प्रत्यय के कितने भेद हैं

  1. प्रत्यय परिभाषा, भेद और उदाहरण
  2. प्रत्यय क्या है? इसके कितने भेद होते हैं? हिंदी व्याकरण
  3. उपसर्ग और प्रत्यय के 50 उदाहरण हिंदी
  4. Pratyay in Hindi प्रत्यय
  5. प्रत्यय के प्रकारों के नाम लिखिए
  6. प्रत्यय : अर्थ , परिभाषा ,भेद ,उदाहरण
  7. प्रत्यय क्या है? इसके कितने भेद होते हैं? हिंदी व्याकरण
  8. प्रत्यय : अर्थ , परिभाषा ,भेद ,उदाहरण
  9. Pratyay in Hindi प्रत्यय
  10. प्रत्यय के प्रकारों के नाम लिखिए


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प्रत्यय परिभाषा, भेद और उदाहरण

हेलो दोस्तों मैं अनिल कुमार पलासिया आज फिर एक महत्वपूर्ण पोस्ट लेकर आ रहा हूं यह पोस्ट हिंदी व्याकरण की एक महत्वपूर्ण पोस्ट है इसमें हम प्रत्यय की परिभाषा भेद और उदाहरण से संबंधित सभी जानकारियों को इस पोस्ट में देखेंगे क्योंकि अब प्रतियोगिता परीक्षा में अक्सर हिंदी व्याकरण से 15 से 20 प्रश्न पूछ लेते हैं जिसके कारण हिंदी व्याकरण एक महत्वपूर्ण टॉपिक बन गया है इसलिए हिंदी व्याकरण के इस टॉपिक से हम प्रत्यय क जानकारी लेकर आ रहे हैं। प्रत्यय - क्रिया कृदंत - रूप अ - दोड़ना दोड आ - घेरना घेर आप - मिलना मिलाप ती - बोलना बोलती त - बचना बचत आहट - घवरना घबराहट न - चलना चलन ता - बहना बहता ता - गाना गाता वाला - सब्जी सब्जीवाला आर - सोना सोनार दार - समझ समझदार पन - बच्चा बचपन त - रंग रंगत वट सज्जा सजावट ली - खाट खटोली वा - बच्चा बचवा एल - नाक नकेल जा - भाई भतीजा इस पोस्ट में हमने प्रत्यय के शब्दों का निर्माण किया है आप भी इसे पढ़े जिससे आपको यह पोस्ट अच्छे से समझ में आजायेगी इस पोस्ट में हमने प्रत्यय-परिभाषा, भेद और उदाहरण- PRATYY KI PARIBHASHA BHED OR UDAHARAN प्रत्यय के भेद प्रत्यय के उदाहरण 10 ,20 ,30 40 ,50 100 प्रत्यय शब्द परिभाषा की जानकारी को देखेंगे .

प्रत्यय क्या है? इसके कितने भेद होते हैं? हिंदी व्याकरण

उदाहरण – लिखना क्रिया के साथ ‘वाला’ प्रत्यय लगा देने से नया शब्द बना’ लिखने वाला’। कृत प्रत्यय और उन से निर्मित होने वाले शब्द प्रत्यय शब्द रूप हार पालनहार आड़ी अनाड़ी, खिलाड़ी, पिछाड़ी आलू झगड़ालू, दयालु, कृपालु इया बढ़िया, घटिया ऊ चालू, झाड़ू आक तेराक आका धमाका, पटाखा ऐया गवैया अक पालक, धावक, पाठक वाला पढ़ाने वाला, लिखनेवाला, रखवाला ना गाना, ओढ़ना आहट सजावट, लिखावट (2) तद्धित प्रत्यय -जो प्रत्यय संज्ञा सर्वनाम अथवा विशेषण के अंत में लगाकर उनसे नए शब्द बनाते हैं तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं ।इसके योग से बने शब्दों को तद्धितांत कहते हैं । उदाहरण • मानव + ता = मानवता • अपना + पन = अपनापन तद्धित प्रत्यय और उन से निर्मित शब्द (1)कृत वाचक पद्धति – जिससे किसी कार्य के करने का बोध हो उसे कृत वाचक पद्धति प्रत्यय कहते हैं। उदाहरण सुनार ,लोहार, में आर प्रत्यय। प्रत्यय शब्द रूप आर लोहार ,सुनार ई तेली, मेली इया सुखिया ,दुखिया ची खजानची, मसालची गर कारीगर, जादूगर वाला गाड़ी वाला, टोपी वाला हारा लकड़हारा ,पनिहार उआ मछुआ, गेरुआ (2) गणनावाचक तद्धित प्रत्यय -जिससे संख्या का बोध हो उसे गणना वाचक तद्धित प्रत्यय कहते हैं । उदाहरण ‘ वा’ प्रत्यय लगाने से – पांचवा प्रत्यय शब्द रूप वा पांचवा, दसवां ला पहला हरा इकहरा ,दोहरा था चौथा रा दूसरा, तीसरा (3) भाववाचक तद्धित प्रत्यय- जिससे भाव व्यक्त हो उसे भाववाचक तद्धित प्रत्यय कहते हैं । उदाहरण ‘आ’ प्रत्यय लगाने से – सराफा बुलावा प्रत्यय शब्द रूप आ सराफा, बुलावा आई भलाई, बुराई आहट चिकनाहट, कड़वाहट ई गर्मी ,सर्दी प बुढ़ापा, मोटापा ता प्रभुता, लघुता त रंगत, संगत पन बचपन, लड़कपन गी जिंदगी, मर्दानगी (4) स्थान वाचक तद्धित प्रत्यय- जिससे स्थान का बोध हो उसे स्था...

उपसर्ग और प्रत्यय के 50 उदाहरण हिंदी

Table of Contents Show • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • उपसर्ग की परिभाषा • • उदाहरण : • उपसर्ग के भेद : • 1. संस्कृत के उपसर्ग : • 2. हिंदी के उपसर्ग • 3. उर्दू एवं फ़ारसी के उपसर्ग : • 4. अंग्रेजी के उपसर्ग : • 5. उपसर्ग के सामान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के शब्द • प्रत्यय की परिभाषा • • उदाहरण : • प्रत्यय के भेद : • 1. कृत प्रत्यय : • कृत प्रत्यय के उदाहरण: • कृत प्रत्यय के भेद : • 1. कर्तृवाचक कृदंत प्रत्यय • कर्त्तुवाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण: • 2. कर्मवाचक कृदंत प्रत्यय: • कर्मवाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण: • 3. करणवाचक कृदंत प्रत्यय: • करणवाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण: • करणवाचक कृदंत प्रत्यय के कुछ अन्य उदाहरण: • 4. भाववाचक कृदंत प्रत्यय : • भाववाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण : • 5. क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय : • क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय के उदाहरण: • 2. तद्धित प्रत्यय • तद्धित प्रत्यय के उदाहरण: • कुछ अन्य उदाहरण : • तद्धित प्रत्यय के भेद : • 1. कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय • कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण : • 2. भाववाचक तद्धित प्रत्यय • भाववाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण • 3. संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय • संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय: • 4. गणनावाचक तद्धित प्रत्यय : • गणनावाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण : • 5. गुणवाचक तद्धित प्रत्यय: • गुणवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण : • 6. स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय: • स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण : • 7.सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय • सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण : • 8. ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय • ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण : उपसर्ग की परिभाषा • भाषा के वह सार्थक एवं छोटे खंड जो किसी शब्द के आरम्भ में लग जात...

Pratyay in Hindi प्रत्यय

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प्रत्यय के प्रकारों के नाम लिखिए

Table of Contents Show • • • • • दोस्तों हिंदी भाषा के सही अध्ययन के लिए निश्चित रूप से हिंदी व्याकरण की सही जानकारी अनिवार्य होती है। क्योंकि व्याकरण ही किसी भी भाषा का आधार होता है, इसीलिए हिंदी व्याकरण का भी उतना ही महत्व है। उपसर्ग तथा प्रत्यय हिंदी व्याकरण के दो प्रमुख पाठों में से हैं। आज इस लेख में हम प्रत्यय के बारे में जानेंगे। प्रत्यय क्या है? और मुख्य रूप से, प्रत्यय के कितने भेद होते हैं? यह लेख इसी के बारे में है। प्रत्यय, प्रत्यय के प्रकार यानी प्रत्यय के भेदों को एक-एक करके उदाहरण सहित समझने का प्रयास करेंगे – प्रत्यय क्या है? अंग्रेजी में इसे ही suffix कहते हैं। आसान भाषा में, उस शब्द को प्रत्यय कहा जाता है जो किसी शब्द के अंत में लगकर उसके अर्थ को बदल देता है। प्रत्यय किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ को विशेष बना देते हैं या परिवर्तित कर देते हैं। प्रत्यय शब्द का शाब्दिक मतलब ही होता है जो पीछे यानी अंत में जुड़ता है। उदाहरण के लिए थाने+दार = थानेदार। इसमें अंत में जो दार शब्द जुड़ा हुआ है वह प्रत्यय है। यहां ध्यान रखने वाली बात है की जुड़ने से शब्द या शब्दांश में संधि नहीं हो रही है, बल्कि शब्द के अंतिम वर्ण में स्वर की मात्रा जुड़ रही है, या व्यंजन होने पर जैसा है वैसा ही जुड़ जा रहा है। प्रत्यय का अपने आप में कोई अर्थ नहीं होता है, वे खुद से प्रयुक्त नहीं होते हैं, किसी शब्द के अंत में जुड़ने के बाद ही यह अर्थमान होते हैं। प्रत्येक के जुड़ने से एक नए शब्द का निर्माण होता है। मुख्य रूप से प्रत्यय के दो भेद होते हैं जो निम्नलिखित हैं – • कृत् प्रत्यय • तद्धति प्रत्यय 1. कृत् प्रत्यय उन प्रत्यय को कृत् प्रत्यय कहा जाता है जो क्रिया के मूल रूप यानी कि ...

प्रत्यय : अर्थ , परिभाषा ,भेद ,उदाहरण

1 Shares आज के आर्टिकल में हम प्रत्यय(Pratyay) को पढने वाले है। प्रत्यय क्या है (Pratyay Kya Hain), प्रत्यय किसे कहते हैं (Pratyay kise kahate hain), प्रत्यय के कितने भेद होते हैं (Pratyay ke kitne Bhed Hote hain), प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं(Pratyay kitne prakar ke hote hain), प्रत्यय शब्द क्या है , Pratyay in hindi -इन बिन्दुओं पर हम चर्चा करेंगे प्रत्यय क्या होता है ? प्रत्यय किसे कहते है – Pratyay kise kahate hain जो शब्दांश किसी शब्द के बाद लगकर उसके अर्थ को बदल देते हैं और नए अर्थ का बोध कराते हैं उसे प्रत्यय(Pratyay) कहते हैं। प्रत्यय का महत्त्व इसलिए भी है क्योंकि उसके प्रयोग से मूल शब्द के अनेक अर्थों को प्राप्त किया जा सकता है। यौगिक शब्द बनाने में प्रत्यय का महत्त्वपूर्ण स्थान है। प्रत्यय के उदाहरण – खिल + आङी खिलाङी मिल + आवट मिलावट पढ़ + आकू पढ़ाकू झूल + आ झूला प्रत्यय के कितने प्रकार होते है – Pratyay kitne prakar ke hote hain प्रत्यय तीन प्रकार के होते हैं – • संस्कृत प्रत्यय • हिन्दी प्रत्यय • विदेशी प्रत्यय हिन्दी प्रत्यय के दो प्रकार होते है – • कृत् प्रत्यय • तद्धित प्रत्यय (1) संस्कृत प्रत्यय – जैसे – इत हर्षित, गर्वित, लज्जित, पल्लवित इक मानसिक, धार्मिक, मार्मिक, पारिश्रमिक ईय भारतीय, मानवीय, राष्ट्रीय, स्थानीय एय आग्नेय, पाथेय, राधेय, कौंतेय तम अधिकतम, महानतम, वरिष्ठतम, श्रेष्ठतम वान् धनवान, बलवान, गुणवान, दयावान मान् श्रीमान्, शोभायमान, शक्तिमान, बुद्धिमान त्व गुरुत्व, लघुत्व, बंधुत्व, नेतृत्व शाली वैभवशाली, गौरवशाली, प्रभावशाली, शक्तिशाली तर श्रेष्ठतर, उच्चतर, निम्नतर, लघूत्तर (2) हिन्दी प्रत्यय – Pratyay in Hindi हिन्दी प्रत्यय हिंदी प्रत्यय मुख...

प्रत्यय क्या है? इसके कितने भेद होते हैं? हिंदी व्याकरण

उदाहरण – लिखना क्रिया के साथ ‘वाला’ प्रत्यय लगा देने से नया शब्द बना’ लिखने वाला’। कृत प्रत्यय और उन से निर्मित होने वाले शब्द प्रत्यय शब्द रूप हार पालनहार आड़ी अनाड़ी, खिलाड़ी, पिछाड़ी आलू झगड़ालू, दयालु, कृपालु इया बढ़िया, घटिया ऊ चालू, झाड़ू आक तेराक आका धमाका, पटाखा ऐया गवैया अक पालक, धावक, पाठक वाला पढ़ाने वाला, लिखनेवाला, रखवाला ना गाना, ओढ़ना आहट सजावट, लिखावट (2) तद्धित प्रत्यय -जो प्रत्यय संज्ञा सर्वनाम अथवा विशेषण के अंत में लगाकर उनसे नए शब्द बनाते हैं तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं ।इसके योग से बने शब्दों को तद्धितांत कहते हैं । उदाहरण • मानव + ता = मानवता • अपना + पन = अपनापन तद्धित प्रत्यय और उन से निर्मित शब्द (1)कृत वाचक पद्धति – जिससे किसी कार्य के करने का बोध हो उसे कृत वाचक पद्धति प्रत्यय कहते हैं। उदाहरण सुनार ,लोहार, में आर प्रत्यय। प्रत्यय शब्द रूप आर लोहार ,सुनार ई तेली, मेली इया सुखिया ,दुखिया ची खजानची, मसालची गर कारीगर, जादूगर वाला गाड़ी वाला, टोपी वाला हारा लकड़हारा ,पनिहार उआ मछुआ, गेरुआ (2) गणनावाचक तद्धित प्रत्यय -जिससे संख्या का बोध हो उसे गणना वाचक तद्धित प्रत्यय कहते हैं । उदाहरण ‘ वा’ प्रत्यय लगाने से – पांचवा प्रत्यय शब्द रूप वा पांचवा, दसवां ला पहला हरा इकहरा ,दोहरा था चौथा रा दूसरा, तीसरा (3) भाववाचक तद्धित प्रत्यय- जिससे भाव व्यक्त हो उसे भाववाचक तद्धित प्रत्यय कहते हैं । उदाहरण ‘आ’ प्रत्यय लगाने से – सराफा बुलावा प्रत्यय शब्द रूप आ सराफा, बुलावा आई भलाई, बुराई आहट चिकनाहट, कड़वाहट ई गर्मी ,सर्दी प बुढ़ापा, मोटापा ता प्रभुता, लघुता त रंगत, संगत पन बचपन, लड़कपन गी जिंदगी, मर्दानगी (4) स्थान वाचक तद्धित प्रत्यय- जिससे स्थान का बोध हो उसे स्था...

प्रत्यय : अर्थ , परिभाषा ,भेद ,उदाहरण

1 Shares आज के आर्टिकल में हम प्रत्यय(Pratyay) को पढने वाले है। प्रत्यय क्या है (Pratyay Kya Hain), प्रत्यय किसे कहते हैं (Pratyay kise kahate hain), प्रत्यय के कितने भेद होते हैं (Pratyay ke kitne Bhed Hote hain), प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं(Pratyay kitne prakar ke hote hain), प्रत्यय शब्द क्या है , Pratyay in hindi -इन बिन्दुओं पर हम चर्चा करेंगे प्रत्यय क्या होता है ? प्रत्यय किसे कहते है – Pratyay kise kahate hain जो शब्दांश किसी शब्द के बाद लगकर उसके अर्थ को बदल देते हैं और नए अर्थ का बोध कराते हैं उसे प्रत्यय(Pratyay) कहते हैं। प्रत्यय का महत्त्व इसलिए भी है क्योंकि उसके प्रयोग से मूल शब्द के अनेक अर्थों को प्राप्त किया जा सकता है। यौगिक शब्द बनाने में प्रत्यय का महत्त्वपूर्ण स्थान है। प्रत्यय के उदाहरण – खिल + आङी खिलाङी मिल + आवट मिलावट पढ़ + आकू पढ़ाकू झूल + आ झूला प्रत्यय के कितने प्रकार होते है – Pratyay kitne prakar ke hote hain प्रत्यय तीन प्रकार के होते हैं – • संस्कृत प्रत्यय • हिन्दी प्रत्यय • विदेशी प्रत्यय हिन्दी प्रत्यय के दो प्रकार होते है – • कृत् प्रत्यय • तद्धित प्रत्यय (1) संस्कृत प्रत्यय – जैसे – इत हर्षित, गर्वित, लज्जित, पल्लवित इक मानसिक, धार्मिक, मार्मिक, पारिश्रमिक ईय भारतीय, मानवीय, राष्ट्रीय, स्थानीय एय आग्नेय, पाथेय, राधेय, कौंतेय तम अधिकतम, महानतम, वरिष्ठतम, श्रेष्ठतम वान् धनवान, बलवान, गुणवान, दयावान मान् श्रीमान्, शोभायमान, शक्तिमान, बुद्धिमान त्व गुरुत्व, लघुत्व, बंधुत्व, नेतृत्व शाली वैभवशाली, गौरवशाली, प्रभावशाली, शक्तिशाली तर श्रेष्ठतर, उच्चतर, निम्नतर, लघूत्तर (2) हिन्दी प्रत्यय – Pratyay in Hindi हिन्दी प्रत्यय हिंदी प्रत्यय मुख...

Pratyay in Hindi प्रत्यय

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प्रत्यय के प्रकारों के नाम लिखिए

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