सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते हैं

  1. सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते हैं ?
  2. सामाजिक स्तर से आप क्या समझते हैं?
  3. प्रश्न 23. सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते हैं ? उत्तर
  4. [Solved] वे सामाजिक अंतर जो गहन सामाजिक अंतर की संभावन�
  5. NCERT Solutions for Class 12 Sociology Chapter 1 (Hindi Medium)
  6. [Solved] निम्नलिखित में से कौन से कारक सामाजिक विभाजन �
  7. BA 1st Year Sociology Important Questions 2023 In Hindi


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सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- विविधता विकासशील समाजों की विशेषता है। एक देश या क्षेत्र में निवास करने वाले जाति, धर्म, सम्प्रदाय के लोगों के बीच, जो विभिन्नताएँ होती हैं, वे सामाजिक विभेद कहलाती है। परन्तु धन, रंग, क्षेत्र का विभेद सामाजिक विभाजन का रूप ल लता है। भारत में सवर्ण और दलित, गोरे-काले या गरीब-अमीर का विभेद सामाजिक विभेद है।

सामाजिक स्तर से आप क्या समझते हैं?

Table of Contents Show • • • • • सामाजिक स्तरीकरण का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and Definition of Social Stratification) • सामाजिक स्तरीकरण की विशेषताएँ (Characteristics of Social Stratification) • सामाजिक स्तरीकरण के प्रमुख आधार (Main Bases of Social Stratification) • सामाजिक स्तरीकरण का महत्त्व (Importance of Social Stratification) • शिक्षा और सामाजिक स्तरीकरण में सम्बन्ध (Relationship between Education and Social Startification) सामाजिक स्तरीकरण का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and Definition of Social Stratification) सामाजिक स्तरीकरण का अर्थ समाज का विभिन्न स्तरों में विभाजन है। स्तरीकरण ‘स्तर’ शब्द से बना है, जिसका अर्थ व्यक्तियों का समूह है। समाज के विभिन्न स्तर ऊँच-नीच के आधार पर एक-दूसरे से अलग होते हैं। इन्हीं को सामाजिक स्तरीकरण कहा जाता है। यह व्यवस्था किसी एक समाज तक ही सीमित नहीं है, अपितु विश्व के सभी देशों में पायी जाती है। दूसरे शब्दों में सामाजिक संस्तरण या स्तरीकरण वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा समाज को विभिन्न स्तरों में विभक्त किया जाता है। कतिपय विद्वानों ने सामाजिक स्तरीकरण को निम्न शब्दों में परिभाषित किया है- 1. जिसबर्ट (Gisbert) के अनुसार, “समाज की उच्चता एवं अधीनता के सम्बन्धों में पारस्परिक रूप से सम्बन्धित स्थायी समूहों अथवा श्रेणियों में विभाजन सामाजिक स्तरीकरण है।” 2. मूरे (Murray) के अनुसार, “सामाजिक स्तरीकरण समाज का उच्च तथा निम्न सामाजिक इकाइयों में किया गया समतल विभाजन है।” 3. ऑगबर्न एवं निमकॉफ (Ogburn and Nimkoff) के अनुसार, “वह प्रक्रिया जिसके द्वारा व्यक्तियों एवं समूहों को थोड़े-बहुत स्थायी प्रस्थितियों के उच्चता और निम्नता के क्रम में श्रेण...

प्रश्न 23. सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते हैं ? उत्तर

प्रश्न 23. सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते हैं ? उत्तर-सामाजिक विभाजन-सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अंतर दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े हो जाते fै। सवर्णों और दलितों का अंतर एक सामाजिक विभाजन है, क्योंकि दलित सूपर्ण देश में आमतौर पर गरीब, वंचित एवं बेघर है और भेदभाव के शिकार है जबकि सवर्ण आमतौर पर सम्पन्न एवं सुविधा युक्त है। अर्थात् दलितों हो महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के हैं। अतः हम कह सकते है कि जब एक तरह का सामाजिक अंतर अन्य अंतरों से ज्यादा महत्वपूर्ण क्न जाता है और लोगों को यह महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के है तो इससे सामाजिक विभाजन की स्थिति पैदा होती है। अमेरिका में खेत एवं अश्वेत का अंतर सामाजिक विभाजन है। प्रश्न 23. सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते हैं ? उत्तर-सामाजिक विभाजन-सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अंतर दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े हो जाते fै। सवर्णों और दलितों का अंतर एक सामाजिक विभाजन है, क्योंकि दलित सूपर्ण देश में आमतौर पर गरीब, वंचित एवं बेघर है और भेदभाव के शिकार है जबकि सवर्ण आमतौर पर सम्पन्न एवं सुविधा युक्त है। अर्थात् दलितों हो महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के हैं। अतः हम कह सकते है कि जब एक तरह का सामाजिक अंतर अन्य अंतरों से ज्यादा महत्वपूर्ण क्न जाता है और लोगों को यह महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के है तो इससे सामाजिक विभाजन की स्थिति पैदा होती है। अमेरिका में खेत एवं अश्वेत का अंतर सामाजिक विभाजन है। Updated On Jan 7, 2023 Topic All topics Subject Mental ability Class Class 10 Answer Type Video solution: 1 Upvotes 84 Avg. Video Duration 26 min

[Solved] वे सामाजिक अंतर जो गहन सामाजिक अंतर की संभावन�

वे सामाजिक अंतर जो गहरे सामाजिक अंतर की संभावनाएं पैदा करते हैं, अतिव्यापी अंतर कहलाते हैं। अतिव्यापी अंतर: • अतिव्यापी अंतर तब होता है जब कुछ सामाजिक अंतर अन्य अंतरों को ओवरलैप करते हैं। • जब एक तरह का सामाजिक अंतर दूसरे से ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है और लोगों को लगने लगता है कि वे अलग-अलग समुदायों से हैं। • वे सामाजिक अंतर जो अन्य सामाजिक अंतरों को ओवरलैप करते हैं, अतिव्यापी अंतर कहलाते हैं। • यह कई सामाजिक अंतरों का एक संयोजन है जिसमें एक सामाजिक अंतर दूसरे सामाजिक अंतर का कारण बनता है। • एक विशेष सामाजिक अंतर अन्य मतभेदों की तुलना में अधिक शक्तिशाली हो जाता है, इससे लोग एक समूह से अधिक जुड़ाव महसूस कर सकते हैं और अन्य समूहों के प्रति अलग-थलग महसूस कर सकते हैं • उदाहरण के लिए, गोरे और काले व्यक्तियों (त्वचा का रंग) के बीच का अंतर अमेरिका में एक सामाजिक विभाजन बन गया क्योंकि काले लोग आमतौर पर गरीब, बेघर और बेरोजगार थे। • इसी तरह, भारत में, दलितों (निम्न जाति) को आमतौर पर उच्च जातियों द्वारा अनदेखा किया जाता है और वे गरीब, बेघर, भूमिहीन आदि होते हैं। • इस प्रकार, आम तौर पर, लोग समझते हैं कि वे एक विशेष जाति, समुदाय, भाषा से संबंधित हैं और समाज में दूसरों से अलग हैं और इस प्रकार उनके और दूसरों के बीच एक अंतर पैदा होता है जिससे आर्थिक अंतर होता है। विविधता: विविधता मानव मतभेदों की सीमा है, जिसमें नस्ल, जातीयता, लिंग, लिंग पहचान, यौन अभिविन्यास, आयु, सामाजिक वर्ग, शारीरिक क्षमता या गुण, धार्मिक या नैतिक मूल्य प्रणाली, राष्ट्रीय मूल और राजनीतिक विश्वास शामिल हैं, लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं है। क्रॉसकटिंग अंतर: • क्रॉस-कटिंग सामाजिक अंतर वे सामाजिक अंतर हैं जिनमें एक सामाजिक ...

NCERT Solutions for Class 12 Sociology Chapter 1 (Hindi Medium)

प्र०1. भारत के राष्ट्रीय एकीकरण की मुख्य समस्याएँ क्या हैं? उत्तर- भारत की मुख्य समस्याएँ हैं-भाषागत पहचान, क्षेत्रीयतावाद, पृथक राज्य की माँग तथा आंतकवाद। ये सभी भारत के एकीकरण में बाधा उत्पन्न करते हैं। इन समस्याओं के कारण अकसर हड्तालें, दंगे तथा परस्पर झगड़े होते रहते हैं। इन्हीं कारणों के चलते भारतीय एकता और अखंडता पर खतरा उत्पन्न होता है। प्र० 2. अन्य विषयों की तुलना में समाजशास्त्र एक भिन्न विषय क्यों है? उत्तर- समाजशास्त्र एक ऐसा विषय है, जिसके द्वारा कोई समाज के बारे में कुछ जानता है। अन्य विषयों की शिक्षा हमें घर, विद्यालय या अन्य स्थानों पर निर्देशों के द्वारा प्राप्त होती है, किंतु समाज के बारे में हमारा अधिकतर ज्ञान बिना किसी सुस्पष्ट शिक्षा के अर्जित होता है। समय के साथ बढ़ने वाला यह एक अभिन्न अंग की तरह है, जो स्वाभाविक तथा स्वतः स्फूर्त तरीके से प्राप्त होता है। प्र० 3. समाज के आधारभूत कार्य क्या हैं? उत्तर- समाजशास्त्रियों तथा सामाजिक मानवविज्ञानियों ने शब्द ‘Function’ (कार्य) को जीवविज्ञान से लिया है, जहाँ इसका प्रयोग कुछ निश्चित जैविक प्रक्रियाओं के लिए शारीरिक रचना के रख-रखाव हेतु किया जाता था। किसी भी समाज की निरंतरता तथा अस्तित्व को बनाए रखने के लिए निम्नलिखित कार्य आवश्यक हैं (i) सदस्यों की नियुक्ति (ii) विशेषज्ञता (iii) सेवाओं का उत्पादन तथा वितरण एवं (iv) आदेश का पालन प्र० 4. सामाजिक संरचना से आप क्या समझते हैं? उत्तर- एक समाज में शामिल होते हैं (i) महिला तथा पुरुष, वयस्क तथा बच्चे, विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक तथा धार्मिक समूह इत्यादि। (ii) माता-पिता, बच्चों तथा विभिन्न समूहों के बीच अंतर्सबंध। (iii) अंत में, समाज के सभी अंग मिलते हैं तथा व्यवस्था ...

[Solved] निम्नलिखित में से कौन से कारक सामाजिक विभाजन �

सही उत्तर उपर्युक्तसभी है। Key Points सामाजिक विभाजन तब होता है जब सामाजिक अंतर अन्य अंतरों के साथ ओवरलैप होता है। सामाजिक विभाजन की राजनीति के परिणाम ज्यादातर तीन कारकों से प्रभावित होते हैं: • लोगों में अपनी पहचान के प्रति आग्रह की भावना: • लोग खुद को विशिष्टऔर अलग मानने लगतेहैं। • यदि लोग खुद को विशिष्टमानते हैं और अपनी पहचान की विशेष स्वीकृति की मांग करते हैं तो सामाजिक विभाजन को समायोजित करना मुश्किल हो जाता है। • यदि लोग अपनी पहचान को राष्ट्र के एक हिस्से के रूप में समझते हैं तो देश में एक अलग जाति, धर्म और परंपरा से संबंधित लोग शांति से रह सकते हैं। • राजनीतिक नेता एक विशेष समुदाय की मांग को उठाते हैं: • संवैधानिक ढांचे के भीतर जो मांगें हैं, उन्हें समायोजित करना आसान है। • मांग को दूसरे समुदाय को नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं करना चाहिए। • विभिन्न समूहों की मांग पर सरकार की प्रतिक्रिया: • यदि सरकार दोनों प्रमुखों के साथ-साथ अल्पसंख्यक सामाजिक समूहों को भी समान प्रतिनिधित्व देती है तो सामाजिक विभाजन को कम से कम किया जा सकता है।

BA 1st Year Sociology Important Questions 2023 In Hindi

BA 1st Year Sociology Important Questions 2023 in Hindi के लिए जितने भी महत्वपूर्ण प्रश्न आपके आने वाले एग्जाम में पूछे जाएंगे आज आप इसके बारे में जान जाएंगे । इस पोस्ट को पढ़ कर आपको काफी कुछ अनुभव हो जाएगा जिसका फायदा आप अपने एग्जाम में उठा सकते हैं । इस पोस्ट में आपको ये भी पता चल जाएगा की आप कहाँ से आप इसकी तैयारी अच्छे से कर पाएंगे । Samajshastra ba 1st year Important Questions ( BA 1st Year Sociology ) 1. समाजशास्त्र को परिभाषित कीजिए तथा इसके विषयक्षेत्र की विवेचना कीजिए – अथवा समाजशास्त्र को परिभाषित कीजिए एवं इसके प्रकृति और विषयवस्तु की विवेचना कीजिए – यह BA 1st Year Sociology यानी कि समाजशास्त्र का पहला और सबसे आसान प्रश्नों में से एक है। आपको किसी भी प्रश्न का उत्तर सही से पता हो या ना हो। इस प्रश्न के बारे में आपको अच्छे से पूरे डिटेल में जानकारी होनी चाहिए। जैसा कि आप इस प्रशन में देख रहे हैं कि इसमें आपके समाजशास्त्र की परिभाषा पूछा गया है और इसके विषय क्षेत्र के बारे में पूछा गया है लेकिन कभी-कभी आपसे इसमें समाजशास्त्र की प्रकृति और विशेषताओं के बारे में भी पूछी जाती है जिसका अध्ययन भी आपको इसी टॉपिक के अंतर्गत कर लेना है। 2. सामाजिक स्तरीकरण के बारे में आप क्या जानते हैं ? समाज में इसके महत्व की चर्चा करें – अथवा सामाजिक स्तरीकरण से आप क्या समझते हैं ? इसके आधारों का उल्लेख कीजिए – इस प्रश्न में आप देखेंगे कि आपसे पहले सामाजिक स्तरीकरण के बारे में पूछा है और अथवा में आपसे सामाजिक स्तरीकरण के आधार के बारे में पूछा गया है। आपको पहले सामाजिक स्तरीकरण का अर्थ, परिभाषा, विशेषता, जो कि बिल्कुल आसान है पता होना चाहिए। इसके बाद इसमें कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट आता है, आध...