Swami vivekananda jayanti status in hindi

  1. ४०+स्वामी विवेकानंद जयंती शुभकामनाएं/swami vivekananda jayanti wishes, quotes, messages in hindi
  2. जब स्वामी विवेकानंद ने मूर्ति पूजा की आलोचना पर राजा को करा दिया था चुप
  3. Swami Vivekananda Jayanti 2023: स्वामी विवेकानंद जंयती आज, शेयर करें ये बंगाली Facebook Wishes, WhatsApp Status, Quotes और Greetings
  4. Swami Vivekananda Jayanti : विवेकानंद का क्या था असली नाम? दिलचस्प है नाम बदलने की कहानी


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४०+स्वामी विवेकानंद जयंती शुभकामनाएं/swami vivekananda jayanti wishes, quotes, messages in hindi

जब तक मनुष्य के जीवन में सुख – दुख नहीं आएगा तब तक मनुष्य को यह एहसास कैसे होगा कि जीवन में क्या सही है? और क्या गलत है? ••• कर्म योग का रहस्य है कि बिना किसी फल की इच्छा के कर्म करना है, यह भगवान कृष्ण द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता में बताया गया है। जीवन का रहस्य केवल आनंद नहीं बल्कि अनुभव के माध्यम से सीखना है। किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आये, आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं। अपने आप में भरोसा रखे और एक दिन पूरा विश्व आपके कदमो में होगा। ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी है, वो हमी है जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते है और फिर रोते है की कितना अन्धकार है। सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा। संभव की सीमा जानने का केवल एक ही तरीका है असंभव से भी आगे निकल जाना…!! सभी शक्तियां आपके अंदर है, आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते है… education vivekananda quotes in hindi वक्त का खास होना जरुरी नहीं, लेकिन खास लोगों के लिए वक्त का होना जरुरी है। यहां तक ​​कि सबसे बड़ा मूर्ख एक कार्य को पूरा कर सकता है यदि वह उसके दिल के करीब था। लेकिन बुद्धिमान वे हैं जो हर काम को अपने स्वाद में बदल सकते हैं। आग जो हमें गर्म करती है वह भी हमें भस्म कर सकती है। यह आग का दोष नहीं है। किसी भी चीज़ से डरो मत। आप अद्भुत काम करेंगे। यह निडरता है जो एक पल में भी स्वर्ग लाती है।” सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना। अपने आप पर विश्वास रखें। motivational quotes in hindi कोई जाति नीच नही होती लेकिन नीच आदमी हर जाति में होता हैं. कभी भी बड़ी योजना का हिसाब मत लगाओ, धीरे धीर शुरू करें, अपनी ज़मीन बनाये और धीरे धीरे उसे बढ़ाएं कुछ मत पूछो, बदले...

जब स्वामी विवेकानंद ने मूर्ति पूजा की आलोचना पर राजा को करा दिया था चुप

Swami Vivekananda Jayanti 2023: हर साल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाती है. इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. विवेकानंद बहुत कम उम्र में ही संन्यासी बन गए थे. पश्चिमी देशों को योग-वेदांत की शिक्षा से अवगत कराने का श्रेय स्वामी जी को ही जाता है. स्वामी विवेकानंद ने 19वीं शताब्दी के अंत में विश्व मंच पर हिंदू धर्म को एक मजबूत पहचान दिलाई थी. स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था, जिन्हें नरेन के नाम से भी जाना जाता है. बहुत कम उम्र में ही उनका झुकाव अध्यात्म की तरफ हो गया था. बचपन से ही बुद्धिमान थे विवेकानंद- स्वामी जी बचपन से ही बहुत बुद्धिमान थे. कहा जाता है कि मां के आध्यात्मिक प्रभाव और पिता के आधुनिक दृष्टिकोण के कारण ही स्वामी जी को जीवन अलग नजरिए से देखने का गुण मिला. स्वामी जी के पिता कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक वकील थे. उनके दादा दुर्गाचरण दत्त संस्कृत और फारसी भाषा के विद्वान थे और 25 वर्ष की आयु में साधु बन गए थे. आइए जानते हैं उनके जीवन की उन बातों के बारे में जब उन्होंने पूरी दुनिया को अपनी बुद्धिमानी और हाजिर जवाबी का लोहा मनवाया. इन घटनाओं से लोग ना सिर्फ अचंभित रह गए बल्कि उनके व्यक्तित्व के प्रति लोगों का आकर्षण भी बढ़ता गया. जब स्वामी जी ने विदेशी को दिया करारा जवाब- स्वामी जी एक भिक्षु की तरह कपड़े पहनते थे. वो एक तपस्वी का जीवन जीते थे जो दुनिया भर में यात्रा करते थे और तरह-तरह के लोगों से मिलते थे. एक बार जब स्वामी जी विदेश यात्रा पर गए तो उनके कपड़ों ने लोगों का ध्यान खींचा. इतना ही नहीं एक विदेशी व्यक्ति ने उनकी पगड़ी भी खींच ली. स्वामी जी ने उससे अंग्रेजी में पूछा कि तुमने मेरी पगड़ी क्यों खींची? पहले त...

Swami Vivekananda Jayanti 2023: स्वामी विवेकानंद जंयती आज, शेयर करें ये बंगाली Facebook Wishes, WhatsApp Status, Quotes और Greetings

Swami Vivekananda Jayanti 2023: स्वामी विवेकानंद जंयती आज, शेयर करें ये बंगाली Facebook Wishes, WhatsApp Status, Quotes और Greetings स्वामी विवेकानंद जयंती के इस खास अवसर पर आप बंगाली भाषा में इन फेसबुक विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, कोट्स और ग्रीटिंग्स के जरिए दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं दे सकते हैं. Swami Vivekananda Jayanti Quotes in Bengali: आज (12 जनवरी 2023) स्वामी विवेकानंद की 160वीं जयंती (Swami Vivekananda Jayanti 2023) मनाई जा रही है. दरअसल, साल 1984 में भारत सरकार ने इस दिन को 'राष्ट्रीय युवा दिवस' (National Youth Day) के रूप में घोषित किया था, तब से स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) जयंती को देशभर में 'राष्ट्रीय युवा दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. स्वामी जी युवाओं के आदर्शों में से एक हैं. अमेरिका के शिकागो में उनके मशहूर भाषण के बारे में तो सभी जानते हैं. उन्होंने समझाया कि ईश्वर मनुष्य के भीतर है और उन्होंने इस सिद्धांत को 'शिवज्ञान में जीवसेवा' के रूप में समझाया. स्वामी विवेकानंद जयंती के इस खास अवसर पर आप बंगाली भाषा में इन फेसबुक विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, कोट्स और ग्रीटिंग्स के जरिए दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं दे सकते हैं. स्वामी विवेकानंद जंयती 2023 स्वामी विवेकानंद जंयती 2023 (Photo Credits: File Image) (SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया...

Swami Vivekananda Jayanti : विवेकानंद का क्या था असली नाम? दिलचस्प है नाम बदलने की कहानी

Swami Vivekananda Jayanti 2023, National Youth Day : आज 12 जनवरी को देश स्वामी विवेकानंद स्वामी विवेकानंद की 159वीं जयंती है. देश स्वामी जी की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहा है. स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में 11 सितंबर 1893 को दमदार भाषण दिया था. उनके भाषण से जुड़ी कहानी तो आप जानते ही होंगे. आज बात करेंगे स्वामी विवेकानंद के असली नाम के बारे में और उन्हें नया नाम कैसे मिला. स्वामी विवेकानंद का असल नाम नरेंद्र नाथ दत्त था. उनका घर का नाम वीरेश्वर था. ज्यादातर लोगों का मानना है कि नरेंद्र नाथ दत्त से नाम बदलकर विवेकानंद उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस ने दिया था. लेकिन प्रसिद्ध फ्रांसीसी लेखक रोमां रोलां ने अपनी किताब ‘द लाइफ ऑफ़ विवेकानंद एंड द यूनिवर्सल गोस्पल’ में नाम बदलने के पीछे एक अलग कहानी बताई है. वह लिखते हैं कि स्वामी जी को विश्व धर्म संसद को संबोधित करने अमेरिका जाना था. लेकिन इसके लिए उनके पास पैसे नहीं थे. उनकी इस यात्रा का पूरा खर्च राजपूताना के खेतड़ी नरेश ने उठाया. उन्होंने ही स्वामी जी को स्वामी विवेकानंद नाम भी दिया. 8 साल की उम्र में हुआ मेट्रोपॉलिटन इंस्टीट्यूशन में दाखिला स्वामी विवेकानंद 1971 में जब आठ साल के थे तो उनका एडमिशन कलकत्ता में स्कूल ईश्वरचंद्र विद्यासागर के मेट्रोपॉलिटन इंस्टीट्यूशन में कराया गया था. यहां उन्होंने 1877 तक पढ़ाई की. इसके बाद उनका परिवार मध्य प्रदेश के रायपुर (वर्तमान में छत्तीसगढ़) आ गया. रायपुर में डेढ़ साल बंद रही पढ़ाई-लिखाई रायपुर आने के बाद उनकी पढ़ाई बंद हो गई. राजगोपाल चटोपाध्याय अपनी किताब Swami Vivekananda in India: A Corrective Biography में लिखते हैं कि रायपुर जैसे रिमोट एरिया में क...