तिरुपति बालाजी मंदिर दिखाइए

  1. Tirupati Balaji Mandir In Hindi, तिरुपति बालाजी मंदिर, 2023
  2. तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रोचक तथ्य
  3. तिरुपति बालाजी मंदिर के 10 रहस्य और इतिहास! » TOP GYAN
  4. तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रहस्य और यात्रा की संपूर्ण जानकारी


Download: तिरुपति बालाजी मंदिर दिखाइए
Size: 54.45 MB

Tirupati Balaji Mandir In Hindi, तिरुपति बालाजी मंदिर, 2023

तिरुपति बालाजी मंदिर के बारे में जानकारी नमस्कार दोस्तो स्वागत है आप सभी का मेरे एक और नये लेख में जिसमें मैं आज आपको तिरुपति बालाजी मंदिर के बारे में बताऊंगा। यह मंदिर आंध्र प्रदेश राज्य के चित्तूर जिले के तिरुपति की सात पहाड़ियाँ तिरुमाला में स्थित है। इसी कारण इनको सात पहाड़ियों वाले भगवान भी कहा जाता है। यह मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है। यह एक प्रसिद्ध हिन्दू धार्मिक स्थल है। तिरुपति बालाजी मंदिर के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का ही एक रूप माना जाता है। तिरुपति बालाजी मंदिर का धार्मिक महत्व तिरुपति बालाजी मंदिर के बारे में पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि जब सागर मंथन हुआ तो उसमें से चौदह रत्न निकले थे। उन रत्नों में से ही एक माता लक्ष्मी जी भी थी। उनके भव्य और आकर्षण रूप को देख कर सभी देवता , राक्षस और मनुष्य उनसे विवाह करना चाहते थे। परन्तु देवी लक्ष्मी को उन सभी लोगों में कोई न कोई कमी नजर आयी और उनके पास में ही शांत भाव से खड़े भगवान विष्णु जी के गले में उन्होंने वर माला डाल दी। भगवान विष्णु जी ने माता लक्ष्मी जी को अपने वक्ष स्थल में रहने के लिए स्थान दिया था। एक बार विश्व कल्याण हेतु धरती पर यज्ञ का आयोजन किया गया। परन्तु एक समस्या उत्पन्न हुयी कि यज्ञ का फल ब्रह्मा, विष्णु और महेश में से किसे अर्पित किया जाय। इन सभी देवताओं में से सर्वाधिक उपयुक्त देवता का चयन करने लिए ऋषि भृगु को नियुक्त किया गया। ऋषि भृगु पहले भगवान ब्रह्मा जी और फिर भगवान शिव जी के पास गए और उन दोनों को उन्होने अन उपयुक्त पाया। अंत में वह विष्णु लोक पहुंचे वहाँ भगवान विष्णु नाग शय्या में लेटे थे। उनकी नजर ऋषि भृगु पर नहीं पड़ी इस बात से आ...

तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रोचक तथ्य

Sri Venkateswara Swamy Temple / श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है जो भगवान विष्णु के अवतार थे, जो की आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले के तिरुपति में स्थित है। लोगो का ऐसा मानना है की कलियुग से आ रही मुश्किलों और क्लेश के चलते वे मानवी जीवन को बचाने के लिये भगवान विष्णु, वेंकटेश्वर भगवान के रूप में अवतरित हुए थे। तिरुमला के सात पर्वतों में से एक वेंकटाद्रि पर बना श्री वेंकटेश्वर मन्दिर यहाँ का सबसे बड़ा आकर्षण का केन्द्र है। इसलिए इसे सात पर्वतों का मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर दुसरे भी नामो से जाना जाता है जैसे की तिरुमाला मंदिर, तिरुपति मंदिर, तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) – वेंकटेश्वर भगवान भी कई नामो से जाने जाते है जैसे की बालाजी, गोविंदा और श्रीनिवासा। Contents • • • • • • • • • • तिरुपति बालाजी मंदिर की जानकारी – Tirupati Balaji Temple Information in Hindi भगवान व्यंकटेश स्वामी को संपूर्ण ब्रह्मांड का स्वामी माना जाता है। हर साल करोड़ों लोग इस मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। साल के बारह महीनों में एक भी दिन ऐसा नहीं जाता जब यहाँ वेंकटेश्वरस्वामी के दर्शन करने के लिए भक्तों का ताँता न लगा हो। कई शताब्दी पूर्व बने इस मन्दिर की सबसे ख़ास बात इसकी दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्पकला का अदभुत संगम है। ऐसा माना जाता है कि यह स्थान भारत के सबसे अधिक तीर्थयात्रियों के आकर्षण का केंद्र है। इसके साथ ही इसे विश्व के सर्वाधिक धनी धार्मिक स्थानों में से भी एक माना जाता है। पौराणिक आख्यानों के अनुसार, इस मन्दिर में स्थापित भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति में ही भगवान बसते हैं और वे यहाँ समूचे कलियुग में विराजमान रहेंगे। वैष्णव परम्पर...

तिरुपति बालाजी मंदिर के 10 रहस्य और इतिहास! » TOP GYAN

देश के सबसे अमीर और प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर है। इस मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति मौजूद है। यह मंदिर जितना भव्य है उतना ही रहस्यमय है। आइए आज के इस पोस्ट में है मैं आपको तिरुपति बालाजी मंदिर का रहस्य के विषय में बताता हूं। आपको बता दूं कि तिरुपति बालाजी मंदिर में कुछ ऐसे रहस्य हैं इसका जवाब किसी के पास नहीं है तो चलिए शुरू करते हैं की आखिर तिरुपति बालाजी मंदिर का रहस्य क्या है? तिरुपति बालाजी मंदिर इस पोस्ट में हम तिरुपति बालाजी मंदिर के 10 रहस्य!, तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास और तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहासके विषय में विस्तार से चर्चा करेंगे ! तिरुपति बालाजी मंदिर भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति तिरुपति बालाजी मंदिर का रहस्य? तिरुपति बालाजी मंदिर एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल है। यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। तिरुपति बालाजी का मंदिर समुद्र तल से 3200 फुट ऊंचाई पर तिरुमला पहाड़ियों में स्थित है। हर साल इस मंदिर में लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं और इस मंदिर के अनेकों रहस्य के बारे में अपनी आंखों से देख कर हैरान हो जाते हैं। तो चलिए मैं आपको यहां तिरुपति बालाजी मंदिर के 10 रहस्य बताता हूं। 1: मूर्ति पर लगे बाल असली है! तिरुपति बालाजी मंदिर में मौजूद भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति पर लगाए गए बाल असली है, ऐसा माना जाता है। क्योंकि इस मूर्ति के बाल हमेशा मुलायम और रेशमी रहते हैं यह कभी नहीं उलझते मानो यह असली बाल है। इसे भी पढ़े: 2: मूर्ति के कानों के पास से समुद्र की आवाज आती है। भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति के कानों के पास जाकर अगर आप ध्यान से सुनेंगे तो आपको समुद्रा के लहरों की आवाज सुनाई देगी। यह आवाजें कहां से आती है...

तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास, रहस्य और यात्रा की संपूर्ण जानकारी

दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से जानने वाले है जिसमे तिरुपति बालाजी का इतिहास, रहस्य, कहानी, तिरुपति कैसे जाएं, तिरुपति जाने का सही समय, तिरुपति का प्रसिद्ध भोजन और तिरुपति में घूमने की जगह आदि शामिल हैं। तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के आंध्रप्रदेश राज्य के चितूर जिले में स्थित है जो हिंदुओ की धार्मिक आस्था का बहुत ही पवित्र और प्रसिद्ध स्थान है। तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर हिंदुओ के आराध्य भगवान विष्णु के अवतार श्री वेंकटेश्वर जी को समर्पित है। तिरुपति बालाजी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर है जहां पर हर महीने लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं पूरे साल यहां पर भक्तों का तांता लगा रहता है। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से यहां पर प्रार्थना करता है भगवान तिरुपति बालाजी उनकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं। तो आइए दोस्तो तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के हर बिंदु पर विस्तार से जानते हैं। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास और कहानी एक बार महान ऋषि भृगु यह जानना चाहते थे कि 3 पवित्र देवताओं में सबसे बड़े कौनसे देवता हैं। कथानुसार कहा जाता है कि महर्षि भृगु एक बार भगवान विष्णु के धाम बैकुंठ पधारे थे और आते ही शेष शय्या पर योग निद्रा में लेटे भगवान विष्णु की छाती पर लात मारी तब भगवान विष्णु ने तुरंत महर्षि भृगु के चरण पकड़ लिए थे और ऋषिवर से पूछने लगे की आप के पैर में चोट तो नही लगी परन्तु देवी लक्ष्मी को महर्षि भृगु का यह व्यवहार बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और भगवान विष्णु द्वारा महर्षि भृगु को कोई भी दंड न...