वतंत्र निगरानी उपकरण है। • इन 59 देशों का जलवायु संरक्षण प्रदर्शन, जो वैश्विक ग्रीनहाउस गैस ( GHG) उत्सर्जन का 92% हिस्सा है, का मूल्यांकन चार श्रेणियों में किया जाता है: GHGउत्सर्जन (समग्र स्कोर का 40%), नवीकरणीय ऊर्जा (समग्र स्कोर का 20%), ऊर्जा उपयोग (समग्र स्कोर का 20%) और जलवायु नीति (समग्र स्कोर का 20%)।