Nrega banswara

  1. नरेगा में श्रमिकों काे खुद लाने होंगे गेंती


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नरेगा में श्रमिकों काे खुद लाने होंगे गेंती

प्रदेश में शहरी नरेगा योजना की शुरुआत 9 सितंबर को होगी। मनरेगा की तर्ज पर शहरी नरेगा में भी श्रमिक को फावड़ा, गेंती, तगारी, कैंची अादि उपकरण साथ लाने होंगे। योजना की शुरुआत के दिन यदि आवश्यक हो तो श्रमिकों को उपकरण निकाय स्तर पर उपलब्ध कराए जा सकेंगे। इससे पहले मेट की सूची बनानी होगी। श्रमिकों की कार्य अवधि सुबह 8 से शाम 5 बजे तक रहेगी, दाेपहर में 1 से दाे बजे तक भाेजन अवकाश रहेगा। काम बाद उसका फोटो भी अपलोड करना होगा। जिला कलेक्टर प्रकाश चंद्र शर्मा ने निकाय अधिकारी अाैर कर्मचारियों की विशेष बैठक बुलाकर योजना से जुड़े दिशा निर्देश दिए। योजना में तालाब, बावड़ी, टांके की मिट्टी निकालने, सफाई व सुधार, श्मशान अाैर कब्रिस्तानों में मूलभूत सुविधाओं सहित विकास, निकाय क्षेत्र के सामुदायिक शौचालयों एवं मूत्रालयों की मरम्मत एवं साफ-सफाई, मुख्य सड़कों के डिवाइडर की मरम्मत, पेंट, फुटपाथ की मरम्मत, पार्कों, डिवाइडरों पर पौधरोपण, उद्यानिकी कार्य तथा अवैध होर्डिंग/बैनर हटाने के कार्य शामिल हैं। परिस्थिति अनुसार होगा बदलाव : कार्ययोजना कुछ समय पूर्व तैयार की गई थी एवं मानसून समाप्ति की ओर है। एेसे में संभव है कि कार्ययोजना में कुछ कार्य हों जिसकी वर्तमान में आवश्यकता नहीं हैं उनकी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति निरस्त कर नए पक्के कार्य को शामिल किया जा सकता है। बैठक में आवश्यक सामग्री यथा सीमेंट, बजरी, पेंट, रोडी, इन्टरलॉकिंग टाbल आदि बाबत दर संविदा करने के निर्देशों की पालना करने के लिए निर्देश दिए। नरेगा में श्रम और सामग्री का अनुपात 75:25 रहेगा निकायों को अनुमत कार्यों से संबंधित तकमीनों के नमूने पेश किए जा चुके हैं। इसके अलावा भी यदि काेई पक्का कार्य कराना हो तो उसका एस्टीमेट अलग से ...