राधा कृष्ण प्रेम का अंत

  1. श्री कृष्ण और राधा रानी के प्रेम का प्राकट्य और जीवन की कथामृत सार
  2. कैसे खत्म हुई थी राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी? अंत में ऐसा हो गया था राधा का हाल...
  3. 75+ Radha Krishna Love Quotes in Hindi
  4. राधा कृष्ण का अमर प्रेम, राधा कृष्ण की प्रेम कहानी, राधा कृष्ण की लव स्टोरी, राधा कृष्णा लव स्टोरी, Radha Krishna Love Story in Hindi, Radha Krishna Stories in Hindi, Radha Krishna Story in Hindi, Radha Krishna Ki Love Story in Hindi, Radhakrishna Story in Hindi, Radha Krishna Kahani in Hindi, the Immortal Love Story of Radha Krishna
  5. Radha Krishna Love
  6. राधा आणि कृष्ण यांच्या “अलौकिक” प्रेमकथेचा शेवट कसा झाला? – InMarathi
  7. राधा कृष्ण
  8. Radha Krishna Story: भगवान कृष्ण और राधा ने एक दूसरे से क्यों नहीं की थी शादी? ये थी वजह


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श्री कृष्ण और राधा रानी के प्रेम का प्राकट्य और जीवन की कथामृत सार

श्री राधा और कृष्ण जी के बारे में ऐसा कौन होगा जिसने कभी सुना नही होगा। सभी जानते है की राधा और कृष्ण एक दूसरे से प्रेम करते थे। और इतना प्रेम करते थे की कृष्ण जी शरीर हैं राधा रानी आत्मा हैं। जैसे सूर्य और प्रकाश। जैसे चन्द्रमा और चकोर। कृष्ण गीत हैं तो राधा संगीत हैं, कृष्ण वंशी हैं तो राधा स्वर हैं, कृष्ण समुद्र हैं तो राधा तरंग हैं, कृष्ण पुष्प हैं तो राधा उस पुष्प कि सुगंध हैं। राधा जी कृष्ण जी कि ह्लादिनी शक्ति हैं। वह दोनों एक दूसरे से अलग हैं ही नहीं। ठीक वैसे जैसे शिव और हरि एक ही हैं। राधा और कृष्ण जी का नाम आज भी साथ में लिया जाता है। क्योंकि इनका प्रेम संसार की तरह लौकिक नही था बल्कि अलोकिक था। इनका प्रेम दिव्य था। जहाँ कामना और वासना का नामो निशान नही है। राधा और कृष्ण जी का नाम आज भी साथ में लिया जाता है। क्योंकि इनका प्रेम संसार की तरह लौकिक नही था बल्कि अलोकिक था। इनका प्रेम दिव्य था। जहाँ कामना और वासना का नामो निशान नही है। राधा कृष्ण की प्रथम मुलाकात और प्रेम का प्राकट्य दोनों ने एक दूसरे के मन की बात जान ली। दोनों ने आँखों ही आँखों में प्रेम-प्यार की बात कह डाली। राधा कृष्ण का प्रेम आँखों से देखा जा सकता है। फिर कृष्ण ने राधा जी से कहा कभी हमारे घर नन्द बाबा के घर, ब्रजगांव में भी खेलने आओ ना। और हाँ तुम दरवाजे पर आकर मुझे बुला लेना, कान्हा मेरा नाम है, और अगर तुम ये कहती हो की मेरा घर दूर है तो कोई बात नहीं, तुम मन से एक बार पुकारना, मैं बोलते ही तुम्हारी पुकार सुन लूंगा। श्री कृष्ण और राधा रानी के कुछ तथ्य देवी राधा को पुराणों में श्री कृष्ण की शश्वत जीवनसंगिनी बताया गया है। ब्रह्मवैवर्त पुराण में बताया गया है कि राधा और कृष्ण का प्रेम इस लोक का नहीं ...

कैसे खत्म हुई थी राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी? अंत में ऐसा हो गया था राधा का हाल...

श्री कृष्ण-राधा की प्रेम कहानी से तो हम सभी अच्छी तरह वाकिफ हैं। लेकिन, भगवान कृष्ण-राधा के संबंधों को लेकर कुछ ऐसी बातें हैं जो कभी साफ न हो सकीं। कई लोगों ने सवाल उठाये कि यदि राधा श्री कृष्ण की प्रेमिका थीं तो फिर कृष्ण ने उनसे विवाह क्यों नहीं किया था? लोगों के मन में अक्सर ऐसे सवाल उठते हैं कि राधा, श्री कृष्ण से उम्र में भी बड़ी थीं शायद इसी वजह से उन्होंने राधा से शादी नहीं कि थी। कुछ लोग ये भी कहते हैं कि कृष्ण ने अपने जीवनकाल में 8 स्त्रियों से विवाह किया, वो राधा से भी विवाह कर सकते थे लेकिन उन्होंने नही किया। आज हम आपको राधा कृष्ण के इसी प्रेम भरे रिश्ते से वाकिफ कराएंगे। राधे-श्याम शब्द अटूट प्रेम का प्रतिक माना जाता है। आप राधे-श्याम के प्रेम कहानी के बारे में जरुर जानते होंगे। लेकिन शायद आपको ये मालूम नहीं होगा कि राधा जी की मृत्यु कैसे हुई थी और उनकी प्रेम कहानी क्यों अधूरी रह गई थी? कई लोग मानते हैं कि राधा सिर्फ एक काल्पनिक पात्र थीं। इस बात का सबसे बड़ा कारण ये है कि भागवत में सिर्फ दशम स्कंद में सिर्फ एक जगह राधा के बारे में बताया गया है। अलग-अलग धर्म ग्रंथों में राधा और कृष्ण की गोपियों का अलग अलग वर्णन किया गया है। एक जगह इस बात का जिक्र है कि कृष्ण की 64 कलाओं को ही गोपियां माना गया है और राधा उनकी महाशक्ति थी, जिसे स्त्री रुप माना गया है। कृष्ण ने जब वृंदावन छोड़ा तो वो राधा से ये वादा करके गए थे कि वो उनसे मिलने वापस आएंगे। लेकिन कृष्ण वापस नहीं आए और रुकमणी से शादी कर ली। रुकमणी को लक्ष्मी का रूप माना गया है और वो कृष्ण से मिले बिना ही उन्हें अपना पति मानती थीं। लगभग सभी धर्म ग्रंथों में कृष्ण के वृंदावन छोड़ने के बाद से ही राधा का वर्णन बहुत कम किय...

75+ Radha Krishna Love Quotes in Hindi

Radha Krishna Love Quotes in Hindi : दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से Radha Krishna Love Quotes in Hindi लाये हैं जो भी लोग Radha Krishna Quotes in Hindi ढूंड रहे थे खास उनको यह राधा कृष्ण कोट्स हिंदी बहुत पसंद आने वाला है । जैसे की आप सभी लोग जानते हैं की जब कभी भी अमर प्रेम की दास्ताँ का जिक्र हुआ है राधा कृष्ण की प्रेम कहानी सदियों से चर्चा में रही हैं। हिन्दू धर्म में सच्चे प्रेम की कहानी का उदाहरण राधा कृष्ण का मिलना और फिर बिछड़ जाना हमेसा चर्चा में रही हैं । इसी लिए हम लाये हैं Radha Krishna Love Quotes in Hindi जो आपको राधा कृष्ण की प्रेम कहानी से झुड़े हैं । Radha Krishna Quotes Hindi यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता ! राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है ! Radha Krishna Love Quotes प्यार तो हमारा राधा कृष्णा के जैसा ही होगा, चाहे हम एक दूसरे की किस्मत में न हो !! एक तरफ साँवले कृष्ण दूसरी तरफ राधिका गोरी, जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद चकोरी !! प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती है, राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती है ! राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था। श्याम की बंसी जब भी बजी है, राधा के मन में प्रीत जगी है !! कन्हैया बस तेरी रहमतपर नाज करते हैं, इन आंखो को जब तेरा दीदार हो जाता हैं, मेरा तो हर दिन सांवरे त्योहार हो जाता है ! प्रेम पूरा हो तो श्री राम जैसा हो, और अधूरा हो तो राधे श्याम जैसा हो ! कन्हैया को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पूरे खत में सिर्फ कान्हा का ही नाम लिखा ! मटकी तोड़े माखन खाए फिर भी सबके मन को भाये ! राधा के व...

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Radha Krishna Love

Radha Krishna Love - मित्रो भगवान कृष्ण को प्रेम का अवतार कहते है क्योंकि उन्होंने जो प्रेम किया है वो शायद ही किसी अवतार में किया होगा | भगवान कृष्ण की जो लीलाएं है वो बहुत ही मनहरण है | देवता लोग भी भगवान की लीलाओं को देखने के उत्सुक रहते है | भगवान कृष्ण की ई लीलाएं है जैसे , माखन चोरी लीला , गऊ चारण लीला , ग्वाल बाल लीला , उखल लीला , पनघट लीला , रास लीला अदि . इस पोस्ट में मैंने आपको भगवान कृष्ण की श्री राधा रानी के साथ लीला की गई है उसका वर्णन किया है . उम्मीद है आपको अवश्य अवश्य आएगी |

राधा आणि कृष्ण यांच्या “अलौकिक” प्रेमकथेचा शेवट कसा झाला? – InMarathi

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राधा कृष्ण

अनुक्रम • 1 नाम • 2 शक्ति और शक्तिमान • 3 दर्शन • 4 परम्पराएं • 4.1 बिश्नुप्रिया मणिपुरी वैष्णव • 4.2 भागवत • 4.3 गौड़ीय वैष्णव • 5 निम्बार्क सम्प्रदाय • 5.1 स्वामीनारायण संप्रदाय • 5.2 वल्लभ सम्प्रदाय • 5.3 हिंदू धर्म के बाहर • 6 मंदिर • 7 लोकप्रिय गीत और प्रार्थनाएं • 8 इन्हें भी देखें • 9 पाद-टिप्पणियां • 10 सन्दर्भ • 11 अतिरिक्त पठन • 12 लिंक नाम [ ] राधाकृष्ण को दो भागों में तोड़ा जा सकता है - शक्ति और शक्तिमान [ ] शक्ति और शक्तिमान की आम व्युत्पत्ति अर्थात भगवान में स्त्री और पुरुष सिद्धांत का अर्थ है कि शक्ति और शक्तिमान एक ही हैं। स्वयं भगवान के रूप में की जाती है और उनकी दर्शन [ ] वैष्णव दृष्टिकोण से दैवीय स्त्री ऊर्जा ( शक्ति) के एक दिव्य स्रोत को प्रतिबिंबित करती है। जैसे " शक्तियों का मूल स्रोत हैं अथवा दैवीय ऊर्जा का स्त्री रूप हैं। परंपरा के अनुसार, आराधना को समझने के लिए विभिन्न व्याख्याओं में एक निजवादी समान मूल है। विशेष रूप से चैतन्य गौड़ीय वैष्णव सिद्धांत और मिशन गहरे रूप से "निजवादी" (आत्मनिष्ठवादी) है, जो कृष्ण की सर्वोच्चता, राधा-कृष्ण के रूप में चैतन्य की पहचान, स्व की वास्तविकता और नित्यता और सर्वप्रथम और महत्वपूर्ण रूप से एक व्यक्ति के रूप में एकमात्र सत्य और ईश्वर तक पहुंचने की घोषणा करता है। जीव गोस्वामी ने अपने प्रीति सन्दर्भ में कहा है कि प्रत्येक गोपी भिन्न स्तर के मनोभाव की तीव्रता को व्यक्त करती है, जिसमें से अपने प्रसिद्ध संवादों में रामानंद राय चैतन्य के लिए राधा को वर्णित करते हैं और अन्य पंक्तियों के बीच चैतन्य चरितामृत एक छंद को उद्धृत करते हैं, जिसके बाद वे वृन्दावन के प्राचीन समय में इस ब्रह्मविद्या का केंद्र बिंदु रस शब्द से संबंधित ...

Radha Krishna Story: भगवान कृष्ण और राधा ने एक दूसरे से क्यों नहीं की थी शादी? ये थी वजह

श्रीकृष्ण राधा का प्रेम- त्याग, समर्पण और अटूट विश्वास का प्रतीक है. यशोदा के भाई से राधा का विवाह हुआ था, जिस वजह से राधा रिश्ते में श्रीकृष्ण की मामी लगने लगी थीं. भगवान श्रीकृष्ण की रास लीलाओं से भला कौन वाकिफ नहीं होगा. बचपन से ही हम श्रीकृष्ण से जुड़ी कई कहानियां-कथाएं सुनते आए हैं. इसी तरह श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम की दास्तां भी बड़े-बुजुर्गाें, टेलीविजन शो में देखते-सुनते आए हैं. श्रीकृष्ण राधा का प्रेम- त्याग, समर्पण और अटूट विश्वास का प्रतीक है, लेकिन क्या आप जानते हैं असीम प्रेम होने के बाद भी श्रीकृष्ण और राधा ने शादी क्यों नहीं की? इसके पीछे कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं. पंडित इंद्रमणि घनस्याल आज इन कथाओं को बता रहे हैं. इसलिए शादी के बंधन में नहीं बंधे राधा-कृष्ण ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, यशोदा के भाई रायान गोपा से राधा का विवाह हुआ था, जिस वजह से राधा रिश्ते में श्रीकृष्ण की मामी लगने लगी थीं. कहा जाता है इस वजह से उनकी शादी नहीं हो सकी. श्रीकृष्ण के रुक्मणी से विवाह के पीछे एक वजह ये भी बताई जाती है कि उन्होंने रुक्मणी को ही राधा का स्वरूप मान लिया था. यह भी पढ़ेंः यह भी पढ़ेंः एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, वृंदावन छोड़ते वक्त श्रीकष्ण ने राधा से वापस लौटकर आने का वादा किया था. जब श्रीकृष्ण लौटकर आए तो उनकी मुलाकात रुक्मणी से हुई थी. रुक्मणी ने अंतर्मन में श्रीकृष्ण जी को अपना पति मान लिया था. तब श्रीकृष्ण जी ने रुक्मणी से विवाह कर लिया. कहा जाता है कि बालपन में जब श्रीकृष्ण और राधा की मुलाकात हुई थी, तब उन्हें प्रेम का आभास हो गया था. लेकिन राधा श्रीकृष्ण की उम्र से 11 महीने बड़ी थी. दोनों के बीच आध्यात्मिक प्रेम था, इसलिए दोनों शादी के बंधन में नहीं बंधे. ...