Long emotional story hindi

  1. Romentic Story in Hindi
  2. Father Daughter Emotional Story In Hindi
  3. मायके वालो ने यही सिखाया है ज़ुबान चलाना, Long Emotional Story Hindi » Meri Kahaniyan
  4. 5 Heart Touching Friendship Story in Hindi
  5. कहानी : मां तुम ऐसी होती हो। Emotional Hindi Story on Mother
  6. All Hindi Stories
  7. Father Daughter Emotional Story In Hindi
  8. स्त्री का घर...इमोशनल कहानी
  9. मायके वालो ने यही सिखाया है ज़ुबान चलाना, Long Emotional Story Hindi » Meri Kahaniyan
  10. 5 Heart Touching Friendship Story in Hindi


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Romentic Story in Hindi

आदरणीय पाठक, नमस्कार! आज हम आपके लिए एक खास कहानी “ Romentic Story in Hindi | शादी का पहला सावन”लेकर आएं हैं| हो सकता है की यह कहानी पढ़कर आपकी आँखों में आंसू झलक पड़े| आपको हमारी यह कहानी कैसी लगी हमें Comment Section में ज़रूर बताएँ| Romentic Story in Hindi | शादी का पहला सावन देख रहे हो रोहित ये बारिश इसकी बूँदें उसे बहुत पसन्द थी। इन बूँदों के गिरने के साथ वो पैरों में घुघुरूँ बाँध कर नाचा करती थी। इतनी खूबसूरत लगती थी वो कि उसके सामने मोर भी फीके पड़ जाते थे। उसे बारिश बहुत पसन्द थी, और आज भी पसन्द होगी। आज इस बारिश के साथ उठने वाली मिट्टी की खुशबू फिर से उन दिनों में ले जाकर मुझे छोड़ आयी है। जब हम बरसात के मौसम पर सड़क पर यूँ ही घूमते हुए घर आते थे। “ये बारिश भी बड़ी अजीब है लोगों के लिए पानी है और मेरे लिए बरसते इश्क़ की कहानी है” पहाडी़ के पीछे जो वो ढाँबा है, जहाँ मैं चाय पीने जाता हूँ वहाँ की चाय उसे बहुत पसन्द थी। हम हर बरसात में कॉलेज से लौटते वक्त वहाँ की चाय जरूर पीते थे। चाय वैसे भी भी उसे बहुत पसन्द थी। मई, जून की दोपहरी में भी वो चाय पीना पसन्द करती थी, और जब मैं मना करता था तो बडी़ नजाकत से कहती थी… जनाब आपके लिए सिर्फ चाय होगी मेरे लिए तो इश्क़ है…. फिर मैं कहता था कि जब चाय से इश्क़ है तो मैं क्या हूँ? तो वो कहती थी.. “तुम और मैं तो एक हैं, तो मेरी पसन्द तुम्हारी भी पसन्द है” और ये बोलकर हँसने लगती थी, जानते हो क्योंकि चाय मुझे कभी पसन्द नहीं थी और ये बात वो जानती थी। हाँ कभी कहा नहीं मैंनें उससे लेकिन उसे पता चल गया था। तुम्हें पता है जिस दिन हमारी शादी तय हुई ,उस दिन भी ये बादल ऐसे ही जोर से बरस रहे थे। हमारे साथ इन्होंनें भी उस खुशी को महसूस किया था। य...

Father Daughter Emotional Story In Hindi

इस सवाल के जवाब में पिता ने कहा, “हाँ, एक बार ऐसा कुछ हुआ था, जब तुम्हारी वज़ह से मैं रोया था.” यह सुनकर लड़की उस बात को जानने के लिए उत्सुक हो गई कि आखिर वह क्या बात थी, जिसने उसके पिता को रुला दिया था. इस उत्सुकतता को शांत करने के लिए पिता वह किस्सा सुनाने लगा – “बात उस समय है, जब तुम ८ माह की थी. एक दिन मैंने तुम्हारे सामने तीन चीज़ें रखी – एक पेन, एक सिक्का और एक खिलौना. मैं ये जानना चाहता था कि तुम उन चीजों में से क्या उठाओगी. उनमें पेन बुद्धिमत्ता का प्रतीक था, सिक्का धन का और खिलौना मनोरंजन का प्रतीक था. मैं ये सब बस एक मैंने देखा कि कुछ देर बैठकर तुम उन चीज़ों को देखती रही. फिर घुटने के बल पर चलते हुए उनकी ओर बढ़ी. जब मैंने तुम्हें आगे बढ़ते हुए देखा, तो मेरी धड़कने मानो सी रुक गई. लेकिन अगले ही पल तुमने उन सभी चीज़ों को अपने हाथ से एक तरफ हटा दिया और आगे बढ़कर मेरी गोद में चली आई. बस यही वो पल था, जब मेरा दिल भर आया था और तुम्हारी वज़ह से मैं रो पड़ा था.” यह किस्सा सुनकर लड़की की आँखों में आँसू आ गए. Father Daughter Relationship Story In Hindi Video Friends, आपको ये ‘ Father Daughter Emotional Story In Hindi‘ कैसी लगी? आप अपने comments के द्वारा हमें अवश्य बतायें. ये ‘ Pita Beti Ki Kahani‘ पसंद आने पर Like और Share करें. ऐसी ही और Emotional, Heart Touching Stories, Moral Stories, Motivational Stories & Kids Stories In Hindi पढ़ने के लिए हमें Subscribe कर लें. Thanks. इन कहानियों को भी अवश्य पढ़ें : क्रोध पर कहानियाँ दोस्ती पर कहानियाँ

मायके वालो ने यही सिखाया है ज़ुबान चलाना, Long Emotional Story Hindi » Meri Kahaniyan

प्रिय पाठको आज की कहानी पारिवारिक मूल्यों पर आधारित कहानी है जिसका टाइटल ‘मायके वालो ने यही सिखाया है ज़ुबान चलाना’ तथा ये कहानी एक Long Emotional Story Hindi है , जोकि शायद आपको पसंद आये , कहानी को अंत तक ज़रूर पढ़े। Long Emotional Story Hindi निधि अभी ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रही थी तभी उसके मोबाइल बज उठा मोबाइल देखा तो, निधि के पापा का फ़ोन था, निधि ने फ़ोन उठाया उधर से घबराईहुई आवाज़ आयी बेटा तुम्हारी मम्मी की तबियत ठीक नहीं, तुम आ जाओ, निधि भी घबरा गयी और वो अपनी सास के पास आयी,”मम्मी जी, मेरी माँ की तबियत खराब है। पापा ने अभी अभी फोन किया था। मैं दो चार दिन के लिए मायके जाना चाहती हूँ।” निधि ने सुबह की चाय देते हुए अपनी सासू माँ कावेरी जी से कहा |”राहुल से पूछ लिया? क्या कहा उसने ? ” कावेरी जी ने पूछा। “उन्हें अभी नहीं बताया है। वे बाथरुम में हैं। अभी तुरंत फोन आया था | बाथरूम से निकलेंगें तो बता दूंगी।” निधि ने कहा ।”क्या बताना है मुझे। “तभी राहुल बाथरूम से निकल कर माँ की बगल में बैठते हुए बोला । “वो तो हर समय उनलोगों को कुछ न कुछ होता ही रहता है। अब उम्र हो गई। बुढ़ापे का समय है तो कुछ न कुछ तो होगा ही । इस उम्र में संतान को माता पिता के साथ होना चाहिए, पर वो लोग भी क्या करें, उनकी संतान तो उन्हें छोड़ कर विदेश में बैठी है।”कावेरी जी निधि को सुनाते हुए बोली। “भैया सिर्फ कुछ साल के लिए गए हैं। तीन साल पूरे हो गये हैं। दो साल के बाद वे लोग वापस यहाँ आ जायेंगे।” निधि ने कहा। “तबतक तुम लगी रहो। शादी के दो साल हो गये, पर तुम्हारा ध्यान तो वही लगा रहता है। यहाँ का तो कुछ ख्याल ही नहीं। शाम को राहुल के साथ चली जाना और मिलकर आ जाना। ” कावेरी जी ने राहुल की ओर देखते हुए कहा। हाँ...

5 Heart Touching Friendship Story in Hindi

दोस्ती दिल का रिश्ता होता हैं, जो हमें कभी अकेला महसूस नहीं होने देता है और ये रिश्ता हमें एक अलग दुनिया में जीने की प्रेरणा देता है। दोस्ती दो या दो से अधिक लोगों के बीच में होने वाला ऐसा रिश्ता हैं जो हमेशा ही दिल से निभाया जाता है। हमें एक हँसते जीवन के लिए दोस्ती बहुत ही जरूर हैं। आज हम यहां पर आपको दोस्ती की कीमत एक व्यक्ति के जीवन में क्या होती है Short Story About Friendship With Moral in Hindi के माध्यम से बतायेंगे। यहां पर हमने अलग-अलग Dosti Short Story in Hindi शेयर की हैं। जो बहुत ही छोटी है, पर इनके पीछे सच्ची दोस्ती का महत्व छुपा है। आपको इसे पुरा जरूर पढ़ना चाहिए। सच्ची दोस्ती पर बेहतरीन कहानियां – Heart Touching Story in Hindi विषय सूची • • • • • साथ के वो दिन (Sath ke Wo Din) इतना बड़ा शहर और इस शहर के एक कोने में कॉलेज, इसी कॉलेज के रूम नं. 12 में वो सब। एक याद सी बन गये थे, जिनका वापस इस तरह से साथ दिखना शायद ही हो पाएं। शुरूआत में सभी नये-नये और मासूम ही दिख रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे समय बितता सभी अपना असली रूप सामने लाने में पीछे नहीं हटे। इन्हीं नये और मासूमों में कुछ का मेरे से मिलन हुआ और “हमारा वो सफ़र (Hamara Wo Safar)” की शुरूआत हुई। पर उस समय ये कहां मालूम था कि ये सभी नए चेहरे इतने करीब आकर इस तरह बिछड़ जाएंगे कि वापस मिलना भी संभव न हो पायेगा। सभी कॉलेज की दिनचर्या से Free होकर तनाव दूर करने के लिए कॉलेज की कैंटीन में मिलते और हम में से किसी एक का चयन केन्टीन के बिल देने के लिए होता। सभी का यूं मिलना और उसी जगह पर Birthday Celebrate करना और किसी Event की Planning करना। इन सभी से हमारे बीच में एक नई डोर सी बन गई, जो सभी को एक साथ रहने के लिए मजबूर ...

कहानी : मां तुम ऐसी होती हो। Emotional Hindi Story on Mother

विमल बहुत परेशान था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वो इस परिस्थिति से कैसे निबटे। वो अपनी मां को बहुत चाहता था किंतु उसकी पत्नी और बच्चे उसकी मां से बहुत दूर भागते थे, क्योंकि उसकी मां की एक आंख नहीं थी, साथ ही उसकी कमर भी 90 अंश पर झुकी थी। वैसे वह अपना काम सब खुद कर लेती है किंतु फिर भी वो उसकी पत्नी और बच्चों के लिए हमेशा खटकती है। विमल बाजू के कमरे से सब सुन रहा था। उसे कष्ट हो रहा था कि उसकी मां को अपमानित होना पड़ रहा है किंतु वो असहाय था। अगर वो कुछ कहता है तो पत्नी और बच्चे उसका विरोध करने लगते हैं। दूसरे उनके तर्क भी सही लगते हैं। चूंकि वो एक प्रशासनिक अधिकारी था, उसका सामाजिक स्तर बहुत ऊंचा था, उसकी ससुराल भी एक उच्च घराने में थी अत: वह चुपचाप इस तरह हर दिन अपनी मां को अपमानित होते देखता रहता था। आज तुम जिस सामाजिक स्तर पर हो, वो इन्हीं के संघर्षों की देन है और बेटा विमल, तुम्हें शायद मालूम न हो कि बचपन में जब तुम 1 साल के थे तब छत से नीचे गिरने के कारण तुम्हारी एक आंख फूट गई थी और तुम्हारी रीढ़ की हड्डी में भी समस्या थी। तब तुम्हारी इस कुरूप मां ने अपनी एक आंख और अपना बोन मेरो तुम्हें देकर इतना सुन्दर स्वरूप दिया था।

All Hindi Stories

कहानियों ( Stories) का हमारे जीवन पर एक अद्भुत असर होता है| एक छोटी सी कहानी, हमारे विचारों में बड़ा बदलाव ला सकती है|हैप्पीहिंदी.कॉम पर हम केवल चुनिन्दा ऐसी कहानियां ( Hindi Stories) ही प्रकाशित करते हैं जो वाकई में हमारे जीवन में परिवर्तन ला सके| हमें उम्मीद हैं कि ये हिंदी स्टोरीज आपकी जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन लायेंगी| Collection of Best Hindi Stories अद्भुत कहानियां – Best Kahaniya Best Inspirational Stories in Hindi – प्रेरक हिंदी कहानियां Success Stories – महान लोगों की सफलता की कहानियां Success Stories of Entrepreneurs – उद्यमियों की सफलता की कहानियां Real Life Incidents (Stories) in Hindi – प्रेरक प्रसंग Moral Stories in Hindi For Children – शिक्षाप्रद हिंदी कहानियां

Father Daughter Emotional Story In Hindi

इस सवाल के जवाब में पिता ने कहा, “हाँ, एक बार ऐसा कुछ हुआ था, जब तुम्हारी वज़ह से मैं रोया था.” यह सुनकर लड़की उस बात को जानने के लिए उत्सुक हो गई कि आखिर वह क्या बात थी, जिसने उसके पिता को रुला दिया था. इस उत्सुकतता को शांत करने के लिए पिता वह किस्सा सुनाने लगा – “बात उस समय है, जब तुम ८ माह की थी. एक दिन मैंने तुम्हारे सामने तीन चीज़ें रखी – एक पेन, एक सिक्का और एक खिलौना. मैं ये जानना चाहता था कि तुम उन चीजों में से क्या उठाओगी. उनमें पेन बुद्धिमत्ता का प्रतीक था, सिक्का धन का और खिलौना मनोरंजन का प्रतीक था. मैं ये सब बस एक मैंने देखा कि कुछ देर बैठकर तुम उन चीज़ों को देखती रही. फिर घुटने के बल पर चलते हुए उनकी ओर बढ़ी. जब मैंने तुम्हें आगे बढ़ते हुए देखा, तो मेरी धड़कने मानो सी रुक गई. लेकिन अगले ही पल तुमने उन सभी चीज़ों को अपने हाथ से एक तरफ हटा दिया और आगे बढ़कर मेरी गोद में चली आई. बस यही वो पल था, जब मेरा दिल भर आया था और तुम्हारी वज़ह से मैं रो पड़ा था.” यह किस्सा सुनकर लड़की की आँखों में आँसू आ गए. Father Daughter Relationship Story In Hindi Video Friends, आपको ये ‘ Father Daughter Emotional Story In Hindi‘ कैसी लगी? आप अपने comments के द्वारा हमें अवश्य बतायें. ये ‘ Pita Beti Ki Kahani‘ पसंद आने पर Like और Share करें. ऐसी ही और Emotional, Heart Touching Stories, Moral Stories, Motivational Stories & Kids Stories In Hindi पढ़ने के लिए हमें Subscribe कर लें. Thanks. इन कहानियों को भी अवश्य पढ़ें : क्रोध पर कहानियाँ दोस्ती पर कहानियाँ

स्त्री का घर...इमोशनल कहानी

"तुम्हें कितनी बार बताया है, मेरे तैयार होने से पहले मेरा नाश्ता तैयार हो जाना चाहिए। शादी के 25 सालों बाद भी मुझे क्यों बार-बार एक ही बात बतानी पड़ती है, लता! तुम्हें क्या है?तुम तो आराम से घर पर राहोगी मुझे काम पर जाना पड़ता है। तुम हो कि हमेशा बेवकूफो जैसी हरकत करती हो। अगर तुम यह जानबूझकर करती हो तो याद रखना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा" आज भी प्रशांत का पारा चढ़ा हुआ था। इन कटु शब्दों में अपना गुस्सा उतारते हुए, गीला तोलिया कुर्सी पर फेंकते हुए प्रशांत गुस्से से लता की तरफ देखने लगा। लता के लिए प्रशांत का यह बेवजह का गुस्सा कोई नई बात नहीं थी। वह महीने में तीन चार बार ऐसे ही लता पर बरस पढ़ता था। पहले पहले लता उसका विरोध किया करती थी लेकिन जब कई सालों तक प्रशांत में कोई बदलाव नहीं दिखा तो लता ने खुद को ही बदल दिया। अब प्रशांत के कुछ भी कहने से लता को कोई फर्क नहीं पड़ता था। प्रशांत की हर बात वो चुपचाप सिर नीचे झुकाए सुन लेते थी। शादी के पहले 5 साल तक लता ने पूरी कोशिश की थी कि प्रशांत को बदला जाए। लेकिन फालतू का गुस्सा करना और बाद में लता को भला बुरा कहना यह मानो जैसे उसकी आदत बन गई थी। कोई भी वाद-विवाद होता तो प्रशांत सीधा लता को बोल देता,"अगर मैं तुम्हें अच्छा नहीं लगता तो क्यों नहीं चली जाती अपने मायके? क्यों रहती हो मेरे साथ?" इतना सब कुछ होने के बावजूद लता प्रशांत के साथ रहती थी क्योंकि उसे अपनी बेटी की फिक्र थी। और वह जाति भी तो कहा अपने बूढ़े हो चुके मां-बाप को इस उम्र में परेशान करना वह नहीं चाहती थी। समाज और लोग क्या कहेंगे? यह भी तो उसे देखना था। वह इतनी पढ़ी-लिखी भी तो नहीं थी कि खुद जाकर कोई नौकरी कर सके और अपना और अपनी बेटी का पालन पोषण कर सके। लता को अब अपनी ...

मायके वालो ने यही सिखाया है ज़ुबान चलाना, Long Emotional Story Hindi » Meri Kahaniyan

प्रिय पाठको आज की कहानी पारिवारिक मूल्यों पर आधारित कहानी है जिसका टाइटल ‘मायके वालो ने यही सिखाया है ज़ुबान चलाना’ तथा ये कहानी एक Long Emotional Story Hindi है , जोकि शायद आपको पसंद आये , कहानी को अंत तक ज़रूर पढ़े। Long Emotional Story Hindi निधि अभी ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रही थी तभी उसके मोबाइल बज उठा मोबाइल देखा तो, निधि के पापा का फ़ोन था, निधि ने फ़ोन उठाया उधर से घबराईहुई आवाज़ आयी बेटा तुम्हारी मम्मी की तबियत ठीक नहीं, तुम आ जाओ, निधि भी घबरा गयी और वो अपनी सास के पास आयी,”मम्मी जी, मेरी माँ की तबियत खराब है। पापा ने अभी अभी फोन किया था। मैं दो चार दिन के लिए मायके जाना चाहती हूँ।” निधि ने सुबह की चाय देते हुए अपनी सासू माँ कावेरी जी से कहा |”राहुल से पूछ लिया? क्या कहा उसने ? ” कावेरी जी ने पूछा। “उन्हें अभी नहीं बताया है। वे बाथरुम में हैं। अभी तुरंत फोन आया था | बाथरूम से निकलेंगें तो बता दूंगी।” निधि ने कहा ।”क्या बताना है मुझे। “तभी राहुल बाथरूम से निकल कर माँ की बगल में बैठते हुए बोला । “वो तो हर समय उनलोगों को कुछ न कुछ होता ही रहता है। अब उम्र हो गई। बुढ़ापे का समय है तो कुछ न कुछ तो होगा ही । इस उम्र में संतान को माता पिता के साथ होना चाहिए, पर वो लोग भी क्या करें, उनकी संतान तो उन्हें छोड़ कर विदेश में बैठी है।”कावेरी जी निधि को सुनाते हुए बोली। “भैया सिर्फ कुछ साल के लिए गए हैं। तीन साल पूरे हो गये हैं। दो साल के बाद वे लोग वापस यहाँ आ जायेंगे।” निधि ने कहा। “तबतक तुम लगी रहो। शादी के दो साल हो गये, पर तुम्हारा ध्यान तो वही लगा रहता है। यहाँ का तो कुछ ख्याल ही नहीं। शाम को राहुल के साथ चली जाना और मिलकर आ जाना। ” कावेरी जी ने राहुल की ओर देखते हुए कहा। हाँ...

5 Heart Touching Friendship Story in Hindi

दोस्ती दिल का रिश्ता होता हैं, जो हमें कभी अकेला महसूस नहीं होने देता है और ये रिश्ता हमें एक अलग दुनिया में जीने की प्रेरणा देता है। दोस्ती दो या दो से अधिक लोगों के बीच में होने वाला ऐसा रिश्ता हैं जो हमेशा ही दिल से निभाया जाता है। हमें एक हँसते जीवन के लिए दोस्ती बहुत ही जरूर हैं। आज हम यहां पर आपको दोस्ती की कीमत एक व्यक्ति के जीवन में क्या होती है Short Story About Friendship With Moral in Hindi के माध्यम से बतायेंगे। यहां पर हमने अलग-अलग Dosti Short Story in Hindi शेयर की हैं। जो बहुत ही छोटी है, पर इनके पीछे सच्ची दोस्ती का महत्व छुपा है। आपको इसे पुरा जरूर पढ़ना चाहिए। सच्ची दोस्ती पर बेहतरीन कहानियां – Heart Touching Story in Hindi विषय सूची • • • • • साथ के वो दिन (Sath ke Wo Din) इतना बड़ा शहर और इस शहर के एक कोने में कॉलेज, इसी कॉलेज के रूम नं. 12 में वो सब। एक याद सी बन गये थे, जिनका वापस इस तरह से साथ दिखना शायद ही हो पाएं। शुरूआत में सभी नये-नये और मासूम ही दिख रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे समय बितता सभी अपना असली रूप सामने लाने में पीछे नहीं हटे। इन्हीं नये और मासूमों में कुछ का मेरे से मिलन हुआ और “हमारा वो सफ़र (Hamara Wo Safar)” की शुरूआत हुई। पर उस समय ये कहां मालूम था कि ये सभी नए चेहरे इतने करीब आकर इस तरह बिछड़ जाएंगे कि वापस मिलना भी संभव न हो पायेगा। सभी कॉलेज की दिनचर्या से Free होकर तनाव दूर करने के लिए कॉलेज की कैंटीन में मिलते और हम में से किसी एक का चयन केन्टीन के बिल देने के लिए होता। सभी का यूं मिलना और उसी जगह पर Birthday Celebrate करना और किसी Event की Planning करना। इन सभी से हमारे बीच में एक नई डोर सी बन गई, जो सभी को एक साथ रहने के लिए मजबूर ...