Priya pravas kiski rachna hai

  1. तुम चन्दन हम पानी के रचयिता या रचनाकार
  2. कवितावली किसकी रचना है
  3. अपनी राशि कैसे पता करे
  4. प्रिय प्रवास किसकी रचना है? और इसके सभी सर्ग का वर्णन
  5. प्रिय प्रवास किसकी रचना है? और इसके सभी सर्ग का वर्णन
  6. अपनी राशि कैसे पता करे
  7. तुम चन्दन हम पानी के रचयिता या रचनाकार
  8. कवितावली किसकी रचना है


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तुम चन्दन हम पानी के रचयिता या रचनाकार

तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता तुम चन्दन हम पानी (Tum Chandan Ham Paanee) के लेखक/रचयिता (Lekhak/Rachayitha) " विद्यानिवास मिश्र" ( Vidya Niwas Mishra) हैं। Tum Chandan Ham Paanee (Lekhak/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता को लेखक तथा रचना के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/रचना लेखक/रचयिता तुम चन्दन हम पानी विद्यानिवास मिश्र Tum Chandan Ham Paanee Vidya Niwas Mishra तुम चन्दन हम पानी किस विधा की रचना है? तुम चन्दन हम पानी (Tum Chandan Ham Paanee) की विधा का प्रकार " रचना" ( Rachna) है। आशा है कि आप " तुम चन्दन हम पानी नामक रचना के लेखक/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

कवितावली किसकी रचना है

kavitavali kiski rachna hai in hindi lekhak kaun hai कवितावली किसकी रचना है | कवितावली के रचनाकार हैं लेखक कौन है ? भाषा-1ः हिन्दी 1. अष्टछाप के कवि नहीं है- (अ) नाभादास (ब) कृष्णदास (स) परमानन्ददास (द) नन्ददास 2. जो वाणी द्वारा व्यक्त न किया जा सके- (अ) आत्मसाक्षात्कार (ब) स्वानुभूति (स) अनिर्वचनीय (द) रहस्य 3. ‘आचरण की सभ्यता‘ किसका निबन्ध है? (अ) महावीर प्रसाद द्विवेदी (ब) सरदार पूर्णसिंह (स) रामचन्द्र शुक्ल (द) पद्मसिंह 4. ‘भूषण‘ किस काल के कवि हैं? (अ) वीरगाथाकाल (ब) भक्तिकाल (स) रीतिकाल (द) आदिकाल 5. ‘उत्साह‘ किस रस का स्थायी भाव है? (अ) करुण (ब) वीर (स) हास्य (द) श्रृंगार 6. ‘कवितावली‘ के रचनाकार हैं- (अ) सूरदास (ब) जायसी (स) तुलसीदास (द) घनानन्द उत्तर : 6. (स) व्याख्या : 6. ‘कवितावली‘ के रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास है। उनकी अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ, ‘विनय-पत्रिका‘, ‘कृष्ण-गीतावली‘, ‘गीतावली‘, ‘दोहावली‘, ‘रामचरितमानस‘ आदि हैं। 7. विनय पत्रिका की भाषा कौन-सी है? (अ) अवधी (ब) खड़ी बोली (स) ब्रज भाषा (द) अपभ्रंश 8. ‘ट‘ वर्ग में किस प्रकार के व्यंजन हैं? (अ) कंठ्य (ब) तालव्य (स) मूर्धन्य (द) दन्त्य 9. ‘अन्धेर-नगरी‘ के लेखक हैं (अ) प्रतापनारायण मिश्र (ब) हरिकृष्ण प्रेमी (स) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (द) रामकुमार वर्मा 10. आदिकाल में पहेलियाँ लिखने वाले कवि थे- (अ) जगनिक (ब) खुसरो (स) सरहपा (द) गोरखनाथ 11. ‘पेड़ से बन्दर कूदा‘, वाक्य में कौन-सा कारक है? (अ) अपादान कारक (ब) कर्म कारक (स) सम्प्रदान कारक (द) करण कारक 12. श्रृंगार रस का स्थायी भाव है- (अ) हास (स) क्रोध (द) उत्साह (ब) रति 13. निम्नलिखित में तद्भव शब्द है- (अ) भ्रमर (ब) अग्नि (स) मस्तक (द) मछली 14. ‘चैपाई‘ छन्द के प्रत्य...

अपनी राशि कैसे पता करे

हमारे नाम के पहले अक्षर से हमारी राशि (Rashi) कौन सी है यह मालूम कर सकते है। हमारे जन्म के समय चंद्र की स्थिति को देखकर हमारी राशि निर्मित की जाती है। जब राशि निर्मित करते है तब उस राशि के कुछ अक्षर रखे जाते जिनके द्वारे हमारे नाम की उत्पत्ति होती है। हमारे नाम का पहला अक्षर जिससे हम राशि की जानकारी प्राप्त कर सकते है, जैसे व्यक्ति के स्वभाव एवं विशेषताओं की जानकारी। चंद्र की स्थिति द्वारा निर्धारित किये गए हमारे राशि के पहले अक्षर से हमारे नाम की सुरुवात होती है। हमारे नाम के पहले अक्षर को बहुत महत्व दिया जाता है, क्योंकि नाम के पहले अक्षर से ही राशियों की पहचान की जाती है। • • • • • • सभी राशियाँ • मेष राशि (Aries) • वृषभ राशि (Taurus) • मिथुन राशि (Gemini) • कर्क राशि (Cancer) • सिंह राशि (Leo) • कन्या राशि (Virgo) • तुला राशि (Libra) • वृश्चिक राशि (Scorpio) • धनु राशि (Sagittarius) • मकर राशि (Capricorn) • कुंभ राशि (Aquarius) • मीन राशि (Pisces) 1. मेष :- Mesh rashi इस राशि का स्वामी मंगल है, और यह राशिचक्र में प्रथम राशि है। इस राशि के लिए चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ यह अक्षर निर्धारित किये गए है जिनके द्वारे हम अपना नाम कोनसी राशि में आता है यह जान सकते है। • यहां देखे :- 2. वृषभ :- Vrishabha rashi इस राशि का स्वामी शुक्र है, और यह राशिचक्र में द्वितीय राशि है। इस राशि के लिए ई, ऊ, ए, ब, ओ, वा, वी, वू, वे, वो यह अक्षर निर्धारित किये गए है जिनके द्वारे हम अपना नाम कोनसी राशि में आता है यह जान सकते है। • यहां देखे :- 3. मिथुन :- Mithun rashi इस राशि का स्वामी बुध है, और यह राशिचक्र में तृतीय राशि है। इस राशि के लिए का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह यह अक्षर निर्धा...

प्रिय प्रवास किसकी रचना है? और इसके सभी सर्ग का वर्णन

प्रिय प्रवास किसकी रचना है? “प्रिय प्रवास” आधुनिक हिन्दी साहित्य का प्रथम सफल महाकाव्य है. जिसका रचना लेखक अयोध्यासिंह उपाध्याय “हरिऔध” ने की है. हरिऔध जी को काव्यप्रतिष्ठा “प्रिय प्रवास” से मिली है. इसका रचनाकाल सन् 1909 से सन् 1913 है. “प्रिय प्रवास” विरहकाव्य है. अयोध्या सिंह उपाध्याय जी का जन्म 15 अप्रैल सन 1865 में निजामाबाद आजमगढ में हुआ था. प्रस्तुत लेख प्रिय प्रवास किसकी रचना है एवं इसके प्रत्येक छंद का संक्षिप्त वर्णन दिया गया है. उनके पिता का नाम भोलासिंह उपाध्याय था और उनकी माता जी का नाम रुक्मिणी देवी था. इनके पूर्वज शुक्ल यजुर्वेदी ब्राह्मण थे जो कालान्तर में सिक्ख हो गये. अयोध्या सिंह उपाध्याय जी का विवाह 17 वर्ष की अवस्था में हो गया था. स्वाध्याय से इन्होने हिंदी अंग्रेजी फारसी संस्कृत आदि भाषाओं का अच्छा ज्ञान प्राप्त कर लिया. 5 वर्ष की अवस्था में फारसी के माध्यम से इनकी शिक्षा प्रारम्भ हुई . मिडिल परीक्षा पास करके ये क्वीन्स कालेज, बनारस में अंग्रेजी पढ़ने गये, पर अस्वस्थता के कारण अध्ययन छोड़ना पड़ा. स्वाध्याय से ही इन्होंने हिन्दी, संस्कृत, फारसी और अंग्रेजी में अच्छा ज्ञान प्राप्त कर लिया. निबामाबाद के मिडिल स्कूल के अध्यापक, कानूनगो और काशी विश्वविद्यालय में अवैतनिक शिक्षक के पदों पर इन्होंने कार्य किया. हरिऔध जी के अध्यापक जीवन धेय अध्यापक ही रहा.वहीं महान साहित्यकार का निधन सन् 1947 ई० में हो गया. प्रिय प्रवास” खड़ीबोली का महाकाव्य है. जिसके लेखक अयोध्यासिंह उपाध्याय है| इसमें 17 सर्ग है. इसमें ‘श्रृगार’ और ‘करुण रस’ की प्रधानता है. प्रिय प्रवास की भाषा संस्कृत-गर्भित है. इसमें हिन्दी के स्थान पर संस्कृत का रंग अधिक है. इसकी कथावस्तु का मूलाधार श्रीम...

प्रिय प्रवास किसकी रचना है? और इसके सभी सर्ग का वर्णन

प्रिय प्रवास किसकी रचना है? “प्रिय प्रवास” आधुनिक हिन्दी साहित्य का प्रथम सफल महाकाव्य है. जिसका रचना लेखक अयोध्यासिंह उपाध्याय “हरिऔध” ने की है. हरिऔध जी को काव्यप्रतिष्ठा “प्रिय प्रवास” से मिली है. इसका रचनाकाल सन् 1909 से सन् 1913 है. “प्रिय प्रवास” विरहकाव्य है. अयोध्या सिंह उपाध्याय जी का जन्म 15 अप्रैल सन 1865 में निजामाबाद आजमगढ में हुआ था. प्रस्तुत लेख प्रिय प्रवास किसकी रचना है एवं इसके प्रत्येक छंद का संक्षिप्त वर्णन दिया गया है. उनके पिता का नाम भोलासिंह उपाध्याय था और उनकी माता जी का नाम रुक्मिणी देवी था. इनके पूर्वज शुक्ल यजुर्वेदी ब्राह्मण थे जो कालान्तर में सिक्ख हो गये. अयोध्या सिंह उपाध्याय जी का विवाह 17 वर्ष की अवस्था में हो गया था. स्वाध्याय से इन्होने हिंदी अंग्रेजी फारसी संस्कृत आदि भाषाओं का अच्छा ज्ञान प्राप्त कर लिया. 5 वर्ष की अवस्था में फारसी के माध्यम से इनकी शिक्षा प्रारम्भ हुई . मिडिल परीक्षा पास करके ये क्वीन्स कालेज, बनारस में अंग्रेजी पढ़ने गये, पर अस्वस्थता के कारण अध्ययन छोड़ना पड़ा. स्वाध्याय से ही इन्होंने हिन्दी, संस्कृत, फारसी और अंग्रेजी में अच्छा ज्ञान प्राप्त कर लिया. निबामाबाद के मिडिल स्कूल के अध्यापक, कानूनगो और काशी विश्वविद्यालय में अवैतनिक शिक्षक के पदों पर इन्होंने कार्य किया. हरिऔध जी के अध्यापक जीवन धेय अध्यापक ही रहा.वहीं महान साहित्यकार का निधन सन् 1947 ई० में हो गया. प्रिय प्रवास” खड़ीबोली का महाकाव्य है. जिसके लेखक अयोध्यासिंह उपाध्याय है| इसमें 17 सर्ग है. इसमें ‘श्रृगार’ और ‘करुण रस’ की प्रधानता है. प्रिय प्रवास की भाषा संस्कृत-गर्भित है. इसमें हिन्दी के स्थान पर संस्कृत का रंग अधिक है. इसकी कथावस्तु का मूलाधार श्रीम...

अपनी राशि कैसे पता करे

हमारे नाम के पहले अक्षर से हमारी राशि (Rashi) कौन सी है यह मालूम कर सकते है। हमारे जन्म के समय चंद्र की स्थिति को देखकर हमारी राशि निर्मित की जाती है। जब राशि निर्मित करते है तब उस राशि के कुछ अक्षर रखे जाते जिनके द्वारे हमारे नाम की उत्पत्ति होती है। हमारे नाम का पहला अक्षर जिससे हम राशि की जानकारी प्राप्त कर सकते है, जैसे व्यक्ति के स्वभाव एवं विशेषताओं की जानकारी। चंद्र की स्थिति द्वारा निर्धारित किये गए हमारे राशि के पहले अक्षर से हमारे नाम की सुरुवात होती है। हमारे नाम के पहले अक्षर को बहुत महत्व दिया जाता है, क्योंकि नाम के पहले अक्षर से ही राशियों की पहचान की जाती है। • • • • • • सभी राशियाँ • मेष राशि (Aries) • वृषभ राशि (Taurus) • मिथुन राशि (Gemini) • कर्क राशि (Cancer) • सिंह राशि (Leo) • कन्या राशि (Virgo) • तुला राशि (Libra) • वृश्चिक राशि (Scorpio) • धनु राशि (Sagittarius) • मकर राशि (Capricorn) • कुंभ राशि (Aquarius) • मीन राशि (Pisces) 1. मेष :- Mesh rashi इस राशि का स्वामी मंगल है, और यह राशिचक्र में प्रथम राशि है। इस राशि के लिए चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ यह अक्षर निर्धारित किये गए है जिनके द्वारे हम अपना नाम कोनसी राशि में आता है यह जान सकते है। • यहां देखे :- 2. वृषभ :- Vrishabha rashi इस राशि का स्वामी शुक्र है, और यह राशिचक्र में द्वितीय राशि है। इस राशि के लिए ई, ऊ, ए, ब, ओ, वा, वी, वू, वे, वो यह अक्षर निर्धारित किये गए है जिनके द्वारे हम अपना नाम कोनसी राशि में आता है यह जान सकते है। • यहां देखे :- 3. मिथुन :- Mithun rashi इस राशि का स्वामी बुध है, और यह राशिचक्र में तृतीय राशि है। इस राशि के लिए का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह यह अक्षर निर्धा...

तुम चन्दन हम पानी के रचयिता या रचनाकार

तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता तुम चन्दन हम पानी (Tum Chandan Ham Paanee) के लेखक/रचयिता (Lekhak/Rachayitha) " विद्यानिवास मिश्र" ( Vidya Niwas Mishra) हैं। Tum Chandan Ham Paanee (Lekhak/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता को लेखक तथा रचना के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/रचना लेखक/रचयिता तुम चन्दन हम पानी विद्यानिवास मिश्र Tum Chandan Ham Paanee Vidya Niwas Mishra तुम चन्दन हम पानी किस विधा की रचना है? तुम चन्दन हम पानी (Tum Chandan Ham Paanee) की विधा का प्रकार " रचना" ( Rachna) है। आशा है कि आप " तुम चन्दन हम पानी नामक रचना के लेखक/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

कवितावली किसकी रचना है

kavitavali kiski rachna hai in hindi lekhak kaun hai कवितावली किसकी रचना है | कवितावली के रचनाकार हैं लेखक कौन है ? भाषा-1ः हिन्दी 1. अष्टछाप के कवि नहीं है- (अ) नाभादास (ब) कृष्णदास (स) परमानन्ददास (द) नन्ददास 2. जो वाणी द्वारा व्यक्त न किया जा सके- (अ) आत्मसाक्षात्कार (ब) स्वानुभूति (स) अनिर्वचनीय (द) रहस्य 3. ‘आचरण की सभ्यता‘ किसका निबन्ध है? (अ) महावीर प्रसाद द्विवेदी (ब) सरदार पूर्णसिंह (स) रामचन्द्र शुक्ल (द) पद्मसिंह 4. ‘भूषण‘ किस काल के कवि हैं? (अ) वीरगाथाकाल (ब) भक्तिकाल (स) रीतिकाल (द) आदिकाल 5. ‘उत्साह‘ किस रस का स्थायी भाव है? (अ) करुण (ब) वीर (स) हास्य (द) श्रृंगार 6. ‘कवितावली‘ के रचनाकार हैं- (अ) सूरदास (ब) जायसी (स) तुलसीदास (द) घनानन्द उत्तर : 6. (स) व्याख्या : 6. ‘कवितावली‘ के रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास है। उनकी अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ, ‘विनय-पत्रिका‘, ‘कृष्ण-गीतावली‘, ‘गीतावली‘, ‘दोहावली‘, ‘रामचरितमानस‘ आदि हैं। 7. विनय पत्रिका की भाषा कौन-सी है? (अ) अवधी (ब) खड़ी बोली (स) ब्रज भाषा (द) अपभ्रंश 8. ‘ट‘ वर्ग में किस प्रकार के व्यंजन हैं? (अ) कंठ्य (ब) तालव्य (स) मूर्धन्य (द) दन्त्य 9. ‘अन्धेर-नगरी‘ के लेखक हैं (अ) प्रतापनारायण मिश्र (ब) हरिकृष्ण प्रेमी (स) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (द) रामकुमार वर्मा 10. आदिकाल में पहेलियाँ लिखने वाले कवि थे- (अ) जगनिक (ब) खुसरो (स) सरहपा (द) गोरखनाथ 11. ‘पेड़ से बन्दर कूदा‘, वाक्य में कौन-सा कारक है? (अ) अपादान कारक (ब) कर्म कारक (स) सम्प्रदान कारक (द) करण कारक 12. श्रृंगार रस का स्थायी भाव है- (अ) हास (स) क्रोध (द) उत्साह (ब) रति 13. निम्नलिखित में तद्भव शब्द है- (अ) भ्रमर (ब) अग्नि (स) मस्तक (द) मछली 14. ‘चैपाई‘ छन्द के प्रत्य...