जय लक्ष्मी माता आरती लिरिक्स

  1. आरती माँ लक्ष्मीजी
  2. ॐ जय लक्ष्मी माता आरती लिरिक्स
  3. लक्ष्मी जी की आरती लिरिक्स
  4. लक्ष्मीजी आरती (लिरिक्स)
  5. ॐ जय लक्ष्मी माता (MahaLaxmi Ji Ki Aarti) Lyrics in Hindi
  6. om jai laxmi mata lyrics in hindi


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आरती माँ लक्ष्मीजी

Read in English भगवान विष्णु की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी का आह्वान भक्तजन साप्ताहिक दिन शुक्रवार, गुरुवार, वैभव लक्ष्मी व्रत तथा दीपावली में लक्ष्मी पूजन के दिन मुख्यतया अधिक करते हैं, जिसके अंतरगत भक्त माँ लक्ष्मी की आरती करने है। महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि । हरि प्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं च सर्वदे । सर्वभूत हितार्थाय, वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥ उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता । सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥ दुर्गा रुप निरंजनि, सुख-संपत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥ तुम ही पाताल निवासनी, तुम ही शुभदाता । कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी, भव निधि की त्राता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥ जिस घर तुम रहती हो, ताँहि में हैं सद्‍गुण आता । सब सभंव हो जाता, मन नहीं घबराता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥ तुम बिन यज्ञ ना होता, वस्त्र न कोई पाता । खान पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥ शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता । रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥ महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता । उँर आंनद समाता, पाप उतर जाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥

ॐ जय लक्ष्मी माता आरती लिरिक्स

तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता। कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता। सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता। खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता। रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई जन गाता। उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥

लक्ष्मी जी की आरती लिरिक्स

दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता, जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता, ओम जय लक्ष्मी माता !! तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता, कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता, ओम जय लक्ष्मी माता ( लक्ष्मी जी की आरती लिरिक्स) !! जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता, सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता, ओम जय लक्ष्मी माता !! तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता, खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता, ओम जय लक्ष्मी माता !! शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता, रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता, ओम जय लक्ष्मी माता !! महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता, उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता, ओम जय लक्ष्मी माता !! !! लक्ष्मी जी की आरती लिरिक्स !! !! Laxmi Ji Ki Aarti Lyrics In Hindi ( Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics) !! Laxmi Aarti Lyrics In English (Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics) Om Jai Lakshmi Maatha, Maiya Jai Lakshmi Maatha, Tumko Nishidin Sevat, Hari Vishnu Vidhata, Om Jai Lakshmi Mata !! Uma Rama Brahmani, Tum Hi Jag-Maatha, Surya, Chandrama Dhyavat, Naarad Rishi Gata, Om Jai Lakshmi Mata !! Durga Roop Niranjani, Sukh Sampatti Data, Jo Koi Tumko Dhyavat, Riddhi-Siddhi Dhan Pata, Om Jai Lakshmi Mata !! Tum Patal-Nivasini, Tum Hi Shubhdata Karma Prabhav Prakashini, Bhavanidhi Ki Trata, Om Jai Lakshmi Mata (Laxmi Ji Ki Aarti Lyrics) !! Jis Ghar Mein Tum Rahti, Sab Sadgun Aata, Sab Sambhav Ho Jata, Man Nahi Ghabrata, Om Jai Lakshmi Mata !! Tum Bin Yagya Na Hote, Vastra Na Koi Pata, Khan Pan Ka Vaibhav, Sab Tumase Aata, Om Jai Lakshmi Mata !! Shubh-Gun Mandir Sundar, Kshirodadhi Jata, Ratna Chatu...

लक्ष्मीजी आरती (लिरिक्स)

भगवान विष्णु की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी का आह्वान भक्तजन साप्ताहिक दिन शुक्रवार, गुरुवार, वैभव लक्ष्मी व्रत तथा दीपावली में लक्ष्मी पूजन के दिन मुख्यतया अधिक करते हैं, जिसके अंतरगत भक्त माँ लक्ष्मी की आरती करने है। महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि । हरि प्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं च सर्वदे । सर्वभूत हितार्थाय, वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥ उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता । सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ दुर्गा रुप निरंजनि, सुख-संपत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ तुम ही पाताल निवासनी, तुम ही शुभदाता । कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी, भव निधि की त्राता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ जिस घर तुम रहती हो, ताँहि में हैं सद्‍गुण आता । सब सभंव हो जाता, मन नहीं घबराता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ तुम बिन यज्ञ ना होता, वस्त्र न कोई पाता । खान पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता । रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता । उँर आंनद समाता, पाप उतर जाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥

ॐ जय लक्ष्मी माता (MahaLaxmi Ji Ki Aarti) Lyrics in Hindi

ॐ जय लक्ष्मी माता (महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं) माता MahaLaxmi Ji Ki Aarti अनूप जलोटा जी के द्वारा गाई गई इस महालक्ष्मी जी की आरती (महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं) लिरिक्स हिंदी में गाना: महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं गायक: अनूप जलोटा संगीतकार: चंद्र कमल संगीत लेबल: नूपुर ऑडियो महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि । हरि प्रिये नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं च सर्वदे । सर्वभूत हितार्थाय वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत हर विष्णु विधाता ॥ उमा रमा ब्रम्हाणी तुम ही जग माता । सूर्य चद्रंमा ध्यावत नारद ऋषि गाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता॥ दुर्गा रुप निरंजनि सुख-संपत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्याता ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता॥ तुम ही पाताल निवासनी तुम ही शुभदाता । कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी भव निधि की त्राता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता॥ जिस घर तुम रहती हो ताँहि में हैं सद्‍गुण आता । सब सभंव हो जाता मन नहीं घबराता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता॥ तुम बिन यज्ञ ना होता वस्त्र न कोई पाता । खान पान का वैभव सब तुमसे आता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता॥ शुभ गुण मंदिर सुंदर क्षीरोदधि जाता । रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहीं पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता॥ महालक्ष्मी जी की आरती जो कोई नर गाता । उँर आंनद समाता पाप उतर जाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत हर विष्णु विधाता ॥ MahaLaxmi Ji Ki Aarti (Mahalaxmi Namastubhyam) lyrics in English Song: Singer: Anoop Jalota Music Director: Chandra Kamal Album: 50 Divine Essentials Music Label: Mahalakshmi Namastubhyam Namastubhyam Sureshvari । Hari Priye Namastubhyam Namastub...

om jai laxmi mata lyrics in hindi

Om Jai Laxmi Mata mp3 song Song – Om Jai Laxmi Mata Album - Aartiya Vol-3 Singer – Alka Yagnik Lyrics - Traditional Song Duration - 05:47 mins Category - Mata ke bhajan ( Devotional Song ) Lakshmi mata ki aarti Laxmi Ji Ki Aarti: मां लक्ष्मी की आरती, पढ़े ॐ जय लक्ष्मी माता | Laxmi Ji Ki Aarti: प्रत्येक शुक्रवार को करें मां लक्ष्मी की ये आरती | Jai Laxmi Mata Aarti Lyrics In Hindi deepawali special | diwali special धन की देवी अर्थात लक्ष्मी माता भगवान् विष्णु जी की पत्नी को माना गया हे | धन लाभ के लिए लक्ष्मी माता की आराधना करना शुभ माना गया हे | जो कोई भी श्री महालक्ष्मी जी की आरती और उनकी आराधना करता हे उसकी धन सम्बन्धी समस्या जरूर दूर होती हे | सभी लोग माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनकी आरती करते हे | विशेषकर दीवाली पर माता लक्ष्मी को पूजा जाता हे और उनकी आरती की जाती हे | जिससे घर में सुख सम्पदा का वास हो | और घर की सभी विपदाए दूर हो जाए | कहते हे माता लक्ष्मी जिस पर भी प्रसन्न हो जाती हे उसको सुख समृद्ध कर देती हे | दीपावली पर मां लक्ष्मी का घर में आगमन पर लोगों का भाग्य बदल जाता है। दिवाली पर पूज्य गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा के बाद आरती की जाती है, क्योंकि मां लक्ष्मी जब घर में आती हैं तो लोगों का भाग्य बदल जाता है। इस आरती " Om Jai Laxmi Mata mp3 song Lyrics " के लिरिक्स हिंदी और अंग्रेजी में नीचे दिए गए हे | आप उन्हें पढ़े और माता लक्ष्मी जी की आरती कीजिये | Om jai laxmi mata lyrics in hindi | लक्ष्मी जी की आरती लिरिक्स हिन्दी | Om Jai Lakshmi Mata Aarti Lyrics | Om jai laxmi mata lyrics in english