नारायण बलि पूजन सामग्री लिस्ट

  1. नारायण नागबली पूजा नियम, विधि, फायदे, मुहूर्त २०२१
  2. पूजा सामग्री लिस्ट Puja Samagri List in Hindi
  3. [PDF] रुद्राभिषेक पूजन सामग्री लिस्ट PDF अभी डाउनलोड करें
  4. नारायण बलि – Swami Rupeshwaranand
  5. [PDF] पूजन सामग्री लिस्ट
  6. आइये जाने की क्या हैं नागबलि
  7. नारायण बलि पूजन
  8. नारायण नागबली पूजन सामग्री


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नारायण नागबली पूजा नियम, विधि, फायदे, मुहूर्त २०२१

• अकाल मृत्यु, • दुर्घटना से मृत्यु, • अग्नि द्वारा जलकर मृत्यु, • आत्महत्या (सुसाइड), • हत्या, • पानी में डूबने से मृत्यु • प्राकृतिक आपदा जैसे सुनामी या भूकंप, • महामारी जैसे कोरोना आदि इन परिस्थियों में व्यक्ति की इच्छाएँ अधूरी रहती है। नारायण नागबली पूजा के माध्यम से उस व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है। अपने कर्मों के अनुरूप उन्हें अगला जन्म या मोक्ष की प्राप्ति होती है। पितृ दोष क्यों होता है? किसी व्यक्ति के मृत्यु के बाद उस व्यक्ति का विधिवत रूप से अंतिम संस्कार, श्राद्ध एवं तर्पण न किया जाए तो उसकी आत्मा पृथ्वीलोक पर भटकती है। उनके पीढ़ी को पितृ दोष लगता है। ऐसे परिवार में जन्मे वंशजों को पुरे जीवन में अनेक कष्ट उठाने पड़ते है, तथा यह दोष एक पीढ़ी से अगली पीढ़ी तक कष्ट पहुँचाता है। पितृ दोष का निवारण नारायण बलि पूजा से होता है तथा नागबली पूजा से सर्प या नाग की हत्या से निर्मित दोष का निवारण होता है। नारायण बलि एवं नागबली पूजा के बीच में क्या फर्क है? नारायण बलि और नागबली यह दोनो पुजाएँ मनुष्य की अधूरी इच्छाओं की पूर्ति के लिए की जाती है। पित्रों की इच्छा पूर्ण इन पूजाओं से होती है तथा नागबली पूजा करने से नाग की आत्मा को शांति मिलती है। नारायण बलि और नागबली पूजा में से कोई भी एक पूजा करने से उद्देश्य की पूर्ति संभव नहीं होने के कारण यह दोनों पुजाएँ एक साथ ही पूर्ण करना आवश्यक होता है। इसीलिए नारायण नागबली पूजा को काम्य पूजा भी कहा जाता है। जिन व्यक्तियों के माता-पिता अभी जीवित हैं वे भी नारायण नागबली पूजा कर सकते हैं। नारायण बलि: नारायण बलि पूजा का आयोजन प्रेतयोनि की पीड़ा से मुक्ति दिलाने के लिए की जाती है। आकस्मिक मृत्यु के बाद और अंतिम संस्कार के पहले हमारे पूर्वज प...

पूजा सामग्री लिस्ट Puja Samagri List in Hindi

• • • पूजा सामग्री लिस्ट Puja Samagri List • Puja Samagri List: देवी देवताओं की पूजा का सामान या पूजन सामग्री निम्नवत है • चावल • चन्दन • दक्षिणा (श्रद्धालु की श्रधा के अनुसार) • कमलगट्टा • इत्र • मूर्ति • पान • पानी • सूती का दाल धागा • दुर्वा घास • तुलसी • जनेऊ • कपूर • पंचमेवा • पंचामृत • नारियल • फल • फूल • मिष्ठान • अगरबत्ती • दीपक विवाह पूजन सामग्री लिस्ट Puja Samagri List: शादी विवाह में कई तरह के विधि विधान पूर्ण होते है ऐसे में शादी विवाह का सामान या पूजन सामग्री निम्नवत है • शादी विवाह के पूजा या पूजन सामग्री • रोली १० ग्राम • पिला सिंदूर २० ग्राम • पीला अष्टगंध चंदन १० ग्राम • पंचमेवा २०० ग्राम • शहद २०० ग्राम • कमलगट्टा २०० ग्राम • गुड़ ५०० ग्राम • जौ १०० ग्राम • टिल १०० ग्राम • हवन सामग्री ५०० ग्राम • नवग्रह समिधा १ पैकेट • लाल सिंदूर २० ग्राम • हल्दी पीसी ५० ग्राम • हल्दी समूची १०० ग्राम • सुपाड़ी (समूची बड़ी) १०० ग्राम • लौंग १० ग्राम • इलाइची १० ग्राम • आम की लकड़ी २०० किलो • माचिस एक डिब्बा • हवन कुंड १ पिस • मर्दानी धोती पीली १ पीस • मिट्टी की दियाली ८ पीस • दोना छोटा – बड़ा १ १ पीस • मिट्टी का प्याला ८ पीस • मिट्टी का कलश छोटा ४ पीस मिट्टी का कलश बड़ा १ पिस • जनेऊ ५ पीस • इतर १ शीशी • सूखा गरी का गोला ३ पीस • जटादार सूखा नारियल १ पीस • अक्षत चावल १ किलो • धूपबत्ती १ पैकेट • रुई की बत्ती गोल / लंबी १ १ पीस • देशी घी ५०० ग्राम • सरसों का तेल १ किलो • कपूर २० ग्राम • कलावा ५ पीस • चुनरी लाल पिली १/१ पीस • बताशा ५०० ग्राम • लाल पीला एंव सफ़ेद कपड़ा १ १ १ मीटर • दीवट १ पीस • माई १ पीस • मौरी १ पीस • रंगीन पीपा १ पीस • रंगीन सूप १ पीस • कुश पवित्री १ शीशी • गं...

[PDF] रुद्राभिषेक पूजन सामग्री लिस्ट PDF अभी डाउनलोड करें

[PDF] रुद्राभिषेक पूजन सामग्री लिस्ट PDF अभी डाउनलोड करें। प्रिय मित्रों, हिंदू धर्म में भगवान शंकर को त्रिदेवों में सर्वशक्तिमान एवं परम करुणामय, दयामय माना जाता है। भगवान शंकर इस सृष्टि के संहार करने वाले देवता हैं। ब्रह्मा, विष्णु, महेश ये तीनों देवता आदिदेव के रूप में जाने जाते हैं। इनका न कोई आदि है और ना ही इनका अंत। भगवान शंकर ऐसे करुणामय देवता है जो कि भक्तों पर बहुत शीघ्र ही प्रसन्न हो जाया करते हैं और उनको उनकी इच्छा अनुसार वरदान दे देते हैं। कलयुग में भगवान शंकर की पूजा करने का विशेष महत्व है क्योंकि भगवान शंकर लिंग रूप से इस सृष्टि में अत्यंत विख्यात है। अतः लिंग रूप में भगवान शंकर का अभिषेक करना सभी कामनाओं को पूर्ण करने वाला होता है। इसी को शास्त्र की दृष्टि में रुद्राभिषेक भी कहा जाता है। रुद्राभिषेक कैसे किया जाता है, रुद्राभिषेक में क्या-क्या सामग्री अपेक्षित होती है, रुद्राभिषेक का विधान क्या है, क्या आप भी घर पर खुद रुद्राभिषेक कर सकते हैं- इत्यादि रुद्राभिषेक से संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको प्रदान कर रहे हैं। इसी के साथ रुद्राभिषेक पूजन सामग्री लिस्ट PDF इस लेख में आपको प्रदान कराई गई है। तो आइये, भगवान शंकर का गुणगान करते हुए रुद्राभिषेक पूजन एवं रुद्राभिषेक से जुड़ी कुछ रोचक रहस्यमई बातों को शुरू करते हैं। पुस्तक/ PDF का नाम- रुद्राभिषेक पूजन पुस्तक PDF प्रकार- पूजन (Poojan) फाइल प्रकार- PDF फाइल साइज- 800 kb इसे भी दबाएँ- इसे भी दबाएँ- रुद्राभिषेक क्या होता है भगवान रुद्र अर्थात शंकर जी का अभिषेक करना ही रुद्राभिषेक कहलाता है। रुद्राभिषेक रूद्र एवं अभिषेक इन दो शब्दों से मिलकर के बना हुआ है। अभिषेक का मतलब ...

नारायण बलि – Swami Rupeshwaranand

“ नारायण बलि” का विधान तब किया जाता है , जब कोई ज्ञात मृतक आत्मा को प्रेतत्व से मुक्ति दिलानी हो ! ज्ञात मृतक आत्मा का अर्थ है , जिसका नाम और गोत्र पता हो तथा उसके मृत्यु का कारण पता हो ! इसके अतिरिक्त जो मृतक आत्मा स्वप्न के माध्यम से बार-2 दर्शन देकर अपने मुक्ति के लिए प्रार्थना करती हो , अथवा जो स्वप्न में कष्ट में होने का संकेत देती हो , उसके निमित्त भी नारायण बलि का विधान बताया गया है ! नारायण बलि का अर्थ है की , किसी प्रेतत्व को प्राप्त ज्ञात आत्मा के निमित्त भगवान नारायण एवं उनके गण , पार्षद आदि का आवाहन , पूजन और तर्पण करना तथा उस आत्मा की मुक्ति अथवा सद्गति की प्रार्थना करना ! एक प्रकार से ” नारायण बलि ” के कर्मकांड से उस प्रेतात्मा को भगवान नारायण के चरणों में समर्पित कर देना , भगवान नारायण को बलि के रूप में प्रदान करने को ” नारायण बलि ” कहते है ! जिस आत्मा नाम , गोत्र पता हो , उसे ” ज्ञात मृतक आत्मा ” कहते है ! उनके निमित नारायण बलि , पार्वण श्राद्ध आदि किये जाते है ! यदि किसी आत्मा का अथवा हमारे अपने पूर्वजों का नाम और गोत्र पता न हो तो उनके निमित्त , उनके उध्दार अथवा तृप्ति के लिए “त्रिपिंडी श्राध्द” आदि किये जाते है ! भगवान विष्णु , भगवान ब्रह्मा , भगवान शंकर के निमित्त तीन पिंड बनाकर उनका पूजन कर , उनके निमित्त तर्पण आदि कर सभी प्रकार की दुर्गति को प्राप्त पूर्वजों की आत्माओं की सद्गति, उनके उध्दार के लिए प्रार्थना की जाती है , इसलिए इस कर्म को ” त्रिपिंडी श्राध्द ” अर्थान तीन पिंड बनाकर किया गया श्राध्द कर्म कहा जाता है !! जैसे “त्रिपिंडी श्राद्ध” का महत्त्व है , उसी प्रकार से ” नारायण बलि ” का भी महत्त्व है ! जिसे भी अपने ज्ञात अथवा अज्ञात पूर्वजों की सद्ग...

[PDF] पूजन सामग्री लिस्ट

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ पूजन सामग्री लिस्ट PDF (Pooja Samagri List PDF) शेयर करेंगे, जिसे आप इस पोस्ट में नीचे दिए गए डाउनलोड लिंक की सहायता से निशुल्क डाउनलोड कर सकते है| जैसे कि हम सब जानते है, हिन्दू धर्म में पूजा का महत्व बहुत ही ज्यादा होती है, और प्रत्येक पूरा के पीछे कुछ-न-कुछ कथा जरुर होती है| हिन्दू धर्म के मानने वाले लोग विभिन्न अवसरों में घर में पूजा जरुर करवाते है अथवा किसी मंदिर में जाके पूजा जरुर करते है| अगर आप भी हिन्दू धर्म के मानने वाले है और अपने घर में पूजा करवाना चाहते है तो आज का यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकता है| क्योंकि इस पोस्ट मे हम जो पीडीऍफ़ आपके साथ शेयर करेंगे, उसमे हिन्दू धर्म के पूजा में उपयोग होने वाली सभी सामग्री का लिस्ट दिया गया है| पूजन सामग्री लिस्ट PDF • कलश • मिट्टी या धातु का दिया • कपूर • केसर • धूपबत्ती • दूध • गंगा जल • पंच मेवा • चावल • अबीर • पुष्प या फुल • कुशा व दूर्वा • केले के पत्ते • तुलसी पत्ता • रोली • सिंदूर • चन्दन • मूर्ति • पंचरत्न • मिठाई • काले तील • सुपारी • मौली • कच्चा दूध • शहद • साबुत हल्दी • हवन सामग्री • पांच ऋतू फल • नारियल • घी • पान • सुपारी • लाल और पीला कपडा • जौ • आदि Read Also: हिमाचल प्रदेश राशन कार्ड फॉर्म PDF Download सम्पूर्ण सामग्री की लिस्ट के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन की सहायता से पीडीऍफ़ को डाउनलोड अवश्य करे| Pooja Samagri List PDF: Overview PDF Name पूजन सामग्री लिस्ट PDF Language Hindi No of Pages 1 PDF Size 92 KB Quality Excellent Download पूजन सामग्री लिस्ट PDF नीचे दिए गए डाउनलोड बटन का अनुसरण करके आप हिन्दू धर्म के पूजा में उपयोग होने वाली सामग्री के लिस्ट क...

आइये जाने की क्या हैं नागबलि

आइये जाने की क्या हैं नागबलि-नारायण बलि..??? नारायण नागबलि ये दोनो विधी मानव की अपूर्ण इच्छा , कामना पूर्ण करने के उद्देश से किय जाते है इसीलिए ये दोने विधी काम्यू कहलाते है। नारायणबलि और नागबपलि ये अलग-अलग विधीयां है। नारायण बलि का उद्देश मुखत: पितृदोष निवारण करना है । और नागबलि का उद्देश सर्प/साप/नाग हत्याह का दोष निवारण करना है। केवल नारायण बलि यां नागबलि कर नहीं सकतें, इसलिए ये दोनो विधीयां एकसाथ ही करनी पडती हैं। नारायण नागबली यह विधी एक महत्वपुर्ण विधी है जो अपने पित्रों के नाम से की जाती है ताकी उनकी आत्मा को शांती मिले और वह इस जीवन मरण के बंधन से मुक्त हो जाये | नारायण नागबली यह विधी मानव की अपूर्ण इच्छा , कामना पूर्ण करने के उद्देश से की जाती है | नारायणबली और नागबली यह अलग-अलग पूजाएं है। नारायण बलि का उद्देश मुख्यत: पितृदोष निवारण करना है । और नागबलि का उद्देश सर्प/साप/नाग हत्या का दोष निवारण करना है। इस विधी का प्रमुख उद्देश है अपने अतृप्त पितरोंको तृप्त करके उन्हे सदगती दिलाना। क्योकी मरनेवालों की सभी इच्छाएँ पुरी नही नही हो सकती है। कुछ तीव्र इच्छाएँ मरने के बाद भी आत्मा का पिछा नही छोडती है। इस स्थिती में वायुरूप होने के पश्चात भी आत्मा पृथ्वीपर हि विचरण (भ्रमण) करती है। वास्तव में जीवात्मा सूर्य का अंश होता है। जो निसर्गत: मृत्यू के पश्चात सुर्यकी और आकर्षित होता है। जैसे पृथ्वी पर जल समुद्र की और आकर्षित होता है। किंतु वासना एवं इच्छाएँ आत्मा को इसी वातावरण में रहने के लिए मजबूर कर देती है। इस स्थिती में आत्मा को बहोत पीडाएँ होती है। और अपनी पिडाओंसे मुक्ती पाने के लिए वंशजो को सामने सांसरीक समस्या का निर्माण करता है। इन समस्याओं से मुक्ती पाने हेतु सामान्...

नारायण बलि पूजन

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नारायण नागबली पूजन सामग्री

• मुख्य पृष्ठ • हमारे बारे में • मानस के बारे में • श्री राम चरित मानस • मानस वंदना • मानस के सिद्ध मंत्र • पूज्य श्री जितेंद्री जी महाराज का जीवन परिचय • लक्ष्य और दूरदर्शिता • मानस अमृत धाम सेवा आश्रम • सदस्यता • सदस्यता पंजीकरण • सदस्य की सूची • उपदेश • पूज्य महाराज श्री की कलम से • संस्थापक की कलम से • महासचिव की कलम से • मानस अमृत सन्देश • गैलरी • फोटो गैलरी • वीडियो गैलरी • सहयोग करे • ज्योतिष • दैनिक राशिफल • दैनिक पंचांग • बुक पूजा एवं पंडित जी • सामाजिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम • श्री मानस अमृत राम कथा • मानस अमृत गौ सेवा • मानस अमृत कन्या विवाह • मानस अमृत भजन कीर्तन मण्डली • अविस्मरणीय भारत दर्शन भ्रमण यात्रा • उदघाटन • मानस अमृत वैदिक विद्यापीठ • मानस अमृत वाटिका • मानस अमृत यज्ञशाला • मानस अमृत वैदिक अनुष्ठान • मानस अमृत दैवीय आपदा सहायता कोष • भारतीय संस्कृति के मूल स्तम्भो का संरक्षण अभियान • अधिक • पूजन सामग्री सूची • जीवनसाथी की तलाश करें • पंजीकरण फॉर्म डाउनलोड करें • समाचार और मीडिया • प्रतिपुष्टि • संपर्क करें • Menu ‘सामग्री’ ‘मात्रा’ रोली 10 ग्राम पीला सिंदूर 10 ग्राम पीला अष्टगंध चंदन 10 ग्राम लाल चन्दन 10 ग्राम सफ़ेद चन्दन 10 ग्राम लाल सिंदूर 10 ग्राम हल्दी (पिसी) 50 ग्राम हल्दी (समूची) 50 ग्राम सुपाड़ी (समूची बड़ी) 100 ग्राम लौंग 10 ग्राम इलायची 10 ग्राम सर्वौषधि 1 डिब्बी सप्तमृत्तिका 1 डिब्बी सप्तधान्य 100 ग्राम सरसों (पीली/काली) 50-50 ग्राम जनेऊ 21 पीस इत्र बड़ी 1 शीशी गरी का गोला (सूखा) 2 पीस पानी वाला नारियल 1 पीस जटादार सूखा नारियल 1 पीस अक्षत (चावल) 1 किलो धूपबत्ती 1 पैकेट रुई की बत्ती (गोल/लंबी) 1-1 पै. देशी घी 500 ग्राम सरसों का तेल 500 ग्राम क...