श्री दुर्गा चालीसा पाठ

  1. Durga Chalisa In Hindi
  2. श्री दुर्गा चालीसा लिरिक्स अर्थ सहित
  3. श्री दुर्गा चालीसा पीडीएफ, Durga Chalisa in Hindi PDF Download
  4. सम्पूर्ण श्री माँ दुर्गा चालीसा पाठ अर्थ सहित
  5. श्री दुर्गा चालीसा का पाठ 🙏 और इसके 6 फायदे
  6. Durga Chalisa Lyrics in Hindi (दुर्गा चालीसा पाठ लिरिक्स हिंदी में): यहां पढ़ें श्री दुर्गा चालीसा ह‍िंदी में
  7. Durga Chalisa Pdf In Hindi Download [श्री दुर्गा चालीसा]


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Durga Chalisa In Hindi

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अंबे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥ रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥ तुम संसार शक्ति लै कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥ अन्नपूर्णा हुई जग पाला। तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥ प्रलयकाल सब नाशन हारी। तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥ शिव योगी तुम्हरे गुण गावें। ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥ रूप सरस्वती को तुम धारा। दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥ धरयो रूप नरसिंह को अम्बा। परगट भई फाड़कर खम्बा॥ रक्षा करि प्रह्लाद बचायो। हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥ लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं। श्री नारायण अंग समाहीं॥ क्षीरसिन्धु में करत विलासा। दयासिन्धु दीजै मन आसा॥ हिंगलाज में तुम्हीं भवानी। महिमा अमित न जात बखानी॥ मातंगी अरु धूमावति माता। भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥ श्री भैरव तारा जग तारिणी। छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥ केहरि वाहन सोह भवानी। लांगुर वीर चलत अगवानी॥ कर में खप्पर खड्ग विराजै। जाको देख काल डर भाजै॥ सोहै अस्त्र और त्रिशूला। जाते उठत शत्रु हिय शूला॥ नगरकोट में तुम्हीं विराजत। तिहुँलोक में डंका बाजत॥ शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे। रक्तन बीज शंखन संहारे॥ महिषासुर नृप अति अभिमानी। जेहि अघ भार मही अकुलानी॥ रूप कराल कालिका धारा। सेन सहित तुम तिहि संहारा॥ परी गाढ़ सन्तन पर जब जब। भई सहाय मातु तुम तब तब॥ आभा पुरी अरु बासव लोका। तब महिमा सब रहें अशोका॥ ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी। तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥ प्रेम भक्ति से जो यश गावें। दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥ ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई। जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥ जोगी सुर मुनि कहत पुकारी। योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥ शंकर आचारज...

श्री दुर्गा चालीसा लिरिक्स अर्थ सहित

अर्थ – आपका मस्तक चन्द्रमा के समान और मुख अति विशाल है। नेत्र रक्तिम एवं भृकुटियां विकराल रूप वाली हैं ! रूप मातु को अधिक सुहावे ! दरश करत जन अति सुख पावे !! अर्थ – मां दुर्गा का यह रूप अत्यधिक सुहावना है। इसका दर्शन करने से भक्तजनों को परम सुख मिलता है ! तुम संसार शक्ति लै कीना ! पालन हेतु अन्न धन दीना !! अर्थ – संसार के सभी शक्तियों को आपने अपने में समेटा हुआ है। जगत के पालन हेतु अन्न और धन प्रदान किया है ! अन्नपूर्णा हुई जग पाला ! तुम ही आदि सुन्दरी बाला !! अर्थ – अन्नपूर्णा का रूप धारण कर आप ही जगत पालन करती हैं और आदि सुन्दरी बाला के रूप में भी आप ही हैं ! प्रलयकाल सब नाशन हारी ! तुम गौरी शिवशंकर प्यारी !! अर्थ – प्रलयकाल में आप ही विश्व का नाश करती हैं। भगवान शंकर की प्रिया गौरी-पार्वती भी आप ही हैं ! शिव योगी तुम्हरे गुण गावें ! ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें !! अर्थ – शिव व सभी योगी आपका गुणगान करते हैं। ब्रह्मा-विष्णु सहित सभी देवता नित्य आपका ध्यान करते हैं ! रूप सरस्वती को तुम धारा ! दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा !! अर्थ – आपने ही मां सरस्वती का रूप धारण कर ऋषि-मुनियों को सद्बुद्धि प्रदान की और उनका उद्धार किया ! धरयो रूप नरसिंह को अम्बा ! परगट भई फाड़कर खम्बा !! अर्थ – हे अम्बे माता ! आप ही ने श्री नरसिंह का रूप धारण किया था और खम्बे को चीरकर प्रकट हुई थीं ! रक्षा करि प्रह्लाद बचायो ! हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो !! अर्थ – आपने भक्त प्रहलाद की रक्षा करके हिरण्यकश्यप को स्वर्ग प्रदान किया, क्योकिं वह आपके हाथों मारा गया ! लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं ! श्री नारायण अंग समाहीं !! अर्थ – लक्ष्मीजी का रूप धारण कर आप ही क्षीरसागर में श्री नारायण के साथ शेषशय्या पर विराजमा...

श्री दुर्गा चालीसा पीडीएफ, Durga Chalisa in Hindi PDF Download

श्री दुर्गा चालीसा पाठ पीडीएफ, you can download link for Durga Chalisa in Hindi PDF formar in this article. You can also read here Durga Chalisa in english using the direct link given at the bottom of content. Durga Chalisa is a devotional path dedicated to Goddess Durga, an incarnation of the divine feminine power. Written in Sanskrit and composed in poetic verse, this hymn praises the power of the divine mother who bestows her grace and mercy upon those who honor her. It has been recited for centuries as part of spiritual practices and festivals honoring the goddess. The Durga Chalisa is a powerful source of spiritual guidance and inspiration for those seeking blessings from the divine mother. The Durga Chalisa is a popular Hindu devotional path. It is believed to be written by the poet-saint Tulsidas, who was an ardent devotee of Rama, and is said to have composed it in praise of the Mother Goddess. The forty verses of this powerful prayer are recited by millions of devotees around the world, offering their gratitude and adoration for her divine grace. Durga Chalisa is an important prayer in Hinduism, dedicated to the maa Durga. It is a powerful hymn that has been recited for centuries and is considered to be a source of strength, guidance, and protection for those who recite it with reverence. The Durga Chalisa consists of forty verses that praise the various incarnations of Goddess Durga and her divine powers. Durga Chalisa Lyrics in Hindi PDF Download | दुर्गा चालीसा...

सम्पूर्ण श्री माँ दुर्गा चालीसा पाठ अर्थ सहित

Durga Chalisa Lyrics सम्पूर्ण दुर्गा चालीसा एवं दुर्गा चालीसा का हिन्दी अनुवाद Durga Chalisa Paath विशेष फलदायी दुर्गा चालीसा पाठ विधि- ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर के साफ एवं शुद्ध वस्त्र धारण करें; माँ दुर्गा की प्रतिमा अथवा चित्र को सामने रखें। रोली, कुंकुम, अक्षत, लाल पुष्प, धूप, दीप से पूजन करें तथा यथाशक्ति हलुआ, चना, दूध और मावे की मिठाई का भोग लगाएं। हाथ मे पुष्प लेकर यह श्लोक पढ़ें- ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।। तत्पश्चात पुष्प अर्पण कर दुर्गा चालीसा का पाठ करें। पाठ के अंत में ‘ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः’ मंत्र का तुलसी या सफ़ेद चन्दन की माला से 108 बार जाप करें । माँ दुर्गा चालीसा पाठ ॥ चौपाई॥ नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुख हरनी॥ निराकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटी विकराला॥ रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥ तुम संसार शक्ति लय कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥ अन्नपूर्णा हुई जग पाला। तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥ प्रलयकाल सब नाशन हारी। तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥ शिव योगी तुम्हरे गुण गावें। ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥ रूप सरस्वती को तुम धारा। दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥ धरा रूप नरसिंह को अम्बा। प्रकट हुई फाड़कर खम्बा॥ रक्षा करि प्रहलाद बचायो। हिरणाकुश को स्वर्ग पठायो॥ लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं। श्री नारायण अंग समाहीं॥ क्षीरसिन्धु में करत विलासा। दयासिन्धु दीजै मन आसा॥ हिंगलाज में तुम्हीं भवानी। महिमा अमित न जात बखानी॥ मातंगी धूमावति माता। भुवनेश्वरि बगला सुखदाता॥ श्री भैरव तारा जग तारिणि। छिन्न भाल भव दुख निवारिणि॥ केहरि वाहन सोह भवानी...

श्री दुर्गा चालीसा का पाठ 🙏 और इसके 6 फायदे

श्री दुर्गा चालीसा का पाठ | | Durga chalisa lyrics in hindi मां दुर्गा की पूजा दुर्गा चालीसा के बिना अधूरी मानी जाती है। ऐसा माना जाता है की नवरात्रि में श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार के शत्रुओं से मुक्ति मिलती है और हमें शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। सभी प्रकार की इच्छाएं पूरी होती हैं। शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि या किसी अन्य शुभ अवसर पर मां दुर्गा की स्तुति के लिए दुर्गा चालीसा का पाठ करना बहुत ही शुभ माना गया है। आप चाहे तो दुर्गा चालीसा का पाठ रोजाना भी कर सकते हैं। दुर्गा चालीसा का पाठ करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। 1 वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं आप चाहें तो इन नवरात्रि के दिनों में दुर्गा चालीसा का पाठ कर सकते हैं। ये पाठ बहुत ही सरल और आसान है जिसे कोई भी पढ़ सकता है। सर्व मंगल मांगल्ये, शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्रयम्बके गौरी, नारायणी नमोस्तुते।। ***** 🙏 श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥१ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥२ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥३ रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥ ४ तुम संसार शक्ति लै कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥५ अन्नपूर्णा हुई जग पाला। तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥६ प्रलयकाल सब नाशन हारी। तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥७ शिव योगी तुम्हरे गुण गावें। ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥ ८ रूप सरस्वती को तुम धारा। दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥९ धरयो रूप नरसिंह को अम्बा। परगट भई फाड़कर खम्बा॥१० रक्षा करि प्रह्लाद बचायो। हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥११ लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं। श्री नारायण अंग ...

Durga Chalisa Lyrics in Hindi (दुर्गा चालीसा पाठ लिरिक्स हिंदी में): यहां पढ़ें श्री दुर्गा चालीसा ह‍िंदी में

Durga Chalisa Lyrics in Hindi (दुर्गा चालीसा पाठ लिरिक्स हिंदी में): हिंदू धर्म में आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना का विशेष महत्व है। मान्यता है कि प्रतिदिन मातारानी की पूजा अर्चना करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। देवी दुर्गा के पूजन के दौरान चालीसा पाठ करना अनिवार्य माना जाता हैं। यहां पढ़ें श्री दुर्गा चालीसा इन हिंदी। हिन्दू धर्म में देवी दुर्गा की श्रद्धा पूर्वक आराधना करने से व्यक्ति को सुख-स्मृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। कहते हैं आदिशक्ति देवी दुर्गा जिस भी व्यक्ति से प्रसन्न होती हैं उनके सारे दुख दूर हो जाते हैं। इसलिए देवी दुर्गा को दुख हरनी भी कहा जाता है। मातारानी को प्रसन्न करने के लिए सबसे सरल उपाय है दुर्गा चालीसा का पाठ करना। कहते हैं दुर्गा चालीसा पढ़ने मात्र से जीवन में सफलता मिलती है। दुर्गा चालीसा के पाठ करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरुरी है। इसके लिए सुबह जल्दी उठें। फिर स्नान के बाद साफ-सुथरे और लाल रंग के वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूजास्थल पर मातारानी की प्रतिमा के नीचे लाल रेशमी कपड़ा बिछाएं। फिर सिंदूर, घी का दीपक, धुप, लाल फूल, इत्र, चंदन, अक्षत आदि चीजों से देवी दुर्गा की विधिवत पूजा करें। पूजा के दौरान सच्चे मन से श्री दुर्गा चालीसा का पाठ अवश्य करें।

Durga Chalisa Pdf In Hindi Download [श्री दुर्गा चालीसा]

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