Purn sankhya kise kahate hain

  1. पूर्ण संख्या किसे कहते है, परिभाषा एवं गुणधर्म
  2. Purn Sankhya Kise Kahate Hain : Types and Examples
  3. पूर्ण संख्या किसे कहते हैं ? Purn Sankhya Kise Kahate Hain
  4. पूर्ण संख्या किसे कहते हैं
  5. पूर्ण संख्या किसे कहते हैं ? Purn Sankhya Kise Kahate Hain
  6. पूर्ण संख्या किसे कहते है, परिभाषा एवं गुणधर्म
  7. Purn Sankhya Kise Kahate Hain : Types and Examples
  8. सम संख्या किसे कहते है? परिभाषा व सभी सूत्र
  9. पूर्ण संख्या किसे कहते हैं
  10. पूर्ण संख्या किसे कहते हैं


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पूर्ण संख्या किसे कहते है, परिभाषा एवं गुणधर्म

प्रिय पाठक! इस लेख में आप पूर्ण संख्या किसे कहते है इसके बारे में जानेंगे। जैसा कि आप सभी ने इसके पहले लेख में Number system को अच्छी तरह समझ लिया होगा। आज की इस लेख में आप जानेंगे की पूर्ण संख्या से आप क्या समझते हैं? पूर्ण संख्या कहाँ से शुरू होती है? पूर्ण संख्या कितने प्रकार के होते हैं? इन सभी का जवाब आपको इस लेख में मिलेगा। Contents • 1 पूर्ण संख्या किसे कहते है? • 2 पूर्ण संख्या के प्रकार: • 3 पूर्ण संख्याओं का संख्या रेखा पर प्रदर्शन • 3.1 पूर्ण संख्याओं का गुणधर्म | पूर्ण संख्याओं में योग का गुण • 3.2 पूर्ण संख्याओं पर घटाने का गुण • 4 पूर्ण संख्याओं को गुणा करने का गुण • 5 पूर्ण संख्याओ का भाग का प्रगुण • 5.1 इस लेख में: पूर्ण संख्या किसे कहते है? पूर्ण संख्या (Whole Number): प्राकृतिक संख्याओं (1, 2, 3, 4, ……) में शून्य (0) को सम्मिलित करने पर जो संख्याएँ प्राप्त होती हैं, पूर्ण संख्याएँ कहलाती हैं। पूर्ण संख्याओं को W से प्रदर्शित करते हैं। या फिर इसे इस तरह से भी परिभाषित किया जा सकता हैं “ शून्य ‘0’ से लेकर अनंत तक की संख्याओं को पूर्ण संख्याएँ कहते हैं।” उदाहरण: 0, 1, 2, 3, 4, ……। ∞ आदि स्मरणीय बिंदु: 1. शून्य (0) सबसे छोटी एवं पहली पूर्ण संख्या है। 2. सभी प्राकृतिक संख्याएँ पूर्ण-संख्याएँ हैं। 3. चूंकि प्रत्येक पूर्ण संख्या से बड़ी पूर्ण संख्याएँ होती हैं अतः कोई भी पूर्ण संख्या सबसे बड़ी पूर्ण संख्या नहीं होती है। पूर्ण संख्याओं का गुणधर्म | पूर्ण संख्याओं में योग का गुण योग का संवरक प्रगुण: जब किसी दो पूर्ण संख्याओं का आपस में जोड़ा जाता हैं तो प्राप्त योगफल सदैव पूर्ण संख्या होता है, यह पूर्ण संख्याओं के योग का संवरक प्रगुण है। उदाहरणार्थ:-11 + 9 = 20 इन ...

Purn Sankhya Kise Kahate Hain : Types and Examples

सभी प्राकृतिक संख्याएँ पूर्ण संख्या होती है। सभी गणन संख्याएँ पूर्ण संख्या होती है। सभी धनात्मक परिमेय संख्या (शून्य भी) भी पूर्ण संख्या होती है। पूर्ण संख्या के प्रकार – पूर्ण संख्या के कुल 9 प्रकार होते है| • प्राकृत संख्याएँ • पूर्णांक संख्याएँ • सम संख्याएँ • विषम संख्याएँ • अभाज्य संख्याएँ • भाज्य संख्याएँ • वास्तविक संख्याएँ • सह – अभाज्य संख्याएँ • युग्म अभाज्य संख्याएँ पूर्ण संख्या के गुण – • पूर्ण संख्याएँ योग में साहचर्य नियम का पालन करती है। • पूर्ण संख्याएँ गुणन साहचर्य नियम का पालन करती है। • दो पूर्ण संख्याएँ यदि जोड़ते हैं तो पूर्ण संख्या ही प्राप्त होती हैं। • पूर्ण संख्याओं की योगात्मक पहचान 0 हैं। • पूर्ण संख्याओं की गुणात्मक पहचान 1 है। • प्रत्येक प्राकृत संख्याएँ पूर्ण संख्या होती है। • प्रत्येक पूर्ण संख्याएँ प्राकृत संख्याएँ नही होती है। महत्वपूर्ण तथ्य – • प्रत्येक प्राकृत संख्या का एक परवर्ती होता है। • सबसे छोटी पूर्ण संख्या शून्य (0) है। • सबसे बड़ी पूर्ण संख्या अनंत है। • सभी प्राकृत संख्या पूर्ण संख्या है • प्रत्येक पूर्ण संख्या का एक परवर्ती होता है। 0 को छोड़कर प्रत्येक पूर्ण संख्या का एक पूर्ववर्ती होता है। • केवल शून्य ही एक ऐसी पूर्ण संख्या है जिसका कोई पूर्वर्ती नहीं है। • जबकि सभी पूर्ण संख्याओं का एक परवर्ती है। • 1 को छोड़कर प्रत्येक प्राकृत संख्या का एक पूर्ववर्ती होता है। पूर्ण संख्या का सिंबल – पूर्ण संख्या को अंग्रेजी के बड़े अक्षर “W” से सूचित किया जाता है. जैसे; W = 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, …… FAQ- Ques- क्या 75 पूर्ण संख्या है Ans-हाँ , 75 एक पूर्ण संख्या है। Ques- सबसे बड़ी पूर्ण संख्या कौन सी है ? Ans- सबसे बड़ी पूर्ण संख्या को परि...

पूर्ण संख्या किसे कहते हैं ? Purn Sankhya Kise Kahate Hain

क्या पूर्ण संख्याएँ ऋणात्मक (Negative) हो सकती हैं? पूर्ण संख्या क्या है? (Purn Sankhya Kya H) (What is Whole Number) (Whole Numbers) पूर्ण संख्याएँ: प्राकृत संख्याओं (1, 2, 3, 4, आदि) में शून्य (0) जोड़ने पर उत्पन्न होने वाली संख्याएँ पूर्ण संख्याएँ or Whole Numbers हैं। W अक्षर का अर्थ Whole Number (पूर्ण संख्या) है। इसे इस प्रकार भी परिभाषित किया जा सकता है। “पूर्ण संख्याएँ शून्य से अनंत तक की संख्याएँ हैं।” उदाहरण के लिए: 0, 1, 2, 3, 4,…. पूर्ण संख्या के लिए महत्वपूर्ण नोट्स • याद रखें कि शून्य (0) सबसे छोटी और आरंभिक पूर्ण संख्या है। • सभी प्राकृत संख्याएं (natural numbers) पूर्णांक होती हैं। • कोई भी पूर्ण संख्या सबसे बड़ी पूर्ण संख्या नहीं होती है क्योंकि प्रत्येक पूर्ण संख्या से बड़ी पूर्ण संख्याएँ होती हैं। विभिन्न प्रकार की पूर्ण संख्या – Different Types of Whole Number पूर्ण संख्या के प्रकार (Whole Number Types): पूर्ण संख्या (Purn Sankhya) के नौ 9 विभिन्न प्रकार होते हैं। • प्राकृत संख्या – natural numbers • पूर्णांक संख्या – integer numbers • सम संख्या – even numbers • विषम संख्या – odd numbers • अभाज्य सँख्या – prime numbers • भाज्य संख्या – composite numbers • वास्तविक संख्या – real numbers • सह-अभाज्य संख्या – co-prime numbers • युग्म अभाज्य संख्या – pair prime numbers पूर्ण संख्या (Purn Sankhya) नियम जब दो पूर्ण संख्याओं को एक साथ रखा जाता है, तो प्राप्त राशि हमेशा एक पूर्ण संख्या होती है; यह पूर्ण संख्याओं के योग का क्रमविनिमेय गुणज है। उदाहरण के लिए, -11 – 9 = 20 के बराबर है। इन दो पूर्णांकों का योग (add) एक पूर्ण संख्या 20 है। योग के क्रमविनिमेय गुण में...

पूर्ण संख्या किसे कहते हैं

हेलो मेरे साथियों HINDI KI NEWS के पेज पर आप सभी का स्वागत है। आज हम आप लोगो के लिए एक और नया आर्टिकल लेकर आये है। इस आर्टिकल में आप पूर्ण संख्या किसे कहते है?(Purn Sankhya Kise Kahte hai) इसके बारे में पूरी जानकारी को जानेंगे। वैसे तो मेरे प्रिय पाठको आप सभी को पहले से ही पता होगा की गणितीय भाषा में संख्याएँ कई सारे प्रकार की होती है, उदाहरण :- जैसे की प्राकृतिक संख्या होती है, पूर्ण संख्या होती है, भाज्य संख्या होती है, अभाज्य संख्या होती है और सम, विषम संख्या आदि होती है लेकिन आज हम पूर्ण संख्या किसे कहते हैं?(Purn Sankhya Kise Kahte hai) परिभाषा, प्रकार और गुणधर्म के बारे में जानेगे। 3- सम संख्या 4- विषम संख्या 5- अभाज्य संख्या 6- भाज्य संख्या 7- वास्तविक संख्या 8- सहभाज्य संख्या पूर्ण संख्या के गुण पूर्ण संख्याओं पर मूल :- जोड़, घटा, गुण और भाग ये पूर्ण संख्याओं के चार मुख्य गुणों की पहचान की ओर ले जाते हैं। (1) योग का संवरक प्रगुण: (2) योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण (3) योग का तत्समक अवयव (4) योग का साहचर्य प्रगुण योग का संवरक प्रगुण जब भी हम किसी दो पूर्ण संख्याओं को आपस में जोड़ते हैं तो उसका योगफल पूर्ण संख्या ही होता है। इसको ही पूर्ण संख्याओं के योग का संवरक प्रगुण कहा जाता है। उदाहरण :- 15 + 5 = 20 इन दोनों संख्याओं का योगफल 20 है, ये एक पूर्ण संख्या है। योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण जब भी हम किसी दो पूर्ण संख्याओं को आपस में जोड़ते हैं तो उनके योग पर संख्याओं के क्रम पर कोई प्रभाव नहीं आता है, इसलिए ही इसे योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण कहा जाता है। उदाहरण :- 14 + 14 = 28 योग का तत्समक अवयव जब भी हम किसी पूर्ण संख्या में शून्य को जोड़ते है तो उसका योगफल वही संख्या प्राप्...

पूर्ण संख्या किसे कहते हैं ? Purn Sankhya Kise Kahate Hain

क्या पूर्ण संख्याएँ ऋणात्मक (Negative) हो सकती हैं? पूर्ण संख्या क्या है? (Purn Sankhya Kya H) (What is Whole Number) (Whole Numbers) पूर्ण संख्याएँ: प्राकृत संख्याओं (1, 2, 3, 4, आदि) में शून्य (0) जोड़ने पर उत्पन्न होने वाली संख्याएँ पूर्ण संख्याएँ or Whole Numbers हैं। W अक्षर का अर्थ Whole Number (पूर्ण संख्या) है। इसे इस प्रकार भी परिभाषित किया जा सकता है। “पूर्ण संख्याएँ शून्य से अनंत तक की संख्याएँ हैं।” उदाहरण के लिए: 0, 1, 2, 3, 4,…. पूर्ण संख्या के लिए महत्वपूर्ण नोट्स • याद रखें कि शून्य (0) सबसे छोटी और आरंभिक पूर्ण संख्या है। • सभी प्राकृत संख्याएं (natural numbers) पूर्णांक होती हैं। • कोई भी पूर्ण संख्या सबसे बड़ी पूर्ण संख्या नहीं होती है क्योंकि प्रत्येक पूर्ण संख्या से बड़ी पूर्ण संख्याएँ होती हैं। विभिन्न प्रकार की पूर्ण संख्या – Different Types of Whole Number पूर्ण संख्या के प्रकार (Whole Number Types): पूर्ण संख्या (Purn Sankhya) के नौ 9 विभिन्न प्रकार होते हैं। • प्राकृत संख्या – natural numbers • पूर्णांक संख्या – integer numbers • सम संख्या – even numbers • विषम संख्या – odd numbers • अभाज्य सँख्या – prime numbers • भाज्य संख्या – composite numbers • वास्तविक संख्या – real numbers • सह-अभाज्य संख्या – co-prime numbers • युग्म अभाज्य संख्या – pair prime numbers पूर्ण संख्या (Purn Sankhya) नियम जब दो पूर्ण संख्याओं को एक साथ रखा जाता है, तो प्राप्त राशि हमेशा एक पूर्ण संख्या होती है; यह पूर्ण संख्याओं के योग का क्रमविनिमेय गुणज है। उदाहरण के लिए, -11 – 9 = 20 के बराबर है। इन दो पूर्णांकों का योग (add) एक पूर्ण संख्या 20 है। योग के क्रमविनिमेय गुण में...

पूर्ण संख्या किसे कहते है, परिभाषा एवं गुणधर्म

प्रिय पाठक! इस लेख में आप पूर्ण संख्या किसे कहते है इसके बारे में जानेंगे। जैसा कि आप सभी ने इसके पहले लेख में Number system को अच्छी तरह समझ लिया होगा। आज की इस लेख में आप जानेंगे की पूर्ण संख्या से आप क्या समझते हैं? पूर्ण संख्या कहाँ से शुरू होती है? पूर्ण संख्या कितने प्रकार के होते हैं? इन सभी का जवाब आपको इस लेख में मिलेगा। Contents • 1 पूर्ण संख्या किसे कहते है? • 2 पूर्ण संख्या के प्रकार: • 3 पूर्ण संख्याओं का संख्या रेखा पर प्रदर्शन • 3.1 पूर्ण संख्याओं का गुणधर्म | पूर्ण संख्याओं में योग का गुण • 3.2 पूर्ण संख्याओं पर घटाने का गुण • 4 पूर्ण संख्याओं को गुणा करने का गुण • 5 पूर्ण संख्याओ का भाग का प्रगुण • 5.1 इस लेख में: पूर्ण संख्या किसे कहते है? पूर्ण संख्या (Whole Number): प्राकृतिक संख्याओं (1, 2, 3, 4, ……) में शून्य (0) को सम्मिलित करने पर जो संख्याएँ प्राप्त होती हैं, पूर्ण संख्याएँ कहलाती हैं। पूर्ण संख्याओं को W से प्रदर्शित करते हैं। या फिर इसे इस तरह से भी परिभाषित किया जा सकता हैं “ शून्य ‘0’ से लेकर अनंत तक की संख्याओं को पूर्ण संख्याएँ कहते हैं।” उदाहरण: 0, 1, 2, 3, 4, ……। ∞ आदि स्मरणीय बिंदु: 1. शून्य (0) सबसे छोटी एवं पहली पूर्ण संख्या है। 2. सभी प्राकृतिक संख्याएँ पूर्ण-संख्याएँ हैं। 3. चूंकि प्रत्येक पूर्ण संख्या से बड़ी पूर्ण संख्याएँ होती हैं अतः कोई भी पूर्ण संख्या सबसे बड़ी पूर्ण संख्या नहीं होती है। पूर्ण संख्याओं का गुणधर्म | पूर्ण संख्याओं में योग का गुण योग का संवरक प्रगुण: जब किसी दो पूर्ण संख्याओं का आपस में जोड़ा जाता हैं तो प्राप्त योगफल सदैव पूर्ण संख्या होता है, यह पूर्ण संख्याओं के योग का संवरक प्रगुण है। उदाहरणार्थ:-11 + 9 = 20 इन ...

Purn Sankhya Kise Kahate Hain : Types and Examples

सभी प्राकृतिक संख्याएँ पूर्ण संख्या होती है। सभी गणन संख्याएँ पूर्ण संख्या होती है। सभी धनात्मक परिमेय संख्या (शून्य भी) भी पूर्ण संख्या होती है। पूर्ण संख्या के प्रकार – पूर्ण संख्या के कुल 9 प्रकार होते है| • प्राकृत संख्याएँ • पूर्णांक संख्याएँ • सम संख्याएँ • विषम संख्याएँ • अभाज्य संख्याएँ • भाज्य संख्याएँ • वास्तविक संख्याएँ • सह – अभाज्य संख्याएँ • युग्म अभाज्य संख्याएँ पूर्ण संख्या के गुण – • पूर्ण संख्याएँ योग में साहचर्य नियम का पालन करती है। • पूर्ण संख्याएँ गुणन साहचर्य नियम का पालन करती है। • दो पूर्ण संख्याएँ यदि जोड़ते हैं तो पूर्ण संख्या ही प्राप्त होती हैं। • पूर्ण संख्याओं की योगात्मक पहचान 0 हैं। • पूर्ण संख्याओं की गुणात्मक पहचान 1 है। • प्रत्येक प्राकृत संख्याएँ पूर्ण संख्या होती है। • प्रत्येक पूर्ण संख्याएँ प्राकृत संख्याएँ नही होती है। महत्वपूर्ण तथ्य – • प्रत्येक प्राकृत संख्या का एक परवर्ती होता है। • सबसे छोटी पूर्ण संख्या शून्य (0) है। • सबसे बड़ी पूर्ण संख्या अनंत है। • सभी प्राकृत संख्या पूर्ण संख्या है • प्रत्येक पूर्ण संख्या का एक परवर्ती होता है। 0 को छोड़कर प्रत्येक पूर्ण संख्या का एक पूर्ववर्ती होता है। • केवल शून्य ही एक ऐसी पूर्ण संख्या है जिसका कोई पूर्वर्ती नहीं है। • जबकि सभी पूर्ण संख्याओं का एक परवर्ती है। • 1 को छोड़कर प्रत्येक प्राकृत संख्या का एक पूर्ववर्ती होता है। पूर्ण संख्या का सिंबल – पूर्ण संख्या को अंग्रेजी के बड़े अक्षर “W” से सूचित किया जाता है. जैसे; W = 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, …… FAQ- Ques- क्या 75 पूर्ण संख्या है Ans-हाँ , 75 एक पूर्ण संख्या है। Ques- सबसे बड़ी पूर्ण संख्या कौन सी है ? Ans- सबसे बड़ी पूर्ण संख्या को परि...

सम संख्या किसे कहते है? परिभाषा व सभी सूत्र

11.11. Q.11. 1 से 100 तक सम संख्याएं कितनी है? दोस्तों आज का हमारा पोस्ट सम संख्या क्या होती है?, सम संख्या की परिभाषा क्या है? सम संख्याओं की पहचान कैसे करें?, सम संख्याओं का गुण, Sam sankhya ka yog nikalne ka formula, सम संख्या के वर्गों का योग, सम संख्या के घनों का योग, सम संख्याओं का औसत, सम संख्याओं के उदाहरण तथा सम संख्याओं से संबंधित कुछ प्रश्न इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। उदाहरण सहित इन सब चीजों के बारे में आपको इस पोस्ट में बताया गया है। तो इसको अच्छी तरह समझने के लिए तथा इस टॉपिक के ऊपर अपनी अच्छी पकड़ बनाने के लिए आप सभी पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें। जिससे कि आपको Sam Sankhya से संबंधित प्रश्नों को हल करने में कोई परेशानी न हो तथा आप आसानी से इनके प्रश्नों को हल कर पाएं। तो आइए जानते हैं :- सम संख्या क्या होती है – Sam Sankhya Kya Hoti Hai वैसी सभी पूर्णांक संख्याएं, जिसमें ‘2’ से पूरा-पूरा भाग लग जाए या ‘2’ से विभाजित करने पर शेषफल शून्य प्राप्त हो जाए, “सम संख्या” कहलाती है। जैसे- 2,4,6,8,10,18,24,50,100 आदि। ये सभी संख्याएं 2 से विभाजित हो जाती है, इसलिए यह सम संख्याएं है। सम संख्या की परिभाषा क्या है – Sam Sankhya Ki Paribhasha वे सभी संख्याएं जो ‘2’ का गुणज होती है अर्थात वैसे सभी संख्याएं जो ‘2’ से पूर्णतः विभाजित हो जाती है, ऐसी संख्या को हमलोग “सम संख्या ( Even Number )” कहते हैं। जैसे- 12,14,16,34,44,52,60 इत्यादि। सम संख्याओं की पहचान कैसे करें? सम संख्याओं की पहचान करने के लिए हमलोग 2 तरीकों का उपयोग करके पता सकते हैं। जिसमें पहला तरीका है :- अंतिम अंक या इकाई अंक देखकर – जब हमें Sam Sankhya की पहचान करनी हो तो सबसे पहले हम उस संख्या के अं...

पूर्ण संख्या किसे कहते हैं

हेलो मेरे साथियों HINDI KI NEWS के पेज पर आप सभी का स्वागत है। आज हम आप लोगो के लिए एक और नया आर्टिकल लेकर आये है। इस आर्टिकल में आप पूर्ण संख्या किसे कहते है?(Purn Sankhya Kise Kahte hai) इसके बारे में पूरी जानकारी को जानेंगे। वैसे तो मेरे प्रिय पाठको आप सभी को पहले से ही पता होगा की गणितीय भाषा में संख्याएँ कई सारे प्रकार की होती है, उदाहरण :- जैसे की प्राकृतिक संख्या होती है, पूर्ण संख्या होती है, भाज्य संख्या होती है, अभाज्य संख्या होती है और सम, विषम संख्या आदि होती है लेकिन आज हम पूर्ण संख्या किसे कहते हैं?(Purn Sankhya Kise Kahte hai) परिभाषा, प्रकार और गुणधर्म के बारे में जानेगे। 3- सम संख्या 4- विषम संख्या 5- अभाज्य संख्या 6- भाज्य संख्या 7- वास्तविक संख्या 8- सहभाज्य संख्या पूर्ण संख्या के गुण पूर्ण संख्याओं पर मूल :- जोड़, घटा, गुण और भाग ये पूर्ण संख्याओं के चार मुख्य गुणों की पहचान की ओर ले जाते हैं। (1) योग का संवरक प्रगुण: (2) योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण (3) योग का तत्समक अवयव (4) योग का साहचर्य प्रगुण योग का संवरक प्रगुण जब भी हम किसी दो पूर्ण संख्याओं को आपस में जोड़ते हैं तो उसका योगफल पूर्ण संख्या ही होता है। इसको ही पूर्ण संख्याओं के योग का संवरक प्रगुण कहा जाता है। उदाहरण :- 15 + 5 = 20 इन दोनों संख्याओं का योगफल 20 है, ये एक पूर्ण संख्या है। योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण जब भी हम किसी दो पूर्ण संख्याओं को आपस में जोड़ते हैं तो उनके योग पर संख्याओं के क्रम पर कोई प्रभाव नहीं आता है, इसलिए ही इसे योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण कहा जाता है। उदाहरण :- 14 + 14 = 28 योग का तत्समक अवयव जब भी हम किसी पूर्ण संख्या में शून्य को जोड़ते है तो उसका योगफल वही संख्या प्राप्...

पूर्ण संख्या किसे कहते हैं

हेलो मेरे साथियों HINDI KI NEWS के पेज पर आप सभी का स्वागत है। आज हम आप लोगो के लिए एक और नया आर्टिकल लेकर आये है। इस आर्टिकल में आप पूर्ण संख्या किसे कहते है?(Purn Sankhya Kise Kahte hai) इसके बारे में पूरी जानकारी को जानेंगे। वैसे तो मेरे प्रिय पाठको आप सभी को पहले से ही पता होगा की गणितीय भाषा में संख्याएँ कई सारे प्रकार की होती है, उदाहरण :- जैसे की प्राकृतिक संख्या होती है, पूर्ण संख्या होती है, भाज्य संख्या होती है, अभाज्य संख्या होती है और सम, विषम संख्या आदि होती है लेकिन आज हम पूर्ण संख्या किसे कहते हैं?(Purn Sankhya Kise Kahte hai) परिभाषा, प्रकार और गुणधर्म के बारे में जानेगे। 3- सम संख्या 4- विषम संख्या 5- अभाज्य संख्या 6- भाज्य संख्या 7- वास्तविक संख्या 8- सहभाज्य संख्या पूर्ण संख्या के गुण पूर्ण संख्याओं पर मूल :- जोड़, घटा, गुण और भाग ये पूर्ण संख्याओं के चार मुख्य गुणों की पहचान की ओर ले जाते हैं। (1) योग का संवरक प्रगुण: (2) योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण (3) योग का तत्समक अवयव (4) योग का साहचर्य प्रगुण योग का संवरक प्रगुण जब भी हम किसी दो पूर्ण संख्याओं को आपस में जोड़ते हैं तो उसका योगफल पूर्ण संख्या ही होता है। इसको ही पूर्ण संख्याओं के योग का संवरक प्रगुण कहा जाता है। उदाहरण :- 15 + 5 = 20 इन दोनों संख्याओं का योगफल 20 है, ये एक पूर्ण संख्या है। योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण जब भी हम किसी दो पूर्ण संख्याओं को आपस में जोड़ते हैं तो उनके योग पर संख्याओं के क्रम पर कोई प्रभाव नहीं आता है, इसलिए ही इसे योग का क्रम-विनिमेय प्रगुण कहा जाता है। उदाहरण :- 14 + 14 = 28 योग का तत्समक अवयव जब भी हम किसी पूर्ण संख्या में शून्य को जोड़ते है तो उसका योगफल वही संख्या प्राप्...