उत्तरकाशी की घटना

  1. Uttarkashi Cloud Burst: उत्तरकाशी में बादल फटने से 3 लोगों की मौत, सीएम धामी ने दिया ये आदेश
  2. Uttarakashi incident also boils down to tourism in the city, demands death to beggars
  3. उत्तरकाशी 'महापंचायत' को लेकर SC का सुनवाई से इनकार, हिंदू संगठनों ने 15 जून को बुलाई है बैठक
  4. 'चंद सेकंड में सबकुछ बर्फ से ढक गया...', उत्तरकाशी हिमस्खलन में जिंदा बचे ट्रेनर की आंखों देखी
  5. उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक की घटना; नुकसान का जायजा लेने पहुंचेगी टीम
  6. Uttarakashi Love Jihad Police Alert On Threatening Posters In Market


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Uttarkashi Cloud Burst: उत्तरकाशी में बादल फटने से 3 लोगों की मौत, सीएम धामी ने दिया ये आदेश

उत्तरकाशी. उत्तराखंड में पिछले काफी दिनों से भारी बारिश (Heavy Rain) का दौर जारी है. इस वजह से न सिर्फ पहाड़ों पर नदियां उफान पर हैं बल्कि बादल फटने की भी घटनाएं लगातार हो रही हैं. इस बीच उत्तरकाशी में कल देर रात बादल फटने (Uttarkashi Cloud Burst) के कारण तीन लोगों की मौत हो चुकी है, तो अभी चार लोग लापता बताए जा रहे हैं. हालांकि अभी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. जबकि सीएम पुष्‍कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, बादल फटने की ये घटना उत्तरकाशी के मांडो गांव में कल देर रात हुई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है. वहीं, अब भी चार लोग लापता हैं. इसके अलावा निराकोट, पनवाड़ी और कंकराड़ी के आवासीय घरों में पानी घुसने से भी हड़कंप मचा हुआ है. सीएम धामी ने कही ये बात उत्तराखंड के सीएम पुष्‍कर सिंह धामी ने कहा कि रविवार शाम उत्तरकाशी जनपद के ग्राम कंकराड़ी, मांडों में अतिवृष्टि/बादल फटने की दुःखद घटना हुई है. जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंच गयी है. डीएम को राहत और बचाव कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिए हैं. ईश्वर से प्रभावितों की कुशलता की कामना करता हूं. Uttarakhand: Rescue operation underway at Uttarkashi’s Mando village where a cloudburst incident claiming at least three lives was reported, yesterday — ANI (@ANI) बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण भागीरथी नदी समेत गाड़-गदेरे उफान पर आ गए हैं. जबकि बादल फटने से गांव मांडो, निराकोट, पनवाड़ी और कंकराड़ी के आवासीय घरों में पानी घुस गया. इस दौरान तीन लोगों की मौत होने से हड़कंप मच गया. जबकि चार लोगों के लापता होने से भी ग्र...

Uttarakashi incident also boils down to tourism in the city, demands death to beggars

उत्तरकाशी में 11 साल की मासूम से हुई दरिंदगी से लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद भड़की गुस्से की आग पर्यटन नगरी रानीखेत भी पहुंच गई। मंगलवार को नागरिकों ने घटना के विरोध में नगर में कैंडल मार्च निकाला और दिवंगत मासूम को श्रद्धांजलि दी। दरिंदों को जल्द गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने की मांग जोर-शोर से उठाई गई। उत्तरकाशी में नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुराचार के बाद निर्मम हत्या की घटना ने लोगों को झकझोर दिया है। घटना के विरोध में मंगलवार की शाम नागरिक ब्लाक प्रमुख रचना रावत के नेतृत्व में गांधी चौक में एकत्र हुए। लोगों ने मोमबत्ती जलाकर पीड़ित दिवंगत मासूम को श्रद्धांजलि दी, दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद लोगों ने मोमबत्तियों के साथ नगर में कैंडल मार्च भी निकाला, जिसमें महिलाएं, पुरुष सहित सभी लोग बढ़-चढ़कर शामिल हुए। सदर बाजार, रोडवेज स्टेशन, मीना बाजार होते हुए मार्च का विजय चौक में विसर्जन हुआ। लोगों ने घटना को बेहद शर्मसार करार देते हुए कड़े गुस्से का इजहार किया। दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और उन्हें फांसी पर लटकाने की मांग उठाई। कार्यक्रम में दया पांडे, भगवती सती, हीरा मेहरा, पार्वती जोशी, श्वेता डोगरा, जान्ह्वी किरौला, चंपा, मनीषा, अनीता, दीपा, अनीता अग्रवाल, तान्या कोहली, रितु बिष्ट, बसंती डोरियाल, सरोज गोयल, ममता अग्रवाल, अनीता चौरसिया, कुलदीप मेहरा, सोनू सिद्दीकी, परमजीत मेहरा, विमल भट्ट आदि शामिल रहे।

उत्तरकाशी 'महापंचायत' को लेकर SC का सुनवाई से इनकार, हिंदू संगठनों ने 15 जून को बुलाई है बैठक

नई दिल्ली: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 15 जून को हिंदू संगठन के महापंचायत को लेकर डाली गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चर्चा करने से इनकार कर दिया है. शीर्ष अदालत में जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने याचिकाकर्ता एडवोकेट शाहरुख आलम से कहा कि वह इसके लिए हाईकोर्ट या अन्य अथॉरिटी से संपर्क करे या फिर कोई और विकल्प का सहारा ले. कोर्ट ने कहा, “कानून व्यवस्था बनाए रखना राज्य की जिम्मेदारी है. कानूनी प्रक्रिया को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. आप जिला प्रशासन और हाईकोर्ट के पास जा सकते हैं. आपको हाईकोर्ट पर भरोसा करना चाहिए.” कोर्ट में एडवोकेट शाहरुख आलम ने कहा कि एक समुदाय विशेष के लोगों को डराया जा रहा है. उत्तरकाशी में लोगों को चिट्ठी दी जा रही और पोस्टर लगाए जा रहे हैं कि वह शहर छोड़ दे. उन्होंने कहा, “15 जून को महापंचायत प्रस्तावित है. उन्होंने जिला प्रशासन से कहा है कि वे 15 जून तक एक समुदाय विशेष के लोगों को वहां से हटाएं. इस मामले को यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज करने की जरूरत है.” बता दें कि उत्तरकाशी के पुरोला में 26 मई को एक लड़की के कथित अपहरण की कोशिश की गई जिसके बाद से वहां सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनी हुई है. अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें. अभी सब्सक्राइब करें “15 जून को महापंचायत” लड़की के अपहरण की कोशिश के बाद हिंदू संगठनों ने 15 जून को महापंचायत बुलाई है. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इसको लेकर अनुमति नहीं मिली है. उत्तरकाशी के पुरोला ...

'चंद सेकंड में सबकुछ बर्फ से ढक गया...', उत्तरकाशी हिमस्खलन में जिंदा बचे ट्रेनर की आंखों देखी

प्रशिक्षक अनिल कुमार ने सुनाया उत्तरकाशी हादसे का आंखों देखा हाल मंजर को याद कर नम हो गईं अनिल कुमार की आंखें हादसे के बाद अब तक 16 शव बरामद किए जा चुके हैं उत्तरकाशी. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को हुई हिमस्खलन की घटना में जिंदा बचे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) के प्रशिक्षक अनिल कुमार की आंखें उस दिन के मंजर को याद कर नम हो गईं. उन्होंने कहा, ‘चंद सेकेंड में सब कुछ बर्फ की मोटी चादर से ढक गया’. एनआईएम के पर्वतारोही चढ़ाई के बाद लौटते समय 17 हजार फुट की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में आ गये थे. इस हादसे के बाद अब तक 16 शव बरामद किए जा चुके हैं. अनिल कुमार उन 14 घायल पर्वतारोहियों में हैं जिन्हें बचाव दल ने रेस्क्यू किया था. घायलों को बुधवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अनिल कुमार ने कहा, ‘दल में 34 प्रशिक्षुओं सहित 42 पर्वतारोही थे. मैं उनका नेतृत्व कर रहा था. प्रशिक्षक सविता कंसवाल और नौमी रावत मेरे पीछे थे, जबकि बाकी उनके पीछे चल रहे थे. तभी हिमस्खलन हुआ और कुछ ही सेकेंड में सब कुछ बर्फ की मोटी चादर के नीचे दब गया.’ उन्होंने कहा कि बर्फ को हटाने में लगा दो घंटे का समय एनआईएम के प्रशिक्षक अनिल कुमार ने कहा, ‘जैसा कि मैं बाकी से आगे था, मैं दरार के बाईं ओर फंसा हुआ था. जब बर्फ बैठने लगी, तो मैंने रस्सियों को खोल दिया और अपने साथियों को निकालना शुरू किया. अन्य प्रशिक्षक भी इस काम में लग गए. उपयुक्त उपकरणों के उपलब्ध नहीं होने की सूरत में इन्हें बर्फ को हटाने में दो घंटे लगे. कुमार ने कहा कि जो लोग भी दिख पाये, उन्हें निकाला गया और काफी प्रयास के बावजूद दल के 29 सदस्य दरार में फंस गए. पिछले 12 साल में दूसरी बार कुमार ऐसे हाद...

उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक की घटना; नुकसान का जायजा लेने पहुंचेगी टीम

बारिसू गांव के 3 लोग अपनी हजार से ज्यादा भेड़-बकरियों को लेकर जा रहे थे। इनमें से 350 से ज्यादा आसमानी बिजली का शिकार हो गईं। घटना से घबरा गए गांव के लोग एक साथ इतने जानवरों की मौत होने से गांव वाले लोग घबरा गए। उन्होंने भटवाड़ी ब्लॉक की प्रमुख विनीता रावत को घटना की जानकारी दी। विनीता रावत ने डीएम और जिला आपदा प्रबंधन विभाग को घटना के बारे में बताया।गांव के रहने वाले जगमोहन रावत ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कभी भी बिजली गिरने से इतने जानवरों की मौत एक साथ नहीं हुई है। नुकसान का पता लगाने के लिए जाएगी टीम डुंडा के तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रशासन और पशु चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर पहुंचेगी। इसके बाद ही कुल नुकसान और मौत के कारणों का पता चल सकेगा। आपदा प्रबंधन डिपार्टमेंट की टीम भी मौके पर जाएगी और जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट देगी। बिजली का चमकना और गड़गड़ाहट साथ ही होती है। बिजली की चमक पहले नजर आती है। ऐसा प्रकाश की गति ध्वनि से ज्यादा तेज होने के कारण होता है। इस दौरान प्रकाश की गति करीब 3 लाख किलो मीटर प्रति सेकंड होती है। इसके विपरीत ध्वनि की गति उससे कम काफी कम होती है। भास्कर नॉलेज:3 लाख किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धरती पर गिरती है बिजली; इससे बचने के 6 तरीके बिजली गिरना प्राकृतिक घटना है। हर सेकेंड धरती पर 50-100 बार बिजली गिरती है। सूर्य की सतह की तुलना में बिजली अधिक गर्म होती है। बिजली जिस रास्ते से होकर जमीन पर आती है, वहां की हवा 15 हजार डिग्री फारनहाइट तक गर्म हो जाती है। यह गर्मी सूरज की सतह की गर्मी (10 हजार फारनहाइट) से अधिक है। देश में सबसे ज्यादा...:मध्यप्रदेश में एक साल में 6.55 लाख बार गिरी बिजली, 199 की मौत हुई;...

Uttarakashi Love Jihad Police Alert On Threatening Posters In Market

Uttarakashi Love Jihad: उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarakashi) जनपद में लव जिहाद (Love Jihad) का मामला सामने आने के बाद तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं, जहां एक तरफ इसे लेकर स्थानीय व्यापारियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ रविवार रात को विशेष संप्रदाय की दुकानों के आगे धमकी भरे पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं. इन पोस्टरों में उन्हें दुकान खाली करने की चेतावनी दी गई है और ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई है. वहीं व्यापारी संगठनों ने आज 6 जून को इस घटना के विरोध में बाजार बंद रखने का आह्वान किया है. उत्तरकाशी को पुरोला इलाके में 26 मई को मुस्लिम लड़के द्वारा हिन्दू लड़की को भगाने का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. इस घटना के बाद इलाके में तनाव है, व्यापारियों में भी इसे लेकर खासी नाराजगी देखने को मिल रही है, जिसके बाद उन्होंने आज बाजार बंद रखने का आह्वान किया है. बाजार बंद के साथ लव जिहाद के विरोध में एक विशाल जुलूस भी निकालने की तैयारी की गई है. व्यापारियों का कहना है कि उत्तरकाशी में पिछले कुछ समय से रेहड़ी-फेरी वालों की तादाद बढ़ती जा रही है. इन लोगों की पहचान होना जरूरी है. दुकानों के बाहर लगे धमकी भरे पोस्टर वहीं दूसरी तरफ रविवार की रात को यहां पर विशेष संप्रदाय की दुकानों के बाहर धमकी भरे पोस्टर लगा दिए गए हैं. जिन पर उन्हें दुकान खाली करने की चेतावनी दी गई है. ये पोस्टर देवभूमि रक्षा अभियान के तहत लगाए हैं. इन पर 15 जून तक का समय दिया गया है और कहा गया है कि 15 जून तक विशेष संप्रदाय के लोग दुकानें खाली कर दें नहीं तो बुरे परिणाम भुगतने होंगे. इन पोस्टरों के सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन भी हरकत में आ गया है. पुलिस ने रात...