Rohini nakshatra kab hai

  1. Nautapa 2023: Kab Se Shuru Hoga Nautapa, Start And End Date Of Nautapa, Surya Gochar In Rohini Nakshatra
  2. Surya Rohini Nakshatra: नौतपा के बाद कल रोहिणी नक्षत्र से बाहर आएंगे सूर्य, दैहिक से लेकर दैविक और भौतिक सुखों के लिए करें ये उपाय
  3. Rohini Nakshatra Astrology Predictions
  4. Rohini Nakshatra 2023: Rohini Nakshatra In Guru Pushya Yog From 25 May To 8 June, Rohini Nakshatra Kya Hota Hai


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Nautapa 2023: Kab Se Shuru Hoga Nautapa, Start And End Date Of Nautapa, Surya Gochar In Rohini Nakshatra

Nautapa 2023: ग्रहों के राशि परिवर्तन और नक्षत्र परिवर्तन का ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व होता है. मई माह में सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश हो रहा है. इस नक्षत्र में सूर्य देव (Surya Dev) के प्रवेश होने पर ही नौतपा लग जाता है. नौतपा के दिनों में माना जाता है कि भीषण गर्मी पड़ती है. नौतपा की शुरूआत ज्येष्ठ माह में तब होती है जब सूर्य चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर जाते हैं. नौतपा धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. कब लगेगा नौतपा आने वाली 25 मई, गुरुवार से नौतपा की शुरूआत हो रही है और इसका अंत 8 मई से होगा. नौतपा के दिनों में सूर्य रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) में ही विराजमान रहेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण रोहिणी नक्षत्र के स्वामी होते हैं और शीतलता के कारक ग्रह कहे जाते हैं. रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से वातावरण अत्यधिक प्रभावित होता है जिस चलते तापमान में वृद्धि होती है और सूर्य की किरणें सीधा धरती पर पड़ती है. इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होती है. मैदानी इलाकों में गर्माहट अत्यधिक होती है और इस दौरान तटीय क्षेत्रों में बारिश की संभावना बढ़ जाती है. नौतपा में सूर्य देव की पूजा नौतपा के दौरान भयंकर गर्मी से बचने के लिए भक्त सूर्य देव की उपासना करते हैं. इस समय में सूर्य देव की पूजा करने पर उनकी कृपा भक्तों को मिलती है. रोज सुबह सूर्यास्त के समय सूर्य देव को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है. इसके साथ ही, चंद्र देव (Chandra Dev) की पूजा, आराधना और उन्हें अर्घ्य देना लाभकारी होता है. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) Cannes संपन्न, Aishwarya-Aara...

Surya Rohini Nakshatra: नौतपा के बाद कल रोहिणी नक्षत्र से बाहर आएंगे सूर्य, दैहिक से लेकर दैविक और भौतिक सुखों के लिए करें ये उपाय

डीएनए हिंदीः सूर्य के रोहिणी नक्षत्र (Surya In Rohini Nakshatra) में होने पर नौतपा होता है. बीते 25 मई 2023 को नौतपा शुरू हुआ था जिसका 2 जून 2023 को समापन हो गया. नौतपा (Nautapa 2023) के 9 दिनों सूर्य की सीधी किरणें धरती पर पड़ती है. इन 9 दिनों तापमान बहुत ही अधिक रहता है. नौतपा (Nautapa 2023) अब समाप्त हो गया है नौतपा के दिन काफी गर्म थे हालांकि सूर्य रोहिणी नक्षत्र (Surya In Rohini Nakshatra) से कल यानी 8 जून 2023 को बाहर आएगा. सूर्य 8 जून 2023 सुबह 06 बजकर 40 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र (Surya In Rohini Nakshatra) से बाहर आएंगे. जब तक सूर्य रोहिणी नक्षत्र (Surya In Rohini Nakshatra) से बाहर नहीं आते है तो गर्मी की तपिश अधिक बनी रहती है. ऐसे में आज कल का दिन बहुत ही गर्म होने वाला है. आप इस दौरान गर्मी से राहत के लिए यानी दैहिक सुखों और दैविक सुखों के लिए कई उपाय कर सकते हैं. तो चलिए आपको इन उपायों के बारे में बताते हैं. दैहिक सुख के लिए उपाय गर्मी से बचने के लिए इस दौरान किसी भी प्रकार की यात्रा से बचना चाहिए. ऐसे में आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है. इस दौरान आपको तेल, मसाला, गर्म खाने का कम सेवन करना चाहिए. मासांहार से परहेज करना चाहिए. जितना हो सके जल का सेवन करें. पानी की अधिक मात्रा आपको ठंडा रखती है. दैविक और भौतिक सुख के लिए उपाय गर्मियों में जरूरतमंद लोगों को फल, पंखा, पानी आदि का दान करना चाहिए. गर्मी से राहत दिलाने वाली चीजों का दान करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलते हैं. इन दिनों जल दान के साथ पेड़ लगाने और पेड़ों को पानी देने से भी लाभ मिलता है. आपको दैविक सुखों की प्राप्ति के लिए इन सभी चीजों का दान करना चाहिए.

Rohini Nakshatra Astrology Predictions

Nakshatra – Rohini Governed by ‘Prajapati Brahma’ and driven by the planetary impact of the Moon, general attributes involving Rohini nakshatra incorporate the essence of fertility, conception, growth and development. The profoundly productive birth star signifies the pith of characteristic development, sustenance and development. Redness related to this birth star draws out its overall qualities of energetic warmth and power. Find Your Rashi and Nakshatra Online – Free To Find Out Your Rashi Nakshatra, Enter your Birth Details in Online Nakshatra Finder / Calculator to Get Your FREE Nakshatra / Birth Star Report Rohini Nakshatra Astrology Rohini is found altogether inside the star grouping of Taurus zodiac signs from 40°00′ to 53°20′. In the night sky, it is composed of the bright star known as Aldebaran (Alpha-Tauri). The name Rohini interprets to “The Reddish One” which implies the energetic and bountiful warmth of this star. An ox cart’s image reflects business, fruitfulness, and the capacity to convey merchandise or thoughts. Brahma, the God of Creation, is the decision divinity who gives Rohini an imaginative and materialistic nature. Individuals brought into the world under Rohini Nakshatra have incredible allure and utilize their appeal to stand out enough to be noticed by others. This star’s ripe idea helps those brought into the world under Rohini to accomplish their objectives as they can communicate contemplations and emerge manifestations. Rohini Nakshatra Mal...

Rohini Nakshatra 2023: Rohini Nakshatra In Guru Pushya Yog From 25 May To 8 June, Rohini Nakshatra Kya Hota Hai

Rohini Nakshatra 2023: रोहिणी नक्षत्र को सबसे महत्वपूर्ण नक्षत्रों में गिना जाता है. इस नक्षत्र में ही नौतपा भी लगता है. कहते हैं नौतपा तब लगता है जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं और मौसम में बदलाव शुरू हो जाते हैं जिनमें कुछ हिस्से तपते हैं तो कुछ में वर्षा के आसार माने जाते हैं. इसी चलते सूर्य देव के रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) में प्रवेश करने पर वातावरण में अत्यधिक परिवर्तन देखने को मिलते हैं. इस नक्षत्र का जातक के जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है. कहा जाता है कि सत्य में वृद्धि और सर्वोच्च विकास का प्रतीक होता है रोहिणी नक्षत्र. पंचांग के अनुसार 25 जनवरी की रात से रोहिणी नक्षत्र की शुरूआत हो रही है. रोहिणी नक्षत्र की शुरूआत रोहिणी नक्षत्र गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yog) में रोहिणी नक्षत्र में सूर्य देव के प्रवेश से शुरू हो जाएगा. 25 मई की रात से प्रारंभ होने वाला रोहिणी नक्षत्र 14 दिनों तक रहने वाला है और इसकी समाप्ति इस चलते 8 जून के दिन होगी. रोहिणी नक्षत्र के शुरू होने का सटीक समय 25 मई, बृहस्पतिवार की रात 1 बजकर 16 मिनट बताया जा रहा है, वहीं इसकी समाप्ति 8 जून, बृहस्पतिवार के दिन सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर हो जाएगी. सूर्य देव (Surya Dev) का गुरु पुष्य योग में रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करना बेहद शुभ माना जाता है. रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से जमकर बारिश के आसार भी बताए जा रहे हैं. मान्यतानुसार रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश के साथ ही बारिश शुरू होने लगती है. इससे मौसम सुहावना बना रहता है. खासतौर से किसानों के लिए यह समय अच्छा रहता है क्योंकि बुआई और जुताई में सहायता मिल जाती है. इससे अलग, रोहिणी नक्षत्र में धान के बीज रोपना भी फायदेमंद साबित ...