Malaria kaise hota hai

  1. हर्निया रोग क्या है? प्रकार, कारण और इलाज (Hernia in Hindi)
  2. Malaria Quick Overview With Symptoms, Causes, Treatment & Home Remedies
  3. मलेरिया कितने प्रकार की होती है? » Malaria Kitne Prakar Ki Hoti Hai
  4. मलेरिया के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  5. टाइफॉइड (Typhoid): लक्षण, कारण, इलाज और बचाव
  6. Malaria In Hindi (मलेरिया): जानकारी, लक्षण, कारण, बचाव
  7. मलेरिया क्यों होता है और कैसे फैलता है?


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हर्निया रोग क्या है? प्रकार, कारण और इलाज (Hernia in Hindi)

हर्निया रोग क्या है (harniya kya hota hai)? हर्निया में मनुष्य की पेट की मांसपेशिया कमजोर हो जाती हैं और उनके अंदर से आंतें या कोई कंटेंट बाहर आने लगता है और लेट जाने पर वापस चला जाता है, बहुत बार हर्निया में खड़े होने में, खांसने में या कोई अन्य कार्य करने में परेशानी होने लगती है और लेट जाने पर इससे आराम मिलता है। हर्निया एक बहुत ही आम समस्या है, कई बार आपने लोगों को कहते सुना होगा कि उन्हें हर्निया हो गया है या उनका हर्निया का ऑपरेशन हुआ है। यह समस्या स्त्री या पुरुष, किसी को भी हो सकती है। जब इंसान के पेट की मसल कमजोर हो जाती है या कोई डिफेक्ट पैदा हो जाता है तब हर्निया (Hernia in Hindi) की समस्या होती है। यहाँ हम बताएंगे कि हर्निया क्या होता है (harniya kya hota hai), यह कितने प्रकार का होता है, हर्निया क्यों होता है, हर्निया के लक्षण क्या हैं और इसके संभव इलाज क्या क्या हो सकते हैं? आइये सबसे पहले जानते हैं की हर्निया क्या है (harniya kya hai)। और पढ़े: अस्पताल सुझाव: हर्निया की समस्या तब उत्त्पन्न होती है जब पेट में से कोई अंग या मांसपेशी या ऊतक किसी छेद की सहायता से बाहर आने लगता है। उदाहरण के लिए, बहुत बार आंत, पेट की कमजोर दीवार में छेद करके बाहर आ जाती हैं। पेट में हर्निया होना सबसे आम हैं, लेकिन यह जाँघ के ऊपरी हिस्से, बीच पेट में और ग्रोइन क्षेत्रों (पेट और जाँघ के बीच का भाग) में भी हो सकता है। दिए गए वीडियो में हर्निया के बारे में विस्तार से समझा हुआ है और बचने के लिए कुछ नुस्खे भी बताए गए हैं। वीडियो को देखने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें। हर्निया के लक्षण (Hernia Symptoms in Hindi) आमतौर पर दिखाई नहीं देते हैं पर कभी कभी तीव्रता से दर्द होना हर्निया में ...

Malaria Quick Overview With Symptoms, Causes, Treatment & Home Remedies

Malaria is more of a life-threatening disease and it is typically transmitted if the infected Anopheles mosquito bites the person. These infected mosquitoes have a parasite named as Plasmodium parasite and it gets released with the bite into the bloodstream of the person. When the parasites reach the bloodstream, it directly travels to the liver where it multiplies and matures. After maturing it starts destroying the red blood cells. After few days, the mature parasites make in entry to the bloodstream and start infecting red blood cells. Within 48 to 72 hours, the parasites present in the red blood cells start multiplying further causing the infected cells to open up. The parasites continue to infect the rest of the cells which will result in symptoms of malaria. Due to the infection, the person starts to feel uneasiness, gets fever with chills and sweating, vomiting etc. In severe cases the patient may get convulsions and periodic fever chills. Early diagnosis and treatment can cure the patient from malaria. But if the disease is left untreated then it can be a life-threatening disease. This disease typically infects the people who live in a tropical and subtropical climate where the parasites are expected to live. The WHO states that there are around 216 million cases of Malaria present in 91 countries. Today there are medicines and vaccination that help in combating this disease. Plasmodium falciparum is the species that accounts for a large number of global Malaria de...

मलेरिया कितने प्रकार की होती है? » Malaria Kitne Prakar Ki Hoti Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। मलेरिया चार प्रकार की होती है लेकिन हमारे भारत में सिर्फ दो प्रकार के मलेरिया पाई जाती है पी भाई वेट ऑफ नेपाल सीताराम टीचर मतलब सिर्फ आई माता संभालती पर हम जिसे डॉक्टर पीएसआर भी लिखते हैं और दूसरे को भाई कैसे लिखते हैं यह दो प्रकार के मलेरिया भारत और पाई जाती है मलेरिया के कुल स्टाइलिश होते हैं जैसे जवाब रिकॉर्ड लेंगे तो मलेरिया सिंगल प्लस डबल एक्स एक्स एक्स रिपोर्ट दिया जाता है यह मलेरिया के हिसाब से वर्गीकरण किया जाता है malaria char prakar ki hoti hai lekin hamare bharat me sirf do prakar ke malaria payi jaati hai p bhai wait of nepal sitaram teacher matlab sirf I mata sambhaalati par hum jise doctor PSR bhi likhte hain aur dusre ko bhai kaise likhte hain yah do prakar ke malaria bharat aur payi jaati hai malaria ke kul stylish hote hain jaise jawab record lenge toh malaria singles plus double xxx report diya jata hai yah malaria ke hisab se vargikaran kiya jata hai मलेरिया चार प्रकार की होती है लेकिन हमारे भारत में सिर्फ दो प्रकार के मलेरिया पाई जाती है जवाब दें Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People c...

मलेरिया के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

मलेरिया गंभीर जीवन खतरनाक बीमारी है। मलेरिया आमतौर पर एक मच्छर के काटने के माध्यम से प्रसारित होता है, जिसे एनोफेल्स के नाम से जाना जाता है। संक्रमित एनोफेल्स मच्छर प्लाज़मोडियम परजीवी का वाहक है, जो मलेरिया का कारण बनता है। जब इस प्रकार का मच्छर किसी भी मानव को काटता है, तो प्लाज्मोडियम परजीवी मेजबान के रक्त प्रवाह में जारी किया जाता है। एक बार मलेरिया परजीवी रक्त प्रवाह में प्रवेश करने के बाद, यह परिसंचरण तंत्र के माध्यम से गुजरता है और यकृत की यात्रा करता है, जहां वे हाइबरनेट और परिपक्व होते हैं। एक बार परिपक्व हो जाने के बाद, कई दिनों के बाद, बड़े पैमाने पर प्लाज्मोडियम परजीवी रक्त प्रवाह में प्रवेश करता है और अब यह लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करना शुरू कर देता है। 48-72 घंटों के भीतर इन परजीवी मेजबान के लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर आते हैं और बहुत तेजी से गुणा करते हैं, जिससे संक्रमित कोशिकाएं खुली हो जाती हैं। चूंकि मलेरिया परजीवी मेजबान के लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करना जारी रखते हैं। इसलिए इसके परिणामस्वरूप चक्र होते हैं जो एक समय में तीन से चार दिनों तक चलते हैं। यह बीमारी आमतौर पर पूरे विश्व में गर्म और आर्द्र उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय स्थानों में पाई जाती है, जहां प्लाज्मोडियम परजीवी बढ़ सकते हैं। डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मुताबिक 3200,000 लोग अनुमान लगा रहे हैं जो दुनिया भर में इस बीमारी का खतरा हैं। प्लाज्मोडियम परजीवी से संक्रमित मां भी इस बीमारी को अपने बच्चों को पास कर सकती हैं। इसे जन्मजात मलेरिया कहा जाता है। यद्यपि मलेरिया मुख्य रूप से रक्त के माध्यम से फैलता है, लेकिन यह एक अंग प्रत्यारोपण सर्जरी के दौरान, साझा सिरिंज और सुइयों और रक...

टाइफॉइड (Typhoid): लक्षण, कारण, इलाज और बचाव

• • • • टाइफॉइड एक गैस्ट्रोइंटेस्टिनल इंफेक्शन है, जो साल्मोनेला बैक्टीरिया के कारण होता है। टाइफॉइड होने पर तेज बुखार, डायरिया और उल्टी जैसे लक्षण दिखते हैं। टाइफॉइड के मामले भारत के साथ-साथ अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों जैसे अफ्रीका, मध्य व दक्षिण अमेरिका एवं पश्चिमी प्रशांत देशों में भी देखे जाते हैं। Also Read • • • टाइफॉइड क्या है? (what Is Typhoid) टाइफॉइड एक गैस्ट्रोइंटेस्टिनल इंफेक्शन (gastrointestinal infection) है, जो साल्मोनेला टाइफी (S.typhi) के कारण होता है। टाइफॉइड होने पर तेज बुखार, डायरिया और उल्टी मुख्य रूप से होता है। दूषित पानी या भोजन के जरिए इस बैक्टीरियल इंफेक्शन के होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। एस. टाइफी मुंह के जरिए आपकी आंतों में प्रवेश करके वहां लगभग एक से तीन सप्ताह तक रहता है। उसके बाद आंतों की दीवार (intestinal wall) के जरिए आपके रक्तप्रवाह (bloodstream) में प्रवेश कर जाता है। खूने से ये टाइफॉइड बैक्टीरिया अन्य ऊतकों (Tissues) और अंगों (Organs) में फैलकर कोशिकाओं के अंदर छिप जाता है, जिसका पता आपकी प्रतिरक्षा कोशिकाएं (immune cells) भी नहीं लगा पाती हैं। टाइफॉइड के लिए बेहतर इलाज उपलब्ध है। हालांकि, इलाज ना कराने से यह आपके लिए घातक हो सकता है। टाइफॉइड की संभावित जटिलताओं में किडनी फेलियर, गंभीर जीआई रक्तस्राव (GI bleeding) आदि शामिल हैं। कुछ अनुमानों के अनुसार, टाइफ़ॉइड से प्रभावित लगभग 3-5 प्रतिशत लोग इस जीवाणु के वाहक (carriers) बन जाते हैं। एसिम्प्टोमेटिक लोग भी टाइफॉइड बैक्टीरिया के वाहक बन सकते हैं। टाइफॉइड के लक्षण (symptoms Of Typhoid) टायफायड के रोगियों को बैक्टीरिया के संपर्क में आने के लगभग 1-3 सप्ताह बाद लक्षण दिखाई देते ...

Malaria In Hindi (मलेरिया): जानकारी, लक्षण, कारण, बचाव

मलेरिया क्या है मलेरिया एक ऐसा रोग है जो मादा 'एनोफिलीज' मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर गंदे और दूषित पानी में पनपते हैं जो उड़कर हम तक पहुंचते हैं। डेंगू के मच्छर का काटने का समय जहां सूर्यास्त से पहले होता है वहीं, मलेरिया फैलाने वाले मच्छर सूर्यास्त के बाद काटते हैं। इन्हीं सब चीजों के प्रति सचेत रहने और खुद को इस रोग से बचाने के लिए हर साल 25 अप्रैल को विश्वभर में मलेरिया दिवस मनाया जाता है। यूनिसेफ द्वारा इस दिन को मनाने का उद्देश्य मलेरिया जैसे रोग पर जनता का ध्यान केंद्रित करना था, जिससे हर साल लाखों लोग मरते हैं। इस मुद्दे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम चलाने से बहुत सी जानें बचाई जा सकती हैं। आमतौर पर मलेरिया का रोग अप्रैल से शुरू हो जाता है लेकिन जुलाई से नवंबर के बीच में यह रोग अपने चरम पर होता है। यानि कि इसी दौरान लाखों लोग इसकी चपेट में आते हैं। मलेरिया के अन्य हानिकारक प्रभाव मलेरियाग्रस्त व्यक्ति यदि इलाज को लेकर जरा सी भी चूक करता है तो वह कई तरह अन्य तरह से हानिकारक साबित हो सकती है। जिसमें से एक है मस्तिष्काघात। मलेरिया के दौरान मस्तिष्क‍ पर प्रभाव पड़ना या दिमागी रूप से विकार पैदा होना भी एक समस्या है। मलेरिया का प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम रूप सबसे खतरनाक होता है। यदि मलेरिया प्लामज्मोडियम के परजीवी दिमाग में पहुंच जाते है तो मलेरियाग्रस्त व्‍यक्ति को ब्रेन हैमरेज हो सकता है। मलेरिया के कीटाणु प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम का शरीर पर इतना प्रभाव पड़ता है कि इससे मनुष्य न सिर्फ अपनी याददाश्त खो सकता है बल्कि चक्कर आने और बेहोशी की हालात का भी शिकार हो सकता है। दरअसल, मस्तिष्क मलेरिया एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसमें परजीवी मस्...

मलेरिया क्यों होता है और कैसे फैलता है?

Malaria Causes In Hindi: मलेरिया एक बहुत ही गंभीर संक्रामक बीमारी है। दुनियाभर में हर साल लाखों लोग इसकी चपेट में आते हैं। इसके कारण कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है। मलेरिया होने पर व्यक्ति को बुखार, सिरदर्द, थकान, ठंड लगना और मतली आदि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह बच्चों से लेकर बड़े, पुरुष हों या महिलाएं, सभी को समान रूप से प्रभावित करता है। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है, कि आखिर मलेरिया आखिर होता क्यों है? यह लोगों में कैसे फैलता है? ओनलीमायहेल्थ (OnlymyHealth) की स्पेशल सीरीज 'बीमारी को समझें' में हम डॉक्टर से बातचीत करके आपको आसान भाषा में किसी बीमारी और उसके कारणों को समझाते हैं। मलेरिया क्यों होता है, इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने शारदा हॉस्पिटल के डॉ. प्रोफे. वी.पी.एस पुनिया (Professor & Head, Dept. of General Medicine) से बात की। इस लेख मे समझें कैसे फैलती है मलेरिया की बीमरी। मलेरिया क्यों होता है और कैसे फैलता है?- What Causes Malaria In Hindi डॉ. पुनिया के अनुसार, मलेरिया मच्छर के काटने से होता है। लेकिन यह सभी मच्छरों के काटने से नहीं होता है, बल्कि यह संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छरों के काटने से होता है। मलेरिया की 5 प्लाज्मोडियम परजीवी प्रजातियां होती हैं, जिनमें प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम सबसे खतरनाक प्रजाति है। जब कोई संक्रमित मच्छर आपको काटता है तो इससे परजीवी आपके ब्लड स्ट्रीम में प्रवेश कर जाते हैं और आपकी इम्यूनिटी को प्रभावित करता है। ब्लड स्ट्रीम से जब परजीवी आपके लिवर में पहुंचते हैं, तो यह विकसित हो जाते हैं। यह कुछ लोगों को इतने गंभीर रूप से प्रभावित करता है, कि उनकी मृत्यु तक हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (W...