वैष्णो देवी में रहने की व्यवस्था

  1. vaishno devi yatra What budget is sufficient for a Vaishno Devi tour
  2. वैष्णो देवी में बर्फ कब गिरती है / वैष्णो देवी जाने का सही मौसम और समय
  3. मां वैष्णो देवी की यात्रा कैसे करें? पूरी जानकारी (2023)
  4. Chaitra Navratri 2023 वैष्णो देवी भवन का अलौकिक नजारा ऑनलाइन बुकिंग फुल; दिव्यांग के लिए विशेष व्यवस्था
  5. Vaishno Devi Shrine Board Changed Travel Slip System And Starts RFID Tag System Ann
  6. माता वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास, जाने माँ वैष्णो देवी मंदिर का सम्पूर्ण इतिहास


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vaishno devi yatra What budget is sufficient for a Vaishno Devi tour

vaishno devi yatra What budget is sufficient for a Vaishno Devi tour | Vaishno Devi Yatra: अब इतने बजट में हो सकती है वैष्णो देवी की यात्रा, लोगों की जेब पर नहीं पड़ेगा ज्यादा असर | Hindi News Vaishno Devi Yatra: अब इतने बजट में हो सकती है वैष्णो देवी की यात्रा, लोगों की जेब पर नहीं पड़ेगा ज्यादा असर Vaishno Devi Yatra Budget: जम्मू और कश्मीर में वैष्णो देवी एक तीर्थ स्थल है जो श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में भारी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है. वैष्णो देवी, मां दुर्गा का एक रूप है. प्रचलित मान्यता है कि वह स्वयं भक्तों को यहां बुलाती हैं. ऐसे में हर साल भारी संख्या में यहां हजारों-लाखों भक्तों का आना-जाना लगा रहता है. वहीं कई भक्त ऐसे भी होते हैं जिन्होंने अभी तक वैष्णो देवी के दर्शन नहीं किए हैं. वहीं नई जगह जाने से पहले भक्त वहां रहने की और खाने की व्यवस्था भी पहले ही करके चलते हैं. वैष्णो देवी मंदिर, त्रिकुटा पर्वत के भीतर स्थित एक मंदिर गुफा है. भक्त महा लक्ष्मी, महा काली और महा सरस्वती को मूर्त रूप देने वाली तीन प्राकृतिक रूप से निर्मित चट्टानों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हैं. यदि आप यात्रा को पैदल पूरा करते हैं, तो आप अर्धकुवारी में रुक सकते हैं, जिसे गर्भजून गुफा भी कहा जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि जहां देवी ने राक्षस भैरवनाथ का वध करने से पहले ध्यान किया था. वैष्णो देवी दर्शन वैष्णो देवी की आपकी यात्रा विशेष रूप से मंदिर तक वैष्णो देवी रोपवे और कटरा से हेलीकॉप्टर सेवा के माध्यम से आसान हो जाती है. कटरा उधमपुर जिले का एक और तीर्थस्थल है जो वैष्णो देवी जाने वाले भक्तों के लिए आधार शिविर के रूप में कार्य करता है. वैष्णो देवी की यात्रा भैरवनाथ मं...

वैष्णो देवी में बर्फ कब गिरती है / वैष्णो देवी जाने का सही मौसम और समय

वैष्णो देवी में बर्फ कब गिरती है / वैष्णो देवी जाने का सही मौसम और समय –वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए हर साल लाखों की संख्या में भक्त पहुँच जाते हैं. माता के भक्त काफी ज्यादा होने की वजह से यह मंदिर पुरे वर्ष खुला रहता हैं. वैसे तो यहा का मौसम ठंडा ही होता हैं. इसलिए लोगो को गर्मी का सामना नहीं करना पड़ता हैं. लेकिन गर्मी के मौसम में थोड़ी गर्मी रहती हैं. और शाम होते होते ठंडक हो जाती हैं. लेकिन यहाँ का वातावरण पुरे साल अच्छा रहता हैं. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की वैष्णो देवी में बर्फ कब गिरती है तथा वैष्णो देवी जाने का सही मौसम क्या हैं . इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं. वैष्णो देवी जाने का सही मौसम मार्च से सितंबर का महिना वैष्णो देवी जाने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता हैं. मार्च से जून महीने में गर्मी की छुट्टी में वहा का वातावरण बहुत ही अच्छा माना जाता हैं. हालांकि इस महीने में गर्मी होती हैं. लेकिन शाम होते होते यहां का मौसम काफी अच्छा हो जाता हैं. इसलिए आप मार्च से जून महीने में वैष्णो देवी जा सकते हैं. इसके बाद जुलाई से सितंबर महीने में वैष्णो देवी जाना अच्छा नहीं हैं. इन महीनो में वहा भारी बारिश होती हैं. तो भू-स्खलन का खतरा भी रहता हैं. हालांकि आप इस महीने में वैष्णो देवी यात्रा कर सकते हैं. लेकिन बारिश की वजह से आपका अधिक समय खराब हो सकता हैं. एक ट्रेन में आरएसी सीटों की संख्या कितनी होती है / आरएसी टिकट का मतलब अक्टूम्बर से नवम्बर महीने में आप वैष्णो देवी जा सकते हैं. इस...

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lg manoj sinha inaugurate durga bhawan at mata vaishno devi shrine PHOTOS: वैष्णो देवी के भक्तों के लिए खुशखबरी, 5 मंजिला 'दुर्गा भवन' हुआ तैयार, मुफ्त में ठहर सकेंगे 25000 श्रद्धालु Durga Bhavan: चैत्र नवरात्र पर वैष्णो देवी में भक्तों को निःशुल्क ठहरने की सुविधा मिलेगी. दरअसल, कटरा में श्री माता वैष्णो देवी भवन का निर्माण किया गया है, आज जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने उद्घाटन किया. भवन में 25 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की सुविधा है. भवन को तैयार होने में 19 महीने लगे थे, इसकी लागत 27 करोड़ है. 5 मंजिला भवन 70,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है. भवन में चार लिफ्ट हैं, वाशरूम, लॉकर, कंबल स्टोर, भोजनालय के साथ शयनगृह और कमरों की सुविधा भी है और प्रत्येक फ्लोर पर विकलांग तीर्थयात्रियों के लिए स्पेशल वाशरूम का निर्माण किया गया है.(सभी फोटो: ट्विटर) • Last Updated :March 19, 2023, 10:02 IST • Reported by कोमल सिंह मनहास • Edited by Vividha 03 जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा यह भवन वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बहुत फायदेमंद होगा. आने वाले दिनों में सुविधाएं और बढ़ेंगी. भवन के उद्घाटन के बाद, उपराज्यपाल 22 मार्च से चैत्र नवरात्रों के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए वरिष्ठ नागरिक, पुलिस और श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के साथ व्यवस्था की समीक्षा भी करेंगे.

मां वैष्णो देवी की यात्रा कैसे करें? पूरी जानकारी (2023)

Mata Vaishno Devi Information in Hindi: मां वैष्णो देवी का मंदिर भारत के पवित्र तीर्थ स्थानों में से एक है, जिसका दर्शन करने के लिए हर साल करीबन करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। वैष्णो देवी मंदिर जम्मू कश्मीर कटरा से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वैष्णो देवी मां की पवित्र गुफा समुद्र तल से 5200 फीट की ऊंचाई पर बनी हुई है और चौंकाने वाली बात यह है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं पर हमेशा मां वैष्णो देवी का आशीर्वाद बना रहता है, जिसके कारण बुड्ढे से बुड्ढे यात्री भी माता के मंदिर तक की कठिन चढ़ाई को आसानी से पार कर लेते हैं। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • कटरा के दर्शनीय स्थल जम्मू में वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान आप अन्य दर्शन स्थलों को भी देखने का लुफ्त उठा सकते हैं। अन्य सभी दर्शनीय स्थल जम्मू से 50 किलोमीटर की दूरी पर कटरा में स्थित है। यहां पर हमने कटरा में स्थित वैष्णो देवी के अतिरिक्त अन्य दर्शनीय स्थलों के बारे में बताया है। नौ देवी मंदिर कटरा में नौ देवी मंदिर बहुत ही दर्शनीय स्थल हैं, जो शिवखोड़ी के रास्ते पर स्थित है। यह मंदिर कटरा से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो एक प्राचीन स्थान है। जहां पर एक छोटी सी गुफा बनी है, जिसमें नौ देवियों के पिंड भर्माचार्यिंनी देवी, चन्द्रघंता देवी, स्कंद देवी, कात्यायनी, शैलपुत्र देवी, कुष्मंद देवी, देवी, महाकाली देवी, महा गौरी देवी और सिद्धिदत्री देवी विराजमान है। इस मंदिर के अंदर प्रवेश करने के लिए भीतर लगभग लेट कर ही प्रवेश करना पड़ता है। शिव खोरी (शिव खोड़ी) शिव खोरी कटरा से 70 किलोमीटर की दूरी पर 150 मीटर लंबी गुफा है। इस गुफा के अंदर भगवान शिव की प्राकृतिक शिवलिंग बनी है, जिस पर बर्फ का...

Chaitra Navratri 2023 वैष्णो देवी भवन का अलौकिक नजारा ऑनलाइन बुकिंग फुल; दिव्यांग के लिए विशेष व्यवस्था

Chaitra Navratri 2023: वैष्णो देवी भवन का अलौकिक नजारा, ऑनलाइन बुकिंग फुल; दिव्यांग के लिए विशेष व्यवस्था पवित्र नवरात्रों में मां वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को व्रत संबंधी फलाहार को लेकर परेशान ना होना पड़े जिसको लेकर एक ओर जहां आधार शिविर कटरा में होटल के साथी धर्मशाला ढाबा अर्ध आदि पर व्रत सम्बधी फलाहार उपलब्ध होगा। जम्मू, जागरण संवाददाता। आगामी बुधवार से आरंभ हो रहे पवित्र चैत्र नवरात्रों को लेकर मां वैष्णो देवी के भवन ढाई से तीन लाख के करीब श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। वैसे भी वर्तमान में 25000 से 30000 श्रद्धालु रोजाना मां वैष्णो देवी के दृश्यों के लिए आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं, परंतु नवरात्रों में और ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। बीते वर्ष 2022 में पवित्र चैत्र नवरात्रों में करीब ढाई लाख श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दरबार पहुंचे थे। पवित्र नवरात्रों में मां वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को व्रत संबंधी फलाहार को लेकर परेशान ना होना पड़े जिसको लेकर एक ओर जहां आधार शिविर कटरा में होटल के साथी धर्मशाला ढाबा अर्ध आदि पर व्रत सम्बधी फलाहार उपलब्ध होगा। वही मां वैष्णो देवी भवन के साथ ही सभी मार्गों पर बोर्ड के भोजनालों के साथ ही जलपान केंद्रों में व्रत संबंधी फलाहार उपलब्ध होगा जिसको लेकर श्राइन बोर्ड द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। यू तो पूरे साल भर मां वैष्णो देवी भवन के साथी आधार शिविर कटरा में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रहती है परंतु नवरात्रों को लेकर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाती है। जिसको लेकर मां वैष्णो देवी भवन से लेकर आधार शिविर कटरा में अतिरिक्त संख्या में पुलिस के अधिकारियों के साथ ही जवानों की तैनाती की गई है, तो द...

Vaishno Devi Shrine Board Changed Travel Slip System And Starts RFID Tag System Ann

RFID Tag: श्री माता वैष्णो देवी (Vaishno Devi) श्राइन बोर्ड (Shrine Board) ने साढ़े तीन दशकों से चले आ रहे है माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जरूरी यात्रा पर्ची सिस्टम को खत्म कर दिया है. अब यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए आरएफआईडी टैग (RFID Tag) की व्यवस्था शुरू कर दी गई है. साथ ही इस साल के अंत तक माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में श्राइन बोर्ड स्काई वॉक (Sky Walk) बना रहा है ताकि वहां भीड़ नियंत्रण में आसानी हो सके. साल 1986 से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जरूरी यात्रा पर्ची व्यवस्था को बंद कर दी गई है. अब अगर श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी के दर्शन करने हैं तो उन्हें इस यात्रा पर्ची के बजाय आधुनिक आरएफआईडी टैग दिया जाएगा जिसके बिना यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन नहीं कर सकेंगे. दरअसल, श्री माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में 31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरमियानी रात को भगदड़ मच गई थी जिसमें कई श्रद्धालु मारे गए थे. इस घटना के बाद यात्रियों की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए गठित कमेटी ने यात्रियों को आरएफआईडी टैग देने की हिदायत दी थी जिससे यात्रा के बेहतर संचालन में मदद मिलेगी. इन सुविधाओं से लैस होगी यात्रा यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड कटरा से लेकर माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर तक के 14 किलोमीटर ट्रैक पर जगह-जगह पर आधुनिक पीटीजेड कैमरा भी लगवाए है, ताकि यात्रा पर चौबीसों घंटे नजर रखी जा सके. श्राइन बोर्ड का दावा है कि इन कैमरों के जरिए न केवल भीड़ नियंत्रण बल्कि आपदा प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता हो जाएगी. इसके साथ ही श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कटरा से लेकर भवन तक के 14 किलोमीटर ट्रैक को अलग-अलग जो...

माता वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास, जाने माँ वैष्णो देवी मंदिर का सम्पूर्ण इतिहास

भारतवर्ष प्राचीन काल से ही धर्म एवं अध्यात्म का केंद्रबिंदु रहा है। प्राचीन समय से ही देश में मातृशक्ति की पूजा देवी के रूप में की जाती रही है। भारत के विभिन भागो में देवी शक्ति से जुड़े हजारों मंदिर मौजूद है जहाँ प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु माँ आदिशक्ति का आशीर्वाद प्राप्त करने जाते है। हिमालय की खूबसूरत बर्फीली चोटियों के मध्य स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर को भी देवी शक्ति के प्राचीन मंदिरों में शुमार किया जाता है। प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु ” जय माता दी”और “चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है” के नारे लगाते हुए हुए हिमालय की दुर्गम चढ़ाइयों को पार करते हुए माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन को जाते है। जम्मू-कश्मीर राज्य के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर (SRI MATA VAISHNO DEVI SHRINE) माता वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास (Vaishno Devi Temple History In Hindi) सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है। साथ ही इस आर्टिकल के माध्यम से आपको माता वैष्णो देवी मंदिर से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओ से भी अवगत कराया जायेगा। वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास • माता वैष्णो देवी मंदिर हिमालय में स्थित जम्मू कश्मीर राज्य के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर धाम 5,200 फ़ीटकी ऊँचाई पर स्थित देवी शक्ति मंदिर है जो भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में शुमार है। माता वैष्णो देवी मंदिर धाम में देवी शक्ति की पूजा त्रि- महाशक्तियों के रूप में की जाती है। कहा जाता है की कोई भी भक्त तभी माता वैष्णो देवी के दर्शन करने में सक्षम होता है जब माँ वैष्णों स्वयं भक्त को बुलाये। माता वैष्णों देवी यात्रा के दौरान भक्तो द्वारा “चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है” के नारे लगाते हु ए 14 किलोमीटर की ...