श्याम बाबा फोटो

  1. khatu Shyam Mandir: खाटू श्याम जी को मत्था टेकने के बाद लगाएं ये तीन भोग, मिलेगा सौभाग्य का आशीर्वाद
  2. Khatu Shyam Ji Wallpaper Android के लिए APK डाउनलोड करें
  3. Sikar news By walking 17 km devotee offered mark of so many feet to Khatushyam Baba
  4. Devotees danced on Kajrare Mote Tere Nain
  5. श्याम बाबा का चमत्कार! पीपल के पत्तों में आज भी हैं छेद, महाभारत के बर्बरीक से जुड़ी है घटना
  6. Khatu Shyam Mela 2023: लक्खी मेले पर निकलेगी श्याम बाबा की शोभायात्रा, 1 मार्च से होगी वार्षिक मेले की धूम


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khatu Shyam Mandir: खाटू श्याम जी को मत्था टेकने के बाद लगाएं ये तीन भोग, मिलेगा सौभाग्य का आशीर्वाद

डीएनए हिंदीःराजस्थान के सीकर जिले में श्री कृष्ण के कलयुगी अवतार बाबा श्याम का भव्य मंदिर (Khatu Shyam Mandir)स्थित है, बाबा के दरबार में हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और प्रसाद चढ़ा(Khatu Shyam Prasad) कर उनका दर्शन करते हैं. मान्यता है कि सच्चे मन से बाबा श्याम (Khatu Shyam Baba)की पूजा आराधना करने से बाबा सभी की मुरादें पूर करते हैं और रंक को भी राजा बना देते हैं. भक्त खाटू श्याम के दरबार में मत्था टेकने के बाद प्रसाद चढ़ाते हैं और बाबा का शुभ आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. ऐसे में आज हम आपको ऐसे तीन प्रसाद के बारे में बताने वाले हैं जो बाबा श्याम को प्रिय भोग है(Khatu Shyam Temple Bhog). तो आइए जानते हैं बाबा श्याम के प्रिय भोग के बारे में साथ ही जानेंगे इसे बनाने की विधि. ये है बाबा श्याम का प्रिय भोग बाबा श्याम का सबसे प्रिय भोग गौ माता का कच्चा दूध है. यह पहला भोग है जिसे श्याम बाबा ने खाटू की धरती पर सबसे पहले स्वीकार किया था. बता दें की बाबा श्याम का शीश श्याम कुंड से प्रकट हुआ. कहा जाता है कि शीश प्रकट होने से पहले इस जगह पर एक गौ के थनों से स्वत: ही दूध जाने लगा, जब यह बात गौ पालक को पता चली तो उसने उस जगह पर खुदाई शुरू कर दी तब वहां पर शीश प्रकट हुआ. इसलिए माना जाता है कि गौ दूध पहला प्रसाद है जो बाबा श्याम को सबसे ज्यादा पसंद है. ऐसे में हो सके तो आप भी गौ माता का दूध प्रसाद के रूप में खाटू मंदिर में जरूर चढ़ाएं और परम कृपा के पात्र बने. यह भी पढ़ें- खाटू श्याम मंदिर खुलने की आ गई नई डेट, ऑनलाइन बुकिंग के बाद ही होगा दर्शन प्रसाद के रूप में बाबा श्याम को चढ़ती हैं ये चीजें खीर चूरमा बाबा के द्वादशी पर ज्योत के रूप में घर घर में खीर चूरमे का भोग लगाया जाता ...

Khatu Shyam Ji Wallpaper Android के लिए APK डाउनलोड करें

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Sikar news By walking 17 km devotee offered mark of so many feet to Khatushyam Baba

Sikar news: सीकर जिले के खाटूश्यामजी के विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम के दरबार में सिरसा श्याम बगीची हरियाणा से पांच सौ भक्तों के जत्थे ने 750 फूट लम्बा मन्नत का निशान बाबा श्याम के अर्पित किया. हारे के सहारे बाबा श्याम के दरबार में मांगी मन्नत भक्तों की पूर्ण होती है और श्रद्धालु अपनी मन्नत के निशान पैदल यात्रा कर पूरी करते हुये बाबा के चढ़ाते हैं. श्रीश्याम ध्वजा के बैनर के नीचे सिरसा के भक्त रीगंस से खाटूश्यामजी की पैदल ध्वजा यात्रा करते बाबा के जयकारे लगाते श्याम भक्ती में मग्न हो नाचते गाते बाबा के दरपर पहुंच ध्वजा अर्पण कर बाबा की चौखट पर शीश नवाकर अपने परिवार व्यापार की दुआएं मांगी. हर श्रद्धालु की बाबा के दरबार में मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. जब बाबा श्याम मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं तो श्रद्धालु अलग अलग अंदाज में अपनी अपनी मन्नतें बाबा श्याम की चौखट पर पूजा अर्चना कर अरदास पूर्ण करते हैं. कोई श्रद्धालु पेट पलाइन आता है तो कोई कनक दंडवत करते हुए तो कोई निशान पैदल पदयात्रा कर बाबा के दरबार में हाजिरी लगाते हैं. वही सिरसा हरियाणा की श्याम बगीची से 500 श्रद्धालुओं का जत्था करीब 750 फुट लंबा निशान लेकर बसों द्वारा रींगस पहुंचने के बाद 17 किलोमीटर की पदयात्रा कर बाबा के दरबार पहुंचकर चढ़ाया. यह भी पढ़ें- श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के निशान अर्पित कर प्रदेश में खुशहाली की मंगल कामना की जब निशान श्याम की नगरी के श्याम दर्शन मार्ग से गुजरा तो श्रद्धालुओं में निशान को छूने की होड़ सी लग गई. सैकड़ों श्रद्धालु 750 फुट निशान को अपने कंधों पर लेकर बाबा के दरबार पहुंचे. श्रद्धालुओं इस भीषण गर्मी के मौसम में भी जोश और उमंग श्याम नाम के सहारे नगे पाव तपती धरा पर चलते हुये अपनी झोली भरने क...

Devotees danced on Kajrare Mote Tere Nain

फरीदपुर। वार्षिकोत्सव के मौके पर रविवार विधिवत पूजन के बाद श्री श्याम बाबा की ज्योति प्रचंड की गई। प्रभु श्री श्याम के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दिखाने वाली झांकियों को देखकर श्रद्धालु भक्ति मय हो गए। भगवान के भव्य दरबार में छप्पन भोग सजाए गए। सुप्रसिद्ध भजन गायक ने माइक संभाला। पूरा वातावरण श्रीश्याम के जयघोष से गूंज उठा। इस मौके पर श्याम परिवार के गौरव अग्रवाल, कौशल वर्मा, विकास वर्मा आदि थे।

श्याम बाबा का चमत्कार! पीपल के पत्तों में आज भी हैं छेद, महाभारत के बर्बरीक से जुड़ी है घटना

मान्यता है कि चुलकाना धाम में आज भी पीपल का वह पेड़ है, जिसके समस्त पत्तों में सिर्फ एक बाण से बर्बरीक ने छेद कर दिए थे. इस पीपल के पेड़ के पत्तों में आज भी छेद दिख जाते हैं. आज इस पीपल के पेड़ पर लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए उसकी परिक्रमा करते हैं और मन्नत का धागा बाधते हैं. माना जाता है कि यहां पर मन्नत का धागा बांधने से लोगों की मनोकामना पूर्ण होती है. तब दिखाया था चमत्कार मान्यता है कि पांडव पुत्र भीम के पुत्र घटोत्कच का विवाह दैत्य पुत्री कामकटंकटा के साथ हुआ था. इन दोनों के पुत्र बर्बरीक थे. बर्बरीक को महादेव एवं विजया माता की कृपा से शक्तियां प्राप्त थीं. बर्बरीक जब महाभारत युद्ध में जा रहे थे, तभी श्रीकृष्ण ने ब्राह्मण का वेष धारण कर बर्बरीक की परीक्षा ली थी और तभी उन्होंने अपने एक ही बाण से पीपल के सभी पत्तों में एक साथ छेद कर दिया था. श्रीकृष्ण ने मांग लिया था सिर मान्यता के अनुसार, बर्बरीक की शक्ति को जानकर ब्राह्मण रूप में श्री कृष्ण ने कहा… जो मैं मागूंगा क्या तुम वह दोगे. बर्बरीक ने कहा कि मेरे पास देने के लिए कुछ नहीं है, फिर भी आपकी दृष्टि में कुछ है तो मैं देने के लिए तैयार हूं. श्री कृष्ण ने शीश का दान मांगा. बर्बरीक ने कहा कि मैं शीश दान दूंगा, लेकिन एक ब्राह्मण कभी शीश दान नहीं मांगता. आप सच बताएं कौन हैं? तब श्रीकृष्ण अपने वास्तविक रूप में प्रकट हुए और कहा कि इस युद्ध की सफलता के लिए किसी महाबली की बली चाहिए. धरती पर तीन वीर महाबली हैं मैं, अर्जुन और तीसरे तुम. क्योंकि तुम पांडव कुल से हो, रक्षा के लिए तुम्हारा बलिदान सदैव याद रखा जाएगा. बर्बरीक ने देवी देवताओं का वंदन किया और माता को नमन कर एक ही वार में शीश को धड़ से अलग कर श्री कृष्ण को दान कर दिय...

Khatu Shyam Mela 2023: लक्खी मेले पर निकलेगी श्याम बाबा की शोभायात्रा, 1 मार्च से होगी वार्षिक मेले की धूम

डीएनए हिंदी: भगवान श्रीकृष्ण का कलयुगी अवतार माने जाने वाले खाटू श्याम जी(Khatu Shyam Ji) के वार्षिक लक्खी मेले (Lakkhi Mela 2023) की शुरूआत हो चुकी है. श्याम बाबा का लक्खी मेला (Lakkhi Mela 2023) खाटू नगरी राजस्थान के सीकर जिले में लगता है. राजस्थान सीकर की खाटू नगरी में हर साल बाबा श्याम (Khatu Shyam) का लक्खी मेला धूमधाम से मनाया जाता है. यहां पर खाटू मेले (Khatu Mela 2023) के दौरान 1 से लेकर 4 मार्च के बीच श्याम परिवार की ओर से कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. बाबा खाटू श्याम मेले (Khatu Shyam Mela 2023) में बाबा श्याम की शोभा यात्रा (Khatu Shyam Shobha Yatra) भी निकाली जाती है. बाबा खाटू श्याम (Baba Khatu Shyam) नगर भ्रमण पर निकलते हैं. खाटू नरेश की शोभायात्रा (Khatu Shyam Shobha Yatra) बड़ी ही धूमधाम से निकाली जाती है. लक्खी मेले पर चार दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन (Lakkhi Mela 2023) राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर के प्रमुख सुनिल कौशिक के अनुसार, खाटू मेले के दौरान चार दिनों के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. यह 1 मार्च से 4 मार्च के बीच आयोजित किया जाएगा. इसके पहले दिन 1 मार्च की शाम को सवा सात बजे चंग धमाल के साथ केसर होली खेली जाएगी. लोग चंग धमाल यानी होली के गीत और भजनों को गाएंगे. अगले दिन 2 मार्च को दोपहर को 2 बजकर 15 मिनट पर श्याम बाबा के अखण्ड मंगल पाठ का आयोजन किया जाएगा. श्याम बाबा का पाठ करने के बाद महाआरती की जाएगी. यह भी पढ़ें - खाटू श्याम शोभा यात्रा 2023 (Khatu Shyam Shobha Yatra 2023) दो दिन के कार्यक्रम के बाद 3 मार्च को बाबा श्याम जी की शोभायात्रा निकाली जाएगी. इस शोभायात्रा में महिलाएं कलश लेकर शामिल होंगी. सभी भक्त निशान लेकर शोभायात्रा में शामिल...