केदारनाथ मौसम

  1. Uttarakhand Char Dham Yatra Highway closed Yamunotri Kedarnath Badrinath Gangotri weather forecast alert
  2. केदारनाथ में एवलॉन्च आया, जोशीमठ में पहाड़ से गिरे पत्थर; ध्यान से करनी होगी चारधाम यात्रा
  3. Char Dham Yatra 2023: केदारनाथ धाम यात्रा पर मौसम ने लगाया ब्रेक, 8 मई तक रजिस्ट्रेशन पर फिर लगी रोक
  4. Cyclone Biparjoy: Uttarakhand weather forecast IMD Char Dham Kedarnath Badrinath Gangotri yamunotri
  5. Kedarnath Dham 2023: केदारनाथ जा रहे हैं तो ध्यान दें, मौसम विभाग ने 26 मई तक जारी किया बारिश का अलर्ट
  6. वर्ष 2019 में केदारनाथ के मौसम की जानकारी


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Uttarakhand Char Dham Yatra Highway closed Yamunotri Kedarnath Badrinath Gangotri weather forecast alert

उत्तराखंड चार धाम यात्रा पर पड़ी मौसम की मार, यमुनोत्री हाईवे बंद; केदारनाथ-बदरीनाथ, गंगोत्री NH का जानें हाल; मौसम पूर्वानुमान में अलर्ट उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 पर एक बार फिर मौसम की मार पड़ी है। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में अलर्ट है। यमुनोत्री हाईवे बंद है। केदारनाथ-बदरीनाथ, गंगोत्री हाईवे पर बारिश हो रही है। उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 पर एक बार फिर मौसम की मार पड़ी है। उत्तराखंड में खराब मौसम की वजह से तीर्थ यात्रियों की मुसीबत भी दोगुनी हो गई है। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में आईएमडी की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे के बाधित रहने से यात्रा प्रभावित होने लगी है। बुधवार को यमुनोत्री नेशनल हाईवे जगह-जगह भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बाधित रहा। जबकि, केदारनाथ, और बदरीनाथ हाईवे पर बारिश का दौर जारी है। गंगोत्री हाईवे हाईवे डाबरकोट और किसाला के समीप बंद पड़ा है। गंगोत्री हाईवे पर बंदरकोट के समीप लगातार पत्थर गिरने से मार्ग के खुलने और बंद होने का सिलसिला भी जारी रहा। इस कारण गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के दर्शन को जा रहे यात्रियों को जगह-जगह जाम में फंसकर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तो दूसरी ओर, केदारनाथ और बदरीनाथ रूट पर भी बारिश का दौर जारी रहा। लगातार हो रही बारिश की वजह से तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गंगोत्री-यमुनोत्री वाले उत्तरकाशी जिले में खराब मौसम के कारण पिछले दो दिन से बारिश का दौर जारी है। बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे स्यानाचट्टी के पास डाबरकोट में यातायात के लिए बाधित हो गया। डाबरकोट में दिनभर लगातार पत्थरों के गिरने का सिलसि...

केदारनाथ में एवलॉन्च आया, जोशीमठ में पहाड़ से गिरे पत्थर; ध्यान से करनी होगी चारधाम यात्रा

वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर उत्तराखंड में अभी भी जारी है। बारिश के साथ लगातार लैंड स्लाइडिंग की घटनाएं सामने आ रही है। इसका असर चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब यात्रा पर भी पड़ रहा है। बीते दिन केदारनाथ के पास आए एवलॉन्च के बाद से ही यात्रियों में डर का माहौल भी बना हुआ है। मौसम विभाग ने इस बीच अगले 4 दिन येलो अलर्ट जारी रखा है। यानी कि यात्रा करें, लेकिन अपना ख्याल भी रखें। बता दें कि केदारनाथ धाम में गुरुवार को एक बार फिर एवलॉन्च आया। मंदिर से 4 किलोमीटर दूर चोराबाड़ी ताल की ओर पहाड़ियों में हिमस्खलन हुआ। घटना सुबह की बताई जा रही है। एवलॉन्च आने के बाद लगभग 5 मिनट तक बर्फ का धुआं उठता दिखाई दिया। जिसके बाद श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई। इस दौरान लगभग 4 से 5 मिनट तक बस बर्फ के धुआं ही धुआं दिखाई दिया। हालांकि चंद मिनटों के बाद जब बर्फ का धुआं छंटा तो लोगों ने राहत की सांस ली। जोशी मठ में हुआ लैंड स्लाइड। लैंडस्लाइड से बदरीनाथ जाने वाली सड़क बंद जोशीमठ के पास हेलंग वैली में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए NTPC की सुरंग बन रही है। दावा किया जा रहा है कि गुरुवार को घाटी में नीचे किसी निर्माण कार्य के लिए धमाका किया गया, जिसके बाद पहाड़ का एक हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गिरा। इस भयंकर लैंडस्लाइड के बाद बदरीनाथ जाने वाली सड़क पूरी तरह तबाह हो गई है। हेमकुंड यात्रा के दौरान भी हुआ एवलॉन्च हेमकुंड यात्रा मार्ग पर भी बीते रविवार एवलॉन्च की चपेट में आकर 6 यात्री बर्फ में दब गए थे। समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जिसके बाद 5 यात्रियों को बचा लिया गया, लेकिन एक महिला का शव बरामद हुआ।

Char Dham Yatra 2023: केदारनाथ धाम यात्रा पर मौसम ने लगाया ब्रेक, 8 मई तक रजिस्ट्रेशन पर फिर लगी रोक

डीएनए हिंदीः उत्तराखंड चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2023) के दौरान श्रद्धालुओं को खराब मौसम के कारण बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. केदारनाथ धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2023) को भारी बर्फबारी और खराब मौसम के चलते एक बार फिर रोक दिया गया है. बीते बुधवार केदारनाथ घाटी में कुबेर हिमनद का एक हिस्सा टूटकर पैदल मार्ग पर आ गया था. जिसके चलते पूरा मार्ग बर्फ से ढक गया था. केदारनाथ धाम की यात्रा को पहले 3 मई तक के लिए रोका गया था जिसे शुरू करने के कुछ घंटों बाद ही फिर से बंद करना पड़ा है. बता दें कि, चार धाम की यात्रा (Char Dham Yatra 2023) के लिए गंगोत्री और यमुनोत्री (Gangotri Or Yamunotri) के कपाट 22 अप्रैल 2023, केदारनाथ (Kedarnath Dham) के कपाट 25 अप्रैल 2023 व बद्रीनाथ (Badrinath Dham) के कपाट 27 अप्रैल 2023 को खोले जा चुके हैं. यात्रा शुरू होने के बाद से ही यहां का मौसम खराब बना हुआ है. केदारनाथ में खराब मौसम (Kedarnath Dham Weather) की वजह से अब यात्रा के रजिस्ट्रेशन को 8 मई तक के लिए रोक दिया गया है. केदारनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी गई है. हालांकि श्रद्धालु registrationandtouristcare.uk.gov.in इस वेबसाइट पर आसानी से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इन टोल फ्री नंबर 01351364 और 1364 पर कॉल करके भी आप यात्रा का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. व्हाट्सएप के जरिए इस 8394833833 नंबर पर मैसेज कर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में

Cyclone Biparjoy: Uttarakhand weather forecast IMD Char Dham Kedarnath Badrinath Gangotri yamunotri

ऐसे में चार धाम यात्रा रूट पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों से अपील की जाती है कि वह यात्रा रूट पर जाने से पहले मौसम अपडेट जरूर लें। उत्तराखंड में मौसम बिगड़ने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 13 से 15 जून तक येलो अलर्ट रहेगा। आपको बता दें कि चार धाम यात्रा का शुभारंभ होने के साथ ही एमपी, गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, यूपी सहित देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्री उत्तराखंड में दर्शन को पहुंच रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, यूएसएनगर, नैनीताल जिलों में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, ओलावृष्टि एवं झक्कड़ 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने की संभावना है। 11 जून के लिए मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

Kedarnath Dham 2023: केदारनाथ जा रहे हैं तो ध्यान दें, मौसम विभाग ने 26 मई तक जारी किया बारिश का अलर्ट

Kedarnath Dham 2023: मानसून आने में अभी समय है, लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में पल-पल मौसम बदल रहा है. सुबह धूप खिलती है तो दोपहर होते-होते बारिश होने लगती है. बारिश की वजह से केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra 2023) प्रभावित हो रही है. मौसम खराब होने के कारण यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है. मौसम विभाग ने 26 मई तक बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की भविष्यवाणी भी सच साबित हो रही है. दोपहर बाद ओलावृष्टि के साथ ही बारिश हो रही है. इस बारिश का असर चारधाम यात्रा पर पड़ रहा है. खराब मौसम में सैलानियों को जानें से रोका जा रहा है प्रशासन की ओर से लगातार मौसम सही होने पर यात्रा करने की सलाह दी जा रही है. वहीं केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra 2023) में अब तक 4 लाख 75 हजार तीर्थयात्रियों ने बाबा के दर्शन कर लिए हैं. मौसम खराब होने के बावजूद इन दिनों हर दिन 22 से 24 हजार के करीब तीर्थयात्री बाबा के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. बारिश को लेकर जारी है अलर्ट वहीं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि अगले कुछ दिनों तक बारिश को लेकर हाई अलर्ट है. ऐसे में यात्री मौसम को देखते ही यात्रा करें. जो गाइड लाइन यात्रियों को दी जा रही है, उसका पालन करें. साथ ही अपने को ठंड से बचाने वाली आवश्यक सामग्री साथ लेकर चलें. उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को लेकर यात्रा पड़ावों में एहतियात बरतने को कहा गया है. एसडीआरएफ, पुलिस, यात्रा मैनेजमेंट, डीडीआरएफ के साथ एनडीआरएफ के जवान यात्रियों की हरसंभव मदद कर रहे हैं. Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

वर्ष 2019 में केदारनाथ के मौसम की जानकारी

Kedarnath Temple in Winter Season वर्ष 2019 में केदारनाथ का मौसम केदारनाथ देश के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है | यहाँ गर्मियों में ठंडा और सुखद वातावरण होता है जो की आराम के पल बिताने और केदार धाम के दर्शन करने का सही समय होता है | केदारनाथ का मौसम पूरे वर्ष भर हर माह के दौरान अक्सर बदलता रहता है | वर्तमान में केदारनाथ धाम के मौसम का पूर्वानुमान ग्रीष्मऋतु में केदारनाथ का मौसम गर्मियों में यहाँ का मौसम ठंडा होता है | इस दौरान आराम से शांति के पल बिताने और केदार धाम के दर्शन करने का सबसे सही समय होता है | इस मौसम में यहाँ का वातावरण बहुत सुखद रहता है | मंदिर के दर्शन करने, आसपास के रमणीय स्थलों को देखने और यात्रा करने के लिए ये सबसे उचित समय होता है | ग्रीष्मऋतु (मई से जून) में यहाँ का औसतन तापमान लगभग 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है | मानसून में केदारनाथ का मौसम मॉनसून में, भूस्खलन आने का खतरा रहता है इसलिए श्रद्धालुओ को मानसून के मौसम में केदारनाथ की यात्रा करने से बचना चाहिए | मानसून की शुरुवात जुलाई माह के अंत में होती है जबकि सितम्बर माह के शुरुवाती हफ्ते तक मानसून रहता है | मानसून (जुलाई से अगस्त) में कभी-कभी बारिश होती है और तापमान भी 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। शीतकालीन ऋतु में केदारनाथ का मौसम भारी बर्फबारी के कारण सर्दियों में, केदारनाथ मंदिर बंद होता है और कोई भी केदारनाथ में नहीं रहता है। 6 माह (नवंबर से अप्रैल) तक भगवान केदारनाथ की पालकी को गुप्तकाशी के पास उखीमठ नामक स्थान पर रखा जाता है और मई के महीने में वापस केदारनाथ में पूजा अर्चना के बाद स्थापित किया जाता है | मई माह में केदार धाम के कपाट सभी तीर्थयात्रियो के लिए खोल जाते है जो भगवान केदार क...