शिवरात्रि 2023 में कब है

  1. Masik Shivratri 2023 Calendar Vrat Full List In Next Year 2023
  2. महाशिवरात्रि 2023 कब है? जानिए शिव पूजन के शुभ मुहूर्त, मंत्र, कथा और विधि
  3. महाशिवरात्रि 2023 में कब है?
  4. Masik Shivratri 2023: इस दिन रखें आषाढ़ मासिक शिवरात्रि व्रत, भगवान शिव की कृपा से मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी


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Masik Shivratri 2023 Calendar Vrat Full List In Next Year 2023

Masik Shivratri 2023: हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि भगवान शंकर और पार्वती के मिलन का दिन माना गया है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर वैरागी शिव वैराग्य छोड़कर माता पार्वती से विवाह किया था और गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था, हालांकि शिवरात्रि को लेकर दूसरा मत ये भी है कि इसी तिथि पर महादेव सबसे पहले शिवलिंग स्वरूम में प्रकट हुए थे. 12 ज्योतिर्लिंग का प्रकाट्य हुआ था, इसलिए ये तिथि शिव और पार्वती माता की उपासना के लिए बहुत शुभ मानी जाती है. हर के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. साल 2023 में अधिक मास भी लग रहा है ऐसे में नए साल में 12 की बजाय 13 मासिक शिवरात्रि व्रत रखे जाएंगे. आइए जानते हैं साल 2023 में कब-कब है मासिक शिवरात्रि. मासिक शिवरात्रि 2023 (Masik Shivratri 2023 Date) • 20 जनवरी 2023, शुक्रवार - माघ मासिक शिवरात्रि • 18 फरवरी 2023, शनिवार - महाशिवरात्रि, फाल्गुन शिवरात्रि • 20 मार्च 2023, सोमवार - चैत्र मासिक शिवरात्रि • 18 अप्रैल 2023, मंगलवार - वैशाख मासिक शिवरात्रि • 17 मई 2023, बुधवार - ज्येष्ठ मासिक शिवरात्रि • 16 जून 2023, शुक्रवार - आषाढ़ मासिक शिवरात्रि • 15 जुलाई 2023, शनिवार - • 14 अगस्त 2023, सोमवार - अधिक माह, मासिक शिवरात्र • 13 सितंबर 2023, बुधवार - भाद्रपद मासिक शिवरात्रि • 12 अक्टूबर 2023, गुरुवार - अश्विन मासिक शिवरात्रि • 11 नवंबर 2023, शनिवार - कार्तिक मासिक शिवरात्रि • 11 दिसंबर 2023, सोमवार - मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि मासिक शिवरात्रि महत्व शिव पुराण के अनुसार मासिक शिवरात्रि का व्रत साधक को हर कष्टों से बचाता है. इस व्रत के प्रभाव से असंभव कार्य भी पूरे हो जाते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ...

महाशिवरात्रि 2023 कब है? जानिए शिव पूजन के शुभ मुहूर्त, मंत्र, कथा और विधि

महाशिवरात्रि व्रत कथा के अनुसार चित्रभानु नामक एक शिकारी था। जानवरों की हत्या करके वह अपने परिवार को पालता था। वह एक साहूकार का कर्जदार था, लेकिन उसका ऋण समय पर न चुका सका। क्रोधित साहूकार ने शिकारी को शिवमठ में बंदी बना लिया। संयोग से उस दिन शिवरात्रि थी। शिकारी ध्यानमग्न होकर शिव-संबंधी धार्मिक बातें सुनता रहा। चतुर्दशी को उसने शिवरात्रि व्रत की कथा भी सुनी। शाम होते ही साहूकार ने उसे अपने पास बुलाया और ऋण चुकाने के विषय में बात की। शिकारी अगले दिन सारा ऋण लौटा देने का वचन देकर बंधन से छूट गया। अपनी दिनचर्या की भांति वह जंगल में शिकार के लिए निकला। लेकिन दिनभर बंदी गृह में रहने के कारण भूख-प्यास से व्याकुल था। शिकार खोजता हुआ वह बहुत दूर निकल गया। जब अंधकार हो गया तो उसने विचार किया कि रात जंगल में ही बितानी पड़ेगी। वह वन एक तालाब के किनारे एक बेल के पेड़ पर चढ़ कर रात बीतने का इंतजार करने लगा। बिल्व वृक्ष के नीचे शिवलिंग था जो बिल्वपत्रों से ढंका हुआ था। शिकारी को उसका पता न चला। पड़ाव बनाते समय उसने जो टहनियां तोड़ीं, वे संयोग से शिवलिंग पर गिरती चली गई। इस प्रकार दिनभर भूखे-प्यासे शिकारी का व्रत भी हो गया और शिवलिंग पर बिल्वपत्र भी चढ़ गए। एक पहर रात्रि बीत जाने पर एक गर्भिणी हिरणी तालाब पर पानी पीने पहुंची। शिकारी ने प्रत्यंचा ढीली कर दी और हिरणी जंगली झाड़ियों में लुप्त हो गई। प्रत्यंचा चढ़ाने तथा ढीली करने के वक्त कुछ बिल्व पत्र अनायास ही टूट कर शिवलिंग पर गिर गए। इस प्रकार उससे अनजाने में ही प्रथम प्रहर का पूजन भी सम्पन्न हो गया। कुछ ही देर बाद एक और हिरणी उधर से निकली। शिकारी की प्रसन्नता का ठिकाना न रहा। समीप आने पर उसने धनुष पर बाण चढ़ाया। तब उसे देख हिरणी ने विनम्रतापू...

महाशिवरात्रि 2023 में कब है?

5/5 - (8 votes) महाशिवरात्रि 2023 में कब है, 2023 mein shivratri kab hai, 2023 shivratri kab hai, 2023 mein shivratri kab ki hai, 2023 mahashivratri kab hai 🧘🏻‍♂️🔱 |🕉️|🔱🛕 हिंदू महा शिवरात्रि का पालन करते हैं, जिसे पद्मराजरात्रि या ‘शिव की महान रात’ के रूप में भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का सम्मान करने के लिए एक त्योहार/पर्व के रूप में मनाया जाता है। भक्त महाशिवरात्रि के दिन महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को प्रसन्न करने पर व्यक्ति को मोक्ष या मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिवजी ने देवी पार्वती से विवाह (Marriage) किया था। कहा जाता है कि सती की मृत्यु के बाद शिव ने गहरे ध्यान में प्रवेश किया। सती ने भगवान शिव की पत्नी (Wife) बनने के लिए पार्वती के रूप में पुनर्जन्म (Rebirth) लिया। नतीजतन, Read Also : What is CPU? And how it works – complete information 2023 में महाशिवरात्रि शनिवार, 18 फरवरी को मनाई जाएगी । महा शिवरात्रि एक वर्ष में मनाई जाने वाली 12 शिवरात्रियों में से सबसे महत्वपूर्ण है और ग्रहों की स्थिति के आधार पर फरवरी या मार्च महीने में मनाई जाती है। हर महीने, शिवरात्रि महीने के 14 वें दिन अमावस्या से एक दिन पहले आती है। महा शिवरात्रि 2023: मुहूर्त नीचे शिवरात्रि से जुड़े विभिन्न पूजा आयोजनों की जानकारी दी गई है।कृपया निम्न तालिका देखें और मुहूर्त के अनुसार शिवरात्रि पूजा में भाग लें। Beginning time of Chaturdashi Tithi 8:02 अपराह्न (18 फरवरी 2023) Chaturdashi Tithi Ending Time 4:18 अपराह्न (19 फरवरी 2023) निशिथ काल पूजा का समय 12:16 पूर्वाह्न से 1:06 अपराह्न (19 फरवरी 2023) शिवरात्रि पारण का समय सुबह 6:57 से दोपहर 3:33 (19 फरवरी 2023) Puja Timings for Rat...

Masik Shivratri 2023: इस दिन रखें आषाढ़ मासिक शिवरात्रि व्रत, भगवान शिव की कृपा से मिलेगा मनचाहा जीवनसाथी

डीएनए हिंदीः हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) का व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए बहुत ही खास माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा (Masik Shivratri 2023 Puja) करने से दांपत्य जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. जून महीने में आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि (Ashadha Masik Shivratri 2023) आने वाली है तो चलिए आषाढ़ मासिक शिवरात्रि (Ashadha Masik Shivratri 2023) की तिथि और पूजा मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में जानते हैं. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 तिथि (Ashadha Masik Shivratri 2023 Date) आषाढ़ माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 16 जून 2023 को सुबह 8ः39 से हो रही है जिसका समापन अगले दिन 17 जून 2023 को सुबह 9ः11 पर होगा. मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में की जाती है ऐसे में शिवरात्रि व्रत 16 जून 2023 को रखा जाएगा. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा मुहूर्त (Ashadha Masik Shivratri 2023 Puja Muhurat) जून में आषाढ़ मासिक शिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5ः23 से सुबह 10ः37 तक रहेगा. दोपहर के समय पूजा मुहूर्त 12ः22 से दोपहर को 2ः07 तक होगा. लाभ-उन्नति पूजा मुहूर्त रात को 9ः51 से 11ः07 तक रहेगा. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा विधि (Ashadha Masik Shivratri 2023 Puja Vidhi) मासिक शिवरात्रि महत्व (Masik Shivratri Significance) भगवान शिव की पूजा के लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत बहुत ही शुभ होता है. इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से दांपत्य जीवन की सभी समस्याओं...