मर्द मिथुन चक्रवर्ती

  1. मिथुन चक्रवर्ती की बहू का बड़ा खुलासा , कहा हमेशा मर्द होते हैं...
  2. Mithun Chakraborty:बायोपिक बनने की बात पर छलका मिथुन चक्रवर्ती का दर्द! बोले
  3. Mimoh Chakraborty reveals that his father mithun chakraborty did b grade film in career,
  4. मिथुन चक्रवर्ती: नक्सलवाद से भाजपा तक
  5. मिथुन चक्रवर्ती के बी


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मिथुन चक्रवर्ती की बहू का बड़ा खुलासा , कहा हमेशा मर्द होते हैं...

टीवी शो अनुपमा (Anupama) बेहद पॉपुलर है. इस शो के साथ -साथ इसमें कई किरदारों को निभाने वाले कलाकारों की भी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है. शो में मदालसा शर्मा (Madalsa Sharma) भी अहम् किरदार में नजर आती हैं. उन्हें इस शो में अपनी एक्टिंग के लिए काफी सराहना मिली है. मदालसा टीवी इंडस्ट्री में काफी समय से काम कर रही हैं और उन्हें यहां तरह-तरह के एक्सपीरियंस मिले हैं. एक इंटरव्यू में मदालसा ने इस बात का खुलासा किया था कि जब वाह इंडस्ट्री में नई थीं तो उनके साथ भी कास्टिंग काउच की कोशिशें हुई थीं. आपको बता दें कि रियल लाइफ में मदालसा मिथुन चक्रवर्ती की बहू हैं. उन्होंने उनके बेटे महाअक्षय से शादी की है. शादी के बाद भी मदालसा ने टीवी इंडस्ट्री से ब्रेक नहीं लिया और वह लगातार काम कर रही हैं. मदालसा साउथ की फिल्मों में काम करती हैं और वहां वह बेहद पॉपुलर हैं. मदालसा 31 साल की हैं और उनकी मां भी गुजरे जमाने की एक्ट्रेस रह चुकी हैं जिनका नाम शीला शर्मा है. मदालसा ने कहा था, चाहे लड़का हो या लड़की, दोनों को ही खतरा है. कोई भी प्रोफेशन हो, चाहे एक्ट्रेस हों या कोई कॉर्पोरेट फर्म, आप जहां भी जाओ, महिलाओं के आसपास हमेशा मर्द होते हैं. कई बार आप ऐसे लोगों से टकराते हैं जिनके साथ आप बहुत ज्यादा कंफर्टेबल नहीं होते हैं. मैं भी जब भी ऐसे लोगों के बीच फंसी हूं जिनके साथ मैं कंफर्टेबल नहीं हूं तो मैं वहां से निकल जाती हूं. कोई मुझे नहीं रोक सकता और न ही दरवाजा बंद कर सकता है और मुझे वहां से जाने से रोक नहीं सकता. अच्छी और बुरी चीजें साथ-साथ चलती रहती हैं लेकिन कोई आपकी चॉइस के विरुद्ध आपसे कुछ नहीं करवा सकता है. लोग आपको प्रभावित करने की कोशिश करते हैं लेकिन आपको नहीं डिगना है.

Mithun Chakraborty:बायोपिक बनने की बात पर छलका मिथुन चक्रवर्ती का दर्द! बोले

मिथुन चक्रवर्ती हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं में से एक हैं, जिन्होंने भारतीय फिल्म जगत को कई शानदार फिल्में दी हैं। उनका सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान रहा है और वह अपनी मेहनत के बल पर संघर्ष करते हुए आगे बढ़े हैं। अब तक कई कलाकारों की बायोपिक बनने की बात हो चुकी है, ऐसे में उनकी बायोपिक बनने की बात होना लाजिमी है। हालांकि मिथुन चक्रवर्ती नहीं चाहते हैं कि उनकी जिंदगी पर आधारित कोई फिल्म बने। उन्होंने खुद इसकी वजह भी बताई। दरअसल टीवी के मशहूर सिंगिंग रियलिटी शो 'सा रे गा मा पा लिटिल चैंप' में डिस्को किंग एपिसोड में अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया और उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते जैसे दिन उन्होंने देखे वैसे कोई और देखे। साथ ही उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में डेब्यू से पहले शुरुआती दिनों के बारे में भी कई बातें बताते हुए यह भी खुलासा किया कि वह क्यों नहीं चाहते कि उनकी बायोपिक बने। शो में बात करते हुए मिथुन चक्रवर्ती ने कहा- मैं कभी नहीं चाहता कि कोई भी मेरे जीवन से गुजरे, हर किसी ने संघर्ष के दिन देखें हैं लेकिन मुझे मेरी त्वचा के रंग की वजह से अपमानित करने की कोशिश की गई। कई साल तक मेरी त्वचा की वजह से अपमान किया गया। मैंने कई ऐसे दिन देखे हैं जब मुझे खाली पेट सोना पड़ता था और खुद मैं सोने के लिए रोता था। इसी के साथ अभिनेता मिथुन ने बताया कि ऐसे दिन भी होते थे जब उन्हें यह पता नहीं होता था कि अगला खाना क्या होगा और कहां सोयेंगे, इसके लिए भी सोचना पड़ता था। उन्होंने आगे कहा कि कई बार वह फुटपाथ पर भी सोए और यही वजह कि मिथुन चक्रवर्ती नहीं चाहते कि उनकी बायोपिक बने या उनकी जिंदगी पर आधारित कोई फिल्म बने, क्योंकि उनका कहना है कि यह किसी को प्रेरित नह...

Mimoh Chakraborty reveals that his father mithun chakraborty did b grade film in career,

मिथुन चक्रवर्ती बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं में शुमार हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने करियर में काफी हिट फिल्मों में काम किया। लेकिन इसी बीच मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह चक्रवर्ती ने अपने पिता के फिल्म इंडस्ट्री में बुरे दिनों के बारे में बताया। इतना ही नहीं इस दौरान बी ग्रेड फिल्मों में काम करने के फैसले को लेकर भी उनका बचाव किया। 30 दिनों में निपटा लेते थे फ़िल्म दरअसल आपको बता दें कि हाल ही में दिए इंटरव्यू में मिमोह चक्रवर्ती ने यह कहा था कि मिथुन ने अपने परिवार के लिए ये सब किया। क्योंकि उनको पैसों की सख्त जरूरत थी। लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि क्या मिथुन या फिर मीमोह को कभी भी इस बात का मलाल हुआ है तो उन्होंने कहा कि उन्हें दोयम दर्जे की फिल्मों में काम करना पड़ा था। मिथुन उस दौर में 30 दिनों में अपनी फिल्मों को निपटा लिया करते थे और अपने ऊटी होटल में प्रोड्यूसर्स को शूटिंग के लिए भी इनवाइट करते थे। मिमोह ने पिता के सपोर्ट में दिया बयान मिमोह चक्रवर्ती ने यह भी कहा कि "पापा ने सिर्फ और सिर्फ यह सब हमारे लिए किया था और बॉलीवुड फिल्मों की जो भी यूनिट होती थी या फिर साउथ की भी हर एक यूनिट हमारे होटल पर ही आते थे। जिस वजह से हमेशा वहां पर आना जाना रहता था। उन्होंने यह सब सिर्फ और सिर्फ पैसों के लिए किया। लेकिन ऐसा भी नहीं था कि फिल्म के निर्माता घाटे में थे।" बच्चों के लिए सेविंग करना चाहते थे मिथुन मिमोह ने इसी इंटरव्यू में आगे कहा कि "अगर वह एक फिल्म पर 70 लाख रुपए खर्च कर देते थे तो उसके बदले में उन्हें एक करोड़ रुपए मिल जाता था। इन सब चीजों से उन्हें कभी भी कोई एतराज नहीं हुआ। मेरे पिता मिथुन चक्रवर्ती हमेशा से ही अपने बच्चों के लिए सेविंग करना चाह रहे थे और आज भी वह ...

मिथुन चक्रवर्ती: नक्सलवाद से भाजपा तक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में मिथुन चक्रवर्ती ने कोलकाता में हजारों लोगों के समूह के सामने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। बंगाल में कुछ दिनों बाद चुनाव है और भाजपा हर उस व्यक्ति को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए बेताब है जो बंगाल की जनता पर थोड़ा-बहुत भी असर रखता है। मिथुन चक्रवर्ती की उम्र 70 वर्ष की हो चुकी है। वे अस्वस्थ रहते हैं इसलिए फिल्मों में भी कम ही नजर आते हैं। क्या वे अपनी उपस्थिति से बंगाल की जनता का मानस बदल सकेंगे ये तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इस बात पर कोई दो राय नहीं है कि बंगाल में वे अभी भी बेहद लोकप्रिय हैं। राजनीति का मैदान मिथुन के लिए नया नहीं है। वे 2014 से 2016 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं। तृणमुल कांग्रेस ने अपनी पार्टी से मिथुन का राज्यसभा पहुंचाया था। मिथुन ने राज्यसभा के सदस्य के रूप में पूरी पारी नहीं खेली और अधूरी छोड़ दी। अब आखिर मिथुन के आगे ऐसी क्या मजबूरी रही कि वे ऐन चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हो गए। क्या उन पर दबाव बनाया गया? क्या मिथुन अब राजनीति के मैदान में खुल कर खेलना चाहते हैं? क्या उन्हें उम्मीद है कि आगामी दिनों में बंगाल में भाजपा का शासन होगा इसलिए उन्होंने दौड़ती बस की सवारी करना पसंद किया ताकि उम्र के इस दौर में उन्हें भी महत्वपूर्ण राजनैतिक पद मिल जाए? इनके जवाब धीरे-धीरे सामने आएंगे। राजनीति के बीज मिथुन में युवा अवस्था से ही मौजूद रहे हैं। किशोर अवस्था से ही वे विद्रोही मुद्रा में थे और अपने पिता से उनके जबरदस्त वैचारिक मतभेद थे। फिल्मों में आने से पहले वे नक्सलियों से जुड़ गए थे। वे समाज में फैली अव्यवस्था और भेदभाव से खुश नहीं थे। नक्सलियों के साथ रहते हुए मिथुन की रवि रंजन नामक एक लोकप्...

मिथुन चक्रवर्ती के बी

मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह चक्रवर्ती ने अपने पिता को लेकर बातें की और उस दौर को भी याद किया जब उन्होंने बी ग्रेड फिल्में की थीं। मिमोह ने कहा कि उन्होंने सौभाग्य से कभी भी अपने पिता मिथुन चक्रवर्ती को एक हिट देने के बाद अवसाद में नहीं देखा। मिमोह ने बताया कि मिथुन ने 2000 के दशक की शुरुआत में इतनी तेजी से बी-ग्रेड फिल्में क्यों कीं? मिमोह ने कहा कि उनके पिता ने जो कुछ भी किया, वह अपने परिवार के लिए और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए किया। उस समय, मिथुन एक सुपरस्टार के रूप में अपने चरम पर थे, और उन्होंने ऊटी के एक होटल में निवेश किया था। सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक साक्षात्कार में, मिमोह से पूछा गया कि मिथुन कम बजट वाली फिल्में कर रहे हैं जिन्हें उनके कद से नीचे देखा जा सकता है। इस साल की शुरुआत में मिथुन के छोटे बेटे नमाशी ने कहा कि मिथुन को गुंडा जैसी फिल्में करने के लिए राजी नहीं होना चाहिए था, क्योंकि वे उनके लेवल से नीचे थीं। अब इस बारे में मिमोह ने अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो हमसे ज्यादा मेरी मां ने उनका पतन देखा है। जब हम बच्चे थे तो पापा मेगास्टार थे और मां हमें बताती थीं कि जब भी वह फ्लॉप होते तो डिप्रेशन में चले जाते। वह उस समय एक दिन में चार शिफ्ट कर रहे थे, प्रत्येक सेट पर दो-दो घंटे बिताते थे। टच वुड, हम बच्चों ने उन काले समय को कभी नहीं देखा। लेकिन उन्होंने अपने पिता को कई बी-ग्रेड फिल्में करते देखा। इस पर अपने पिता के फैसलों का बचाव करते हुए मिमोह ने कहा, “उन्होंने हमारे लिए किया, उन्होंने होटल के लिए किया। बॉलीवुड फिल्मों की हर यूनिट और साउथ की हर यूनिट हमारे होटल में ठहरती थी, इसलिए हमेशा आना-जाना लगा रहता था। वह पैसे के लिए ऐसा...