खनिज किसे कहते हैं इसका महत्व समझाइए

  1. शैल
  2. RBSE Class 8 Social Science Important Questions Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन
  3. खनिज (minerals in hindi) क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं इनका वर्गीकरण कीजिए
  4. खनिज लवण किसे कहते हैं ? mineral salts in hindi/ के स्रोत, कार्य, परिभाषा, प्रकार
  5. खनिज
  6. खनिज तत्व किसे कहते हैं इसके प्रकार और विशेषताएं
  7. शैल
  8. खनिज लवण किसे कहते हैं ? mineral salts in hindi/ के स्रोत, कार्य, परिभाषा, प्रकार
  9. खनिज
  10. RBSE Class 8 Social Science Important Questions Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन


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शैल

अनुक्रम • 1 प्रकार • 2 बेसाल्ट • 3 ग्रेनाइट • 4 सॅडिमॅन्टरी • 5 शैलों का आर्थिक महत्व • 6 सन्दर्भ • 6.1 टीका टिप्पणी प्रकार चट्टान मुख्यतः बेसाल्ट बेसाल्ट एक ज्वालामुखी चट्टान होती है। यह चट्टान काले भूरे रंग की होती है। यह चट्टान सूक्ष्म कणों से बनी होती है। इस प्रकार की चट्टान मेंटल के पिघलने की वजह से बनती है। इसका प्रयोग मूर्तियाँ बनाने में होता है। सॅडिमॅन्टरी • अर्गिलिते • आर्गोसे • कोल • डोलमाइट • फ्लिंट • ग्रिटस्टोन • लिग्नाइट • लाइम्स्टोन • मार्ल • मड्सटन • सँडस्टोन • स्लिटस्टोने शैलों का आर्थिक महत्व मनुष्य पृथ्वी तल पर विविध क्रियाकलाप लम्बे समय से कर रहा है। समय और तकनीकी विकास के साथ वह शैलों और खनिजों का विविध उपयोग करता रहा है। वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान जैसे-जैसे बढ़ता गया वैसे-वैसे मनुष्य की सुख-सुविधाओं के लिए शैलों और खनिजों की उपयोगिता बढ़ती गई। शैल और खनिज आर्थिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। ये सभी प्रकार की धातुओं, मूल्यवान पत्थर, उद्योगों के लिए माल और ईंधन के स्रोत हैं। शैलों के महत्व के संबंध में संक्षिप्त जानकारी नीचे दी गई है: • (1) • (2) भवन निर्माणकारी सामग्री शैलों से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्राप्त होती है। शैलें ही सभी प्रकार के भवनों की सामग्री का एकमात्रा स्रोत है। • (3) खनिजों के स्रोत: • (4) कच्चामाल: कई शैलों और खनिजों का उपयोग विभिन्न प्रकार के उद्योगों के लिए कच्चे माल के रूप में होता है। • (5) मूल्यवान पत्थर: विभिन्न प्रकार की रूपान्तरित अथवा आग्नेय शैलों से प्राप्त होते हैं। • (6) ईंधन: • (7) उवर्रक भी शैलों से प्राप्त किये जाते हैं। फास्फेट उर्वरक सन्दर्भ • Afrikaans • Alemannisch • Aragonés • العربية • ܐܪܡܝܐ • অসমীয়া • Ast...

RBSE Class 8 Social Science Important Questions Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन

Rajasthan Board RBSE Class 8 Social Science Important Questions Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन बहुचयनात्मक प्रश्न- प्रश्न 1. निम्न में से कौनसां खनिज धात्विक खनिज है- (क) लौह-अयस्क (ख) बॉक्साइट (ग) मैंगनीज (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौनसा खनिज अधात्विक खनिजों की श्रेणी में आता है- (क) चूना-पत्थर (ख) अभ्रक (ग) जिप्सम (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। प्रश्न 3. जब खनिजों को बाहर निकालने के लिए गहन कूपों की खुदाई की जाती है तो इसे कहा जाता है- (क) विवृत खनन (ख) प्रवेधन (ग) कूपकी खनन (घ) आखनन। उत्तर: (ख) प्रवेधन प्रश्न 4. हीरा, सोना तथा प्लेटिनम का सबसे बड़ा उत्पादक है- (क) भारत (ख) अफ्रीका (ग) यूरोप (घ) आस्ट्रेलिया। उत्तर: (ख) अफ्रीका प्रश्न 5. पश्चिम आस्ट्रेलिया के कालगूर्ली तथा कूलगार्डी क्षेत्रों में किस खनिज का निक्षेप होता है- (क) कोयला (ख) पैट्रोल (ग) सोना (घ) लौह-अयस्क। उत्तर: (ग) सोना प्रश्न 6. अधिक गहराई पर गहन वेधन करके खनिजों को बाहर निकालना कहलाता है- (क) कूपकी खनन (ख) विवृत खनन (ग) प्रवेधन (घ) आखनन। उत्तर: (क) कूपकी खनन प्रश्न 7. ऐलुमिनियम का उपयोग किया जाता है- (क) ऑटोमोबाइल एवं हवाई जहाज में (ख) बोतलबंदी उद्योग में (ग) रसोई के बर्तन बनाने में (घ) उपर्युक्त सभी में। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी में। प्रश्न 8. ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों में शामिल है- (क) खनिज तेल (ख) प्राकृतिक गैस (ग) कोयला (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। प्रश्न 9. निम्न में से कौनसा ऊर्जा का गैर-परम्परागत स्रोत है- (क) पवन ऊर्जा (ख) सौर ऊर्जा (ग) ज्वारीय ऊर्जा (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। रिक्त स्थानों की...

खनिज (minerals in hindi) क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं इनका वर्गीकरण कीजिए

पृथ्वी के भू-गर्भ से निकले गए भौतिक एवं रासायनिक गुणों वाले यौगिक जिनका संगठन निश्चित होता है खनिज (minerals in hindi) कहलाते हैं। खनिज पदार्थ भूमि के गर्भ को खोदकर निकाले जाते हैं इनका निर्माण चट्टानों के विघटन के कारण होता है। खनिज का अर्थ | minerals meaning in hindi खनिज का शाब्दिक अर्थ (minerals meaning in hindi) - खनिज शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हैं - खनि + ज जिसका अर्थ होता हैं, " खान से उत्पन्न" होने वाले पदार्थ । खनिज का अंग्रेजी अनुवाद मिनरल्स (minerals) होता है जिसका अर्थ " माइन" से होता हैं। खनिज क्या हैं? | minerals in hindi चट्टानों के विघटन से खनिजों का निर्माण होता है, प्राय: इनकी निश्चित आकृति या रूप भी होता है। दो या दो से अधिक तत्वों के रासायनिक योग से मिलकर बने पदार्थ खनिज (minerals in hindi) कहलाते हैं। खनिज पदार्थ प्रकृति में पाए जाने वाले समांग अकार्बनिक पदार्थ है जिन का रासायनिक संगठन निश्चित होता है। खनिज की परिभाषा | definition of minerals in hindi खनिज की परिभाषा - "निश्चित संगठन के ऐसे रासायनिक यौगिकों जो दो या दो से अधिक तत्वों से मिलकर बनते हैं खनिज (minerals in hindi) कहलाते हैं इस प्रकार प्रत्येक खनिज एक रासायनिक यौगिक होता है।" खनिज पदार्थों के महत्वपूर्ण गुण | Importance properties of minerals खनिज पदार्थों का महत्व निम्नलिखित है - • खनिज पदार्थों के विभिन्न रंग होते हैं, जैसे- नीले, हरे, पीले, आदि। • खनिजों में विभिन्न प्रकार की चमक होती है। जैसे - स्वर्ण, कॉपर, आदि में एक निश्चित धात्विक चमक होती है इसी प्रकार काँच, डायमन्ड आदि में अधात्विक चमक होती है। • खनिज पदार्थों का अपना अलग - अलग विशेष आकार होता है जिसे रवा कहते हैं। ये घनाकार चतु...

खनिज लवण किसे कहते हैं ? mineral salts in hindi/ के स्रोत, कार्य, परिभाषा, प्रकार

क्या है खनिज लवण की परिभाषा जाने हिंदी में कई प्रकार के खनिज लवण हमारे शरीर में अल्प मात्रा में आयनों के रूप में पाए जाते हैं। यह हमारे शरीर का लगभग 4 से 5% भाग बनाते हैं। इनको भोजन के द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है। इनकी बहुत ही कम मात्रा में शरीर में खपत होती है। लेकिन इनके बिना शरीर की सुचारु क्रियाशीलता को बनाए रखना असंभव होता है। इसलिए इन्हें अल्प पोषक कहा जाता है। खनिज तत्वों के प्रकार :- 1. लघु तत्व (minor elements) ऐसे तत्व जिनकी कुछ अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है उन्हें लघु तत्व कहते हैं। 2. अल्प तत्व ( trace elements) ऐसे तत्व जिनकी कुछ कम मात्रा में आवश्यकता होती है उन्हें अल्प तत्व कहते हैं। हमारे शरीर में खनिज लवणों का महत्व 1. कुछ खनिज लवण अस्थियों, दांतों, कैल्शियम फास्फेट के प्रमुख घटक होते हैं। 2. कुछ खनिज लवण कोशिका कला की पारगम्यता को प्रभावित करते हैं। 3. कुछ खनिज तत्व "पेशी संकुचन, रुधिर जामन और ह्रदय स्पंदन" आदि के लिए आवश्यक होते हैं। 4. कुछ खनिज आयन उपापचयी अभिक्रियाओं में अणुओं को जोड़ने वाले बंधों का काम करते हैं। 5. कुछ खनिज तत्व "एन्जाइमों के सहघटकों" का कार्य करते हैं। खनिज लवण की स्रोत :- लघु तत्व कैल्सियम के स्रोत :- हरी सब्जियां, पनीर, दूध, फलियां अनाज आदि। फास्फोरस के स्रोत :- दूध, अनाज पोटेशियम के स्रोत :- दूध, फल, सब्जियां, अनाज गंधक के स्रोत :- पनीर, अंडे, सेम सोडियम के स्रोत :- खाने वाला नमक मैग्नीशियम की स्रोत :- अनाज, हरी सब्जियां जिंक के स्रोत :- दूध, अनाज, समुद्री भोजन, अंडे क्लोरीन के स्रोत :- खाने वाला नमक लौह के स्रोत :- हरी सब्जियां, अनाज, फलियां, अंडे फ्लोरीन के स्रोत :- पीने वाला जल, चाय, समुद्री भोजन अल्प तत्व आयोडीन की ...

खनिज

खनिज प्राकृतिक रूप से विद्यमान समरूप तत्त्व हैं जिनकी एक निश्चित आन्तरिक संरचना है। एक खनिज विशेष जो निश्चित तत्त्वों का योग है, उन तत्त्वों का निर्माण उस समय के भौतिक व रासायनिक परिस्थितियों का परिणाम है। इसके फलस्वरूप ही खनिजों में विविध रंग, काठिन्य, सामान्यतः खनिज अयस्कों में पाए जाते हैं। किसी भी खनिज में अन्य अवयवों या तत्त्वों के मिश्रण या संचयन हेतु ' अनुक्रम • 1 नामकरण • 2 खनिज परिभाषा • 3 खनिज समूह और ठोस मिश्रण • 4 खनिजों के भौतिक गुण • 5 भौतिक गुण आमतौर पर इस्तेमाल किये जाते है • 5.1 मोहस कठोरता पैमाना • 6 खनिज और चट्टान में अन्तर • 7 चित्र दीर्घा • 8 खनिजों का बनना • 9 इन्हें भी देखें • 10 कड़ियाँ नामकरण [ ] मूलतः खनिज शब्द का अर्थ है- खनि + ज अर्थात् खान से उत्पन्न ( मिनरल (mineral) भी माइन(mine) से संबंध रखता है। खनिज परिभाषा [ ] खनिज होने के लिए उस पदार्थ को कठोर व खनिज समूह और ठोस मिश्रण [ ] खनिजों के भौतिक गुण [ ] वैसे तो खनिजों के गुण निम्न है 1.रंग 2 वर्ण रेखा या स्ट्रीक 3 द्युति 4 विभंग 5 विदलन 6 आपेक्षिक घनत्व 7 कठोर 8 आकार भौतिक गुण आमतौर पर इस्तेमाल किये जाते है [ ] • क्रिस्टल संरचना जानने के लिये, • मोहस कठोरता पैमाना [ ] • १ -- तालक Mg 3Si 4O10(OH) 2 • २ -- 4 · 2H 2O • ३ -- 3 • ४ -- fluorite CaF 2 • ५ -- Ca 5(PO 4) 3 (ओह, सी.एल. एफ) एपेटाइट • ६ -- KAlSi 3O8 orthoclase • ७ -- 2 • ८ -- 2SiO 4 • ९ -- 2O 3 • १० -- डायमंड सी (शुद्ध कार्बन) खनिज और चट्टान में अन्तर [ ] खनिज और चट्टानों में बहुत अन्तर है। चट्टानें खनिजों से बनी होती हैं, खनिज प्राकृतिक रूप से पाये जाते हैं। चित्र दीर्घा [ ] • खनिजों के उदाहरण (प्रत्येक वर्ग से एक) • • Afrikaans • Alemann...

खनिज तत्व किसे कहते हैं इसके प्रकार और विशेषताएं

खनिज संसाधन आधुनिक युग का आधार है। भारत में लगभग 100 से अधिक खनिज मिलते हैं तथा कुछ खनिजों के उत्पादन एवं भंडार में भारत की गिनती विश्व के खनिज संसाधन संपन्न देशों में की जाती है क्योंकि भारत में लगभग सभी प्रकार के खनिजों की प्राप्ति होती हैं। आज इस आर्टिकल में हम खनिज के बारे में बताएंगे कि खनिज क्या है यह कहां से प्राप्त होते हैं और भारत तथा अन्य देशों में खनिज की क्या भूमिका हैं। अभी तक लगभग 2000 से अधिक खनिजों की पहचान की जा चुकी है। लेकिन 30 खनिज ही आर्थिक दृष्टि से विशेष महत्व रखते हैं। भारत में स्वतंत्रता के बाद खनिजों के सर्वेक्षण और विकास की ओर काफी ध्यान दिया गया है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया तेल और प्राकृतिक गैस और निजी क्षेत्र की कंपनियां इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। अयस्क क्या है अयस्क वह पदार्थ होते हैं जिनमें खनिज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है तथा जिसमें से कम खर्च में ही धातु या खनिज प्राप्त की जा सकती है। सभी अयस्क खनिज होते हैं लेकिन सभी खनिज अयस्क नहीं होते हैं। उदाहरण के लिए एलुमिनियम का अयस्क बॉक्साइट है और जिंक का अयस्क कैलेमाइन या जिंक ब्लेड होता है। खनिजों के प्रकार खनिज मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं। • धात्विक खनिज • अधात्विक खनिज 1. धात्विक खनिज ऐसे खनिज जिनमें धातु होता है उसे धात्विक खनिज कहते हैं। जैसे :- लौह अयस्क, तांबा, मैंगनीज इत्यादि। धात्विक खनिज को दो भागों में बांटा गया हैं। (a). लौह युक्त खनिज :- जिन धात्विक खनिजों में लोहे के अंश अधिक पाए जाते हैं वह खनिज लौहयुक्त खनिज कहलाते हैं। जैसे :- लौह अयस्क, मैंगनीज, निकेल, टंगस्टन इत्यादि। (b). अलौहयुक्त खनिज :- जिन धात्विक खनिजों में लोहे के अंश बहुत कम पाए जाते हैं वह अलौह यु...

शैल

अनुक्रम • 1 प्रकार • 2 बेसाल्ट • 3 ग्रेनाइट • 4 सॅडिमॅन्टरी • 5 शैलों का आर्थिक महत्व • 6 सन्दर्भ • 6.1 टीका टिप्पणी प्रकार चट्टान मुख्यतः बेसाल्ट बेसाल्ट एक ज्वालामुखी चट्टान होती है। यह चट्टान काले भूरे रंग की होती है। यह चट्टान सूक्ष्म कणों से बनी होती है। इस प्रकार की चट्टान मेंटल के पिघलने की वजह से बनती है। इसका प्रयोग मूर्तियाँ बनाने में होता है। सॅडिमॅन्टरी • अर्गिलिते • आर्गोसे • कोल • डोलमाइट • फ्लिंट • ग्रिटस्टोन • लिग्नाइट • लाइम्स्टोन • मार्ल • मड्सटन • सँडस्टोन • स्लिटस्टोने शैलों का आर्थिक महत्व मनुष्य पृथ्वी तल पर विविध क्रियाकलाप लम्बे समय से कर रहा है। समय और तकनीकी विकास के साथ वह शैलों और खनिजों का विविध उपयोग करता रहा है। वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान जैसे-जैसे बढ़ता गया वैसे-वैसे मनुष्य की सुख-सुविधाओं के लिए शैलों और खनिजों की उपयोगिता बढ़ती गई। शैल और खनिज आर्थिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। ये सभी प्रकार की धातुओं, मूल्यवान पत्थर, उद्योगों के लिए माल और ईंधन के स्रोत हैं। शैलों के महत्व के संबंध में संक्षिप्त जानकारी नीचे दी गई है: • (1) • (2) भवन निर्माणकारी सामग्री शैलों से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्राप्त होती है। शैलें ही सभी प्रकार के भवनों की सामग्री का एकमात्रा स्रोत है। • (3) खनिजों के स्रोत: • (4) कच्चामाल: कई शैलों और खनिजों का उपयोग विभिन्न प्रकार के उद्योगों के लिए कच्चे माल के रूप में होता है। • (5) मूल्यवान पत्थर: विभिन्न प्रकार की रूपान्तरित अथवा आग्नेय शैलों से प्राप्त होते हैं। • (6) ईंधन: • (7) उवर्रक भी शैलों से प्राप्त किये जाते हैं। फास्फेट उर्वरक सन्दर्भ • Afrikaans • Alemannisch • Aragonés • العربية • ܐܪܡܝܐ • অসমীয়া • Ast...

खनिज लवण किसे कहते हैं ? mineral salts in hindi/ के स्रोत, कार्य, परिभाषा, प्रकार

क्या है खनिज लवण की परिभाषा जाने हिंदी में कई प्रकार के खनिज लवण हमारे शरीर में अल्प मात्रा में आयनों के रूप में पाए जाते हैं। यह हमारे शरीर का लगभग 4 से 5% भाग बनाते हैं। इनको भोजन के द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है। इनकी बहुत ही कम मात्रा में शरीर में खपत होती है। लेकिन इनके बिना शरीर की सुचारु क्रियाशीलता को बनाए रखना असंभव होता है। इसलिए इन्हें अल्प पोषक कहा जाता है। खनिज तत्वों के प्रकार :- 1. लघु तत्व (minor elements) ऐसे तत्व जिनकी कुछ अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है उन्हें लघु तत्व कहते हैं। 2. अल्प तत्व ( trace elements) ऐसे तत्व जिनकी कुछ कम मात्रा में आवश्यकता होती है उन्हें अल्प तत्व कहते हैं। हमारे शरीर में खनिज लवणों का महत्व 1. कुछ खनिज लवण अस्थियों, दांतों, कैल्शियम फास्फेट के प्रमुख घटक होते हैं। 2. कुछ खनिज लवण कोशिका कला की पारगम्यता को प्रभावित करते हैं। 3. कुछ खनिज तत्व "पेशी संकुचन, रुधिर जामन और ह्रदय स्पंदन" आदि के लिए आवश्यक होते हैं। 4. कुछ खनिज आयन उपापचयी अभिक्रियाओं में अणुओं को जोड़ने वाले बंधों का काम करते हैं। 5. कुछ खनिज तत्व "एन्जाइमों के सहघटकों" का कार्य करते हैं। खनिज लवण की स्रोत :- लघु तत्व कैल्सियम के स्रोत :- हरी सब्जियां, पनीर, दूध, फलियां अनाज आदि। फास्फोरस के स्रोत :- दूध, अनाज पोटेशियम के स्रोत :- दूध, फल, सब्जियां, अनाज गंधक के स्रोत :- पनीर, अंडे, सेम सोडियम के स्रोत :- खाने वाला नमक मैग्नीशियम की स्रोत :- अनाज, हरी सब्जियां जिंक के स्रोत :- दूध, अनाज, समुद्री भोजन, अंडे क्लोरीन के स्रोत :- खाने वाला नमक लौह के स्रोत :- हरी सब्जियां, अनाज, फलियां, अंडे फ्लोरीन के स्रोत :- पीने वाला जल, चाय, समुद्री भोजन अल्प तत्व आयोडीन की ...

खनिज

खनिज प्राकृतिक रूप से विद्यमान समरूप तत्त्व हैं जिनकी एक निश्चित आन्तरिक संरचना है। एक खनिज विशेष जो निश्चित तत्त्वों का योग है, उन तत्त्वों का निर्माण उस समय के भौतिक व रासायनिक परिस्थितियों का परिणाम है। इसके फलस्वरूप ही खनिजों में विविध रंग, काठिन्य, सामान्यतः खनिज अयस्कों में पाए जाते हैं। किसी भी खनिज में अन्य अवयवों या तत्त्वों के मिश्रण या संचयन हेतु ' अनुक्रम • 1 नामकरण • 2 खनिज परिभाषा • 3 खनिज समूह और ठोस मिश्रण • 4 खनिजों के भौतिक गुण • 5 भौतिक गुण आमतौर पर इस्तेमाल किये जाते है • 5.1 मोहस कठोरता पैमाना • 6 खनिज और चट्टान में अन्तर • 7 चित्र दीर्घा • 8 खनिजों का बनना • 9 इन्हें भी देखें • 10 कड़ियाँ नामकरण [ ] मूलतः खनिज शब्द का अर्थ है- खनि + ज अर्थात् खान से उत्पन्न ( मिनरल (mineral) भी माइन(mine) से संबंध रखता है। खनिज परिभाषा [ ] खनिज होने के लिए उस पदार्थ को कठोर व खनिज समूह और ठोस मिश्रण [ ] खनिजों के भौतिक गुण [ ] वैसे तो खनिजों के गुण निम्न है 1.रंग 2 वर्ण रेखा या स्ट्रीक 3 द्युति 4 विभंग 5 विदलन 6 आपेक्षिक घनत्व 7 कठोर 8 आकार भौतिक गुण आमतौर पर इस्तेमाल किये जाते है [ ] • क्रिस्टल संरचना जानने के लिये, • मोहस कठोरता पैमाना [ ] • १ -- तालक Mg 3Si 4O10(OH) 2 • २ -- 4 · 2H 2O • ३ -- 3 • ४ -- fluorite CaF 2 • ५ -- Ca 5(PO 4) 3 (ओह, सी.एल. एफ) एपेटाइट • ६ -- KAlSi 3O8 orthoclase • ७ -- 2 • ८ -- 2SiO 4 • ९ -- 2O 3 • १० -- डायमंड सी (शुद्ध कार्बन) खनिज और चट्टान में अन्तर [ ] खनिज और चट्टानों में बहुत अन्तर है। चट्टानें खनिजों से बनी होती हैं, खनिज प्राकृतिक रूप से पाये जाते हैं। चित्र दीर्घा [ ] • खनिजों के उदाहरण (प्रत्येक वर्ग से एक) • • Afrikaans • Alemann...

RBSE Class 8 Social Science Important Questions Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन

Rajasthan Board RBSE Class 8 Social Science Important Questions Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन बहुचयनात्मक प्रश्न- प्रश्न 1. निम्न में से कौनसां खनिज धात्विक खनिज है- (क) लौह-अयस्क (ख) बॉक्साइट (ग) मैंगनीज (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौनसा खनिज अधात्विक खनिजों की श्रेणी में आता है- (क) चूना-पत्थर (ख) अभ्रक (ग) जिप्सम (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। प्रश्न 3. जब खनिजों को बाहर निकालने के लिए गहन कूपों की खुदाई की जाती है तो इसे कहा जाता है- (क) विवृत खनन (ख) प्रवेधन (ग) कूपकी खनन (घ) आखनन। उत्तर: (ख) प्रवेधन प्रश्न 4. हीरा, सोना तथा प्लेटिनम का सबसे बड़ा उत्पादक है- (क) भारत (ख) अफ्रीका (ग) यूरोप (घ) आस्ट्रेलिया। उत्तर: (ख) अफ्रीका प्रश्न 5. पश्चिम आस्ट्रेलिया के कालगूर्ली तथा कूलगार्डी क्षेत्रों में किस खनिज का निक्षेप होता है- (क) कोयला (ख) पैट्रोल (ग) सोना (घ) लौह-अयस्क। उत्तर: (ग) सोना प्रश्न 6. अधिक गहराई पर गहन वेधन करके खनिजों को बाहर निकालना कहलाता है- (क) कूपकी खनन (ख) विवृत खनन (ग) प्रवेधन (घ) आखनन। उत्तर: (क) कूपकी खनन प्रश्न 7. ऐलुमिनियम का उपयोग किया जाता है- (क) ऑटोमोबाइल एवं हवाई जहाज में (ख) बोतलबंदी उद्योग में (ग) रसोई के बर्तन बनाने में (घ) उपर्युक्त सभी में। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी में। प्रश्न 8. ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों में शामिल है- (क) खनिज तेल (ख) प्राकृतिक गैस (ग) कोयला (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। प्रश्न 9. निम्न में से कौनसा ऊर्जा का गैर-परम्परागत स्रोत है- (क) पवन ऊर्जा (ख) सौर ऊर्जा (ग) ज्वारीय ऊर्जा (घ) उपर्युक्त सभी। उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी। रिक्त स्थानों की...