विटामिन डी किससे मिलता है

  1. vitamin d kis se milta hai
  2. Vitamin D benefits and food sources of it.
  3. Vitamin D Rich Foods: Vitamin D can be consumed with these food items along with sunlight
  4. जानें विटामिन डी के फायदे और नुकसान
  5. धूप से कौन सा विटामिन मिलता है (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai)
  6. विटामिन
  7. धूप से कौन सा विटामिन मिलता है (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai)
  8. जानें विटामिन डी के फायदे और नुकसान


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vitamin d kis se milta hai

अक्सर लोग शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर उसे नजरअंदाज कर जाते हैं। लेकिन ऐसा करना नहीं चाहिए क्योंकि विटामिन डी आपकी सेहत के लिए बहुत जरुरी है। आज के समय में लोग मशीनी युग में जी रहे हैं। अपना ज्यादा समय दफतरों में बिताते हैं, धूप के संपर्क में ना आने की वजह से उनके शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है। जिसकी वजह से व्यक्ति को कई सारी परेशानियां का सामना करना पड़ सकता है। हहर व्यक्ति के शरीर, हड्डियों, मांसपेशियों और नसों को स्‍वस्‍थ रखने के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। विटामिन डी भले ही सीधे सीधे विटामिन की श्रेणी में न आता हो लेकिन इसे इस तरह समझिए कि यह व्यक्ति के शरीर के लिए एक प्रकार का योद्धा है जिसके बारे में दावा किया जाता है कि विटामिन डी से रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है। रोग होने पर रोग को ठीक करने के लिए किसी ऐसे योद्धा की कितनी जरूरत होगी, यह हमें समझाने की जरूरत नहीं है। विटामिन डी हमारे स्वास्थ के लिए इसलिए अच्छा है क्योंकि ये हमारे इम्यून सिस्टम को काफी मजबूत करता है। जानें विटामिन की कमी को पूरा करने का तरीका। संतरा संतरे में विटामिन डी की भरपूर मात्रा पाई जाती है, ये फल हड्डियों को मजबूत करता है। संतरे के जूस शरीर को एनर्जी और मजबूती देने के लिए जरुरी होता है. संतरा विटामिन सी,फोलेट और पोटैशियन से युक्त होता है संतरे का एक गिलास जूस आपको पर्य़ाप्त विटामिन उपल्बध करता है। ये भी पढ़ें: अंडा लोगों को अंडा खाना बहुत पंसद होता है और शरीर के लिए इसके कई सारे फायदे भी होते हैं, अंडे का सफेद वाला हिस्सा विटामिन डी से भरपूर होता है। अंडा खान से शरीर को आवश्यक विटामिन डी मिल जाता है, अंडा खाना उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जो किन्ही कारणों से दूध नहीं...

Vitamin D benefits and food sources of it.

थकान, मूड स्विंग्स और बार-बार बीमार पड़ना हो सकते हैं विटामिन डी की कमी के संकेत, जानिए क्यों जरूरी है विटामिन डी विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों व हड्डियों से संबंधित समस्या हो सकती है। ऐसे में हड्डियों की मजबूती और अन्य शारीरिक कार्यों के लिए भी जरूरी होती है। इसका शरीर में पर्याप्त मात्रा में होना अधिक जरूरी है। विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों व हड्डियों से संबंधित समस्या हो सकती है। चित्र शटरस्टॉक शरीर केा एक्टिव रखने के लिए सभी पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है। इसी क्रम में विटामिन डी भी आता है। यह विटामिन डी हमें हेल्दी डाइट और धूप से मिलती है। यह हमारे शरीर में कैल्शियम को बनाने में मदद करती है। इसके साथ इससे इम्यूनिटी भी स्ट्रांग होती है, और हेल्थ भी अच्छी रहती है। इस विटामिन का फायदा मसल्स के ग्रोथ के साथ त्वचा को मिलता है। यह बातें रिसर्च से सामने आईं हैं कि विटामिन डी का सेवन हाइपरटेंशन यानी हाई बीपी के जोखम को भी कम कर सकता है। छोटे से बड़ों तक 400 आईयू से लेकर 800 आईयू तक जरूरत होती है। यह भी पढ़ें सच्चाई बता रहा शोध नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ प्रकाशित एक अध्यन में पाया गया कि संयुक्त राज्य अमेरिका में अधिकांश लोग विटामिन डी की कम मात्रा उपभोग करते हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षा सर्वेक्षण में पाया गया कि दैनिक खाद्य पदार्थ में 204 आईयू की कमी थी। जिसमें 97 प्रतिशत महिलाएं, 92 प्रतिशत पुरूष और 94 प्रतिशत एक वर्ष के बच्चे भोजन से विटामिन डी के 400 आईयू ग्रहण करते हैं। बॉडी को हेल्दी बनाने के लिए जरूरी है विटामिन डी का सेवन। चित्र शटरस्टॉक इससे होने वाली हानि सीएसजेएमयू विश्वविद्यालय के हेल्थ साइंस डिपार्टमेंट के एचओडी प्रवीन कटियार विटामिन डी कमी पर बात कर...

Vitamin D Rich Foods: Vitamin D can be consumed with these food items along with sunlight

Vitamin D Rich Foods: अगर आप सोचते हैं कि विटामिन डी (Vitamin D) सिर्फ धूप (Sunlight) से ही मिल सकता है तो आप गलत हैं, आप शरीर में विटामिन की मात्रा कुछ खाने की चीज़ों (Food Items) से भी पूरी कर सकते हैं. • मशरूम विटामिन डी का सबसे अच्छा सोर्स है. रोज़ाना 100 ग्राम से कम मशरूम (Mushroom) खाना हेल्दी साबित हो सकता है. • संतरा या संतरे का जूस विटामिन डी के साथ बाकि न्यूट्रिएंट्स जैसे कैल्शियम से भरपूर होता है. एक दिन में 1 संतरा या 1 कप संतरे का जूस पीया जा सकता है. • मैग्निशियम से भरपूर केला शरीर में विटामिन डी को एक्टिवेट कर देता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स दिन में 1 से 2 केले खाने की सलाह देते हैं. यह भी देखें: • पालक विटामिन डी और कैल्शियम का भरपूर सोर्स है. पालक खाने से शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है. 1 कप फ्रेश पालक और आधा कप पका हुआ पालक खा सकते हैं. • सोयाबीन में भी विटमिन डी के साथ-साथ प्रोटीन और कैल्शियम जैसे कई न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं. • इसके अलावा विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए पनीर का भी सेवन किया जा सकता है. बस ध्यान रखें कि पकाते समय ज़्यादा तेल का इस्तेमाल ना करें. यह भी देखें:

जानें विटामिन डी के फायदे और नुकसान

विटामिन डी एक विटामिन का प्रकार है। यह विशेषकर सूर्य के प्रकाश यानी धूप से मिलता है। जब सूर्य के प्रकाश में शरीर आता है तो शरीर के सेल्स द्वारा जो एस्ट्रॉयड बनता है, वह विटामिन डी होता है। अगर आप पर्याप्त मात्रा में धूप नहीं लेते हैं, तो निश्चित तौर पर यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कई बार लोगों को इसके सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है। विटामिन डी धूप, दूध, अंडे के पीले भाग, टमाटर, हरी सब्जियां और शलजम, पनीर, पत्ता गोभी, नींबू, माल्टा आदि में प्रचुर मात्रा में बनता है। तो आइये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से। • कितना करें विटामिन डी का सेवन? • विटामिन डी के फायदे • विटामिन डी के मुख्य स्रोत • विटामिन डी के नुकसान कितना करें विटामिन डी का सेवन? विटामिन डी की ज़रूरत सभी को होती है, लेकिन हर किसी की जरूरत अलग-अलग होती है। हर व्यक्ति को उसकी सेहत और उम्र के अनुसार इसका सेवन करना चाहिए। जैसे जन्म से लेकर छह महीने के शिशु को 400 IU के करीब इसे लेना चाहिए। 1 से 13 की उम्र हो तो 600 IU लेना चाहिए, 14 से 18 600 IU पुरुष के लिए अच्छा है। 14 से 18 साल की महिला को 600 IU लेना चाहिए और इसके बाद जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, इतना ही IU लेना चाहिए। भारत में 70 से 90 प्रतिशत लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी है। विटामिन डी दो प्रकार के होते हैं, विटामिन 2 और विटामिन 3। विटामिन डी 2 भी होता है, लेकिन शरीर इसको पचा नहीं पाता है। ज्यादातर लोगों में अमूमन विटामिन डी 3 की कमी होती है। विटामिन डी के फायदे • विटामिन डी हमारे शरीर में सीरम, कैल्शियम और फास्फोरस की सही मात्रा को बनाए रखने में मदद करता है। यह हमारे शरीर में संक्रमण की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। • विटामिन डी हमारे शर...

धूप से कौन सा विटामिन मिलता है (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai)

धूप से कौन सा विटामिन मिलता है (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai): शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जिनमें से एक है विटामिन डी। शरीर में विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जोड़ों में दर्द, कमर दर्द और मांसपेशियों में दर्द होता है। इसलिए भरपूर मात्रा में विटामिन डी का सेवन करना चाहिए। आज के इस लेख में आप जानेंगे की धूप से कौन सा विटामिन मिलता है, धूप लेने का सही समय क्या है और विटामिन डी के लिए किन फूड्स को सेवन करना चाहिए आदि। इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे। धूप से कौन सा विटामिन मिलता है? (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai) धूप से विटामिन डी मिलता है। हमारे शरीर को विटामिन डी सूरज की रोशनी (धुप) से मिलता है, यह शरीर के लिए एक आवश्यक विटामिन है जो हमें धूप में बैठने से आसानी से मिल जाता है, इसके अलावा यह विटामिन संतरे, केले, पपीता से भी मिलता है। अगर शरीर में इस विटामिन की कमी हो जाए तो कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे थकान, मांसपेशियों में दर्द, हड्डियों का कमजोर होना, बाल झड़ना आदि। गर्मियों में धूप का अधिक सेवन भी आपकी सेहत बिगाड़ सकता है, इसलिए ध्यान रखें कि कम तापमान वाली सुबह की धूप ही आपको विटामिन दे सकती है। इसलिए सुबह 9 बजे 15 मिनट की धूप लेना सही रहता है। धूप में बैठने से विटामिन डी तो मिलता ही है साथ ही पाचन क्रिया मजबूत होती है, डिप्रेशन दूर होता है आदि कई तरह के लाभ मिलते हैं। - Advertisement - विटामिन डी शरीर के लिए सबसे आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन डी आमतौर पर सूर्य के प्रकाश यानी सूरज की रौशनी (धुप) से प्राप्त होता है और इसलिए इसे सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है। लेकिन, जिन लोगों को पर्याप्त ध...

विटामिन

और पढ़ेंः शरीर में विटामिन-डी की सही मात्रा कितनी होती है? हमारे शरीर में जानिए विटामिन डी की कमी से जुड़ी कुछ खास बातें एनसीबीआई में प्रकाशित लेख के मुताबिक, भारत में पुरुषों के मुकाबले वहीं, बीबीसी को दिए गए एक इंटरव्यू में पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा, आर वेंकटरमन और प्रणब मुखर्जी के फीजिशियन रह चुके डॉ. मोहसीन वली का कहना है कि, महिलाओं में विटामिन डी के कमी के अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। जिसमें महिलाओं में होने वाला हॉर्मोनल बदलाव भी शामिल है। और पढ़ेंः [mc4wp_form id=”183492″] विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत क्या हो सकता है? एक्सपर्ट्स के मुताबिक, विटामिन डी विटामिन-डी डेफिशिएंसी के कारण क्या हैं? नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के मुताबिक दुनियाभर की 50 फीसदी जनसंख्या विटामिन-डी डेफिशिएंसी की समस्या से जूझ रही है। प्रति व्यक्ति के लिए प्रतिदिन कम से कम 10 से 20 माइक्रोग्राम विटामिन डी की जरूरत होती है। जिसकी पूर्ति आहार और सूर्य की किरणों से की जा सकती है। हालांकि, ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से विटामिन डी की कमी हो सकती है, जिसमें मॉर्डन लाइफस्टाइल और गरीबी सबसे बड़े कारणों में से एक हो सकते हैं। विटामिन डी की कमी के निम्न कारण हो सकते हैंः 1.विटामिन-डी डेफिशिएंसी का कारण है शुध्द शाकाहारी होना आहार के तौर पर विटामिन-डी डेफिशिएंसी को दूर करने के सबसे बेहतर स्त्रोत 2.आहार में विटामिन डी अधिक न ले पाना कुछ लोगों का 3.विटामिन-डी डेफिशिएंसी का प्रमुख कारण है हमेशा धूप से दूर रहना बहुत देर तक या बहुत ज्यादा समय 4.गहरी रंगत की त्वचा होना अगर आपका स्किन कलर डार्क है, तो विटामिन-डी डेफिशिएंसी का जोखिम बढ़ सकता है। पिगमेंट मेलेनिन सूरज की रोशनी के संपर...

विटामिन

और पढ़ेंः शरीर में विटामिन-डी की सही मात्रा कितनी होती है? हमारे शरीर में जानिए विटामिन डी की कमी से जुड़ी कुछ खास बातें एनसीबीआई में प्रकाशित लेख के मुताबिक, भारत में पुरुषों के मुकाबले वहीं, बीबीसी को दिए गए एक इंटरव्यू में पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा, आर वेंकटरमन और प्रणब मुखर्जी के फीजिशियन रह चुके डॉ. मोहसीन वली का कहना है कि, महिलाओं में विटामिन डी के कमी के अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। जिसमें महिलाओं में होने वाला हॉर्मोनल बदलाव भी शामिल है। और पढ़ेंः [mc4wp_form id=”183492″] विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत क्या हो सकता है? एक्सपर्ट्स के मुताबिक, विटामिन डी विटामिन-डी डेफिशिएंसी के कारण क्या हैं? नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के मुताबिक दुनियाभर की 50 फीसदी जनसंख्या विटामिन-डी डेफिशिएंसी की समस्या से जूझ रही है। प्रति व्यक्ति के लिए प्रतिदिन कम से कम 10 से 20 माइक्रोग्राम विटामिन डी की जरूरत होती है। जिसकी पूर्ति आहार और सूर्य की किरणों से की जा सकती है। हालांकि, ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से विटामिन डी की कमी हो सकती है, जिसमें मॉर्डन लाइफस्टाइल और गरीबी सबसे बड़े कारणों में से एक हो सकते हैं। विटामिन डी की कमी के निम्न कारण हो सकते हैंः 1.विटामिन-डी डेफिशिएंसी का कारण है शुध्द शाकाहारी होना आहार के तौर पर विटामिन-डी डेफिशिएंसी को दूर करने के सबसे बेहतर स्त्रोत 2.आहार में विटामिन डी अधिक न ले पाना कुछ लोगों का 3.विटामिन-डी डेफिशिएंसी का प्रमुख कारण है हमेशा धूप से दूर रहना बहुत देर तक या बहुत ज्यादा समय 4.गहरी रंगत की त्वचा होना अगर आपका स्किन कलर डार्क है, तो विटामिन-डी डेफिशिएंसी का जोखिम बढ़ सकता है। पिगमेंट मेलेनिन सूरज की रोशनी के संपर...

विटामिन

अनुक्रम • 1 विटामिन की कमी से होने वाले रोग का विस्तृत रूप • 2 प्रमुख विटामिन • 2.1 विटामिन A • 2.2 विटामिन बी • 2.3 विटामिन सी • 2.4 विटामिन डी • 2.5 विटामिन ई • 3 कुछ आवश्यक विटामिन • 4 विटामिन और उनकी कमी से होने वाले रोग • 5 सन्दर्भ • 6 इन्हें भी देखें • 7 बाहरी कड़ियाँ विटामिन की कमी से होने वाले रोग का विस्तृत रूप [ ] • विटामिन ए - वृद्धि रुकना • विटामिन बी1 -- वृद्धि का रुकना, भूख और वजन का घटना, तंत्रिका विकास, बेरी-बेरी, थकान का होना, बदहजमी, पेट की खराबी आदि। • विटामिन बी2 -- वृद्धि का रुकना, धुधली दृष्टि का होना, जीभ पर छाले का पड़ जाना, असमय बुढ़ापा आना, प्रकाश न सह पाना आदि। • विटामिन बी3 -- जीभ का चिकनापन, त्वचा पर फोड़े फुंसी होना, पाचन क्रिया में गड़बड़ी, मानसिक विकारों का होना आदि। • विटामिन बी5 -- पेशियों में लकवा, पैरों में जलन आदि। • विटामिन बी6 -- • विटामिन बी7 -- • विटामिन बी12 -- रुधिर की कमी। • विटामिन सी -- मसूड़े फूलना, अस्थियों के चारों ओर श्राव, जरा सी चोट पर रुधिर निकलना ( • विटामिन डी -- • विटामिन ई -- • विटामिन के -- • फोलिक एसिड -- अनीमिया तथा पेचिश रोग होता है। प्रमुख विटामिन [ ] [ ] मुख्य लेख: विटामिन ए का रासायनिक नाम रेटिनॉल है। इसे antixerophthalmic विटामिन भी कहते है विटामिन आँखों से देखने के लिये अत्यंत आवश्यक होता है। साथ ही यह संक्रामक रोगों से बचाता है। यह विटामिन शरीर में अनेक अंगों को सामान्य रूप में बनाये रखने में मदद करता है जैसे कि त्वचा, बाल, नाखून, ग्रंथि, दाँत, मसूड़ा और हड्डी। सबसे महत्वपूर्ण स्थिती जो कि सिर्फ विटामिन ए के अभाव में होती है, वह है अंधेरे में कम दिखाई देना, जिसे रतौंधि (Night Blindness) कहते हैं। इसके साथ आ...

धूप से कौन सा विटामिन मिलता है (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai)

धूप से कौन सा विटामिन मिलता है (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai): शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जिनमें से एक है विटामिन डी। शरीर में विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जोड़ों में दर्द, कमर दर्द और मांसपेशियों में दर्द होता है। इसलिए भरपूर मात्रा में विटामिन डी का सेवन करना चाहिए। आज के इस लेख में आप जानेंगे की धूप से कौन सा विटामिन मिलता है, धूप लेने का सही समय क्या है और विटामिन डी के लिए किन फूड्स को सेवन करना चाहिए आदि। इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे। धूप से कौन सा विटामिन मिलता है? (Dhoop Se Konsa Vitamin Milta Hai) धूप से विटामिन डी मिलता है। हमारे शरीर को विटामिन डी सूरज की रोशनी (धुप) से मिलता है, यह शरीर के लिए एक आवश्यक विटामिन है जो हमें धूप में बैठने से आसानी से मिल जाता है, इसके अलावा यह विटामिन संतरे, केले, पपीता से भी मिलता है। अगर शरीर में इस विटामिन की कमी हो जाए तो कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे थकान, मांसपेशियों में दर्द, हड्डियों का कमजोर होना, बाल झड़ना आदि। गर्मियों में धूप का अधिक सेवन भी आपकी सेहत बिगाड़ सकता है, इसलिए ध्यान रखें कि कम तापमान वाली सुबह की धूप ही आपको विटामिन दे सकती है। इसलिए सुबह 9 बजे 15 मिनट की धूप लेना सही रहता है। धूप में बैठने से विटामिन डी तो मिलता ही है साथ ही पाचन क्रिया मजबूत होती है, डिप्रेशन दूर होता है आदि कई तरह के लाभ मिलते हैं। - Advertisement - विटामिन डी शरीर के लिए सबसे आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन डी आमतौर पर सूर्य के प्रकाश यानी सूरज की रौशनी (धुप) से प्राप्त होता है और इसलिए इसे सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है। लेकिन, जिन लोगों को पर्याप्त ध...

जानें विटामिन डी के फायदे और नुकसान

विटामिन डी एक विटामिन का प्रकार है। यह विशेषकर सूर्य के प्रकाश यानी धूप से मिलता है। जब सूर्य के प्रकाश में शरीर आता है तो शरीर के सेल्स द्वारा जो एस्ट्रॉयड बनता है, वह विटामिन डी होता है। अगर आप पर्याप्त मात्रा में धूप नहीं लेते हैं, तो निश्चित तौर पर यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कई बार लोगों को इसके सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है। विटामिन डी धूप, दूध, अंडे के पीले भाग, टमाटर, हरी सब्जियां और शलजम, पनीर, पत्ता गोभी, नींबू, माल्टा आदि में प्रचुर मात्रा में बनता है। तो आइये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से। • कितना करें विटामिन डी का सेवन? • विटामिन डी के फायदे • विटामिन डी के मुख्य स्रोत • विटामिन डी के नुकसान कितना करें विटामिन डी का सेवन? विटामिन डी की ज़रूरत सभी को होती है, लेकिन हर किसी की जरूरत अलग-अलग होती है। हर व्यक्ति को उसकी सेहत और उम्र के अनुसार इसका सेवन करना चाहिए। जैसे जन्म से लेकर छह महीने के शिशु को 400 IU के करीब इसे लेना चाहिए। 1 से 13 की उम्र हो तो 600 IU लेना चाहिए, 14 से 18 600 IU पुरुष के लिए अच्छा है। 14 से 18 साल की महिला को 600 IU लेना चाहिए और इसके बाद जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, इतना ही IU लेना चाहिए। भारत में 70 से 90 प्रतिशत लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी है। विटामिन डी दो प्रकार के होते हैं, विटामिन 2 और विटामिन 3। विटामिन डी 2 भी होता है, लेकिन शरीर इसको पचा नहीं पाता है। ज्यादातर लोगों में अमूमन विटामिन डी 3 की कमी होती है। विटामिन डी के फायदे • विटामिन डी हमारे शरीर में सीरम, कैल्शियम और फास्फोरस की सही मात्रा को बनाए रखने में मदद करता है। यह हमारे शरीर में संक्रमण की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। • विटामिन डी हमारे शर...