लक्ष्मी पूजन की आरती

  1. Laxmi Ji Ki Aarti : ॐ जय लक्ष्मी माता… पूजा के दौरान इस आरती को गाकर मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न
  2. दीपावली पर पूजा कैसे करें, पूजन विधि, सामग्री और लक्ष्मी आरती
  3. [PDF] लक्ष्मी माता की आरती
  4. diwali 2021 maa laxmi ganesh puja aarti lyrics in hindi diwali ke din ki aarti
  5. Laxmi Ji Ki Aarti:प्रत्येक शुक्रवार को करें मां लक्ष्मी की ये आरती, धन


Download: लक्ष्मी पूजन की आरती
Size: 32.54 MB

Laxmi Ji Ki Aarti : ॐ जय लक्ष्मी माता… पूजा के दौरान इस आरती को गाकर मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न

Laxmi Aarti And Chalisa : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है। जिनके पूजन से आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं। ऐसी पौराणिक कथाएं हैं कि धन की देवी मां लक्ष्मी की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी। कहा जाता है देवी लक्ष्मी जिस घर में वास करती हैं वहां हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है। मां को प्रसन्न करने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं। लेकिन आप धन की देवी मां लक्ष्मी को इनकी आरती उतार कर और चालीसा का पाठ करके प्रसन्न कर सकते हैं। लक्ष्मी माता की आरती (Laxmi Ji Ki Aarti) : ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निस दिन सेवत हर-विष्णु-धाता॥ ॐ जय… तुम पाताल-निरंजनि, सुख-सम्पत्ति-दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि-धन पाता॥ ॐ जय… तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता। कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनि, भवनिधि की त्राता॥ ॐ जय… जिस घर तुम रहती, तहं सब सद्गुण आता। सब सम्भव हो जाता, मन नहिं घबराता॥ ॐ जय… तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न हो पाता। खान-पान का वैभव सब तुमसे आता॥ ॐ जय… शुभ-गुण-मंदिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता। रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहिं पाता॥ ॐ जय… महालक्ष्मीजी की आरती, जो कई नर गाता। उर आनन्द समाता, पाप शमन हो जाता॥ ॐ जय… श्री लक्ष्मी चालीसा (Shree Laxmi Chalisa) : दोहा मातु लक्ष्मी करि कृपा करो हृदय में वास। मनोकामना सिद्ध कर पुरवहु मेरी आस॥ सिंधु सुता विष्णुप्रिये नत शिर बारंबार। ऋद्धि सिद्धि मंगलप्रदे नत शिर बारंबार॥ टेक॥ सोरठा यही मोर अरदास, हाथ जोड़ विनती करूं। सब विधि करौ सुवास, जय जननि जगदंबिका॥ ॥ चौपाई ॥ सिन्धु सुता मैं सुमिरौं तोही। ज्ञान बुद्धि विद्या दो मोहि॥ तुम समान नहिं कोई उपकारी। सब विधि पुरबहु आस हमारी॥ जै जै जगत जननि जगदम्बा। स...

दीपावली पर पूजा कैसे करें, पूजन विधि, सामग्री और लक्ष्मी आरती

दीपावली जगमगाते दीपों का पर्व है. पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम 14 वर्षों के वनवास को पूरा कर अयोध्या लौटे थे. जिनके स्वागत के लिए पूरे अयोध्यों को दीपों से रोशन किया गया था. दीपोत्सव अन्धकार पर प्रकाश की विजय का पर्व हैं. प्रत्येक त्यौहार की अपनी अनूठी परंपरा होती हैं. इस दिन माता लक्ष्मी, सरस्वती और मूषकराज विनायक की पूजा सभी घरों ने की जाती हैं. इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान माता लक्ष्मी प्रकट हुई थी. हिन्दू धर्म में पूजन का खासा महत्व हैं. पूजा करने के बाद सभी एक दुसरे को दीपावली की शुभकामनाएँ देते हैं. बच्चे पूजन पूर्ण होने की प्रतीक्षा करते है. पूजन के बाद बच्चे बम-फटाके छोड़ते हैं. दीपावली उत्सव कैसे मनाएं (How to celebrate Deepawali Festival in Hindi) Table of Contents • • • • दीपावली उत्सव की तैयारी नवरात्रि पर्व के आते ही शुरू हो जाती है. दीपावली पर्व में हिंदू सांस्कृतिक महत्व तो है ही साथ ही साथ उस का वैज्ञानिक महत्व भी है. सभी लोग इस त्यौहार के आने के पूर्व अपने घरों की साफ-सफाई प्रारंभ कर देते हैं. और घरों का रंग रोगन का कार्य भी करते हैं. दीपोत्सव के दौरान घरों की साज सज्जा भी की जाती है. इस दौरान सभी घरों के प्रमुख द्वार पर रंगोलियां भी मनाई जाती है. सभी लोग अपने घरों के बाहर रंग बिरंगी लाइटें लगाते हैं. और पर्व की खुशियां मनाते हैं. दोस्तों ध्यान रहे हैं कि, हिंदू पर्व के दौरान हमें स्वदेशी लाइटों का ही इस्तेमाल करना चाहिए. ताकि हमारे छोटे व्यापारी और गरीब परिवारों की आजीविका बढ़ सके. स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से देश का पैसा देश में ही रहेगा. दीपावली के त्यौहार से समाज में सामाजिक समरसता का भाव आता है क्योंकि सभी धर्मों के लोग इस त्योहा...

[PDF] लक्ष्मी माता की आरती

लक्ष्मी माता की आरती Lyrics भगवान विष्णु की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी का आह्वान भक्तजन साप्ताहिक दिन शुक्रवार, गुरुवार, वैभव लक्ष्मी व्रततथा दीपावलीमें लक्ष्मी पूजन के दिन मुख्यतया अधिक करते हैं, जिसके अंतरगत भक्त माँ लक्ष्मी की आरती करते है। पूजा के बाद आरती उतारी जाती है, क्योंकि मां लक्ष्मी घर में आती हैं तो लोगों का भाग्य बदल जाता है। आइए आप भी मां लक्ष्मी की आरती करिये ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता । सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता । कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता । सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता । खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता । रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥

diwali 2021 maa laxmi ganesh puja aarti lyrics in hindi diwali ke din ki aarti

दिवाली आरती संग्रह : हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक अमावस्या तिथि पर दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। दिवाली की शाम को माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, देवी सरस्वती, धन के देवता कुबेर और मां काली की पूजा होती है। मान्यता है कि कार्तिक अमावस्या तिथि पर मां लक्ष्मी समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुई थी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दिवाली की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर ही भ्रमण करती हैं। दिवाली पर लक्ष्मी- गणेश की पूजा- अर्चना करने के बाद ये आरती जरूर करें... जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।। एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी, माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी। पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा, लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।। .. जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।। अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया। 'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा .. माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी। कामना को पूर्ण करो जय बलिहारी। माता लक्ष्मी की आरती- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन * सेवत हरि विष्णु विधाता ॐ जय लक्ष्मी माता-2 उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॐ जय लक्ष्मी माता-2 दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॐ जय लक्ष्मी माता-2 तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता ॐ जय लक्ष्मी माता-2 जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता ॐ जय लक्ष्मी माता-2 तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न...

Laxmi Ji Ki Aarti:प्रत्येक शुक्रवार को करें मां लक्ष्मी की ये आरती, धन

Laxmi Ji Ki Aarti: प्रत्येक शुक्रवार को करें मां लक्ष्मी की ये आरती, धन-वैभव की होगी प्राप्ति विस्तार Laxmi Ji Ki Aarti: हिंदू धर्म में किसी भी प्रकार की पूजा के बाद आरती करने का विधान है। चाहे किसी भी देवी-देवता की पूजा की जाए बिना आरती के वह अधूरी मानी जाती है। धार्मिक शास्त्रों में भी आरती करने का विशेष महत्व बताया गया है। जिस तरह सभी देवी-देवता की पूजा विधि अलग प्रकार से की जाती है, ठीक उसी प्रकार प्रत्येक देवी-देवता के लिए अलग आरती गाई जाती है। मां लक्ष्मी धन की देवी हैं और उन्हीं की कृपा से मनुष्य को धन-वैभव की प्राप्ति होती है। ऐसे में प्रत्येक शुक्रवार को मां महालक्ष्मी के पूजन के बाद उनकी आरती अवश्य करनी चाहिए। यहां मां महालक्ष्मी की आरती लिरिक्स दी जा रही है। इसकी मदद से पूजा के दौरान आप आरती कर सकते हैं... ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता तुमको निशदिन सेवत मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। उमा रमा ब्रह्माणी तुम ही जगमाता मैया तुम ही जगमाता सूर्य चन्द्रमा ध्यावत नारद ऋषि गाता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। दुर्गा रूप निरंजनी सुख सम्पत्ति दाता मैया सुख सम्पत्ति दाता जो कोई तुमको ध्यावत ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। तुम पाताल निवासिनि तुम ही शुभदाता मैया तुम ही शुभदाता कर्मप्रभावप्रकाशिनी भवनिधि की त्राता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। जिस घर में तुम रहती सब सद्गुण आता मैया सब सद्गुण आता सब सम्भव हो जाता मन नहीं घबराता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। तुम बिन यज्ञ न होते वस्त्र न कोई पाता मैया वस्त्र न कोई पाता खान पान का वैभव सब तुमसे आता ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।। शुभ गुण मन्दिर सुन्दर क्षीरोदधि जाता मैया सुन्दर क्षीरोदधि जाता रत्न चतुर्दश तुम बिन ...