Shiv ji ki aarti likhi hui

  1. शिव जी के भजन लिरिक्स
  2. Hindu Aartis
  3. श्री शिवजी की आरती (Shree Shiv aarthi)
  4. Shivji Ki Aarti Lyrics
  5. गणेश जी की आरती Ganesh Ji Ki Aarti Likhi Hui
  6. Shiv Aarti Lyrics In Hindi Om Jai Shiv Omkara Shankar Ji Ki Aarti


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शिव जी के भजन लिरिक्स

• आ लौट के आजा भोलेनाथ लिरिक्स • मेरा भोला है भंडारी करे नंदी की सवारी लिरिक्स • हे भोळ्या शंकरा आवड तुला बेलाची लिरिक्स • हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ लिरिक्स • ये तेरा करम है भोले मेरी बात जो बनी है लिरिक्स • फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना लिरिक्स • सजा दो घर को गुलशन सा मेरे भोलेनाथ आये है लिरिक्स • नगर में जोगी आया भेद कोई समझ ना पाया लिरिक्स • शिवजी तेरे द्वार हम भी आयेंगे लिरिक्स • सांसो की माला पे सिमरु मै शिव का नाम लिरिक्स • डम डम डमरू बजाना होगा भोले मेरी कुटिया में आना होगा लिरिक्स • मेरे भोले से भोले बाबा लिरिक्स • भोलेनाथ का चेला लिरिक्स • भोले चेला बना लेना लिरिक्स • सिर पे विराजे गंगा की धार लिरिक्स • महादेवा - Mahadeva Hansraj Raghuwanshi • मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा लिरिक्स • शिव शंकर को जिसने पूजा लिरिक्स • ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने लिरिक्स • शिव शंकर औघड दानी बम भोला लिरिक्स • शिव कैलाशों के वासी शंकर संकट हरना लिरिक्स • भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे वो तो गौरा से प्यार कर बैठे लिरिक्स • क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा चाल कसुती चालै लिरिक्स • शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी लिरिक्स • ऐसा दरबार कहा ऐसा दातार कहा लिरिक्स • बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोले की लिरिक्स • मेरा भोला बोलै बम बम बम लिरिक्स • देवो में सबसे बड़े मेरे महादेव है लिरिक्स • भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा लिरिक्स • लेके गौराजी को साथ भोले भाले भोलेनाथ लिरिक्स • दानी बड़ा ये भोलेनाथ पूरी करे मन की मुराद लिरिक्स • मेरा भोला है भंडारी जटाधारी अमली लिरिक्स • कर दो बेडा पार मेरे उज्जैन के महाकाल लिरिक्स • आएंगे दर पे तो बता देंगे है लिरिक्स • मैं तेरे द्वार भोलेनाथ फिर से आई हु ...

Hindu Aartis

Josie Elias/Photodisc/Getty Images Om Jaye Jagdish Hare / Swami Jaye Jagdish Hare Bhagt Jano Ke Sankat / Khshan Mein Dur Kare ... Om Jaye Jagdish Hare || Jo Dhaywe Phal Pave / Dukh Vinshe Man Ka Sukh Sampati Ghar Aave / Kasht Mite Tan Ka ... Om Jaye Jagdish Hare || Maat-Pita Tum Mere / Sharan Gahun Kiskee Tum Bin Aur Na Duja / Aas Karun Jiskee ... Om Jaye Jagdish Hare || Tum Puran Parmatma / Tum Antaryami Par-Brahm Parmeshwar / Tum Sabke Swami ... Om Jaye Jagdish Hare || Tum Karuna Ke Saagar / Tum Palankarta Mein Moorakh Khal Kami, Mein Sewak Tum Swami Kripa Karo Bharta ... Om Jaye Jagdish Hare || Tum Ho Ek Agochar / Sabke Pran Pati Kis Vidhi Milun Dayamay / Tumko Mein Kumti ... Om Jaye Jagdish Hare || Deenbandhu Dukh Harta / Thakur Tum Mere Apne Hath Badao, Apni Sharan Lagao Dwar Para Tere ... Om Jaye Jagdish Hare || Vishay Vikaar Mitao / Paap Haro Deva Shradha Bhakti Barao / Santan Ki Sewa ... Om Jaye Jagdish Hare || Tan Man Dhan / Sab Hai Tera Tera Tujhko Arpan / Kya Lage Mera ... Om Jaye Jagdish Hare || Lord Shiva & Pravati. www.exoticindia.com Shri Shankar Ji Ki Aarti Om Jai Shiv Onkara, Hari Shiv Onkara, Brahma Vishnu Sadashiv Ardhangi Dhara. Ekanan Chaturanan Panchanan Raje, Hansanan Garudaasan Vrashivahan Saje. Do Bhuj Char Chaturbhuj Dus Bhuj Te Sohe, Teenon Roop Nirakhata Tribhuvan Jan Mohe. Akshmala Banmala Mundmala Dhari, Chandan Mragmad Sohe Bhale Shashi Dhari. Shvetambar Pitambar Baghambar Ange, Sankadik Brahmadik Bhootadik Sange. Kar Main Shreshth Kamandalu ...

श्री शिवजी की आरती (Shree Shiv aarthi)

Important information • Om Jaya Shiv Omkaraa is a Hindu religious song for the deity Shiva. Although the song is a Hindi language composition, it is widely sung by many Hindus within the Indian Diaspora, regardless of their native language. The prayer is sung by the entire congregation at the time of Aarti, a form of Hindu worship. Om Jaya Shiv Omkaraa , swami jaya Shiva Omkaara, Brahma Vishnu, sada shiva, ardhangi Dhara, Om Jaya Shiv Omkara. Ekanan Chaturanan Panchanan Rajai, Hansanan Garudasan Vrishvahan Sajai.Om Jaya Shiv Omkara. Dho Bhuj chaar chathur bhuj they sohe, Theeno roop nirakhtha Tribhuvan Man mohe, Om Jaya Shiv Omkara|| Aaksha maalaa, vana maalaa, roonda maalaa dharee | Chandan mruga madh sohe, bhaale shubha kaari, Om Jaya Shiv Omkara|| Swethaambhar, peethabhar, bhagambhar ange | Sanakadhika, Brahmadhika. Prethadhika sange, Om Jaya Shiv Omkara || Kar ke beech kamandal, Chakra, trishul darhtaa, Jaga kartha, jag hartha, Jag palan kartha, Om Jaya Shiv Omkara Brahma Vishnu Sada Shiva Janath aviveka | pranavaakshar mein shobhit ye teenon eka. Om Jaya Shiv Omkara॥ Triguna swamiji kee aarthi jo koi nar gaave | Kahath shivanand swami mana vanchith phal paave || Om Jaya Shiv Omkara

Shivji Ki Aarti Lyrics

S hivji ki aarti| Krishna Bhajan महादेव ( Mahadev ) के रूप में प्रसिद्ध भगवान शिव, दिव्य प्राणियों की हिंदू त्रिमूर्ति में से एक हैं। इसके अलावा, उत्साही लोग चंद्र पखवाड़े की त्रयोदशी तिथि (तेरहवें दिन) पर उपवास करते हैं और चंद्रमा (कृष्ण पक्ष) के लुप्त होने की अवधि के दौरान चतुर्दशी तिथि (चौदहवें दिन) पर मासिक शिवरात्रि व्रत रखते हैं। पूजा की जाती है, और प्रार्थना करते समय मंत्रों का पाठ किया जाता है। ( shivji ki aarti in hindi ) क्या अधिक है, देवत्व के लिए प्रशंसा का भुगतान करने के लिए अंततः एक आरती की जाती है। विचित्र रूप से, एक आरती एक अभिव्यंजक/मधुर संरचना है जो दिव्य प्राणियों/देवियों की शक्ति और उत्कृष्टता की प्रशंसा करती है। इस प्रकार, अंग्रेजी और हिंदी में शिव जी की आरती ओम जय शिव ओमकारा छंद और व्याख्या को पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें। ( shivji ki aarti lyrics ) shivji ki aarti, shivji ki aarti lyrics, shivji ki aarti in hindi, shivji ki aarti hindi mein, shivji ki aarti shiv ji ki aarti, shivji ki aarti likhi hui, shri shivji ki aarti, shivji ki aarti lyrics, shivji ki aarti lyrics in hindi, shivji ki aarti lyrics in english Shivji Ki Aarti Lyrics शिवजी की आरती लिरिक्स ॥ शिवजी की आरती॥ ॐ जय शिव ओंकारा , स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा , विष्णु , सदाशिव , अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी। त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे। सन...

गणेश जी की आरती Ganesh Ji Ki Aarti Likhi Hui

सभी देवों में गणेश जी की पूजा अग्रणी मानी जाती है। इनकी पूजा के बिना कोई भी पूजा-पाठ, हवन आदि संपूर्ण नहीं होती इसलिए गणेश जी की पूजा का विधान है। गणेश जी अपने भक्तों पर सदैव कृपा बरसाते हैं। यह जिन पर अपनी कृपा बरसाते हैं उन पर रिद्धि-सिद्धि भी प्रसन्न रहती हैं। अपने भक्तों को भक्ति का लाभ देकर उसे सुखी-संपन्न तथा निरोगी बनाते हैं। जो भक्त गणेश जी की निष्ठा पूर्वक वंदना करता है, उसे मनोवांछित वर प्राप्त होता है। प्रस्तुत लेख में आप गणेश जी की आरती पढ़ेंगे। Table of Contents • • • जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा (गणेश जी की आरती) जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे,मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा । लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ ‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी । कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ ganesh ji ki aarti likhi hui संबंधित लेख भी पढ़ें समापन गणेश जी भगवान शिव शंकर और मां गौरी के पुत्र हैं इन्हें विभिन्न नामों से जाना जाता है लंबोदर वक्रतुंड सिद्धिविनायक आदि प्रमुख है। यह अपने भक्तों पर अत्यंत भक्ति लुटाते हैं।...

Shiv Aarti Lyrics In Hindi Om Jai Shiv Omkara Shankar Ji Ki Aarti

शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव हिमालय की पहाड़ियों पर रहते हैं। पार्वती उनकी पत्नी हैं। गणेश और कार्तिक उनके बेटे हैं। शिव मोक्ष स्वरूप के प्रतीक हैं | शिव भी महान तपस्वी हैं, भोग और सुख के सभी रूपों से दूर हैं, ध्यान को पूर्ण सुख पाने के साधन के बजाय ध्यान पर केंद्रित करते हैं। वह शैव धर्म संप्रदाय, योगियों और ब्राह्मणों के संरक्षक और वेदों के रक्षक, पवित्र ग्रंथों के लिए सबसे महत्वपूर्ण हिंदू देवता हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को पूरे ब्रह्मांड का पिता माना जाता है। वह सभी देवताओं में सबसे दिव्य है। “महा देव”, या सबसे बड़े देवता के रूप में भी जाने जाता है, भगवान शिव की पूजा करने से समृद्धि, धन, स्वास्थ्य प्राप्त होता है और मन शांत होता है। भगवान शिव की आरती का बहुत ही महत्व होता है | माना जाता है भगवान शिव की आरती करने वाले व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी होती है और मन और घर में सुख शांति और समृद्धि का वातावरण बना रहता है | आर्थिक स्थिति एवं आकस्मिक समस्याओं के निवारण हेतु कराएं शिव का सहस्राचन : महामृत्युंजय मंदिर , वाराणसी शिव आरती : ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी। त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी। सुखकारी दुखहारी जगपालन कारी॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत ...