माता रानी के छंद

  1. जग जननी माँ वैष्णो देवी
  2. माता रानी का ये मंदिर उड़ा देगा आपके होश, जानिए क्या है इससे जुड़ी खास बात?
  3. माता रानी का ध्यान धरिये भजन लिरिक्स
  4. मालिक छंद "राधा रानी"
  5. वैष्णो देवी
  6. माता रानी की शायरी


Download: माता रानी के छंद
Size: 67.58 MB

जग जननी माँ वैष्णो देवी

अनुक्रम • 1 कथानक • 2 कलाकार • 2.1 मुख्य • 2.2 पुनरावर्ती • 3 संदर्भ • 4 बाहरी संबंध कथानक [ ] देवी 2 दिसंबर 2019 को, स्टार भारत दो धारावाहिकों, कलाकार [ ] मुख्य [ ] • • • बाल देवी पुनरावर्ती [ ] • • तीन देवी (त्रिदेवी) • देवी • मनीषा रावत देवी • देवी • शुभांगी के रूप में ऐश्वर्या राज भाकुनी • प्रीतिका चौहान तीन देवता (त्रिमूर्ति) • विकास सलगोत्रा भगवान • कपिल आर्य भगवान • अमरदीप गर्ग भगवान • राम यशवर्धन / • भगवान • शैलेश गुलाबानी भगवान • भारती के रूप में शैली प्रिया पांडे, वैष्णवी की सबसे अच्छी दोस्त, 12 साल बाद, संकट के समय में वैष्णवी अभी भी भारती की मदद करती है। • अतहर सिद्दीकी • स्वर्ण सागर की पत्नी कदिका के रूप में प्रीत कौर मदन • रत्नाकर सागर के भाई स्वर्ण सागर के रूप में विजय बदलानी • आरव चौधरी सेनापति महिपाल के रूप में, श्रीपुरम के सेनापति • महाराज विमर्गसेन के रूप में कुणाल बख्शी • विकास वर्मा, मूर के रूप में, नीदरलैंड के पूर्व शासक • बाल चंद्र सागर / बाल प्रसाद के रूप में आर्यवर्त मिश्रा • श्रीधर के रूप में कुलदीप दुबे • कुंभकी के रूप में रोहित कुमार • सौरभ सेवल असर विभूतिनाथ के रूप में • सौरभ देशपांडे / गौरव कोठारी रेचक के रूप में • रज्जो के रूप में आकृति शर्मा • सिकंदर खरबंदा पिसाचराज के रूप में • • दानिश अख्तर सैफी • खुशवंत वालिया भीम के रूप में • आदि ईरानी देवेंद्र के रूप में • ज्योति त्यागी के रूप में गीता त्यागी • नरेंद्र के रूप में नवीन पंडिता • भक्ति के रूप में नेहा बम • भद्रकी के रूप में गौरव वालिया • किशोरी के रूप में आरुषि शर्मा • संदीप शर्मा पंडित जटाशंकर के रूप में संदर्भ [ ] • The Times of India (अंग्रेज़ी में). 18 September 2019 . अभिगमन तिथि 11 N...

माता रानी का ये मंदिर उड़ा देगा आपके होश, जानिए क्या है इससे जुड़ी खास बात?

• 6 hours ago • 8 hours ago • 9 hours ago • 9 hours ago • 11 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 14 hours ago • 15 hours ago • 15 hours ago • 16 hours ago • 17 hours ago • 18 hours ago • 20 hours ago • 23 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 38.8°C शास्त्रों की बात , जानें धर्म के साथ क्या आपने कभी सुना है कि मां के दरबार में महिलाएं नहीं जा सकती। जी हां निरई माता के इस मंदिर में महिलाओं का जाना और पूजा-पाठ करना वर्जित है। सिर्फ ये ही नहीं बल्कि महिलाओं को यहां के प्रसाद को खाने की इजाजत तक भी नहीं है। ये ही नहीं। जहां एक तरफ माता रानी के नाम से ही सपष्ट है। माता का हार-श्रृंगार आदि। वहीं इस मंदिर में मां को सुहाग का सामान नहीं चढ़ाया जाता।बल्कि यहां माता रानी को प्रसन्न करने के लिए सुहाग की जगह जानवरों की भेंट की जाती है। ये सारी बातें हर किसी को सोचने में मजबूर कर देती है कि ऐसा क्यों। तो आज हम आपको बताएंगे माता रानी के इस रहस्यमयी भवन के बारें में कुछ दिलचस्प बातें। तो आईए जानते हैं बता दें माता के इस द्वार को निरई व निराई माता के नाम से भी जाना जाता है। ये मंदिर छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला से 12 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर स्थित है। ये श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। निरई माता को लगभग 200 सालों से पूजा जा रहा है। माता रानी के इस एक दरबार में बहुत सारी अनोखी बातें छिपी हैं। इस मंदिर की सबसे अनोखी बात ये है कि इस परिसर के कपाट सुबह 4 से 9 बजे तक सिर्फ 5 घंटे के लिए ही खोले जाते हैं। इस दौरान यहां भक्तो...

माता रानी का ध्यान धरिये भजन लिरिक्स

जय माता दी, जय माता दी, मिल के सब जन बोलो । बोलो जय माता दी, जय माता दी, मिल के सब जन बोलो ।। माता रानी का ध्यान धरिये । काम जब भी कोई करिए ।। कोई मुश्किल हो पल में टलेगी, हर जगह पे सफलता मिलेगी । सच्चे दिल से प्रणाम करिए ।। काम जब भी कोई करिए । जय माता दी, जय माता दी ।। रूप इनका सबसे निराला, इसी रूप से है जग में उजाला । नाम इनका सदा सुमरिये ।। काम जब भी कोई करिए । जय माता दी, जय माता दी ।। देवी माँ की करो दिल से भक्ति, भक्ति देती है जीने की शक्ति । जग में फिर न किसी से डरिये ।। काम जब भी कोई करिए । जय माता दी, जय माता दी ।। जय माता दी, जय माता दी, मिल के सब जन बोलो । बोलो जय माता दी, जय माता दी, मिल के सब जन बोलो ।। माता रानी का ध्यान धरिये । काम जब भी कोई करिए ।। हमें उम्मीद है की माता रानी का ध्यान धरिये भजन लिरिक्स | Mata Rani Ka Dhyan Dhariye Lyrics” + Video + Audio बहुत पसंद आया होगा। “ Mata Rani Ka Dhyan Dhariye Lyrics” पर आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे। सभी प्रकार के नए भजन • वो बात करो पैदा तुम अपनी जुबान में … • आरती कीजे श्री रघुवर की लिरिक्स | A… • हार बैठा हूँ दुनिया से लिरिक्स | Ha… • शुभ दीपवाली आई मंगल दीप जलाओ लिरिक्… • सांवरे को दिल में बसा के तो देखो लि… • Sai Chalisa Lyrics in Hindi –… • पकड़ लो हाथ बनवारी नहीं तो डूब जाएंग… • मेरे साई सावरिया आजा लिरिक्स | Mere… • Ujjain Mahakaleshwar Ki Aarti Lyric… • Nagarkot Ki Jwala Rani Lyrics • मईया के दर पे भक्त है आये लिरिक्स |… • बंजारन मै बंजारन भोले तेरी बंजारन ल… • शुक्लाम्बरधरं विष्णुं शशिव...

मालिक छंद "राधा रानी"

0 Shares मालिक छंद “राधा रानी” चंद्र चाँदनी, मुदित मोहिनी राधा। बिना तुम्हारे श्याम सदा ही आधा।। युगल रूप में तुम मोहन की छाया। एकाकार हुई लगती दो काया।। वेणु रूप में तुम जब शोभित होती। श्याम अधर रसपान अमिय में खोती।। दृश्य अलौकिक रसिक भक्त ये पीते। भाव भक्ति में सुध बुध खो वे जीते।। वृंदावन की हो तुम वृंदा रानी। जहाँ श्याम ने रहने की नित ठानी।। सुमन सेज सुखदायक नित बिछ जाती। निधिवन में जब श्याम सलोनी आती।। रमा, राधिका, रुकमिण तुम ही सीता। प्रेम भाव से हरि को हरदम जीता।। है वृषभानु सुता का वैभव न्यारा। राधा नाम तुम्हारा शुचि अति प्यारा।। ◆◆◆◆◆◆◆ मालिक छंद विधान – ( मालिक छंद एक सम मात्रिक छंद है, जिसमें प्रति चरण 20 मात्रा रहती हैं। इसका मात्रा विन्यास निम्न है- अठकल + अठकल + गुरु गुरु = 8, 8, 2, 2 = 20 मात्रा। (अठकल में 4+4 या 3+3+2 दोनों हो सकते हैं।) चरणान्त गुरु-गुरु(SS) अनिवार्य है। दो-दो या चारों चरण समतुकांत होते हैं। ●●●●●●●● शुचिता अग्रवाल ‘शुचिसंदीप’ तिनसुकिया, असम नाम- शुचिता अग्रवाल ‘शुचिसंदीप’ (विद्यावाचस्पति) जन्मदिन एवम् जन्मस्थान- 26 नवम्बर 1969, सुजानगढ़ (राजस्थान) पिता-स्वर्गीय शंकर लालजी ढोलासिया माता- स्वर्गीय चंदा देवी परिचय-मैं असम प्रदेश के तिनसुकिया शहर में रहती हूँ। देश की अनेक साहित्यिक प्रतिष्ठित शाखाओं से जुड़ी हुई हूँ। सम्मान पत्र- कविसम्मेलन,जिज्ञासा,रचनाकार,साहित्य संगम संस्थान,काव्य रंगोली,आदि संस्थाओं से सम्मान पत्र प्राप्त हुए। काव्य रंगोली’ द्वारा ‘समाज भूषण-2018’ “आगमन” द्वारा ‘आगमन काव्य विदुषी सम्मान-2019’ एवं साहित्य के क्षेत्र में प्राइड वीमेन ऑफ इंडिया ‘2022’ प्राप्त हुआ है। साहित्य संगम संस्थान द्वारा “विद्यावाचस्पति(डॉक्टरेट)” की मा...

वैष्णो देवी

पिंडी स्वरूप; मुख्य दर्शन स्थल गुफा के अंदर का नजारा धर्म संबंधी जानकारी सम्बद्धता महालक्ष्मी, महाकाली एवं महासरस्वती त्यौहार शासी निकाय अवस्थिति जानकारी अवस्थिति ज़िला राज्य देश वास्तु विवरण प्रकार वेबसाइट वैष्णो देवी या श्री माता वैष्णो देवी मंदिर, हिन्दू मान्यता अनुसार, त्रिकुटा और वैष्णवी नाम से भी जाना जाता है, देवी को समर्पित मुख्य पवित्रतम वैष्णो देवी को सामान्यतः माता रानी, वैष्णवी, दुर्गा तथा शेरावाली माता जैसे अनेक नामो से भी जाना जाता है। यहा पर आदिशक्ति स्वरूप अनुक्रम • 1 तीर्थयात्रा • 2 भैरोनाथ मंदिर • 3 परिवहन • 4 आसपास के दर्शनीय स्थल • 5 चित्र दीर्घा • 6 सन्दर्भ • 7 बाहरी कड़ियाँ तीर्थयात्रा [ ] यहाँ तक पहुँचने के लिए भैरोनाथ मंदिर [ ] मान्यतानुसार जिस स्थान पर माँ वैष्णो देवी ने मान्यतानुसार, भैरोनाथ का वध करने पर उसका शीश भवन से 3 किमी दूर जिस स्थान पर गिरा, आज उस स्थान भैरो मंदिर के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि अपने वध के बाद भैरोनाथ को अपनी भूल का पश्चाताप हुआ और उसने देवी से क्षमा माँगी। मान्यतानुसार, वैष्णो देवी ने भैरोनाथ को वरदान देते हुए कहा कि " मेरे दर्शन तब तक पूरे नहीं माने जाएँगे, जब तक कोई भक्त मेरे बाद तुम्हारे दर्शन नहीं करेगा।" भैरो बाबा का यह मंदिर, वैष्णोदेवी मंदिर से ३ किमी की दूरी पर स्थित है। परिवहन [ ] वैष्णो देवी का निकटतम बड़ा शहर है वैष्णोदेवी का मंदिर या भवन, आसपास के दर्शनीय स्थल [ ] कटरा व जम्मू के नज़दीक कई दर्शनीय स्थल ‍व हिल स्टेशन हैं, जहाँ जाकर आप जम्मू की ठंडी हसीन वादियों का लुत्फ उठा सकते हैं। जम्मू में अमर महल, बहू फोर्ट, मंसर लेक, रघुनाथ टेंपल आदि देखने लायक स्थान हैं। जम्मू से लगभग 112 किमी की दूरी पर 'पटनी टॉ...

माता रानी की शायरी

Comments माँ दुर्गा शायरी इन हिंदी : शक्ति की देवी माँ दुर्गा को कहा जाता है इनके लिए साल में दो बार नौ दिन तक व्रत रखा जाता है क्योकि कहा जाता है की चैत्र के नवरात्रो में ही माँ दुर्गा ने महा असुर दानव महिषासुर का वध किया था | इस दिन युद्ध में विजय के लिए यह व्रत रखा जाता है तथा माता रानी की कृपा से लोगो की मोकामना पूरी होती है | इसीलिए हम आपको शक्ति की देवी माता दुर्गा के की शायरी के बारे में बताते है जो की आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है जिसे आप अपने अन्य दोस्तों को भेजकर इस नवरात्रो की बधाई भी दे सकते हो | Mata Rani Shayari in Hindi अगर आप mata rani shayari, माता रानी शायरी, jai mata di shayari sms, jai mata di shayari wallpaper, jai mata di shayari fb, jai mata di shayari image download in hindi font , maa durga shayari image wallpaper, durga maa par shayari, jai mata di punjabi shayari, maa durga shayari in bengali english, माँ दुर्गा पर कविता, नवरात्रि पर शायरी, जय माता दी स्टेटस, शायरी माँ पर, माता दी स्टेटस हिंदी, नवरात्रि शायरी हिन्दी, दुर्गा माता की शायरी, नवरात्रि की शायरी तथा जय माता दी शायरी हिंदी के बारे में यहाँ से जान सकते है : “माँ” की “आराधना” का ये “पर्व” है, माँ की “9 रूपों की भक्ति” का ये पर्व है, बिगड़े काम बनाने_का ये पर्व है, “भक्ति” का “दिया_दिल_में_जलाने” का पर्व है…नवरात्रि…शुभ नवरात्रि.. माता तेरे चरणों मे भेंट हम चढ़ाते हैं कभी नारियल तो कभी फूल चढ़ाते हैं और झोलियाँ भर भर के तेरे दर से लाते हैं लक्ष्मी जी का हाँथ हो, सरस्वती जी का साथ हो, गणेश जी का निवास हो, औए माँ दुर्गा का आशीर्वाद हो.. इस नवरात्रि आपके लिए खुशियों का पैगाम हो हो जाओ तैयार, माँ अ...