पोषण अभियान 2022 सितंबर

  1. डेली न्यूज़ (26 Sep, 2022)
  2. राष्ट्रीय पोषण माह का जनपद में हुआ शुभारम्भ
  3. 5वां राष्ट्रीय पोषण माह 2022: 1
  4. राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2022
  5. Rashtriya Poshan Maah 2023: 5वां राष्ट्रीय पोषण माह 1 से 30 सितंबर तक


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डेली न्यूज़ (26 Sep, 2022)

पोषण अभियान प्रिलिम्स के लिये: आँगनवाड़ी केंद्र, पोषण वाटिका, पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण मिशन), पोषण 2.0, एकीकृत बाल विकास सेवाएँ (ICDS)। मेन्स के लिये: पोषण अभियान का महत्त्व । चर्चा में क्यों? हाल ही में आयुष मंत्रालय के साथ संयुक्त रूप से महिला और बाल विकास मंत्रालय (MWCD) के विभिन्न हस्तक्षेपों के तहत लगभग 4.37 लाख आँगनवाड़ी केंद्रों ने पोषण वाटिका की स्थापना की गई है। • वर्तमान में जारी पोषण माह 2022 के तहत देश भर में बैकयार्ड पोल्ट्री/मत्स्य पालन इकाइयों के साथ पोषण वाटिका की स्थापना के लिये बड़े पैमाने पर कई कार्यकलाप किये जा रहे हैं। • इसके अतिरिक्त, अब तक 6 राज्यों के कुछ चयनित ज़िलों में 1.10 लाख औषधीय पौधे भी लगाए जा चुके हैं। पोषण माह: • पोषण अभियान के अंतर्गत हर साल सितंबर के महीने में राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाता है। • इसमें प्रसवपूर्व देखभाल, इष्टतम स्तनपान, एनीमिया, विकास निगरानी, लड़कियों की शिक्षा, आहार, शादी की सही उम्र, स्वच्छता और स्वस्थ भोजन (खाद्य पोषण) पर केंद्रित एक महीने की गतिविधियाँ शामिल है। • ये गतिविधियाँ सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन संचार (Social and Behavioural Change Communication- SBCC) पर ध्यान केंद्रित करती हैं तथा जन आंदोलन दिशा-निर्देशों पर आधारित होती हैं। • SBCC ज्ञान, दृष्टिकोण, मानदंड, विश्वास और व्यवहार में परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिये संचार दृष्टिकोण का एक रणनीतिक उपयोग है। पोषण वाटिका: • विषय: • पोषण वाटिका का अर्थ है भूमि का वह छोटा टुकड़ा जहाँ घर के लोग सब्जियाँ उगाते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिवार में सभी विशेष रूप से बच्चे और महिलाएँ कुपोषण का शिकार न हों। • उद्देश्य: • इसका मुख्य उद्देश्य जैविक रूप से घरेलू...

राष्ट्रीय पोषण माह का जनपद में हुआ शुभारम्भ

बलिया।। 01 सितंबर 2022 को श्रीमती सौम्या अग्रवाल, जिलाधिकारी बलिया द्वारा विकास भवन में पोषण माह सितम्बर 2022 का शुभारम्भ किया गया। माह सितम्बर, 2022 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में ग्रामीण स्तर पर ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में गठित ग्राम पंचातय की विभिन्न समितियों एवं पोषण पंचायत का गठन करते हुए संभव अभियान के अर्न्तगत चिन्हित सैम एवं गम्भीर अल्पवजन बच्चों में सुधार लाने, स्वस्थ बालक बालिका प्रतियोगिता कराकर स्वस्थ बालक एवं बालिका को पुरूस्कृत करने, स्कूलों में पोषण मेले का आयोजन करने, जन आंदोलन के माध्यम से जनसंवेदीकरण करने एवं पोषण अभियान डैशबोर्ड पर उपरोक्त गतिविधियों को दिनांक 1 सितम्बर 2022 से 30 सितम्बर 2022 तक आयोजित कर दिन प्रतिदिन अपलोड किया जायेगा। राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर 2022 के गतिविधियों को सफलतापूर्वक आयोजित किये जाने हेतु शुभारम्भ के समय श्री प्रवीण कुमार वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी, जनपद स्तरीय अधिकारी व कन्वर्जेन्स विभाग के अधिकारी उपायुक्त मनरेगा, बलिया जिला विकास अधिकारी, बलिया, जिला पंचायत राज अधिकारी परियोजना निदेशक, ग्राम्य विकास, बलिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बलिया, बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर एवं हनुमानगंज तथा बाल विकास परियोजना शहर की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री उपस्थित रहें। जिलाधिकारी महोदय द्वारा पोषण माह सितम्बर 2022 की रैली को हरी झण्डी दिखाई गयी। जनपद की भाँति जनपद के विकास खण्डों पर बाल विकास परियोजनाओं के अर्न्तगत पोषण माह सितम्बर 2022 का शुभारम्भ बाल विकास परियोजना अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया गया। राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर 2022 में आयोजित किये जाने वाले पोषण माह का मुख्य थीम महिला और स्वास्थ्य बच्चा एवं शिक्...

5वां राष्ट्रीय पोषण माह 2022: 1

Click Here Click Here महिला और बाल विकास मंत्रालय (MoWCD) ने 1 से 30 सितंबर 2022 तक 5वें राष्ट्रीय पोषण माह 2022 का आयोजन किया। • इसका उद्देश्य 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करना है। • 5वें राष्ट्रीय पोषण माह के हिस्से के रूप में, MoWCD की योजना ग्राम पंचायतों को पोषण पंचायतों के रूप में जोड़ने की है। • 5वें राष्ट्रीय पोषण माह का उद्देश्य जन आंदोलन (पीपुल्स मूवमेंट) को जनभागीदारी (पीपुल्स पार्टिसिपेशन) में बदलना है। मुख्य फोकस “महिला और स्वास्थ्य” (महिला और स्वास्थ्य) और “बच्चा और शिक्षा” (बाल और शिक्षा) पर होगा। प्रमुख बिंदु: i. राष्ट्रीय, राज्य और पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान, आउटरीच कार्यक्रम, पहचान अभियान, शिविर और मेलों के माध्यम से जमीनी स्तर पर पोषण के बारे में विभिन्न जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। ii. ‘स्वस्थ भारत’ के सपने को साकार करने के लिए गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, छह साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। iii. राज्य स्तरीय गतिविधियों के तहत पारंपरिक पौष्टिक व्यंजनों की ‘अम्मा की रसोई’ या दादी की रसोई का आयोजन किया जाएगा। iv. आंगनबाडी केन्द्रों में सीखने के लिए देशी और स्थानीय खिलौनों के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर की खिलौना निर्माण कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। पंचायत स्तर पर- i. संबंधित जिला पंचायती राज अधिकारियों और CDPO के मार्गदर्शन में स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा जागरूकता गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। ii. पोषण पंचायत समितियां फील्ड स्तर के कार्यकर्ताओं (FLW) – AWW (आंगनवाड़ी कार्यकर्ता), ASHA (मान्यता प्राप्...

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2022

Click Here Click Here राष्ट्रीय पोषण सप्ताह (NNW) अच्छे पोषण और स्वास्थ्य और मानव जीवन में इसके महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 1 सितंबर से 7 सितंबर तक पूरे भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। • इसका उद्देश्य पोषण और स्वस्थ खाने की आदतों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है। • स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिए लोगों को पोषण और अनुकूल खाने की आदतों के महत्व को समझाने के लिए सप्ताह का सम्मान किया जाता है। • NNW 2022 के लिए विषय –“ वर्ल्ड ऑफ़ फ्लेवर्स पार्श्वभूमि i. राष्ट्रीय पोषण सप्ताह (NNW) 1982 में महिला और बाल विकास मंत्रालय (MWCD) के तहत खाद्य और पोषण बोर्ड द्वारा जन जागरूकता अभियान के रूप में शुरू किया गया था। ii .पहला NNW 1 से 7 सितंबर 1982 में मनाया गया था। • पोषण सप्ताह पहली बार मार्च 1975 में अमेरिकन डायटेटिक एसोसिएशन (ADA) (अब एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के रूप में जाना जाता है) के सदस्यों द्वारा मनाया और चिह्नित किया गया था। महत्व: i. हर साल महिला और बाल विकास मंत्रालय (MWCD) उचित पोषण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 7 दिनों तक चलने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करता है। ii. 2018 में ‘POSHAN अभियान’ या राष्ट्रीय पोषण मिशन लोगों को स्वास्थ्य और पोषण संबंधी मुद्दों जैसे स्टंटिंग, वेस्टिंग, एनीमिया और बच्चों में जन्म के समय कम वजन के बारे में शिक्षित करने के लिए शुरू किया गया था। • यह किशोर लड़कियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं पर भी केंद्रित है। कुपोषण के बारे में: i. यह किसी व्यक्ति के ऊर्जा और पोषक तत्वों के सेवन में कमियों, अधिकता या असंतुलन को संदर्भित करता है। • अल्पपोषण – इसमें वेस्टिंग (ऊंचाई के लिए कम वजन), स्टंटिंग (उम्र के...

Rashtriya Poshan Maah 2023: 5वां राष्ट्रीय पोषण माह 1 से 30 सितंबर तक

महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी जी ने कहा है कि इस साल का लक्ष्य “पोषण पंचायत” के रूप में ग्राम पंचायतों के माध्यम से पोषण माह की शुरुआत करना है। ताकि इस माह चलने वाले पोषण माह में गांव की गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली महिलाओं, 6 साल से कम आयु के बच्चों और किशोरियों पर विशेष ध्यान दिया जाए और उन्हें पोषण के बारे में जागरूक किया जाए। जिसके तहत पंचायत स्तर पर स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा जागरूकता गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इसके अलावा पोषण पंचायत समितियां आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम नर्सों के साथ मिलकर काम करेगी। राष्ट्रीय पोषण माह 2023 से संबंधित संपूर्ण विवरण प्राप्त करने के लिए हमारे इस आर्टिकल को नीचे तक पढ़े। Table of Contents • • • • • Rashtriya Poshan Maah 2023 देश में 5वां राष्ट्रीय पोषण माह को शुरू कर दिया गया है। इस बार के Rashtriya Poshan Abhiyan में मंत्रालय की योजना ग्राम पंचायतों को पोषण पंचायतों के रूप में जोड़ने की है। जिसके लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ग्राम पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों की श्रंखला तैयार की है। इस श्रंखला के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर महिलाओं के बीच वर्षा जल संचयन के महत्व पर जोर दिया जाएगा और आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य मां एवं बच्चों के लिए पारंपरिक खाद्य पदार्थों से संबंधित जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा राज्य स्तरीय गतिविधियों के तहत पारंपरिक पौष्टिक व्यंजनों की अम्मा की रसोई भी संचालित की जाएगी। राष्ट्रीय स्तर पर खिलौने बनाने की कार्यशाला के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में सीखने सिखाने के लिए पारंपरिक और स्थानीय लोगों को बढ़ावा देने की भी योजना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने रेडियो संबोधन मन...