Kidney fail hone ke lakshan

  1. किडनी खराब होने से पहले मिलते हैं ये 10 संकेत
  2. Kidney fail hone ke lakshan
  3. किडनी फेल होने के संकेत
  4. kidney kharab hone ke lakshan, किडनी खराब होने के लक्षण
  5. पढ़िए किडनी खराब होने के ये हैं 14 लक्षण
  6. वे कौन से लक्षण हैं जो किडनी फेल होने की तरफ इशारा करते हैं


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किडनी खराब होने से पहले मिलते हैं ये 10 संकेत

किडनी की बीमारी (kidney failure symptoms in hindi) का पता कर पाना कई बार काफी ट्रिकी हो जाता है क्योंकि किडनी से संबंधित बीमारी के लक्षण (kidney problems symptoms in hindi) काफी वक्त बाद दिखाई देने शुरू होते हैं और तब तक किडनी को काफी अधिक नुकसान पहुंच चुका होता है। यहां तक कि कई बार chronic Kidney Disease (CKD) को साइलेंट कंडीशन भी बताया जाता है क्योंकि इसका पता लगा पाना बहुत ही मुश्किल होता है और अधिकतर लोग इसकी शुरुआती स्टेज के बारे में बिल्कुल नहीं जानते हैं। वैसे तो बाद में इसके लक्षणों का पता चलने से अधिक मदद नहीं होती है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आपको इस बीमराी के शुरुआती लक्षणों की जानकारी नी हो। इस वजह से याद रखें कि कोई भी एक्शन लेने से पहले आपको लक्षणों के दिखने का इंतजार नहीं करना चाहिए। साथ ही यदि आपको हाइपरटेंशन या फिर शुगर की बीमारी है तो आपको साल में कम से कम एक बार किडनी की बीमारी का टेस्ट करा लेना चाहिए ताकि आपको अपने eGFR रेट के बारे में पता चल सके। Table of Contents • • किडनी खराब होने लक्षण | Kidney kharab hone ke lakshan हो सकता है कि आपको किडनी की बीमारी के शुरुआत में कुछ लक्षण (किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण) दिखाई दें लेकिन कई बार किडनी की बीमारी के लक्षण (किडनी की बीमारी के 10 संकेत) इसके बढ़ जाने के बाद ही दिखाई देते हैं। किडनी की बीमारी का ट्रीटमेंट किडनी में हो रहे डैमेज को कम करने में मदद करता है और इसके कारणों को कंट्रोल करने में मदद करता है लेकिन जरूरी नहीं है कि किडनी के नुकसान को कंट्रोल करने से आपकी किडनी डैमेज का खतरा भी कम हो जाए। कई बार किडनी की बीमारी आखिरी स्टेज तक पहुंच जाती है और किडनी फेलियर (kidney failure symptoms in hindi...

Kidney fail hone ke lakshan

Kidney fail hone ke lakshan : दुनियाभर में लाखों की तादाद में ऐसे लोग हैं जो किडनी से संबधित समस्‍याओं (Side effects of kidney failure) से जूझ रहे हैं और उन्‍हें इसकी जानकारी तक नही है। दरअसल, कई बार हमें किडनी की समस्‍याओं (Kidney Problem) के लक्षण (Kidney failure symptoms in hindi) तो दिखते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में हम इसे पहचान नहीं पाते। कई लोग तो इन लक्षणों ( kidney kharab honey ke lakshan) को किसी अन्‍य समस्‍या की वजह समझकर गलत इलाज भी करने लगते हैं। लेकिन सही समय पर इलाज ना होने की वजह से आगे चलकर किडनी फेल होने की होने की भी आशंका बन जाती है। किडनी फेल होने का मतलब है कि आपकी किडनी की 85-90% फीसदी काम करने की क्षमता खतम हो गई है। जिंदा रहने के लिए किडनी का जितना काम करना जरूरी है किडनी उस स्थिति में उतना काम नहीं कर पा रही है। किडनी खराब होने (Kidney kharab hone ke lakshan kya hai) पर इसका कोई इलाज संभव नहीं है, लेकिन इलाज करके लंबी उम्र तक जिंदा रहा जा सकता है। जरूरी नहीं है कि जिन लोगों की किडनी खराब हो जाएं उनकी मौत तय है। किडनी खराब होने पर भी लोग उसका इलाज करके लम्बे समय तक जिंदा रहते हैं। आइए हम बताते हैं कि वो कौन से लक्षण है जो बताते हैं कि हमारी किडनी पर गलत असर ( kidney fail hone ke lakshan) पड़ रहा है और उसके इलाज की जरूरत है। पेशाब ज्यादा आना अगर किडनी में परेशानी शुरू होती है तो सबसे पहले उसका असर पेशाब पर पड़ता है। आमतौर पर दिन में 8-10 बार पेशाब (High urine output kidney failure) आना स्‍वाभाविक है लेकिन इससे ज्यादा पेशाब का आना किडनी खराब (Kidney damages symptoms in hindi) होने का संकेत हो सकता है। कई बार पेशाब में जलन और खून आने की भी परेशानी का...

किडनी फेल होने के संकेत

Symptoms of Kidney failure – किडनी फेल Kidney failure, Kidney fail hone ke sanket किडनी फेल की होने की अंतिम स्थिति से तात्पर्य किडनी के पूरी तरह काम न कर पाने से है। यदि कोई व्यक्ति किडनी फेल होने की अंतिम स्थिति में होता है तो उसके लिए कुछ नहीं किया जा सकता। इस अवस्था में Dialysis ही एकमात्र हल होता है. Dialysis के जरिये शरीर का अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकाला जाता है. अत: यह महत्वपूर्ण है कि जब भी आपको किडनी से संबंधित कोई समस्या आए तो आप तुरंत किसी योग्य व पेशेवर चिकित्सक की सलाह लें। यहाँ किडनी फेल होने की चेतावनी से संबंधित लक्षणों के बारे में बताया गया है। अपने तथा अपने प्रिय लोगों के स्वाथ्य का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है अत: इन लक्षणों के बारे में जानें। मुँह से बदबू निकलना और स्वाद भी खराब हो जाना अगर दूसरे लक्षण नजर में नहीं भी आ रहे हैं तो यह लक्षण साफ नजर आता है। किडनी के खराब होने के कारण रक्त में यूरिया का स्तर बढ़ जाता है जिसके कारण मुँह से बदबू निकलने लगता है और जीभ का स्वाद भी बिगड़ जाता है। एडेमा: एडेमा के पहले चरण में केवल पैरों में सूजन आती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किडनी शरीर से पानी बाहर नहीं निकाल पाती। इससे शरीर में पानी भर जाने की समस्या हो जाती है। एनीमिया: किडनी का एक मुख्य काम शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को व्यवस्थित बनाये रखना है। दुर्भाग्य से जब किडनी फेल होना शुरू होती है तो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में कमी आ जाती है जिसके कारण एनीमिया होता है। हेमेट्युरिया: जब किडनी फेल होना प्रारंभ होती है तो आपके मूत्र में रक्त के लाल थक्के दिखाई देते हैं। किडनी की समस्या होने पर विभिन्न लोगों को विभिन्न तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैस...

kidney kharab hone ke lakshan, किडनी खराब होने के लक्षण

पूरे शरीर में सूजन किडनी खराब होने का सबसे बड़ा लक्षण पूरे शरीर में सूजन है। किडनी शरीर का अतिरिक्त पानी और नमक निकालने का काम करती है। इसके ठीक तरह से कार्य ना करने की वजह से शरीर में पानी बढ़ जाता है जिसकी वजह से पूरे शरीर में सूजन आ जाती है। ये बेहद गंभीर स्थिति है जिसमें फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सांस लेने में तकलीफ होना किडनी खराब होने पर शरीर में पानी बढ़ जाता है और यही पानी फेफड़ों में भर जाता है जिसकी वजह से फेफड़े अपना काम ठीक तरह से नहीं कर पाते। ऐसे में सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है। ये लक्षण धूम्रपान करने पर भी सामने आते हैं लेकिन इसे अनदेखा ना करें, ये किडनी के खराब होने का संकेत भी हो सकता है। बेहोश हो जाना अगर बिना किसी बीमारी या कारण के व्यक्ति बेहोश हो जाए और ऊपर दिए गए कई लक्षण उसमें दिखाई दे रहे हों तो समझिए कि यह चिंता की बात है। जब किडनी की परेशानी बहुत गंभीर स्थिति में पहुंच जाती है और उसे कोई इलाज नहीं मिलता तब शरीर के पास आखिरी रास्ता यही संकेत होता है जिससे वो बताता है कि किडनी खराब हो रही है। • Navjot Mehta Silver 1 क्रम 1000 प्वाइंट • Apail Kapoor Silver 2 क्रम 622 प्वाइंट • Ps Murthy Silver 3 क्रम 546 प्वाइंट • Dinesh Silver 4 क्रम 515 प्वाइंट • Jyoti Silver 5 क्रम 515 प्वाइंट • Nihar Ranjan Pradhan Silver 6 क्रम 513 प्वाइंट • Abhinav Agrawal Silver 7 क्रम 512 प्वाइंट • Tejveer Yadav Silver 8 क्रम 512 प्वाइंट • Paresh Redkar Silver 9 क्रम 510 प्वाइंट • Akash Roy Silver 10 क्रम 1163 प्वाइंट • Ashish Aggarwal Silver 1 क्रम 1303 प्वाइंट • Usumit0187 Gold 2 क्रम 10032 प्वाइंट • Pinchu0003 Gold 3 क्रम 5016 प्वाइंट • Gaurav Sharma Silver 4 ...

पढ़िए किडनी खराब होने के ये हैं 14 लक्षण

किडनी शरीर का एक ऐसा अंग होता है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को छानकर पेशाब के रूप में निकालने में मदद करती है. रक्त को साफ करने का काम करने वाली किडनी आमतौर पर हमारी लापरवाही का शिकार होती है. आज विश्व किडनी दिवस है तो इस मौके पर आप अपनी किडनी के बारे में जानें और उसे स्वस्थ रखने का प्रण ले. हमारी किडनी शरीर के बीचो बीच कमर के पास होती है. यह अंग मुट्ठी के बराबर होता है. हमारे शरीर में दो किडनियां होती हैं. अगर एक किडनी पूरी तरह से खराब हो जाए तो भी शरीर ठीक चलता रहता है. हृदय के द्वारा पम्प किए गए रक्त का 20 प्रतिशत किडनी में जाता है, जहां यह रक्त साफ होकर वापस शरीर में चला जाता है. इस तरह से किडनी हमारे रक्त को साफ कर देती है और सारे टॉक्सिन्स पेशाब के जरिए शरीर से बाहर कर देती है. खराब जीवनशैली और कभी-कभी दवाईयों के कारण किडनी के ऊपर बूरा प्रभाव पड़ता है. किडनी के बीमारी के बारे में सबसे बूरी बात यह है कि इसका पता प्रथम अवस्था में नहीं चलता है. जब ये अंतिम अवस्था में चला जाता है तब इसका पता चलता है, इसलिए इसको साइलन्ट किलर कहते हैं. इसलिए किडनी के बीमारी के प्रथम अवस्था को समझने के लिए उसके लक्षणों के बारे में पता लगाना ज़रूरी होता है. किडनी के खराब होने के दूसरे लक्षण उसके 80% खराब होने के बाद नजर में आते हैं. किडनी खराब होने के हैं ये 14 लक्षण: 1. पेशाब करने की मात्रा और समय में बदलाव आना: किडनी के बीमारी के प्रथम अवस्था में पेशाब की मात्रा और होने के समय में बदलाव आने लगता है. यूरिनरी के कार्य में बदलाव. 2. पेशाब की मात्रा बढ़ जाना या एकदम कम हो जाना: पेशाब की मात्रा या तो बढ़ जाती है या कम हो जाती है. 3. पेशाब का रंग बदल जाना: पेशाब का रंग गाढ़ा हो जाना या रंग में ...

वे कौन से लक्षण हैं जो किडनी फेल होने की तरफ इशारा करते हैं

डॉक्टरी है तो विज्ञान ही, लेकिन इस मामले में वह रहस्यमय और जादूनुमा हो जाता है कि यहां दो और दो को जोड़ने पर प्राय: चार नहीं बनते. डॉक्टरी में गणित प्राय: गलत ही साबित होता है पर यह बात सामान्यजन के गले नहीं उतरती. वह मान तथा जान ही नहीं पाता कि यदि डॉक्टर ने ईसीजी ठीक बताया था तो फिर मरीज एक घंटे बाद ही हार्ट अटैक से कैसे मर गया या कि यदि खून की रिपोर्ट में मलेरिया नेगेटिव बताया गया है तो भी डॉक्टर ने मलेरिया का इलाज क्यों दिया. ऐसा तमाशा किडनी की बीमारियों के केस में सबसे ज्यादा है. विशेष तौर पर किडनी फेल्योर के मामले में किडनी या गुर्दे के विषय में बताने को इतनी सारी बातें हैं कि एक कॉलम में तो नहीं समझाई जा सकतीं. अगले एक-दो अंकों में हम इस विषय पर पूरी बात करने का प्रयास करेंगे. किडनी एक बेहद स्पेशलाइज्ड अंग है. इसकी रचना में लगभग तीस तरह की विभिन्न कोशिकाएं लगती हैं. यह बेहद पतली नलियों का अत्यंत जटिल फिल्टर है जो हमारे रक्त से पानी, सोडियम, पोटेशियम तथा ऐसे अनगिनत पदार्थों को साफ करके पेशाब के जरिए बाहर करता है. यह फिल्टर इस मामले में अद्भुत है कि यहां से जो भी छनकर नली से नीचे आता है उसे किडनी आवश्यकतानुसार वापस रक्त में खींचती भी रहती हैं, और ऐसी पतली फिल्ट्रेशन नलियों की तादाद होती है? एक गुर्दे में ढाई लाख से लगाकर नौ लाख तक नेफ्रान या नलियां रहती हैं. हर मिनट लगभग एक लीटर खून इनसे प्रवाहित होता है ताकि किडनी इस खून को साफ कर सके. एक दिन में लगभग डेढ़ हजार लीटर खून की सफाई होती है. और गुर्दे केवल यही काम नहीं करते बल्कि यह तो उसके काम का एक पक्ष है, जिसके बारे में थोड़ा-थोड़ा पता सामान्यजनों को भी है परंतु क्या आपको ज्ञात है कि किडनी का बहुत बड़ा रोल प्रोटीन, का...