Thalassemia in hindi

  1. Thalassemia: Types, Traits, Symptoms & Treatment
  2. Thalassemia
  3. वंशानुगत रोग है थैलेसीमिया, ऐसे बचाएं अपने बच्चे को
  4. थैलेसीमिया: बच्चों की जानलेवा बीमारी
  5. विश्व थैलेसीमिया दिवस पर विचार
  6. Diet Plan for Aplastic Anemia And Thalas: थेलेसेमिया के लिए आहार दिनचर्या
  7. Thalassemia causes & Symptoms in Hindi: थैलेसीमिया डिजीज के कारण, लक्षण और उपचार


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Thalassemia: Types, Traits, Symptoms & Treatment

Thalassemia is an inherited blood disorder that affects your body’s ability to produce hemoglobin and healthy red blood cells. Types include alpha and beta thalassemia. Thalassemia may cause you to experience anemia-like symptoms that range from mild to severe. Treatment can consist of blood transfusions and iron chelation therapy. Overview What is thalassemia? Thalassemia (thal-uh-SEE-me-uh) is an inherited If you have thalassemia, your body produces fewer healthy hemoglobin proteins, and your How does thalassemia affect my body? Thalassemia can cause mild or severe • • Trouble breathing. • Feeling cold. • • Pale skin. Who is at risk for thalassemia? The Symptoms and Causes What causes thalassemia? Hemoglobin consists of four protein chains, two alpha globin chains and two beta globin chains. Each chain — both alpha and beta — contains genetic information, or genes, passed down from your parents. Think of these • Alpha globin protein chains consist of four genes, two from each parent. • Beta globin protein chains consist of two genes, one from each parent. The thalassemia you have depends on whether your alpha or beta chain contains the genetic defect. The extent of the defect will determine how severe your condition is. What are the types of thalassemia? Thalassemia is classified as trait, minor, intermedia and major to describe how severe the condition is. These labels represent a range where having a thalassemia trait means that you may experience mild anemia symptoms ...

Thalassemia

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वंशानुगत रोग है थैलेसीमिया, ऐसे बचाएं अपने बच्चे को

थैलेसीमिया क्या है? कारण, लक्षण, और इलाज अगर किसी भी व्यक्ति को एक स्वस्थ शरीर चाहिए तो इसके लिए सबसे जरूरी है कि शरीर में ऑक्सीजन युक्त स्वस्थ रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से चलना चाहिए। हमारे पुरे शरीर में जो भी पौषक तत्व होते हैं वह रक्त के माध्यम से ही प्रवाहित होते हैं। लेकिन कई बार व्यक्ति को रक्त संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते कई शारीरिक समस्याएँ होने लगती है। थैलेसीमिया, रक्त संबंधित एक ऐसा ही रोग है जिसकी वजह से व्यक्ति को कई अन्य शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस लेख में थैलेसीमिया के बारे में विस्तार से बताया है। लेख के जरिये आप थैलेसीमिया के लक्षण, थैलेसीमिया के कारण, थैलेसीमिया से होने वाली जटिलताएँ और सबसे जरूरी थैलेसीमिया के इलाज के बारे में विस्तार से जान सकते हैं। थैलेसीमिया क्या है? What is thalassemia? थैलेसीमियाएक विरासत में मिला रक्त विकार है। यह व्यक्ति के शरीर की सामान्य हीमोग्लोबिन उत्पादन करने की क्षमता को प्रभावित करता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मिलने वाला एक जरूरी प्रोटीन है। यह आपके लाल रक्त कोशिकाओं को आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन करने की अनुमति देता है, आपके शरीर की अन्य कोशिकाओं को पोषण देता है। यदि किसी व्यक्ति को थैलेसीमिया है, तो उसका शरीर कम स्वस्थ हीमोग्लोबिन प्रोटीन का उत्पादन करता है, और उसकी अस्थि मज्जा (Bone marrow) कम स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करती है। लाल रक्त कोशिकाओं के कम होने की स्थिति को एनीमिया कहा जाता है। चूंकि लाल रक्त कोशिकाएं आपके शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, इसलिए अ पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं आपके शरीर की कोशिकाओं को ऑक्...

थैलेसीमिया: बच्चों की जानलेवा बीमारी

Contents • 1 थैलेसीमिया क्या है? | What is Thalassemia in Hindi • 2 थैलेसीमिया के प्रकार | Types of Thalassemia in Hindi • 2.1 थैलेसीमिया मेजर • 2.2 थैलेसीमिया माइनर • 2.3 हैड्रोप फीटस • 3 थैलासीमिया के लक्षण | Thalassemia Symptoms in Hindi • 4 थैलासीमिया का डायग्नोसिस | Diagnosis of Thalassemia in Hindi • 5 थैलेसीमिया का इलाज | Treatment of Thalassemia in Hindi • 6 थेलेसीमिया से बचाव एवं सावधानी | Prevention and Precautions for Thalassemia • 7 Thalassemia FAQs थैलेसीमिया क्या है? | What is Thalassemia in Hindi थैलेसीमिया (Thalassemia) रक्त से संबंधित ऐसी आनुवंशिक बीमारी है, जो रक्त कोशिकाओं के कमजोर होने और नष्ट होने के कारण होती है। यह वैरिएंट या किसी जीन की अनुपस्थिति के कारण भी होती है, जो हीमोग्लोबिन प्रोटीन के निर्माण को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। हीमोग्लोबिन प्रोटीन एक ऐसी जरूरी चीज है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को ऑक्सीजन ले जाने में मदद करती है। रक्त से संबंधित इस आनुवंशिक बीमारी का रोगियों पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। जैसे उनमें आयरन का स्तर बढ़ जाता है, हड्डियों में विकृति आ जाती है और गंभीर मामलों में हृदय रोग भी हो सकते हैं। World Thalassemia Day: प्रति वर्ष 8 मई को वर्ल्ड थैलेसिमाय डे मनाया जाता है। इस डे को मनाने का लक्ष्य रक्त संबंधित गंभीर बीमारी थैलेसीमिया के प्रतिजागरुक करना। दरअसल, यह एक जेनेटिक बीमारी है जो बच्चों को उनके माता-पिता से मिलतीहै। थैलेसीमिया के प्रकार | Types of Thalassemia in Hindi सामान्य हीमोग्लोबिन में दो श्रृंखलाएं होती हैं और प्रत्येक श्रृंखला में अल्फा और बीटा ग्लोबिन होती है। लेकिन थैलेसीमिया के मरीज में अल्फा या बीटा ग्लोबिन की कमी ह...

विश्व थैलेसीमिया दिवस पर विचार

World Thalassaemia Day Quotes Status Shayari Wishes Message Image Photo in Hindi – इस आर्टिकल में विश्व थैलेसीमिया दिवस पर विचार स्टेटस शायरी थॉट्स स्लोगन इमेज फोटो आदि दिए हुए है. विश्व थैलेसीमिया दिवस हर साल 8 मई को मनाया जाता है. यह रक्त विकार सम्बंधित बीमारी है. यह एक अनुवांशिक बीमारी है जो बचपन में होता है. थैलेसीमिया के कारण एनीमिया हो जाता है. इसमें मरीज को हर दो-तीन सप्ताह के बाद रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है. World Thalassaemia Day Quotes in Hindi World Thalassaemia Day Quotes in Hindi | वर्ल्ड थैलेसीमिया डे कोट्स इन हिंदी रक्तदान के लिए खुद को जागरूक करें, आइये हम मिलकर थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों के लिए रक्तदान करें। इनकी इस लड़ाई में मदत करें। हैप्पी वर्ल्ड थैलेसीमिया डे विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर हम मिलकर उन लोगो का हौसला बढ़ाएं, जो इस बीमारी से लड़ रहे है. विश्व थैलेसीमिया दिवस की शुभकामनाएं हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों के लिए यह कितना संघर्षपूर्ण है. हमें उनकी हर तरह से सहायता करनी चाहिए और उनके इस जीवन को आसान बनाएं। Happy World Thalassaemia Day 2022 World Thalassaemia Day Status in Hindi World Thalassaemia Day Status in Hindi | वर्ल्ड थैलेसीमिया डे स्टेटस इन हिंदी हर कोई अपने जीवन में हीरो बन सकता है, रक्तदान करके कई जिंदगियों को बचा सकते है. विश्व थैलेसीमिया दिवस की शुभकामनाएं किसी की जान बचाकर देखिये, बड़ी ख़ुशी मिलती है रक्तदान करके देखिए। 8 मई – विश्व थैलेसीमिया दिवस खुद को भाग्यशाली माने अगर रक्तदान किया है, क्योंकि आप किसी के जीवन में ख़ुशी का कारण बने है. Happy World Thalassemia Day 2022 World Thalassaemia Day Shayari in...

Diet Plan for Aplastic Anemia And Thalas: थेलेसेमिया के लिए आहार दिनचर्या

थैलेसीमिया रक्त से जुड़ा एक रोग है जिसमें हीमोग्लोबिन के बनने की प्रक्रिया बिगड़ जाती है। इस रोग के कारण लाल रक्त कणों की उम्र घटने लगती है। यह एक आनुवांशिक रोग है और इस बीमारी के होने के बाद एनीमिया होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। थैलेसीमिया के मरीजों को अपने खानपान का विशेष ध्यान देना चाहिए और ऐसी चीजें खानी चाहिए जो लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल्स) को बढ़ाने में मदद करती हों। आइये जानते हैं थैलेसीमिया/ एप्लास्टिक एनीमिया के मरीजों को अपने खानपान में क्या बदलाव लाने चाहिए। Contents • 1 थैलेसीमिया / एप्लास्टिक एनीमिया के मरीज क्या खाएं : • 2 थैलेसीमिया/एप्लास्टिक एनीमिया के मरीज क्या ना खाएं • 3 थैलेसीमिया के इलाज के दौरान अपनाएं ये डाइट प्लान • 4 थैलेसीमिया के इलाज के दौरान अपनाएं ये जीवनशैली • 5 ध्यान रखने वाली बातें • 6 योग और आसन से करें थैलेसीमिया / एप्लास्टिक एनीमिया का इलाज थैलेसीमिया / एप्लास्टिक एनीमिया के मरीज क्या खाएं : • अनाज: पुराने शाली चावल, जौ, गेहूं , मकई, चना • दाले: मूंग, मसूर, सोयाबीन, चना • फल: अमरुद, कीवी, स्ट्रॉबरी, अंगूर, पपीता, सेब, अनार, केला, नाशपाती, अनानास, चकोतरा, सूखी खुबानी, सूखा नारियल, आदि • सब्जियां: करेला, लौकी, तोरी, परवल पालक, कद्दू, चकुंदर और मौसमी सब्जियाँ टमाटर, बीन्स, मटर, गाजर, ब्रोकॉली, पत्तागोभी आदि • अन्य: हल्का, तरल भोज्य पदार्थ, थोड़ा-थोड़ा पानी पियें, बादाम, तुलसी, पुदीना, तेज पत्ता और पढ़ें: लाल रक्त कोशिकाएं (RBC) बढ़ाने के लिए विटामिन युक्त भोजन • फोलिक एसिड शरीर मे नए सेल्स बनाने के लिए आवश्यक है फोलिक एसिड के लिए बीन्स, मटर, ब्रसेल्स, केला, मकई, चुकंदर, अनानास, नाशपती, पालक, चना, भूरे चावल आदि खाएं। और पढ़ें: • विटामिन B12...

Thalassemia causes & Symptoms in Hindi: थैलेसीमिया डिजीज के कारण, लक्षण और उपचार

वर्ल्ड थैलेसीमिया डे 2020 : पेरेंट्स से बच्चों को मिलने वाली थैलेसीमिया डिजीज के कारण, लक्षण और उपचार। © Shutterstock. थैलेसीमिया एक अनुवांशिक बीमारी है। माता-पिता इसके वाहक होते हैं। प्रतिवर्ष लगभग 10,000 से 15,000 बच्चे इस बीमारी से ग्रसित होते हैं। बीमारी हीमोग्लोबिन की कोशिकाओं को बनाने वाले जीन में म्यूटेशन के कारण होती है। इस रोग के होने पर शरीर की हीमोग्लोबिन के निर्माण की प्रक्रिया ठीक से काम नहीं करती है और रोगी बच्चे के शरीर में रक्त की भारी कमी होने लगती है। इसके कारण उसे बार-बार बाहरी खून चढ़ाने की आवश्यकता होती है। Written by |Updated : May 8, 2020 10:32 PM IST • • • • • Thalassemia causes & Symptoms : थैलेसीमिया (Thalassemia) बच्चों में होने वाली एक रक्त विकार से संबंधित बीमारी है। यह रोग बच्चों को उनके माता-पिता से मिलता है, इसलिए इसे अनुवांशिक रूप से होने वाला रोग कहा जाता है। इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रत्येक वर्ष 8 मई को 'विश्व थैलेसीमिया दिवस' मनाया जाता है। इस बार का थीम है 'यूनिवर्सल एक्सेस टू क्वॉलिटी थैलेसीमिया हेल्थकेयर सर्विसेज : बिल्डिंग ब्रिजेज विद एंड फॉर पेशेंट्स'। थैलेसीमिया होने पर शरीर में खून की बहुत कमी हो जाती है। इसका कारण है हीमोग्लोबिन के निर्माण की प्रक्रिया का ठीक से काम न करना। खून की कमी होने पर शरीर में बार-बार बाहरी खून चढ़ाना पढ़ता है। जानें, थैलेसीमिया के कारण, लक्षण (Thalassemia causes & Symptoms) क्या होते हैं... जन्म के 4-6 महीने में नजर आता है लक्षण (Thalassemia Symptoms) विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, थैलेसीमिया से पीड़ित ज्यादातर बच्चे गरीब देशों में पैदा होते हैं। इस बीमारी से ग्रस्त बच्चों में ल...