नार्मल थायराइड कितना होना चाहिए

  1. एचबीए1सी (HbA1c) टेस्ट, चार्ट, मात्रा और नार्मल रेंज
  2. नार्मल पल्स रेट (नब्ज) क्या है, कैसे देखें, कितना होना चाहिए, चार्ट
  3. नार्मल शुगर लेवल कितना होता है?
  4. थायराइड क्या है और कितने दिन में ठीक हो जाता है?
  5. थायराइड टेस्ट नार्मल कितना होना चाहिए
  6. थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है / थायराइड टेस्ट की कीमत


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एचबीए1सी (HbA1c) टेस्ट, चार्ट, मात्रा और नार्मल रेंज

Last updated on दिसम्बर 1st, 2022 हीमोग्लोबिन एक प्रकार का अणु ( molecule) है। जो लाल रक्त कोशिकाओं ( red blood cells) में मौजूद होता है और शरीर के ऊतकों ( body’s tissue) तक ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है। एचबीए1सी (Hba1c) का पूर्ण रूप हीमोग्लोबिन A1c या HbA1c या ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन ( glycosylated haemoglobin) है। यह हीमोग्लोबिन का एक रूप है जिसमें शुगर होती है। HbA1c टेस्ट , HbA1c चार्ट की सामान्य सीमा के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस ब्लॉग को पढ़ें | इस ब्लॉग मे जानिए की कैसे मधुमेह रोगियों ने डायबिटीज रेवेर्सल मेथड दुवारा HbA1c रेंज पर नियंत्रण पाया है | मधुमेह रोगियों में ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन ( glycosylated haemoglobin) का स्तर अधिक होता है। और जो शुगर के रोगी नही हैं ये उन लोगो में इसके उलट होता है। इसलिए रक्त शर्करा (blood glucose) के नियंत्रित स्तर बनाये रखने के लिए , HbA1c टेस्ट करना बेहतर होता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • एचबीए1सी (HbA1c )स्तर की जांच कराने की क्यों आवश्यकता है? | Need to Monitor HbA1c in Hindi आपकी गतिविधि और आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन के आधार पर रक्त शर्करा ( sugar levels)के स्तर में हर मिनट उतार – चढ़ाव हो सकता है। इसलिए , अपने रक्त शर्करा ( blood glucose levels) के स्तर की नियमित रूप से जांच करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ये समझने में मदद करता है कि आपके रक्त शर्करा के स्तर में केसा बदलाव आ रहा है और आपका भोजन इसपर केसा असर डाल रहा है। लेकिन लगातार हिम्मत करने और सही व्यायाम के साथ एक उचित आहार योजना आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में आपकी काफ...

नार्मल पल्स रेट (नब्ज) क्या है, कैसे देखें, कितना होना चाहिए, चार्ट

नब्ज देखना या चेक करना नब्ज को अंग्रेजी में पल्स कहा जाता है और यह स्वास्थ का पता लगाने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्देशक है। पल्स रेट का मतलब है एक मिनट में कितनी बार आपका दिल धड़कता है या आपका ह्रदय दर क्या है। इस लेख में नब्ज यानि पल्स रेट क्या होता है, नब्ज कैसे देखते हैं और इसके कम या ज़्यादा होने पर किए जाने वाले उपचार के साथ-साथ नॉर्मल पल्स रेट के बारे में बताया गया है। • • • • • दिल के धड़कने से नब्ज में प्रेशर बनता है, जिससे वह फड़कती है। इसे महसूस करके या गिनने से एक मिनट में दिल के धड़कने की दर का पता लगाया जा सकता है। पल्स रेट को हृदय दर भी कहा जाता है,जिसका मतलब है एक मिनट में कितनी बार दिल धड़कता है। यह दर हर व्यक्ति में भिन्न होती है। आराम करते समय पल्स रेट कम होता है और एक्सरसाइज करने पर यह बढ़ जाता है क्योंकि एक्सरसाइज करते समय आपके शरीर को ऑक्सीजन वाले खून की आवश्यकता अधिक होती है। (और पढ़ें- पल्स देखना आने से आप अपने एक्सरसाइज करने के तरीके और सही एक्सरसाइज चुन या बदल सकते हैं। शरीर में नब्ज देखने की सबसे सही जगह होती हैं - • कलाई • कोहनी के अंदर की तरफ • गले की साइड में • पंजे के ऊपरी तरफ दिल के धड़कने की दर शारीरिक काम करने, जान को खतरा होने और भावनात्मक प्रतिक्रिया होने पर तेज़ हो जाती है। पल्स रेट नॉर्मल होने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति को कोई स्वास्थ सम्बन्धी समस्या नहीं है, यह केवल व्यक्ति के स्वास्थ का एक निर्देशक होती है। (और पढ़ें - उम्र के मुताबिक सामान्य प्लस रेट नीचे दिए गए चार्ट में बताया गया है - उम्र सामान्य पल्स रेट 1 महीने तक 70 से 190 1 से 11 महीने तक 80 से 160 1 से 2 साल 80 से 130 3 से 4 साल 80 से 120 5 से 6 साल 75 से 115 7 से 9 साल 70 से 110 1...

नार्मल शुगर लेवल कितना होता है?

आज के ज़माने में डायबिटीज (diabetes) एक बहुत ही आम परेशानी बन गयी है। भारत के बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल आपके शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है जो बाद में चल कर बहुत सारी बीमारियों का कारण बन सकता है। इस लेख के माध्यम से मैं आपको बताना चाहता हूँ कि हमारे शरीर में नार्मल ब्लड शुगर लेवल कितना होता है और कितना शुगर बढ़ने पर हम उससे मधुमेह या डायबिटीज कहेंगे। नार्मल शुगर लेवल कितना होना चाहिए? आइये जानते हैं की नार्मल ब्लड शुगर लेवल कितना होता है। • नार्मल फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल यानी कि खाना खाने से पहले नापा गया शुगर 80-100 mg/dl तक होना चाहिए। • खाना खाने के एक दम बाद ब्लड शुगर लेवल 170-200 mg/dl तक नार्मल है। • खाना खाने के 2-3 घंटे बाद ब्लड शुगर लेवल 120-140 mg/dl तक होना चाहिए । हमारे शरीर में लगातार शुगर बनता भी है और टूटता भी है। इन सब प्रक्रियाओं की वजह से ही हमारे शरीर में ब्लड शुगर एक नार्मल रेंज में रहता है। हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल की कोई एक संख्या नहीं बताई जा सकती। क्युकि वह एक नार्मल रेंज में पूरे दिन में बढ़ता और घटता रहता है। आपका ब्लड शुगर लेवल इस बात पर भी निर्भर करेगा की आपने टेस्ट कब किआ है। अगर आप खाना खाने से पेहले अपना शुगर नापेंगे तो वो कम आएगा लेकिन अगर खाना खाने के बाद नापेंगे तो ब्लड शुगर बढ़ा हुआ आएगा। डायबिटीज में शुगर लेवल कितना होना चाहिए? नीचे लिखे ब्लड शुगर लेवल को इम्पेरेड ग्लूकोस टॉलरेंस (impaired glucose tolerance) या प्री-डायबिटिक स्टेज (pre diabetic stage) कहा जाता है। • खाना खाने से पहले नापा गया ब्लड शुगर 101-125 mg/dl तक होना चाहिए। • खाना खाने के एक दम बाद ब्लड शुगर लेवल 190-230 mg/dl तक होना। • खाना खाने के 2-3 घंटे बाद ब्लड ...

थायराइड क्या है और कितने दिन में ठीक हो जाता है?

ज्यादातर मामलों में, थायराइड रिप्लेसमेंट थेरेपी शुरू करने के दो सप्ताह के भीतर हाइपो-थायराइड ठीक होने लगता है लेकिन आप को दवा शुरू रखनी होती है । गंभीर लक्षण वाली स्थिति और विशेष रूप से मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी को पूरी तरह से ठीक होने में कुछ महीने लग सकते है । इस पोस्ट में हम थाइरॉइड की वजह, टाइप, इलाज और ठीक होने की अवधि के बारे में जानेंगे। 💊💊💊 इस पोस्ट में पढे, • • • • • • थायराइड क्या है? हाइपोथायरायडिज्म तब होता है जब थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन नहीं बनाती है। इस स्थिति को अंडरएक्टिव थायराइड भी कहा जाता है। हाइपोथायरायडिज्म अपने शुरुआती चरणों में ध्यान देने योग्य लक्षण नहीं पैदा कर सकता है। समय के साथ, हाइपोथायरायडिज्म जिसका इलाज नहीं किया जाता है, अन्य थायरॉयड ग्रंथि एक छोटा सा अंग है जो गर्दन के सामने स्थित होता है, जो विंडपाइप (श्वासनली) के चारों ओर लिपटा होता है। यह एक तितली के आकार का होता है, जो बीच में छोटा होता है और दो चौड़े पंख होते हैं जो आपके गले के चारों ओर फैले होते हैं। थायराइड एक ग्रंथि है। आपके पूरे शरीर में ग्रंथियाँ होती हैं, जहाँ वे ऐसे पदार्थ बनाती और छोड़ती हैं जो आपके शरीर को एक विशिष्ट कार्य करने में मदद करते हैं। आपका थायरॉयड हार्मोन बनाता है जो आपके शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करने में मदद करता है। जब आपका थायरॉयड ठीक से काम नहीं करता है, तो यह आपके पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। यदि आपका शरीर बहुत अधिक थायराइड हार्मोन बनाता है, तो आप हाइपरथायरायडिज्म नामक स्थिति विकसित कर सकते हैं। यदि आपका शरीर बहुत कम थायराइड हार्मोन बनाता है, तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है। दोनों स्थितियां गंभीर हैं और आपके स्वास्...

थायराइड टेस्ट नार्मल कितना होना चाहिए

थायराइड आम बीमारी हो गई है। पहले यह समस्या बड़ी उम्र वालों, और खासतौर पर महिलाओं में ज्यादा होती थी, लेकिन अस्वस्थ खान-पान और अव्यवस्थित जीवनशैली के कारण बड़ी संख्या में युवा तथा बच्चे भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। डायग्नोस्टिक चेन एसआरएल की 2017 में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, '32 फीसदी भारतीय थायरॉइड से जुड़ी विभिन्न प्रकार की बीमारियों के शिकार हैं'। अब तो थायराइड कैंसर के मामले सामने आने लगे हैं। ऑस्टिन में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस के अध्ययन में पता चला है कि 'थायराइड कैंसर के कारण हर साल लाखों मरीजों को अपनी थायराइड ग्रंथि या इसका कोई हिस्सा निकलवाना पड़ रहा है।' अमेरिका के गैर-सरकारी संगठन एएआरपी के अनुसार, 'थायराइड दुनिया की उन 9 बीमारियों में शामिल हैं, जिन्हें पहचानने में डॉक्टर गलती कर जाते हैं।' इसलिए यह जानना जरूरी है कि कौन-सा टेस्ट करवाने से थायराइड का सही-सही पता लगाया जा सकता है। इसका जवाब है-टीएसएच यानी थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट। जानिए इसके बारे में - विषयसूची Show • • • • थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट थायराइड ग्रंथि पर किया जाता है। इससे पता लगाया जाता है कि थायराइड ग्रंथि ठीक से काम कर रही है या नहीं? कहीं यह ओवरएक्टिव या अंडरएक्टिव तो नहीं? ये दोनों ही परिस्थितियां नुकसानदायक होती हैं। सबसे खास बात यह है कि इस टेस्ट से शरीर में थायराइड का कोई लक्षण नजर आने से पहले ही बीमारी का पता लगाया जा सकता है। पहले जानें थायराइड क्या है मानव शरीर में ग्रंथी (ग्लैंड) एक ऐसा अंग है जो शरीर के विकास के लिए जरूरी रासायनिक पदार्थों को स्रावित (निकालता) करता है। थायराइड ग्रंथी टी4 सहित विभिन्न हार्मोन निकालता है जिन्हें संयुक्त रूप से थायराइड हार्मोन कहते हैं...

थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है / थायराइड टेस्ट की कीमत

थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है / थायराइड टेस्ट की कीमत –अभी के समय में थायराइड की समस्या एक आम बीमारी मानी जाती हैं. क्योंकि थायराइड की बीमारी अधिकांश लोगो में दिखाई देती हैं. एक सर्वे के अनुसार पूरी दुनिया में 10 में से 4 व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित हैं. लेकिन इस बीमारी का इलाज मौजूद होने के कारण ज्यादा चिंता करने की बात नहीं हैं. थायराइड की समस्या पहले महिलाओं में अधिक दिखाई देती थी. लेकिन अब बच्चों और पुरुषों में भी यह बीमारी दिखाई देती हैं. अगर आप इस बीमारी के बारे में विस्तारपूर्वक जानना चाहते है. तो यह आर्टिकल पूरा पढ़े. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है. तथा थायराइड क्या है और थायराइड टेस्ट की कीमत कितनी है. इसके बारे में भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. इसके अलावा थायराइड से संबंधित अन्य और भी जानकारियां प्रदान करने वाले हैं. • • • • • • • थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है अगर थायराइड की बीमारी का सही समय पर इलाज करवाया जाए. और अपने खान-पान पर सही तरीके से ध्यान रखा जाए. तो एक से दों महीने के अंदर थायराइड को ठीक किया जा सकता हैं. डिलीवरी के बाद कितने दिन तक गर्म पानी पीना चाहिए – सम्पूर्ण जानकारी लेकिन इसके लिए आपको लगातार डॉक्टर के संपर्क में रहना होगा. और उनके बताए हुए नियम अनुसार चलना होगा. तभी आपकी थायराइड की बीमारी को नियंत्रित करके ठीक किया जा सकता हैं. थायराइड टेस्ट की कीमत थायराइड टेस्ट की कीमत प्राइवेट अस्पताल में 200 से 400 रूपये के करीब हो सकती हैं. अगर आप किसी सरकारी अस्पताल से थायराइड टेस्ट करवाते है. तो 50 से 200 रूपये करीब टेस्ट हो जाता हैं. या फिर किसी किसी सरकारी अस्पताल में थायर...