Vishwakarma puja kab hai 2022

  1. Vishwakarma Puja 2022 : भगवान विश्वकर्मा को क्यों कहा जाता है सोने की लंका का निर्माता, क्या है रोचक तथ्य
  2. Vishwakarma Puja 2022
  3. Vishwakarma Puja 2022: आज इस शुभ मुहूर्त में करें विश्वकर्मा पूजा, जान लें क्या है सही विधि?
  4. Vishwakarma on Gowardhan Puja : दीपावाली के दूसरे दिन होती है विश्वकर्मा पूजा, जानें क्यों दो दिन होती है पूजा
  5. Vishwakarma Puja 2022: Check date, timings and other details
  6. Vishwakarma Puja 2022 Date: कब है विश्वकर्मा पूजा? जानें, तारीख, पूजन विधि और महत्व


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Vishwakarma Puja 2022 : भगवान विश्वकर्मा को क्यों कहा जाता है सोने की लंका का निर्माता, क्या है रोचक तथ्य

डीएनए हिंदी : Vishwakarma Puja kab hai Puja vidhi-17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा (Vishwakarma Puja 2022)की जयंती है. इस दिन छोटे-बड़े सभी कारखानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है. इस वर्ष शनिवार 17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाएगी. विश्वकर्मा से जुड़ी कई पौराणिक और रोचक कथाएं हैं, जो शायद आप नहीं जानते हैं. उन्हें सोने की लंका के निर्माता कहा जाता है. इस दिन सूर्य सिंह राशि से निकल कर कन्या राशि मे प्रवेश करते हैं इसलिए इस दिन कन्या संक्रांति भी मनाई जाती है. हर साल कन्या संक्रांति और विश्वकर्मा जयंती एक साथ मनाई जाती है (Vishwakarma Puja 2022 Date)भगवान विश्वकर्मा देवों के शिल्पी, दुनिया के पहले इंजीनियर और वास्तुशास्त्र के परम विद्वान माने जाते हैं. आइए जानते हैं भगवान विश्वकर्मा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें. • भगवान विश्वकर्मा को ब्रह्मा जी ने सृष्टि के शिल्पकार के रूप में नियुक्त किया था. • विश्वकर्मा जी ने स्वर्ग लोक, इंद्र पूरी, द्वारका नगरी, सुदामापुरी में सोने की लंका के साथ साथ कई अन्य नगरी और स्थानों का निर्माण किया था. • विश्वकर्मा जी ने भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र, भगवान शिव का त्रिसूल, यमराज का कालदंड और पुष्पक विमान इत्यादि का निर्माण किया था. • यंत्र, औजार व उपकरणों के देवता के रूप में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है. • कहा जाता है भगवान विश्वकर्मा ने ही सृष्टि के मानचित्र का निर्माण किया था. • भगवान विश्वकर्मा के पांच अवतार हैं जिन्हें विराट विश्वकर्मा, धर्मवंशी विश्वकर्मा, अंगिरावंशी विश्वकर्मा, सुधन्वा विश्वकर्मा और भृगुवंशी विश्वकर्मा के नाम से जाना जाता है. • भगवान विश्वकर्मा के पांचों पुत्र मनु, मय, त्वष्टा, शिल्पी और दैवज्...

Vishwakarma Puja 2022

Vishwakarma Jayanti (विश्वकर्मा जयन्ती) marks the birth of the celestial architect Lord Vishwakarma. This day witnesses religious happenings all around the technological world. India and Nepal witness great devotion and enthusiasm on the day of worshipping Lord Bishwakarma. Architects, engineers, labourers, mechanics, smiths, welders, industrial workers and all others associated with Table of Contents • • • • • Bishwakarma puja date 2022 Here is your answer to “Vishwakarma puja kab hai?”. Each year 17th of September is celebrated as Vishwakarma Puja, and likewise, it’s the same for 2022. It is observable on Kanya Sankranti(कन्‍या संक्रांति) every year, which usually falls on the 17th of September. In Nepal, Also, the auspicious timing(पूजा का मुहूर्त) begins from 6:07 AM on 17th September, indicating that the Puja can begin any time following this. Significance of Vishwakarma Jayanti Lord Bishwakarma is considered the first Civil Engineer(अभियंता) of all times. It is said that he built Dwarka, Swargalok, Indrapuri, etc. He also made the Trishul and Sudarshan Chakra for Lord Shiva and lord of architecture, engineering and innovation. That is what makes all the people associated with the technology world worship him on this day. Lord Vishwakarma is worshipped in factories and Industries for the Abundance(बरकत), sustenance, growth and prosperity of their businesses. People also clean and worship their Vehicles, Wishes Greetings Messages Quotes Here’s a list of Vishwakarma Puj...

Vishwakarma Puja 2022: आज इस शुभ मुहूर्त में करें विश्वकर्मा पूजा, जान लें क्या है सही विधि?

• • Faith Hindi • Vishwakarma Puja 2022: आज इस शुभ मुहूर्त में करें विश्वकर्मा पूजा, जान लें क्या है सही विधि? Vishwakarma Puja 2022: आज इस शुभ मुहूर्त में करें विश्वकर्मा पूजा, जान लें क्या है सही विधि? Vishwakarma Puja 2022: आज विश्वकर्मा जयंती मनाई जा रही है और इस दिन भगवान विश्वकर्मा का पूजन किया जाता है. साथ ही कारखानों में मशीनों व औजारों की पूजा होती है. Vishwakarma Puja 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन विश्वकर्मा पूजा की जाती है. हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि जब सृष्टि की रचना हुई थी उस समय इसे ( Vishwakarma Puja 2022 Date) सजाने-सवांरने का काम भगवान विश्वकर्मा ने ही किया था. ( Vishwakarma Puja 2022 Pujan Vidhi) भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का पहला इंजीनियम कहा जाता है. हर साल उनकी जयंती को विश्वकर्मा पूजा के तौर पर मनाया जाता है. देशभर में आज यानि 17 सितंबर के दिन विश्वकर्मा जयंती मनाई जा रही है. Also Read: • • • विश्वकर्मा पूजा 2022 शुभ मुहूर्त हर साल कन्या संक्रांति के दिन भगवान विश्वकर्मा की जाती है और इस साल यह पूजा 17 सितंबर 2022, शनिवार के दिन है. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगा और रात 9 बजकर 38 मिनट तक रहेगा. विश्वकर्मा पूजा के दिन सुबह 11 बजकर 51 मिनट से लेकर 12 बजकर 40 मिनट तक अभिजित मुहूर्त रहेगा. विश्वकर्मा पूजन विधि विश्वकर्मा पूजा के दिन कारखानों में मशीनों और औजारों की पूजा की जाती है. साथ ही आज के दिन अस्त्र-शस्त्र का भी पूजन होता है. मान्यता है कि ऐसा करने से मशीनें, औजार और अस्त्र-शस्त्र कभी धोखा नहीं देते और लंबे समय तक आपका साथ निभाते हैं. इस दिन सुबह उठकर स्न...

Vishwakarma on Gowardhan Puja : दीपावाली के दूसरे दिन होती है विश्वकर्मा पूजा, जानें क्यों दो दिन होती है पूजा

डीएनए हिंदी : Vishwakarma Puja after Diwali-शिल्पकार के रूप में पूजे जाने वाले विश्वकर्मा भगवान की पूजा (Vihswakarma Puja 2022) इस साल 17 सितंबर को हो रही है. क्या आप जानते हैं कि दीपावाली (Diwali 2022) के दूसरे दिन भी इनकी पूजा होती है. जी हां जिस अन्नकूट का प्रसाद बनता है और गोवर्धन की पूजा होता है उस दिन भी विश्वकर्मा की पूजा होती है, इस दिन भगवान विश्वकर्मा की भी पूजा होती है. यह भी पढे़ं- यह रिवाज हर जगह नहीं है लेकिन कई जगहों पर ऐसा होता है. दीपावाली के अगले दिन मनाए जाने वाले त्योहार गोवर्धन पूजा (Gowardhan Puja 2022) का बेहद महत्व है. इसी दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा भी की जाती है. विश्वकर्मा देव शिल्प माने जाते हैं जिनका जन्म समुद्र मंथन से हुआ था, इन्हें यांत्रिक विज्ञानं तथा वास्तु कला का जनक भी कहा जाता है. फैक्ट्री के मजदूर,मिस्त्री,कारीगर,शिल्पकार,फर्नीचर बनाने वाले,मशीनों पर काम करने वाले, मिल चलाने वाले यह पूजा करते हैं. विश्वकर्मा की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है.

Vishwakarma Puja 2022: Check date, timings and other details

• Every year on Kanya Sankranti, Vishwakarma Jayanti or Vishwakarma Puja is observed. • The birth anniversary of Lord Vishwakarma is observed on this day. • For Hindus, Vishwakarma Jayanti has profound religious importance. New Delhi: Every year on Kanya Sankranti, Vishwakarma Jayanti, also known asVishwakarma Puja , is observed. The birth anniversary of Lord Vishwakarma is observed on this day. The festival takes place when the sun transitions from Simha Rashi (Leo) to Kanya Rashi (Virgo). This day is observed in the eastern states on the last day of the Bengali Bhadra month. Vishwakarma Puja this year will be celebrated on September 17. For Hindus, Vishwakarma Jayanti has profound religious significance. On this auspicious day, adoration is offered to Lord Vishwakarma. People offer prayers to Lord Vishwakarma for success in their various fields, as well as for the machinery to run efficiently and safely. The festival is widely celebrated in Assam, Tripura, West Bengal, Odisha, Bihar, Jharkhand, Uttar Pradesh, and Karnataka. Date and timings Vishwakarma Jayanti: Saturday, September 17, 2022 Vishwakarma Puja Sankranti Moment: Saturday, September 17, 2022, 7.36 am Rituals People should get up early, take a holy wash and dress cleanly. In stores, factories, offices and other places of business, special prayers and puja are being performed. In some locations, followers of Lord Vishwakarma also worship the elephant that serves as his Vahan. On this day, workers likewise worshi...

Vishwakarma Puja 2022 Date: कब है विश्वकर्मा पूजा? जानें, तारीख, पूजन विधि और महत्व

Vishwakarma Puja: विश्वकर्मा पूजा को ही विश्वकर्मा जयंती और विश्वकर्मा दिवस के नाम से जाना जाता है. हिंदूओं के लिए यह दिन बहुत ही खास होता है क्योंकि इस दिन लोग अपने कारखानों और गाड़ियों की पूजा करते हैं. भगवान विश्वकर्मा का जिक्र 12 आदित्यों और ऋग्वेद में होता है. इस बार विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर, शनिवार के दिन मनाई जाएगी. Vishwakarma Puja 2022: विश्वकर्मा जयंती साल में दो बार मनाई जाती है. विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर के दिन कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है, लेकिन वहीं राजस्थान और गुजरात के कुछ इलाकों में भगवान विश्वकर्मा का जन्म 7 फरवरी को मनाया जाता है. विश्वकर्मा पूजा को ही विश्वकर्मा जयंती और विश्वकर्मा दिवस के नाम से जाना जाता है. हिंदुओं के लिए यह दिन बहुत ही खास होता है क्योंकि इस दिन लोग अपने कारखानों और गाड़ियों की पूजा करते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी के सातवें पुत्र के रूप में जन्‍म लिया था. भगवान विश्वकर्मा का जिक्र 12 आदित्यों और ऋग्वेद में होता है. इस बार विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर, शनिवार के दिन मनाई जाएगी. विश्वकर्मा पूजा का महत्व (Vishwakarma Puja 2022 Significance): भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि उन्हें विश्व का पहला इंजीनियर माना गया है. मान्यता है कि हर साल अगर आप घर में रखे हुए लोहे और मशीनों की पूजा करते हैं तो वो जल्दी खराब नहीं होते हैं. साथ ही साथ कारोबार में विस्तार होता है. मशीनें अच्छी चलती हैं क्योंकि भगवान उन पर अपनी कृपा बनाकर रखते हैं. पूजन करने से व्यापार में वृद्धि होती है. भारत के कई हिस्सों में विश्वकर्मा दिवस बेहद धूम धाम से मनाया जाता है. विश्वकर्मा पूजा विधि व...