Shiv rudrashtakam lyrics in hindi

  1. Shivashtakam PDF In Hindi [Download]
  2. श्री शिव रूद्र अष्टकम
  3. श्री रुद्राष्टकम शिव भजन Shri Rudrashtakam Shiv Hindi Bhajan Lyrics – Bhakti Gaane
  4. Shiv Rudrashtakam Lyrics in Hindi
  5. Shri Rudrashtakam Lyrics:त्वरित फलदाई है 'श्री शिव रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ, जानिए इसका हिंदी अर्थ और महत्व
  6. [Lyrics & PDF] नमामि शमीशान निर्वाण रूपं स्तुति
  7. Rudrashtakam Stotram:इस तरह करें 'शिव रुद्राष्टकम' का पाठ, धन प्राप्ति के साथ शत्रुओं पर भी मिलेगी विजय
  8. Rudrashtakam Lyrics in Hindi


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Shivashtakam PDF In Hindi [Download]

नमस्कार 🙏 दोस्तो, इस पोस्ट में आप को shivashtakam pdf in hindi में download करने के लिए देने वाले है। यहां आप को शिवाष्टकम पीडीएफ के अलावा lyrics भी देने वाले है। वो भी हिन्दी अर्थ सहित अनुवाद किया हुआ है। दोस्तो आप को शिवाष्टकम के बारे में भी बताया गया है की शिवाष्टकम क्या है और इसके पाठ के बारे में भी बताया गया है। Shivashtakam Stotram / शिवाष्टकम् स्त्रोत इन हिन्दी शंकर जी को संहार का देवता कहा जाता है। shivashtakam pdf in hind यह शिवाष्टक आठ पदों में विभाजित है जिसकी स्तुति परंब्रह्म शिव की आराधन का एक उत्तम साधन है। शिव के इस स्तोत्र की महिमा स्वयं शंकराचार्य ने भी कही है। शास्त्रों के अनुसार शिव को प्रिय शिवाष्टकम (shivashtakam pdf in hindi) स्तोत्र का पाठ और श्रवण मनुष्य को हर बुरी परिस्थितियों से शीघ्र ही मुक्ति दिलाता है। सावन के महीने में शिव की इस स्तुति का सस्वर पाठ भाग्यहीन व्यक्ति को भी सौभाग्यशाली बनाता है।इस स्त्रोत का पाठ करने से शिव जी की असीम महिमा हम पर बरसती है। यह एक चमत्कारीक स्त्रोत है जिसे भोले बाबा तो प्रसन्न होते ही है। साथ ही इस से बागड़े हुए काम भी बन जाते है। इस स्त्रोत के पाठ शिव रात्रि या वसंत पंचमी के दिन आती शुभ मानते है। शिव जी की अगर कोई श्रद्धा पूर्वक भक्ति करता है तो शिव जी बहुत ही जल्दी प्रसन्न हो जाता है। इसी कारण से भोलेबाबा को आशुतोष भी कहां जाता है। वैसे तो भोले बाबा के कई सारे प्रथनाए है और कई सारे स्त्रोत भी है। पर Shivashtakam PDF In Hindi / शिवाष्टकम स्त्रोत पीडीएफ इन हिंदी Download Here इस पोस्ट में आप को shivashtakam pdf in hindi में दिया जा रहा है, आप दिए गए लिंक के द्वारा इसको download कर सकते है। लिंक पर क्लिक करते ही आप ...

श्री शिव रूद्र अष्टकम

यजुर्वेद में बताये गये विधि से रुद्राभिषेक करना अत्यंत लाभप्रद माना गया हैं। लेकिन जो व्यक्ति इस पूर्ण विधि-विधान से पूजन को करने में असमर्थ हैं अथवा इस विधान से परिचित नहीं हैं वे लोग केवल भगवान सदाशिव के षडाक्षरी मंत्र- ॐ नम:शिवाय का जप करते हुए रुद्राभिषेक तथा शिव-पूजन कर सकते हैं, जो बिलकुल ही आसान है। भगवान शिव की महिमा का वर्णन हर कोई करता है और उनकी कृपा पाने के लिए बहुत ताप और जप करने होते है | भगवान शिव की पूजा करते है व्रत रखते है | आज हम भगवान शिव और रुद्री पथ के बारे में बात करेगे आखिर रुद्री पथ क्या है और इसका भगवान शिव से क्या सम्बन्ध है | रुद्र अर्थात भूतभावन शिव का अभिषेक। शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। रुद्राभिषेक का मतलब है भगवान रुद्र का अभिषेक यानि कि शिवलिंग पर रुद्रमंत्रों के द्वारा अभिषेक करना। यह पवित्र-स्नान भगवान मृत्युंजय शिव को कराया जाता है। अभिषेक को आजकल रुद्राभिषेक के रुप में ही ज्यादातर जाना जाता है। अभिषेक के कई प्रकार तथा रुप होते हैं। रुद्राभिषेक करना शिव आराधना का सर्वश्रेष्ठ तरीका माना गया है। शास्त्रों में भगवान शिव को जलधाराप्रिय माना जाता है। रुद्राभिषेक मंत्रों का वर्णन ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद में किया गया है। शिव और रुद्र परस्पर एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। शिव को ही रुद्र कहा जाता है क्योंकि- रुतम्-दु:खम्, द्रावयति-नाशयतीतिरुद्र: यानि की भोले सभी दु:खों को नष्ट कर देते हैं। हमारे धर्मग्रंथों के अनुसार हमारे द्वारा किए गए पाप ही हमारे दु:खों के कारण हैं। रुद्रार्चन और रुद्राभिषेक से हमारे पटक-से पातक कर्म भी जलकर भस्म हो जाते हैं और साधक में शिवत्व का उदय होता है तथा भगवान शिव का शुभाशीर्वाद भक्त को प्राप्त होता...

श्री रुद्राष्टकम शिव भजन Shri Rudrashtakam Shiv Hindi Bhajan Lyrics – Bhakti Gaane

Shri Rudrashtakam Shiv Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download Om Namah Shivaya Namaam-Iisham-Iishaana Nirvaanna-Ruupam Vibhum Vyaapakam Brahma-Veda-Svaruupam Nijam Nirgunnam Nirvikalpam Niriiham Cidaakaasham-Aakaasha-Vaasam Bhaje-[A]ham Namaam-Iisham-Iishaana Nirvaanna-Ruupam Vibhum Vyaapakam Brahma-Veda-Svaruupam Niraakaaram-Ongkara-Muulam Turiiyam Giraa-Jnyaana-Go-[A]tiitam-Iisham Giriisham Karaalam Mahaakaala-Kaalam Krpaalam Gunna-[A]agaara-Samsaara-Paaram Nato-[A]ham Namaam-Iisham-Iishaana Nirvaanna-Ruupam Vibhum Vyaapakam Brahma-Veda-Svaruupam Tussaara-Adri-Samkaasha-Gauram Gabhiram Mano-Bhuuta-Kotti-Prabhaa-Shrii Shariiram Sphuran-Mauli-Kallolinii Caaru-Ganggaa Lasad-Bhaala-Baale[a-I]ndu Kanntthe Bhujanggaa Calat-Kunnddalam Bhruu-Sunetram Vishaalam Prasanna-[A]ananam Niila-Kannttham Dayaalam Mrga-Adhiisha-Carma-Ambaram Munndda-Maalam Priyam Shangkaram Sarva-Naatham Bhajaami Namaam-Iisham-Iishaana Nirvaanna-Ruupam Vibhum Vyaapakam Brahma-Veda-Svaruupam Pracannddam Prakrssttam Pragalbham Pare[a-Ii]sham Akhannddam Ajam Bhaanu-Kotti-Prakaasham Tryah-Shuula-Nirmuulanam Shuula-Paannim Bhaje[a-A]ham Bhavaanii-Patim Bhaava-Gamya Namaam-Iisham-Iishaana Nirvaanna-Ruupam Vibhum Vyaapakam Brahma-Veda-Svaruupam Kalaatiita-Kalyaanna Kalpa-Anta-Kaarii Sadaa Sajjana-[A]ananda-Daataa Pura-Arii Cid-Aananda-Samdoha Moha-Apahaarii Prasiida Prasiida Prabho Manmatha-Arii Na Yaavad Umaa-Naatha-Paada-Aravindam Bhajanti-Iha Loke Pare Vaa Naraannaam Na Taavat-Sukham Shaanti Santaapa-Naasham P...

Shiv Rudrashtakam Lyrics in Hindi

Shiv Rudrashtakam Lyrics in Hindi - शिव रुद्राष्टकम स्तोत्रम नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम्। निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम्॥ निराकार मोंकार मूलं तुरीयं, गिराज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम्। करालं महाकाल कालं कृपालुं, गुणागार संसार पारं नतोऽहम्॥ तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं, मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरम्। स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारू गंगा, लसद्भाल बालेन्दु कण्ठे भुजंगा॥ चलत्कुण्डलं शुभ्र नेत्रं विशालं, प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम्। मृगाधीश चर्माम्बरं मुण्डमालं, प्रिय शंकरं सर्वनाथं भजामि॥ प्रचण्डं प्रकष्टं प्रगल्भं परेशं, अखण्डं अजं भानु कोटि प्रकाशम्। त्रयशूल निर्मूलनं शूल पाणिं, भजेऽहं भवानीपतिं भाव गम्यम्॥ कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी, सदा सच्चिनान्द दाता पुरारी। चिदानन्द सन्दोह मोहापहारी, प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी॥ न यावद् उमानाथ पादारविन्दं, भजन्तीह लोके परे वा नराणाम्। न तावद् सुखं शांति सन्ताप नाशं, प्रसीद प्रभो सर्वं भूताधि वासं॥ न जानामि योगं जपं नैव पूजा, न तोऽहम् सदा सर्वदा शम्भू तुभ्यम्। जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं, प्रभोपाहि आपन्नामामीश शम्भो॥ रूद्राष्टकं इदं प्रोक्तं विप्रेण हर्षोतये ये पठन्ति नरा भक्तयां तेषां शंभो प्रसीदति।। ॥ इति श्रीगोस्वामितुलसीदासकृतं श्रीरुद्राष्टकं सम्पूर्णम्॥ Shiv Rudrashtakam Lyrics Video Credit: Lyricist : Traditional, Singer : Song : Shiv Rudrashtakam . For more Info: Shiv Rudrashtakam Lyrics in Hindi - शिव रुद्राष्टकम स्तोत्रम. The Shiv Rudrashtakam is a Sanskrit devotional hymn dedicated to Hindu god Shiva. It is composed by Guru Adi Shankara and is a part of his Rudra Prasna. It is ...

Shri Rudrashtakam Lyrics:त्वरित फलदाई है 'श्री शिव रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ, जानिए इसका हिंदी अर्थ और महत्व

Shri Rudrashtakam Lyrics: त्वरित फलदाई है 'श्री शिव रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ, जानिए इसका हिंदी अर्थ और महत्व Shri Rudrashtakam Lyrics: सनातन धर्म में भगवान शिव शंकर को सभी देवों में सबसे उच्च स्थान प्राप्त है। माना जाता है कि शिव जी आसानी से प्रसन्न हो जाने वाले देवता हैं। यदि कोई भक्त श्रद्धा पूर्वक उन्हें केवल एक लोटा जल भी अर्पित कर दे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। यदि आप शिव जी की विशेष कृपा पाना चाहते हैं 'श्री शिव रूद्राष्टकम' का पाठ करना चाहिए। 'शिव रुद्राष्टकम' अपने-आप में अद्भुत स्तुति है। यदि कोई शत्रु आपको परेशान कर रहा है तो किसी शिव मंदिर या घर में ही कुशा के आसन पर बैठकर लगातार 7 दिनों तक सुबह शाम 'रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ करने से शिव जी बड़े से बड़े शत्रुओं का नाश पल भर में करते हैं और सदैव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। रामायण के अनुसार, मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम ने रावण जैसे भयंकर शत्रु पर विजय पाने के लिए रामेशवरम में शिवलिंग की स्थापना कर रूद्राष्टकम स्तुति का श्रद्धापूर्वक पाठ किया था और परिणाम स्वरूप शिव की कृपा से रावण का अंत भी हुआ था। यहां श्री शिव रूद्राष्टकम स्तुति और हिंदी अर्थ दिए जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप इसका पाठ कर सकते हैं.... निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम् ॥ निराकार मोंकार मूलं तुरीयं, गिराज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् । करालं महाकाल कालं कृपालुं, गुणागार संसार पारं नतोऽहम् ॥ तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं, मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरम् । स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारू गंगा, लसद्भाल बालेन्दु कण्ठे भुजंगा॥ चलत्कुण्डलं शुभ्र नेत्रं विशालं, प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् । मृगाधीश च...

[Lyrics & PDF] नमामि शमीशान निर्वाण रूपं स्तुति

Namami Shamishan Nirvan Roopam Lyrics in Hindi with PDF आज हम आपके लिए नमामि शमीशान निर्वाण रूपं लेकर आये है | रूपं के लिरिक्स नीचे दिए गये है आप वहां से रूपं को पढ़ सकते है | आप रूपं पढ़ने के अलावा रूपं को pdf format में भी डाउनलोड कर सकते है | PDF डाउनलोड करने का डायरेक्ट लिंक नीचे दिया गया है | नमामि शमीशान निर्वाण रूपं प्रचण्डं प्रकष्ठं प्रगल्भं परेशं, अखण्डं अजं भानु कोटि प्रकाशम । त्रयशूल निर्मूलनं शूल पाणिं, भजेऽहं भवानीपतिं भाव गम्यम । कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी, सदा सच्चीनान्द दाता पुरारी । चिदानन्द सन्दोह मोहापहारी, प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी । न यावद् उमानाथ पादारविन्दं, भजन्तीह लोके परे वा नराणाम । न तावद् सुखं शांति सन्ताप नाशं, प्रसीद प्रभो सर्वं भूताधि वासं । ।। इति श्री गोस्वामि तुलसीदासकृतं श्रीरुद्राष्टकम सम्पूर्णम् ।। Read more– Namami Shaamishan Nirvan Rupam Lyrics PDF PDF डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करे Namami Shamishan Nirvan Roopam Lyrics in English Namami Shamishan Nirvan Roopam, Vibhum Vyapakam Brahma Vedah Swaroopam. Nijam Nirgunam Nirvikalpam Niriham, Chidaakaasha Maakaasha Vaasam Bhaje Ham. Niraakaara Monkaara Moolam Turiiyam, Giraa Gyanan Gotiita Miisham Giriisham. Karaalam Mahaa Kaala Kaalam Kripaalam, Gunaagaara Samsara Paaram Nato Ham. Tushaa Raadri Sankaasha Gauram Gabhiram, Manobhuta Koti Prabha Sri Sariram. Sphuran Mauli Kallolini Charu Ganga, Lasad Bhaala Balendu Kanthe Bhujangaa. Chalatkundalam Shubh Netram Visalam, Prasannaa Nanam Nila Kantham Dayaalam. Mrgadhisa Charmaambaram Mundamaalam, Priyam Sankaram Sarvanaatham Bhajaami. Prac...

Rudrashtakam Stotram:इस तरह करें 'शिव रुद्राष्टकम' का पाठ, धन प्राप्ति के साथ शत्रुओं पर भी मिलेगी विजय

Rudrashtakam Stotram: इस तरह करें 'शिव रुद्राष्टकम' का पाठ, धन प्राप्ति के साथ शत्रुओं पर भी मिलेगी विजय विस्तार Rudrashtakam Stotram Benefits and Lyrics: शिव जी को सभी देवों में सबसे उच्च स्थान प्राप्त है। इसलिए उन्हें देवों के देव महादेव कहा जाता है। शिव जी का स्वरूप बड़ा ही सरल माना जाता है। वे आसानी से प्रसन्न हो जाने वाले देवता हैं। यदि कोई भक्त श्रद्धा पूर्वक उन्हें केवल एक लोटा जल भी अर्पित कर दे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव शंकर की पूजा करने से जातक को जीवन में कभी भी सुखों की कमी महसूस नहीं होती है। वहीं यदि आप शिव जी की विशेष कृपा पाना चाहते हैं 'श्री शिव रूद्राष्टकम' का पाठ जरूर करें। 'शिव रुद्राष्टकम' अपने-आप में अद्भुत स्तुति है। इसके पाठ से जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। यहां श्री शिव रूद्राष्टकम स्तुति, इसका हिंदी अर्थ और महत्व दिए जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप इसका पाठ कर सकते हैं... श्री शिव रुद्राष्टकम पाठ का महत्व और जाप विधि शास्त्रों के अनुसार, यदि शत्रु से परेशान हैं तो किसी शिव मंदिर या घर में ही कुशा के आसन पर बैठकर लगातार 7 दिनों तक सुबह शाम 'रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ करें। ऐसा करने से शिव जी बड़े से बड़े शत्रुओं का नाश पल भर में करते हैं। कहा जाता है कि भगवान श्रीराम ने भी रावण पर विजय पाने के लिए रामेशवरम में शिवलिंग की स्थापना कर रूद्राष्टकम स्तुति का पाठ किया था और परिणाम स्वरूप शिव की कृपा से रावण पर उन्होंने विजय प्राप्त कर ली। शिव रुद्राष्टकम पाठ नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेहम् निराकारमोङ्करमूलं तुरीयं गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम् । करालं महाकालकालं...

Rudrashtakam Lyrics in Hindi

Shri Rudrashtakam Lyrics: In Sanatana Dharma, Lord Shiva Shankar has the highest position among all the gods. It is believed that Lord Shiva is easily pleased. He becomes pleased even if a devotee offers him even just a glass of water with devotion. That’s why he is also called Bholenath. If you want to get the special blessings of Lord Shiva, you should recite ‘Shri Shiva Rudrashtakam’. ‘Shiva Rudrashtakam’ is a wonderful praise in itself. If any enemy is troubling you, then sitting on the seat of Kusha in a Shiva temple or at home, reciting ‘Rudrashtakam’ praise continuously for 7 days in the morning and evening, Shiva destroys the biggest enemies in a moment and forever. He protects his devotees. According to the Ramayana, Maryada Purushottam Lord Shri Ram established a Shivling in Rameshwaram and recited the Rudrashtakam praise with devotion to win over a fierce enemy like Ravana, and as a result, Ravana was killed by the grace of Shiva. Here Shri Shiv Rudrashtakam Stuti and Hindi meaning are given, with the help of which you can recite it…. Rudrashtakam Lyrics in English Namaam-Iisham-Iishaana Nirvaanna-Rupam Vibhum Vyaapakam Brahma-Veda-Svarupam । Nijam Nirgunnam Nirvikalpam Niriiham Cidaakaasham-Aakaasha-Vaasam Bhaje-Aham ॥1॥ Niraakaaram-Ongkara-Muulam Turiiyam Giraa-Jnyaana-Go-Atiitam-Iisham Giriisham Karaalam Mahaakaala-Kaalam Krpaalam Gunna-Aagaara-Samsaara-Paaram Nato-Aham ॥2॥ Tussaara-Adri-Samkaasha-Gauram Gabhiram Mano-Bhuuta-Kotti-Prabhaa-Shrii Shariiram । Sp...