सूर्य ग्रहण

  1. Surya Grahan 2022: आज लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां आएगा नजर? ऐसे देखें लाइव
  2. Solar eclipse
  3. Solar Eclipse 2021 Time: सूर्य ग्रहण कब लगेगा, सूतक काल का समय, जानिए वैज्ञानिक और ज्योतिषी महत्व
  4. ग्रहण
  5. सूर्य ग्रहण क्या होता है व जानकारी What Is Solar Eclipse In Hindi


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Surya Grahan 2022: आज लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां आएगा नजर? ऐसे देखें लाइव

• • Faith Hindi • Surya Grahan 2022: आज लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां आएगा नजर? ऐसे देखें लाइव Surya Grahan 2022: आज लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां आएगा नजर? ऐसे देखें लाइव Surya Grahan 2022: सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में कोई भी मांगलिक कार्य या पूजा-पाठ नहीं किए जाते. Surya Grahan 2022: दिवाली के अगले दिन यानि आज 25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इस ग्रहण की वजह से ही 27 साल बाद ऐसा हुआ है जब गोवर्धन पूजा की डेट में बदलाव किया गया है. ग्रहण के चलते गोवर्धन पूजा इस बार दिवाली के अगले दिन यानि 25 अक्टूबर को नहीं बल्कि 26 अक्टूबर को होगी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण को अशुभ घटनाओं में गिना जाता है और इसलिए इस दौरान कोई पूजा—पाठ नहीं की जाती. ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है और तभी से पूजा-पाठ वर्जित हो जाते हैं. आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण का समय और भारत के किन राज्यों में दिखेगा ये ग्रहण? भारत में इन जगहों पर दिखेगा ग्रहण ज्योतिषों की मानें तो यह आंशिक सूर्य ग्रहण है और यह मुख्य तौर पर यूरोप, उत्तर-पूर्वी अफ्रीका और पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा. साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में भी कई हिस्सों पर नजर आएगा. इस ग्रहण को नई दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी, मथुरा में दिखेगा. इसके अलावा पूर्वी भारत को छोड़कर सारे भारत में इस सूर्य ग्रहण को देखा जा सकता है. कब कहां दिखेगा ग्रहण • दिल्ली: शाम 4:29 से शाम 5:42 • हरिद्वार: शाम 4:27 से शाम 5:37 • भोपाल: शाम 4:42 से शाम 5:47 • कुरुक्षेत्र: शाम 4:26 से शाम 5:...

Solar eclipse

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Solar Eclipse 2021 Time: सूर्य ग्रहण कब लगेगा, सूतक काल का समय, जानिए वैज्ञानिक और ज्योतिषी महत्व

Surya Grahan 2021 Date Time In India/Surya Grahan 2021 Sutak Kaal Timeing/Solar Eclipse Essay In Hindi/Solar Eclipse Meaning In Hindi: इसवर्षसालकादूसरासूर्यग्रहण 2021 में 4 दिसंबरकोसुबह 10 बजकर 59 मिनटसेलेकरदोपहर 3 बजकर 7 मिनटतकरहेगा।इससूर्यग्रहणसमयकीकुलअवधि 4 घंटेकीहोगी।यहसूर्यग्रहणपहलेसूर्यग्रहणकीतरहभारतमेंदिखाईनहींदेगा, इसलिएयहांसूतककालमान्यनहींहोगा।सभीधार्मिकआयोजनबिनारुकावटकेआयोजितकिएजासकतेहैं।सूर्यग्रहणचारप्रकारकेहोतेहैं: कुल, कुंडलाकार, आंशिकऔरसंकर।आइयेजानतेहैंसूर्यग्रहणक्याहोताहै? सूर्यग्रहणकैसेहोताहै? सूर्यग्रहणकबलगताहै? सूर्यग्रहणकैसेलगताहै? सूर्यग्रहणकाप्रभावक्याहोताहै? सूर्यग्रहण 2021 तिथि सूर्यग्रहण 2021 समय सूर्यग्रहण 10 जून 2021 1 बजकर 42 मिनटशुरू सूर्यग्रहण 10 जून 2021 6 बजकर 41 मिनटसमाप्त सूर्यग्रहण 4 दिसंबर 2021 10 बजकर 59 मिनटशुरू सूर्यग्रहण 4 दिसंबर 2021 3 बजकर 7 मिनटसमाप्त सूर्यग्रहणक्याहोताहै? What is solar eclipse in hindi? आकाशीयखगोलीयघटनाओंकेकारणसूर्यग्रहणऔरचन्द्रग्रहणजैसीघटनाएंघटतीहै।सूर्यग्रहणतबहोताहैजब, चन्द्रमासूर्यकेप्रकाशमेंआजाताहैऔरपृथ्वीपरअपनीछायाडालताहै।अर्थातजबचंद्रमा, पृथ्वीऔरसूर्यएकहीबिंदुपरसंरेखितहोतेहैं, तबसूर्यग्रहणलगताहै।जबचंद्रमासूर्यऔरपृथ्वीकेबीचआताहै, उसेसूर्यग्रहणकहतेहैं। सूर्यग्रहणकैसेहोताहै? How does a solar eclipse happen? दरअसलसूर्यकेआसपासपृथ्वीऔरपृथ्वीकेआसपासचंद्रमाघूमताहै।यहतीनोंजबएकहीसीधमेंआजातेहैंतो, सूर्यग्रहणऔरचन्द्रग्रहणकीस्तिथिबनतीहै।इसदौरानसूर्यकाप्रकाशचांदकेबीचमेंआजाताहैऔरसूर्यकाप्रकाशधरतीतकनहींपहुंचताहै, तबचांदकीछायापृथ्वीपरपड़तीहै।इसीघटनाकोसूर्यग्रहणकहाजाताहै। सूर्यग्रहणजून 2021 रिंगऑफफायरकहांदेखें? Where to watch...

ग्रहण

सूर्य या चन्द्र ग्रहण तभी हो सकता है , जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा लगभग एक सीधी रेखा में हों । चूँकि चंद्रमा का कक्षा का तल पृथ्वी की कक्षा के तल से झुका हुआ है, इस लिए हर पूर्णिमा और अमावस्या को ग्रहण नहीं होते। ये दोनों कक्षाएँ जिन बिंदुओं पर मिलती हैं उन्हें चन्द्रपात कहते हैं। पृथ्वी के अपनी कक्षा में घूमने के प्रभाव को सूर्य के आभासी मार्ग द्वारा भी समझा जा सकता है , इसको ग्रहण तभी हो सकता है जब सूर्य और चन्द्रमा चन्द्रपातों के निकट हों । ऐसा वर्ष में दो बार होता है । एक कैलेंडर वर्ष में चार से सात ग्रहण हो सकते हैं , एक 1901 और 2100 के बीच में एक वर्ष में अधिकतम सात ग्रहण हैं: • चार चंद्र (उपछाया ग्रहण) और तीन सूर्य ग्रहण: 1908, 2038 । • चार सूर्य और तीन चंद्र ग्रहण: 1918, 1973, 2094। • पांच सौर और दो चंद्र ग्रहण: 1934। उपछाया चंद्र ग्रहणों को छोड़कर, इसमें अधिकतम सात ग्रहण होते हैं: • 1591, 1656, 1787, 1805, 1918, 1935, 1982 और 2094। सूर्यग्रहण [ ] यदि सूर्य और चन्द्रमा बिलकुल सटीक चन्द्रपात पर हैं तो या तो पूर्ण सूर्य या वलयाकार सूर्य ग्रहण होंगे। चन्द्रमा के पृथ्वी के निकट होने पर पूर्ण और दूर होने पर वलयकार सूर्य ग्रहण होगा। चन्द्रमा में बहुत अधिक बदलाव नहीं होता इसलिए वलयकार सूर्य ग्रहण भी लगभग पूर्ण सूर्य ग्रहण जैसा ही दिखाई देता है , बस इसमें पूर्णता से समय हल्का का सूर्य का किनारा दिखाई देता है जिसे अग्नि कुण्डल ( रिंग ऑफ़ फायर) कहते है। पूर्ण सूर्य ग्रहण तब दिखाई देता है दर्शक चन्द्रमा की छाया के गर्भ अर्थात प्रच्छाया में हो । उपछाया से देख रहे दर्शकों को आंशिक सूर्य ग्रहण ही दिखाई देता है। कभी कभी सूर्य ग्रहण के समय पृथ्वी के किसी भी भाग पर प्रच्छाया नहीं प...

सूर्य ग्रहण क्या होता है व जानकारी What Is Solar Eclipse In Hindi

सूर्य ग्रहण क्या होता है ( What Is Solar Eclipse In Hindi)? सूर्य ग्रहण क्यों और कैसे होता है? और सूर्य ग्रहण की सामान्य जानकारी, इन सारे प्रश्नों के उत्तर इस पोस्ट “Surya Grahan Kya Hota Hai” में देने का पूरा प्रयास है। विभिन्न धर्मों में सूर्यग्रहण को लेकर कई भ्रांतियां भी फैली हुई है। पुराने जमाने में जब इंसान सूर्य ग्रहण देखता था तो अचंभित रह जाता था। परंतु आज हम सूर्यग्रहण का विज्ञान जानते है। तो आइये दोस्तों सूर्य ग्रहण के बारे में सामान्य जानकारी लेने का प्रयास करते है। पृथ्वी पर पूर्ण सूर्यग्रहण केवल विशेष क्षेत्र तक ही सीमित रहता है। बाकी के क्षेत्रों में आंशिक तौर पर सूर्य ग्रहण दिखाई पड़ता है। सूर्य ग्रहण के समय अचानक से दिन का तापमान गिर जाता है। ग्रहण के समय अंधेरा छा जाता है। सूर्यग्रहण को अंग्रेजी में “Eclipse” कहते है जो कि एक ग्रीक शब्द है। इस शब्द का अर्थ “पतन” होता है। खगोलविदों के अनुसार प्रत्येक 18 वर्ष की अवधि में करीब 41 सूर्यग्रहण होते है। जबकि 1 वर्ष की समयावधि में ज्यादा से ज्यादा 5 सूर्यग्रहण हो सकते है। परन्तु एक वर्ष में कम से कम दो सूर्यग्रहण तो होते ही है। किसी क्षेत्र विशेष में पूर्ण सूर्यग्रहण की अवधि मात्र 7.5 मिनट तक ही होती है। सूर्य ग्रहण क्यों और कैसे होता है Surya Grahan Kaise Hota Hai विज्ञान की खोजों से यह साबित हो चुका है कि पृथ्वी, सूर्य का चक्कर लगाती है। जबकि चन्द्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। इस दौरान कभी कभी चांद सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूरज की रोशनी ढक लेता है। यही कारण है की सूर्य पर ग्रहण लगता है। पूर्ण सूर्यग्रहण केवल अमावस्या को ही होता है। नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण नही देखना चाहिए। सूर्यग्रहण देखने के लिए खास प्रकार के...