Prakrutik sansadhan kise kahate hain

  1. सफेद सोना किसे कहते हैं
  2. संसाधन किसे कहते हैं परिभाषा, प्रकार, महत्व
  3. प्राकृतिक संख्या, परिभाषा एवं गुण
  4. संसाधन किसे कहते हैं संसाधनों का वर्गीकरण
  5. संसाधन किसे कहते हैं?
  6. संसाधन किसे कहते हैं?
  7. संसाधन किसे कहते हैं संसाधनों का वर्गीकरण
  8. सफेद सोना किसे कहते हैं
  9. संसाधन किसे कहते हैं परिभाषा, प्रकार, महत्व
  10. प्राकृतिक संख्या, परिभाषा एवं गुण


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सफेद सोना किसे कहते हैं

प्लैटिनम का इतिहास प्लैटिनम काफी समय से ज्ञात धातु हैं. सबसे पहले 1741 में चार्ल्स वुड ने यूरोप में प्लैटिनम लाए थे. सन 1750 में ब्राउनरिज ने प्लैटिनम पर पूर्ण विवरण के साथ शोध पत्र प्रकाशित किया था. उनके बाद सन 1876 में प्लैटिनम धातु को एक महंगी धातु की जगह मिली थी. यह धातु मुख्य रूप से रूस, कोलम्बिया और दक्षिण अफ्रीका में पाया जाता हैं. प्लैटिनम धातु के गुण प्लैटिनम के अन्य उपयोग महंगे गहने बनाने के साथ अन्य विभिन्न तरीको से भी प्लैटिनम का उपयोग किया जाता हैं. प्लैटिनम धातु के कुछ उपयोग निम्नलिखित हैं: विद्युत उपकरण बनाने में प्लैटिनम वातावरण में उपस्थित ऑक्सीजन के प्रति उदासीन रहता हैं. अर्थात यह धातु आक्सीजन के साथ कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देता हैं. इसके साथ ही कांच के साथ आसानी से घुल जाता हैं. प्लैटिनम के इन सब गुणों के कारन इस धातु का उपयोग इलेक्ट्रोड और विद्युत सेल बनाने में किया जाता हैं. दांतों के इलाज में प्लैटिनम की भूमिका दांतों के इलाज में महत्वपूर्ण हैं. प्लैटिनम का उपयोग लेड के साथ दांतों के छेद भरने के लिए किया जाता हैं. इसके साथ ही टेड़े-मेडे दांतों को व्यवस्थित करने के लिए डॉक्टर दांतों पर तार लगाते हैं. इस तार के निर्माण में प्लैटिनम धातु का उपयोग किया जाता हैं. प्रयोगशाला में प्लैटिनम धातु एक विशेष गुण का धातु हैं. प्लैटिनम ज्यादातर धातुओ के साथ प्रतिक्रिया नहीं करता हैं. इसके इस गुण के कारन इसका उपयोग प्रयोगशाला में किया जाता हैं. शुष्क परिक्षण जैसे ज्वाला परिक्षण और बोरेक्स परिक्षण के लिए प्लैटिनम के तार का प्रयोग किया जाता हैं. प्रयोगशाला के उपकरण बनाने में चूँकि प्लैटिनम विभिन्न धातु के साथ निष्क्रिय हैं. अंत इसका उपयोग प्रयोगशाला में उपयोग होने वाले...

संसाधन किसे कहते हैं परिभाषा, प्रकार, महत्व

Contents • 1 संसाधन किसे कहते हैं [ Sansadhan Kise Kahate Hain ] • 2 संसाधनों के प्रकार [ Sansadhano Ke Prakaar ] • 2.1 प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं [ Prakritik Sansadhan Ki Paribhasha ] • 2.2 मानव निर्मित संसाधन की परिभाषा [ Manav Nirmit Sansadhan Ki Paribhasha ] • 2.3 अजैव संसाधन की परिभाषा [ Ajaiv Sansadhan Ki Paribhasha ] • 2.3.1 नवीकरणीय संसाधन की परिभाषा [ Naveekarneey Sansadhan ki paribhasha ] • 2.3.2 अनवीकरणीय संसाधन की परिभाषा [ Anaveekarneey Sansadhan ki paribhasha ] • 2.3.2.1 इस लेख के बारे में: संसाधन किसे कहते हैं [ Sansadhan Kise Kahate Hain ] संसाधन की परिभाषा: हमारे पर्यावरण में उपस्थित प्रत्येक वस्तू, जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने में प्रयोग की जा सकती है या कुछ ऐसे साधन जिनको तकनीक की सहायता से अपनी आवश्यकता को पूरा किया जा सके ऐसी साधनों को हम संसाधन कहते हैं। संसाधन के कुछ उदाहरण: मिट्टी, वायु, पानी, स्कूल बैग, टिफिन। संसाधनों के प्रकार [ Sansadhano Ke Prakaar ] संसाधनों को मुख्यत: दो भागों में बाँटा गया हैं। 1. प्राकृतिक संसाधन 2. मानव – निर्मित संसाधन प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं [ Prakritik Sansadhan Ki Paribhasha ] प्रकृति से प्राप्त वे सभी संसाधन, जो अधिक संसोधन के बिना प्रयोग में लाए जाते हैं, प्राकृतिक संसाधन कहलाते है। जैसे-वायु, नदी का जल, मृदा इत्यादि। मानव निर्मित संसाधन की परिभाषा [ Manav Nirmit Sansadhan Ki Paribhasha ] मानव निर्मित संसाधन की परिभाषा: प्रकृति में उपस्थित वे अपने बुद्धि कौशल तथातकनीक की सहायता से संसाधन के रूप में मानव निर्मित संसाधन कहलाते हैं। जैसे-कार, स्कूल बैग, फर्नीचर इत्यादि। उत्पत्ति के आधार पर संसाधन दो प्रका...

प्राकृतिक संख्या, परिभाषा एवं गुण

Prakritik Sankhya गणित का एक महत्वपूर्ण भाग है जिसका खोज भारतीय उपमहाद्वीप में हुआ. इस संख्या का खोज वस्तुओं की संख्या को इंगित करने एवं गणनाओं के समाधान के लिए किया गया. यह संख्या दैनिक जीवन के साथ-साथ गणित, विज्ञान, खगोलशास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान, आदि क्षेत्रों में भी प्रयोग किया जाता है. भारतीय गणित में Prakritik Sankhya का महत्व सबसे अधिक इसलिए है क्योंकि यह लगभग प्रत्येक कार्य में प्रयोग होता है जिससे गणितीय गणना सरल एवं सटीक होता है. इस संख्या से सम्बंधित फार्मूला, गुण एवं अन्य महत्वपूर्ण तथ्य मौजूद है जिसका विवरण यहाँ दिया गया है. अवश्य पढ़े, त्रिकोणमिति फार्मूला और ट्रिक्स बहुपद का सूत्र Table of Contents • • • • प्राकृतिक संख्या किसे कहते है? गणित में 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, …… ∞ (जिसका कोई अंत नही) तक की संख्या को प्राकृत संख्या कहते है. ये संख्याएँ गणितीय गणना करने अथवा संख्याओं को एक क्रम में व्यस्थित करने में प्रयोग की जाती है. इसका अध्ययन मुख्यतः प्राकृत संख्या की परिभाषा: गिनती यानि जैसे; प्रथम 20 हिन्दू अरबी संख्याओं का औसत निकालें? प्राकृतिक संख्या एक प्रकार का पूर्णांक है जो 0 से बड़ा अर्थात 1 से शुरू होता है जो लगातार अनंत तक बढ़ता रहता है. इसे सामान्यतः N से सूचित किया जाता है. प्राकृतिक संख्याओं का फार्मूला • प्रथम n प्राकृतिक संख्याओं का औसत = (n+1) /2 • लगातार n तक विषम प्राकृतिक संख्या का योग = (n/2+1) • प्रथम n प्राकृतिक सम संख्याओं का औसत = n+1 • प्रथम n प्राकृतिक विषम संख्याओं का औसत = n • लगातार n तक विषम प्राकृतिक संख्याओं का औसत = (n+1) /2 अवश्य पढ़े, प्राकृत संख्या सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य • प्राचीन इतिहास के आधार पर इसे हिंदी अरबी संख्या कहा ...

संसाधन किसे कहते हैं संसाधनों का वर्गीकरण

संसाधन शब्द का अभिप्राय मानवी उपयोग की वस्तुओं से है। ये प्राकृतिक और सांस्कृतिक दोनों हो सकती हैं। भूमि, जल, वन, वायु, खनिज घरों, भवनों, परिवहन एवं संचार के साधन ये संसाधन काफी उपयोगी भी हैं और मानव के विकास के लिए आवश्यक भी। संसाधन शब्द का अभिप्राय मानव उपयोग की वस्तुओं से है। ये प्राकृतिक और सांस्कृतिक दोनों हैं। संसाधन किसे कहते हैं संसाधन एक ऐसी प्राकृतिक और मानवीय संपदा हैं, जिसका उपयोग हम अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु करते हैं।अन्य शब्दों में मानवीय जीवन की प्रकृति विकास तथा अस्तित्व संसाधनों पर निर्भर करता है। प्रत्येक प्राकृतिक संसाधन मानव जीवन के लिए उपयोगी हैं, किंतु उसका उपयोग उपयुक्त तकनीकी विकास द्वारा ही संभव है। जल, वायु, सूर्यातप, वन एवं वन्य जीव मानव जीवन की उत्पत्ति से पूर्व भी विद्यमान थे। पृथ्वी पर पाई जाने वाली कोई भी वस्तु या पदार्थ संसाधन कहलाएगी कहलाएगी जब उसमेंनिम्नलिखित गुण विद्यमान हो- • वस्तु मानव उपयोगी हो। • इसका रूपांतरण अधिक मूल्यवानतथा उपयोगी वस्तु के रूप में किया जाना संभव हो। • जिसमें निश्चित उद्देश्यों की पूर्तिकी क्षमता हो। • इन वस्तुओं के दोहन की योग्यता रखने वाला मानव संसाधन भी उपलब्ध हो। • संसाधनों के रूप में सतत विकास करने के लिए आवश्यक पूंजीभी हो। संसाधन की परिभाषा 5. आर. जे. जोहन्स्टन एवं अन्य के अनुसार, “एक संकल्पना जो मानवीय सन्तुष्टि, सम्पन्नता तथा शक्ति प्रदान करने वाले स्रोतों को निर्दिष्ट करती है।” श्रम, मानवीय कौशल, विनिवेश, स्थिर पूंजीगत ढाँचा, तकनीकी ज्ञान, सामाजिक स्थिरता तथा सांस्कृतिक एवं भौतिक विशेषताओं को किसी देश का संसाधन माना जा सकता है। संसाधन का वर्गीकरण 1. भूमि संसाधन -भारत 32,87,263 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र ...

संसाधन किसे कहते हैं?

आज के इस आर्टिकल में पर्यावरण से संबंधित संसाधन के बारे में बताने जा रही हूं आप लोगों ने अक्सर किताबों में या समाचार पत्रों में संसाधन का नाम जरूर सुना होगा तो आज मैं संसाधन के बारे में आपको विस्तार पूर्वक बताऊंगी ताकि आप कोई अच्छी तरह से समझ में आ सके कि संसाधन किसे कहते हैं? संसाधन का english में क्या मतलब है? (Sansadhan meaning in english), संसाधन किस तरह इस्तेमाल करना चाहिए? संसाधन कितने प्रकार के होते हैं? इन सभी संबंध के बारे में इस आर्टिकल में मैं आपको बताने जा रही हूं। हम लोगों की आवश्यकता की पूर्ति जिस चीज से होती है ,उसे आसान भाषा में संसाधन कहते हैं। हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति अथवा हमारी किसी कठिनाई का निवारण करने वाले स्रोत को संसाधन कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो कोई वस्तु तभी संसाधन कहलाता है, जब उससे मनुष्य किसी आवश्यकता की पूर्ति करते हो। जैसे की जल संसाधन है ,क्योंकि इससे मनुष्य व अन्य जीवो की प्यास बुझती है, खेतों में फसलों की सिंचाई होती है, और अक्सर हम लोग घर साफ करते हैं ,भोजन बनाते हैं और इत्यादि आवश्यकताओं की पूर्ति जल द्वारा होती है। वस्तु या संसाधन जो कि मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है अथवा ऐसे पदार्थ जो कि मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति में सहायक होते हैं उन्हें हम संसाधन कहते हैं। आज संसाधन की उपलब्धता हमारी प्रकृति का सूचक बन गया है, इसीलिए संसाधनों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। संसाधन meaning in english (Sansadhan meaning in english) संसाधन को अंग्रेजी भाषा में हम Resources कहते हैं। अगर अंग्रेजी में इसकी परिभाषा कहे तो ” A resource is a source of supply from which a benefit is produced and that has some utility”. It means a resource ...

संसाधन किसे कहते हैं?

आज के इस आर्टिकल में पर्यावरण से संबंधित संसाधन के बारे में बताने जा रही हूं आप लोगों ने अक्सर किताबों में या समाचार पत्रों में संसाधन का नाम जरूर सुना होगा तो आज मैं संसाधन के बारे में आपको विस्तार पूर्वक बताऊंगी ताकि आप कोई अच्छी तरह से समझ में आ सके कि संसाधन किसे कहते हैं? संसाधन का english में क्या मतलब है? (Sansadhan meaning in english), संसाधन किस तरह इस्तेमाल करना चाहिए? संसाधन कितने प्रकार के होते हैं? इन सभी संबंध के बारे में इस आर्टिकल में मैं आपको बताने जा रही हूं। हम लोगों की आवश्यकता की पूर्ति जिस चीज से होती है ,उसे आसान भाषा में संसाधन कहते हैं। हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति अथवा हमारी किसी कठिनाई का निवारण करने वाले स्रोत को संसाधन कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो कोई वस्तु तभी संसाधन कहलाता है, जब उससे मनुष्य किसी आवश्यकता की पूर्ति करते हो। जैसे की जल संसाधन है ,क्योंकि इससे मनुष्य व अन्य जीवो की प्यास बुझती है, खेतों में फसलों की सिंचाई होती है, और अक्सर हम लोग घर साफ करते हैं ,भोजन बनाते हैं और इत्यादि आवश्यकताओं की पूर्ति जल द्वारा होती है। वस्तु या संसाधन जो कि मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है अथवा ऐसे पदार्थ जो कि मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति में सहायक होते हैं उन्हें हम संसाधन कहते हैं। आज संसाधन की उपलब्धता हमारी प्रकृति का सूचक बन गया है, इसीलिए संसाधनों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। संसाधन meaning in english (Sansadhan meaning in english) संसाधन को अंग्रेजी भाषा में हम Resources कहते हैं। अगर अंग्रेजी में इसकी परिभाषा कहे तो ” A resource is a source of supply from which a benefit is produced and that has some utility”. It means a resource ...

संसाधन किसे कहते हैं संसाधनों का वर्गीकरण

संसाधन शब्द का अभिप्राय मानवी उपयोग की वस्तुओं से है। ये प्राकृतिक और सांस्कृतिक दोनों हो सकती हैं। भूमि, जल, वन, वायु, खनिज घरों, भवनों, परिवहन एवं संचार के साधन ये संसाधन काफी उपयोगी भी हैं और मानव के विकास के लिए आवश्यक भी। संसाधन शब्द का अभिप्राय मानव उपयोग की वस्तुओं से है। ये प्राकृतिक और सांस्कृतिक दोनों हैं। संसाधन किसे कहते हैं संसाधन एक ऐसी प्राकृतिक और मानवीय संपदा हैं, जिसका उपयोग हम अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु करते हैं।अन्य शब्दों में मानवीय जीवन की प्रकृति विकास तथा अस्तित्व संसाधनों पर निर्भर करता है। प्रत्येक प्राकृतिक संसाधन मानव जीवन के लिए उपयोगी हैं, किंतु उसका उपयोग उपयुक्त तकनीकी विकास द्वारा ही संभव है। जल, वायु, सूर्यातप, वन एवं वन्य जीव मानव जीवन की उत्पत्ति से पूर्व भी विद्यमान थे। पृथ्वी पर पाई जाने वाली कोई भी वस्तु या पदार्थ संसाधन कहलाएगी कहलाएगी जब उसमेंनिम्नलिखित गुण विद्यमान हो- • वस्तु मानव उपयोगी हो। • इसका रूपांतरण अधिक मूल्यवानतथा उपयोगी वस्तु के रूप में किया जाना संभव हो। • जिसमें निश्चित उद्देश्यों की पूर्तिकी क्षमता हो। • इन वस्तुओं के दोहन की योग्यता रखने वाला मानव संसाधन भी उपलब्ध हो। • संसाधनों के रूप में सतत विकास करने के लिए आवश्यक पूंजीभी हो। संसाधन की परिभाषा 5. आर. जे. जोहन्स्टन एवं अन्य के अनुसार, “एक संकल्पना जो मानवीय सन्तुष्टि, सम्पन्नता तथा शक्ति प्रदान करने वाले स्रोतों को निर्दिष्ट करती है।” श्रम, मानवीय कौशल, विनिवेश, स्थिर पूंजीगत ढाँचा, तकनीकी ज्ञान, सामाजिक स्थिरता तथा सांस्कृतिक एवं भौतिक विशेषताओं को किसी देश का संसाधन माना जा सकता है। संसाधन का वर्गीकरण 1. भूमि संसाधन -भारत 32,87,263 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र ...

सफेद सोना किसे कहते हैं

प्लैटिनम का इतिहास प्लैटिनम काफी समय से ज्ञात धातु हैं. सबसे पहले 1741 में चार्ल्स वुड ने यूरोप में प्लैटिनम लाए थे. सन 1750 में ब्राउनरिज ने प्लैटिनम पर पूर्ण विवरण के साथ शोध पत्र प्रकाशित किया था. उनके बाद सन 1876 में प्लैटिनम धातु को एक महंगी धातु की जगह मिली थी. यह धातु मुख्य रूप से रूस, कोलम्बिया और दक्षिण अफ्रीका में पाया जाता हैं. प्लैटिनम धातु के गुण प्लैटिनम के अन्य उपयोग महंगे गहने बनाने के साथ अन्य विभिन्न तरीको से भी प्लैटिनम का उपयोग किया जाता हैं. प्लैटिनम धातु के कुछ उपयोग निम्नलिखित हैं: विद्युत उपकरण बनाने में प्लैटिनम वातावरण में उपस्थित ऑक्सीजन के प्रति उदासीन रहता हैं. अर्थात यह धातु आक्सीजन के साथ कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देता हैं. इसके साथ ही कांच के साथ आसानी से घुल जाता हैं. प्लैटिनम के इन सब गुणों के कारन इस धातु का उपयोग इलेक्ट्रोड और विद्युत सेल बनाने में किया जाता हैं. दांतों के इलाज में प्लैटिनम की भूमिका दांतों के इलाज में महत्वपूर्ण हैं. प्लैटिनम का उपयोग लेड के साथ दांतों के छेद भरने के लिए किया जाता हैं. इसके साथ ही टेड़े-मेडे दांतों को व्यवस्थित करने के लिए डॉक्टर दांतों पर तार लगाते हैं. इस तार के निर्माण में प्लैटिनम धातु का उपयोग किया जाता हैं. प्रयोगशाला में प्लैटिनम धातु एक विशेष गुण का धातु हैं. प्लैटिनम ज्यादातर धातुओ के साथ प्रतिक्रिया नहीं करता हैं. इसके इस गुण के कारन इसका उपयोग प्रयोगशाला में किया जाता हैं. शुष्क परिक्षण जैसे ज्वाला परिक्षण और बोरेक्स परिक्षण के लिए प्लैटिनम के तार का प्रयोग किया जाता हैं. प्रयोगशाला के उपकरण बनाने में चूँकि प्लैटिनम विभिन्न धातु के साथ निष्क्रिय हैं. अंत इसका उपयोग प्रयोगशाला में उपयोग होने वाले...

संसाधन किसे कहते हैं परिभाषा, प्रकार, महत्व

Contents • 1 संसाधन किसे कहते हैं [ Sansadhan Kise Kahate Hain ] • 2 संसाधनों के प्रकार [ Sansadhano Ke Prakaar ] • 2.1 प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं [ Prakritik Sansadhan Ki Paribhasha ] • 2.2 मानव निर्मित संसाधन की परिभाषा [ Manav Nirmit Sansadhan Ki Paribhasha ] • 2.3 अजैव संसाधन की परिभाषा [ Ajaiv Sansadhan Ki Paribhasha ] • 2.3.1 नवीकरणीय संसाधन की परिभाषा [ Naveekarneey Sansadhan ki paribhasha ] • 2.3.2 अनवीकरणीय संसाधन की परिभाषा [ Anaveekarneey Sansadhan ki paribhasha ] • 2.3.2.1 इस लेख के बारे में: संसाधन किसे कहते हैं [ Sansadhan Kise Kahate Hain ] संसाधन की परिभाषा: हमारे पर्यावरण में उपस्थित प्रत्येक वस्तू, जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने में प्रयोग की जा सकती है या कुछ ऐसे साधन जिनको तकनीक की सहायता से अपनी आवश्यकता को पूरा किया जा सके ऐसी साधनों को हम संसाधन कहते हैं। संसाधन के कुछ उदाहरण: मिट्टी, वायु, पानी, स्कूल बैग, टिफिन। संसाधनों के प्रकार [ Sansadhano Ke Prakaar ] संसाधनों को मुख्यत: दो भागों में बाँटा गया हैं। 1. प्राकृतिक संसाधन 2. मानव – निर्मित संसाधन प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं [ Prakritik Sansadhan Ki Paribhasha ] प्रकृति से प्राप्त वे सभी संसाधन, जो अधिक संसोधन के बिना प्रयोग में लाए जाते हैं, प्राकृतिक संसाधन कहलाते है। जैसे-वायु, नदी का जल, मृदा इत्यादि। मानव निर्मित संसाधन की परिभाषा [ Manav Nirmit Sansadhan Ki Paribhasha ] मानव निर्मित संसाधन की परिभाषा: प्रकृति में उपस्थित वे अपने बुद्धि कौशल तथातकनीक की सहायता से संसाधन के रूप में मानव निर्मित संसाधन कहलाते हैं। जैसे-कार, स्कूल बैग, फर्नीचर इत्यादि। उत्पत्ति के आधार पर संसाधन दो प्रका...

प्राकृतिक संख्या, परिभाषा एवं गुण

Prakritik Sankhya गणित का एक महत्वपूर्ण भाग है जिसका खोज भारतीय उपमहाद्वीप में हुआ. इस संख्या का खोज वस्तुओं की संख्या को इंगित करने एवं गणनाओं के समाधान के लिए किया गया. यह संख्या दैनिक जीवन के साथ-साथ गणित, विज्ञान, खगोलशास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान, आदि क्षेत्रों में भी प्रयोग किया जाता है. भारतीय गणित में Prakritik Sankhya का महत्व सबसे अधिक इसलिए है क्योंकि यह लगभग प्रत्येक कार्य में प्रयोग होता है जिससे गणितीय गणना सरल एवं सटीक होता है. इस संख्या से सम्बंधित फार्मूला, गुण एवं अन्य महत्वपूर्ण तथ्य मौजूद है जिसका विवरण यहाँ दिया गया है. अवश्य पढ़े, त्रिकोणमिति फार्मूला और ट्रिक्स बहुपद का सूत्र Table of Contents • • • • प्राकृतिक संख्या किसे कहते है? गणित में 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, …… ∞ (जिसका कोई अंत नही) तक की संख्या को प्राकृत संख्या कहते है. ये संख्याएँ गणितीय गणना करने अथवा संख्याओं को एक क्रम में व्यस्थित करने में प्रयोग की जाती है. इसका अध्ययन मुख्यतः प्राकृत संख्या की परिभाषा: गिनती यानि जैसे; प्रथम 20 हिन्दू अरबी संख्याओं का औसत निकालें? प्राकृतिक संख्या एक प्रकार का पूर्णांक है जो 0 से बड़ा अर्थात 1 से शुरू होता है जो लगातार अनंत तक बढ़ता रहता है. इसे सामान्यतः N से सूचित किया जाता है. प्राकृतिक संख्याओं का फार्मूला • प्रथम n प्राकृतिक संख्याओं का औसत = (n+1) /2 • लगातार n तक विषम प्राकृतिक संख्या का योग = (n/2+1) • प्रथम n प्राकृतिक सम संख्याओं का औसत = n+1 • प्रथम n प्राकृतिक विषम संख्याओं का औसत = n • लगातार n तक विषम प्राकृतिक संख्याओं का औसत = (n+1) /2 अवश्य पढ़े, प्राकृत संख्या सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य • प्राचीन इतिहास के आधार पर इसे हिंदी अरबी संख्या कहा ...