पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं

  1. सर्वनाम की परिभाषा प्रकार और उदाहरण
  2. पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? (Purushvachak Sarvanam Kise Kahate Hain?): पुरुषवाचक सर्वनाम की परिभाषा, भेद और उदाहरण


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सर्वनाम की परिभाषा प्रकार और उदाहरण

इस पेज पर आप हिंदी व्याकरण के अध्याय सर्वनाम की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण को पढ़ेंगे जो कि सभी परीक्षाओ के लिए महत्वपूर्ण है। पिछली पोस्ट में हम हिंदी व्याकरण के अध्याय संज्ञा की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण की जानकारी शेयर कर चुके है उसे जरूर पढ़े। तो चलिए इस पेज पर हम सर्वनाम की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण को पढ़ते और समझते हैं। सर्वनाम का शाब्दिक अर्थ सबका नाम हैं अर्थात सर्वनाम शब्द किसी एक व्यक्ति का नाम न होकर सभी (वाक्य बोलने वाले) का नाम होता हैं। अतः भाषा को प्रभावशाली बनाने के लिए जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किये जाते हैं उसे सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम को संज्ञा के स्थान पर रखा जाता है। वाक्यों में सर्वनाम वह शब्द है जो किसी प्रश्नाधीन आदमी की जगह पर उपस्थित होता है। सर्वनाम केवल एक नाम नहीं बल्कि सबके नाम के बारे में बताती हैं। संज्ञा की पुनरुक्ति को दूर करने के लिए ही सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है। हिंदी में कुल 11 मूल सर्वनाम होते हैं :- मैं, तू, यह, वह, आप, जो, सो, कौन, क्या, कोई, कुछ आदि। उदाहरण:- • मैं चाय पीकर खाना खाती हूँ। • सीता ने गीता से कहा, मैं तुम्हे पुस्तक दूंगी। • सीता ने गीता से कहा, मैं बाजार जाती हूँ। • सोहन एक अच्छा विद्यार्थी है वह रोज स्कूल जाता है। • राम, मोहन के साथ उसके घर गया। नोट : यहाँ पर मैं, वह और उसके संज्ञा के स्थान पर सर्वनाम प्रयुक्त हुए हैं। यहाँ पर मैं किसी एक व्यक्ति का सूचक नहीं हैं किंतु इस वाक्य को बोलने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सूचक सर्वनाम के रूप में हैं। सर्वनाम के प्रकार सर्वनाम मुख्य रूप से 6 प्रकार के होते हैं। 1. पुरुषवाचक सर्वनाम वे सर्वनाम जो केवल पुरुष जाति का ही बोध कराते हैं जिन शब्दों से व्यक्ति का बोध होता है...

पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? (Purushvachak Sarvanam Kise Kahate Hain?): पुरुषवाचक सर्वनाम की परिभाषा, भेद और उदाहरण

पुरुषवाचक सर्वनाम (Purushvachak Sarvanam)- हिंदी व्याकरण इतनी बड़ी है कि उसका अच्छे से अध्ययन करने में साल लग जाए। हिंदी व्याकरण में सबकुछ महत्वपूर्ण है जैसे संज्ञा, सर्वनाम, समास, विशेषण आदि। हिंदी व्याकरण की नींव भी इन सभी महत्वपूर्ण अंगों पर टिकी है। सर्वनाम भी हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग है। संज्ञा के स्थान पर आने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम को अंग्रेजी में (Pronoun) कहते हैं। सर्वनाम छह प्रकार के होते हैं। पुरुषवाचक, निश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, सम्बन्धवाचक, प्रश्नवाचक और निजवाचक सर्वनाम। पुरुषवाचक सर्वनाम को अंग्रेजी में (Personal Pronoun) कहते हैं। सर्वनाम की परिभाषा अच्छे से समझने पर इसके भेद समझना आसान है। इस आर्टिकल की विषय सूची • • • • • • • पुरुषवाचक सर्वनाम (Purushvachak Sarvanam) संज्ञा के स्थान पर जो शब्द आते हैं उन शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। जैसे कि आपका, उसका, तुम्हारा, मैं, तुम आदि। सर्वनाम के भेद छह प्रकार के होते हैं। इन सभी तरह के सर्वनामों की अपनी अलग विशेषता होती है। इन सभी छ सर्वनामों में सबसे पहले स्थान पर आता है पुरुषवाचक सर्वनाम (Purush Vachak Sarvanam)। पुरुषवाचक सर्वनाम सभी वक्ता, श्रोता या अन्य किसी की जानकारी देता है। तो आज का हमारा विषय है कि पुरुषवाचक सर्वनाम क्या होता है और उसके कितने भेद होते हैं? यह सीखने में बड़ा ही रोचक और मजेदार है। तो आइए आज हम सीखते है पुरुषवाचक सर्वनाम की परिभाषा उसके भेद और उदाहरण के साथ। पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता खुद के लिए तथा दूसरों के लिए करता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है। या इसे अन्य तरह से समझें तो जो सर्वनाम बोलने वाला, सुनने वाला तथा किसी अन्य...