कंबल वाले बाबा कहां मिलेंगे

  1. Kambal Baba का सच आया सामने! लाखों लेकर कहां छिप गए बाबा?
  2. नीम करोली बाबा और उनकी चमत्कारी कहानी "बुलेटप्रूफ कंबल "


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Kambal Baba का सच आया सामने! लाखों लेकर कहां छिप गए बाबा?

Sirohi News | कंबल वाले बाबा की पोल खुलती नज़र आ रही है. खबर है कि कंबल वाले बाबा ने अपना ठिकाना बदल लिया है. वहीं पुलिस भी अभी तक बाबा का वेरिफिकेशन नहीं कर पाई है. देखिए पूरी खबर- #latestnews #RajasthanNews #news18rajasthan Live News | Rajasthan News in Hindi, राजस्थान समाचार | LIVE Rajasthan News | राजस्थान की बड़ी खबरें | Latest Hindi News | News18 Rajasthan Live Updates | news 18 live | hindi news | latest news | news 18 | news 18 hindi | hindi samachar | n18oc_rajasthanrajasthan news live, rajasthan news today, rajasthan news18, rajasthan news samachar,rajasthan news aaj ka samachar, live rajasthan, rajasthan samachar, rajasthan latest news#RajasthanLiveNews #LiveRajasthanNews #RajasthanSamachar #News18Rajasthan #Liverajasthan Kambal Baba का सच आया सामने! लाखों लेकर कहां छिप गए बाबा? | Sirohi News | Hindi News Sirohi News | कंबल वाले बाबा की पोल खुलती नज़र आ रही है. खबर है कि कंबल वाले बाबा ने अपना ठिकाना बदल लिया है. वहीं पुलिस भी अभी तक बाबा का वेरिफिकेशन नहीं कर पाई है. देखिए पूरी खबर- #latestnews #RajasthanNews #news18rajasthan Live News | Rajasthan News in Hindi, राजस्थान समाचार | LIVE Rajasthan New

नीम करोली बाबा और उनकी चमत्कारी कहानी "बुलेटप्रूफ कंबल "

हम आपको प्रस्तुत लेख में बाबा नीम करोली जी का जीवन परिचय एवं उनके जीवन से जुड़ी प्रसिद्ध किताब मिरिकल ऑफ लव में वर्णित कुछ चमत्कारी किस्सों का वर्णन कर रहें है। अगर इस लेख में कुछ त्रुटि हो या, अच्छा लगे तो हमारे फेसबुक पेज नीम करोली बाबा प्रारंभिक जीवन :- नीम करोरी बाबा या नीम करोली बाबा वर्तमान के सबसे महान संतो में गिना जाता है। बाबा नीम करौरी का जन्म 1900 ई के आस पास , ग्राम अकबरपुर जिला फिरोजाबाद ,उत्तर प्रदेश में माना जाता है। नीम करौरी बाबा का मूल नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। इनके पिता जी का नाम श्री दुर्गा प्रसाद शर्मा था। अकबरपुर में ही इनकी प्रारम्भिक शिक्षा हुई। मात्र 11 वर्ष की बाल्यवस्था में इनकी शादी हो गई थी। लेकिन बाबा जी ने शादी के बाद ही घर छोड़ दिया था। बाबा घर छोड़ कर गुजरात चले गए। 10 वर्ष गुजरात रहने के बाद, बाबा पिता जी के कहने पर वापस घर आये अपनी गृहस्थी सम्हाली, और उनके दो बेटे और एक बेटी भी थी। लेकिन नीम करोरी बाबा का मन गृहस्थी में नही लगा, वो फिर से घर गृहस्थी त्याग कर फिर बाबा बन कर भटकने लगे, इसी दौरान ,वो लक्ष्मण दास, हाड़ी वाला बाबा, तिकोनिया वाला बाबा आदि नामों से पहचाने लगे। कहा जाता है, कि मात्र 17 वर्ष की आयु में बाबा को ज्ञान प्राप्त हो गया था। नीम करोली बाबा बनने की कहानी हम सभी को पता है, कि बाबा का मूल नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। और बाबा को अनेक नामो से जाना गया। अब के मन मे यही सवाल रहेगा कि बाबा का नाम नीम करोली कैसे पड़ा ? बाबा नीम करोली नामकरण की एक रोचक घटना है, एक बार बाबा ट्रेन के प्रथम श्रेणी बोगी में यात्रा कर रहे थे। जब टिकट निरीक्षक आया तो बाबा के पास ट्रेन का टिकट नही था । टिकट निरीक्षक ने बाबा को एक छोटे से गांव नीम करोरी के प...