Maida kisse banti hai

  1. Maida kaise banta hai
  2. हींग कैसे बनती है?
  3. मिश्री कैसे बनती है
  4. मैदा कैसे बनता है, मैदा खाने के नुकसान Maida In Hindi
  5. Maida kaise Banta hai
  6. प्लास्टिक कैसे बनता है


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Maida kaise banta hai

मैदा किससे बनता है? Maida kaise Banta Hai; मैदे से बने पकवान तो आपने कई बार खाए होंगे। साथ ही अगर आप बाहर का खाना खाते हैं तो भटूरे, मोमोज और समोसे जैसी चीजें कब आपने पहली बार खाई होगीं और फिर कब आपको इसकी आदत लग गई। इसका आपको पता ही नहीं चला होगा। लेकिन यदि आप अभी तक नहीं जानते हैं कि मैदा क्या होता है? मैदा किससे बनता है? मैदा कैसे बनता है? तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको बताएंगे कि Maida kaise Banta Hai एक तरह से कहें तो आटे की जगह ही इसका प्रयोग किया जाता है। क्‍योंकि मैदा आटे से ज्‍यादा स्‍वाददार होता है। जिससे लोग इसे खाना सबसे ज्‍यादा पसंद करते हैं। जिस तरह हम लोग कभी सीधा आटे को नहीं खा सकते हैं। उसी तरह मैदे का सेवन भी सीधा नहीं किया जा सकता है। इसे भी पहले पकाया जाता है। फिर खाया जाता है। मैदा किससे बनता है? Maida kisse banta Hai यदि हम मैदे को बनाने की बात करें तो यह भी गेंहू से ही बनता है। शायद आप सोच रहे होंगे कि गेंहू से तो आटा बनता है। लेकिन हम आपको बता दें कि मैदा बनाने की विधि थोड़ी अलग और लंबी होती है। जबकि गेंहू से आटा बेहद आसानी से बनाया जा सकता है। जिसे बस चक्‍की में पिसवाना मात्र होता है। मैदा कैसे बनता है? Maida kaise Banta Hai आइए अब हम आपको विस्‍तार से Step By Step बताते हैं कि Maida kaise Banta Hai इसे जानने के बाद आप यदि चाहें तो अपने घर में भी मैदा आसानी से बना सकते हैं। बस इस काम में काफी समय लग जाएगा। यहां हम एक बात और स्‍पष्‍ट कर दें कि मैदा कंपनी में भी गेंहू के जरिए ही बनाया जाता है। उसके अंदर किसी तरह की मिलावट कभी नहीं की जाती है। • मैदा बनाने के लिए चाहे कोई कंपनी हो या घर वहां सबसे पहले बहुत सारा • इसके बाद उसके...

हींग कैसे बनती है?

हींग कैसे बनती है? क्या आपके मन में कभी आप ख्याल आया है, कि सब्जियों का स्वाद बढ़ा देने वाली हींग कैसे बनती है? हींग के फायदे और नुकसान क्या है? हींग का उपयोग आयुर्वेद में जड़ी बूटी की तरह होता है। सैकड़ों तरह की बीमारियों में भी हींग काफी कारगर साबित होता है। तो चलिए जानते है कि संजीवनी बूटी के समान हींग कैसे बनती है? सामान्य तौर पर हींग को देखकर लगता है कि यह किसी खुशबूदार पत्थर को पीसकर बनाया गया होगा! पर यकीन मानिए, हींग पत्थर से तो बिल्कुल भी नहीं बनता है। आपको बता दूं कि, हींग को बनाने का तरीका बेहद रोचक है, तो चलिए आज इस पोस्ट में जानते हैं किहींग कैसे बनती है? और साथ ही जानेंगे के हींग के फायदे और नुकसान क्या है? Image source : विकिपीडिया दरअसल, हींग पौधे के जड़ों पर हल्का सा काट कर छोड़ दिया जाता है। उसके बाद अंदर से गोंद जैसा चिपचिपा पदार्थ निकलता है। जिसे इकठा करके आगे की प्रोसेस के लिए भेज दिया जाता है। अब इस गोंद जैसे चिपचिपा पदार्थ से हींग बनाने के लिए इसमें चावल का आटा अच्छी तरह से मिलाया जाता है, और धूप में सुखाया जाता है। धूप में अच्छी तरह से सूख जाने के बाद का पाउडर बनाया जाता है, जिससे हमे हींग प्राप्त होता है। हींग का वैज्ञानिक वर्गीकरण विभाग: F. assafoetida आपको जानकर बहुत बड़ा झटका लगेगा कि हमारा देश कृषधान होते हुए भी हींग का उत्पादन लगभग ना के बराबर होता है। BBC के एक रिपोर्ट में कहा गया कि “भारत में अधिकांश हींग ईरान इराक, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान से आता है”।भारत में हींग कहाँ उगाया जाता है? पिछले कुछ वर्षों से भारत में भी हींग की खेती छोटे पैमाने पर शुरू हो गई है। वर्तमान समय में भारत में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, कश्मीर, लद्दाख कुछ क्षेत्रों में हींग...

मिश्री कैसे बनती है

मिश्री हमारे देश में सभी जगह उपलब्ध होती है. और विशेष रूप से मंदिरों में भगवान को मिश्री भोग के रूप में चढ़ाई जाती है. लेकिन आपको पता है. मिश्री को भगवान को क्यों चढ़ाते है. और मिश्री को एक (धागे वाली मिश्री कैसे बनती है – धागे वाली मिश्री खाने के फायदे – मिश्री और चीनी में अंतर – dhage wali misri kis se banti hai – मिश्री कैसे बनाई जाती है) में हम आपको मिश्री से जुडी प्रत्येक वस्तु को विस्तार में बनाते वाले है. अनुक्रम • • • • • • • • • मिश्री क्या है? मिश्री हमारे देश में एक प्रकार की मिठाई है. जिसे हमारे देश में शुद्धता का प्रतिक माना जाता है. इसी कारन मिश्री को हम भगवान जी को भोग के रूप में भी चढ़ाते है. मिश्री दिखने में चीनी के भाति ही होती है. और मिश्री के क्रिस्टल भी चीनी के भाति ही सफ़ेद होते है. लेकिन मिश्री को बनाने का तरीका चीनी से अलग होता है. इसी कारन मिश्री और चीनी में अंतर है. मिश्री और चीनी में क्या अंतर है? मिश्री को हमारे देश में शुद्धता का प्रतिक माना जाता है. क्यूंकि मिश्री को हम भगवान को प्रसाद के रूप में चढ़ाते है. लेकिन हम ये नहीं समझ पाते है की जब दोनों ही गन्ने के रस को कारखाने में विभिन्न प्रक्रिया से निकाल कर बनाया जाता है. तो मिश्री गन्ने से भिन्न या मिश्री और गन्ने में अंतर क्या है. ये बात सही है की मिश्री गन्ने के रस को विभिन्न प्रक्रियाओ से निकाल कर ही बनती है. लेकिन ये भी बात सही है की मिश्री को बनाने में किसी भी प्रकार का केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता है. मिश्री शक्कर का एक प्राकृतिक रूप है. तथा इसके क्रिस्टल प्राकृतिक रूप से बनते है. जब गन्ने के रस से सारी अशुद्धि को दूर कर दिया जाता है. और एक मोटा घोल तैयार कर दिया जाता है. तो इस घोल में एक ध...

मैदा कैसे बनता है, मैदा खाने के नुकसान Maida In Hindi

टेस्टी मैदे से बना स्वादिष्ट खाना पूरी, कचोरी, भटोरे, समोसे हर किसी को पसंद होते है। लेकिन क्या आपको पता है मैदा कैसे बनता है और इसे खाने के नुकसान क्या है। मैदा ठीक तरह से पचन भी नहीं हो पाता, इस वजह से यह आंतो में चिपक जाता है। मैदा स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। इसलिए इसका कम से कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। बहार मिलने वाले फ़ास्ट फ़ूड के अंदर भरपूर मात्रा में मैदे का उपयोग किया जाता है। इस सफ़ेद आटे को कही लोग धीमा जहर भी कहते है। क्यों की यह धीरे धीरे कर के हमारे पुरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के बाद आपको Maida In Hindi की पूरी जानकारी प्राप्त हो जाएंगी। मैदा क्या है और कैसे बनता है Maida In Hindi मैदे से बनी चीज़े हम सबने खायी है और Maida Flour को देखा भी है। लेकिन हमें ये नहीं पता यह आटा कैसे बनता है और इसका मतलब क्या है। सरल भाषा में कहे तो गेहू के सफ़ेद भाग पर प्रक्रिया द्वारा बनने वाले सफ़ेद आटे को मैदा कहा जाता है। मैदे में शरीर के लिए गुणकारी ऐसे पोषक तत्व की मौजूदगी नहीं है। मैदे के अंदर फाइबर बिलकुल नहीं होता, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसान कारक है। इसमें नुकसानकारक कार्बोहाड्रेट और फैट की मात्रा ज़्यादा है। जिससे मैदे से बने जंक फूड्स खाने वाली व्यक्ति के शरीर में, अयोग्य चर्बी जमा होती है। पोषक तत्वों की बात करे तो इसमें बहुत ही कम मात्रा में फेनोलिक यौगिक, फाइटिक एसिड, फाइटोएस्ट्रोनिन और लिग्नांस पाया जाता है। जिससे शरीर को कुछ अधिक फायदे नहीं मिल पाते। पोषक तत्वों की कमी के कारण मैदे की तासीर अम्लीय यानि की एसिडिक हो जाती है। रोजाना दैनिक आहार में से मैदे से बने खाद्य पदार्थो को दूर करना चाहिए। कभी कभार टेस्ट के लिए आप मैदे से बनी...

Maida kaise Banta hai

Maida kaise Banta hai :- अक्सर हम अपने घर में मैदा का उपयोग करते हैं और उस से काफी स्वादिस्ट पकवान भी बनाते हैं, लेकिन कही यह सोचा की दरअसल मैदा बनता कैसे हैं ? इसका जवाब वैसे बहुत सारे लोगों को पता है क्योकि ज्यादातर मैदा घर में ही बना दिया जाता हैं। इस आर्टिकल में हम Maida kaise banta hai, मैदा रेसिपी इन हिंदी, Maida kisse banta hai, मैदे के फायदे, नुकसान, How to digest maida fastआदि के बारे में विस्तार से बात करेंगे तो जानकारी को पूरा पढ़ें और अपना सुझाव जरूर दें- Table of Contents • • • • • • • • • • • • दोस्तों मैदा बनाना बहुत ही आसान प्रक्रिया है फिर भी कुछ लोग इसको मार्किट से पैकेट में ही खरीदना चाहते है क्योकि उनको पता नहीं की मैदा और बहुत ही आसानी से घर में ही बन जाता हैं और उसके लिए कोई खास प्रकार की कुशलता की जरुरत नहीं होती हैं- Maida kaise Banta hai दोस्तों यह जानकारी हैरानी होगी की आप मैदा अपने घर में बहुत ही आसानी से बना सकते हैं इसके लिए सिर्फ आपको गेंहू चाहिए होता हैं. मैदा गेंहू के आटे से बनता हैं और गेहू से मैदा बनाना बहुत ही आसान हैं इसकी प्रक्रिया निचे दी गयी हैं- घर पर मैदा कैसे बनाये | मैदा कैसे बनता है इन हिंदी • सबसे पहले गेंहू को धोया जाता है, जिससे उसकी गंदगी को साफ किया जा सके • उसके बाद गेंहू को अच्छी तरह से सुखाया जाता है। • जब गेहूं सुख जाता है तो उसको आटा बनाने वाली मशीन में दाल दिया जाता हैं। • अब यहां से मैदा बनने की प्रक्रिया शुरू होती है। • गेंहू को मशीन में डालते ही, आता बन जाता हैं इसको बहुत महीन पिसा जाता हैं। • इसके बाद आटे को बहुत ही बारीक छलनी से आता को छान लिया जाता है और • इस तरह गेंहू के आटे से मैदा बन जाता हैं। Factory me maidak...

प्लास्टिक कैसे बनता है

प्लास्टिक विनिर्माण की मूल बातें शब्द प्लास्टिक में कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, क्लोरीन और सल्फर जैसे विभिन्न तत्वों से युक्त सामग्री शामिल है। प्लास्टिक में आम तौर पर उच्च आणविक भार होता है, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक अणु परमाणुओं को एक साथ बांधा जा सकता है। स्वाभाविक रूप से होने वाली सामग्री, जैसे कि लकड़ी, सींग और रासिन, उच्च आणविक भार के अणुओं से बना होती हैं। विनिर्मित या सिंथेटिक प्लास्टिक अक्सर प्राकृतिक सामग्री के गुणों की नकल करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। प्लास्टिक, जिसे पॉलिमर भी कहा जाता है, को प्राकृतिक उत्पादों के रूपांतरण के द्वारा या आम तौर पर तेल, प्राकृतिक गैस या कोयले से आने वाले प्राथमिक रसायनों से संश्लेषण द्वारा उत्पादित किया जाता है। अधिकांश प्लास्टिक कार्बन परमाणु पर आधारित हैं सिलिकॉन परमाणु, जो सिलिकॉन परमाणु पर आधारित हैं, एक अपवाद हैं। कार्बन परमाणु अन्य परमाणुओं से चार रासायनिक बंधों तक जोड़ सकते हैं। जब सभी बांड अन्य कार्बन परमाणुओं के लिए होते हैं, तो हीरे या ग्रेफाइट या कार्बन ब्लैक सॉट का परिणाम हो सकता है। प्लास्टिक के लिए कार्बन परमाणु भी उपरोक्त हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, क्लोरीन, या सल्फर से जुड़े होते हैं। जब परमाणुओं के कनेक्शन लंबे समय से चेन होते हैं, मोती की मोती पर मोती की तरह, पॉलिमर को थर्माप्लास्टिक कहा जाता है थर्मोप्लास्टिक की विशेषता मेल्टेबल होने के कारण होती है थर्माप्लास्टिक्स सभी दोहराने वाली इकाइयां हैं, जो श्रृंखला का सबसे छोटा हिस्सा है जो समान है। हम इन दोहराने इकाई इकाई कोशिकाओं को कहते हैं। प्लास्टिक के विशाल बहुमत, लगभग 92%, थर्माप्लास्टिक 1 हैं। यूनिट सेल बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले परमाणुओं...