या कुंदेंदुतुषारहारधवला सरस्वती वंदना

  1. सरस्वती वंदना : या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
  2. माँ सरस्वती वंदना
  3. Saraswati Vandana in Hindi
  4. Saraswati Vandana – सरस्वती वंदना PDF Hindi – InstaPDF
  5. सरस्वती वंदना
  6. सरस्वती वंदना : या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
  7. माँ सरस्वती वंदना
  8. सरस्वती वंदना
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  10. Saraswati Vandana in Hindi


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सरस्वती वंदना : या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता : क्या आप सरस्वती वंदना – Saraswati Vandana in Hindi जानना चाहते हैं तो आपके लिए यह पोस्ट एकदम सही है दोस्त हम सभी जानते हैं कि ज्ञान की देवी मां सरस्वती है और ज्ञान की प्राप्ति के लिए हमें इनकी सदैव पूजा-अर्चना करनी चाहिए. पूजा अर्चना में सरस्वती वंदना अवश्य पढ़ी जाती है तो आज की इस पोस्ट में सरस्वती वंदना लिरिक्स जो की संस्कृत में लिखी गई है आपके लिए काफी उपयोगी है. तो आइए जानते हैं सरस्वती प्रार्थना – Saraswati Prayer in Hindi सरस्वती वंदना – Saraswati Vandana in Hindi या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना या ब्रह्माऽच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा शुक्लां ब्रह्मविचारसारपरमाम् आद्यां जगद् व्यापिनीम् वीणापुस्तकधारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम् हस्ते स्फाटिकमालिकां विदधर्ती पद्मासने संस्थिताम् वन्दे तां परमेश्वरीं भगवर्ती बुद्धिप्रदां शारदाम् साहस शील हृदय में भर दें, जीवन त्याग तपोमय कर दे संयम सत्य स्नेह का वर दे, स्वाभिमान भर दे हे हंस वाहिनी ज्ञानदायिनी, अम्ब विमल मति दे अम्ब विमल मति दे लव, कुश, ध्रुव, प्रह्लाद बनें हम, मानवता का त्रास हरें हम, सीता, सावित्री, दुर्गा माँ, फिर घर-घर भर दे हे हंस वाहिनी ज्ञानदायिनी, अम्ब विमल मति दे अम्ब विमल मति दे

माँ सरस्वती वंदना

सरस्वती वंदना का हिंदु धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। मॉं सरस्वती की वंदना करने से ऐसा माना जाता है कि मुर्ख भी ज्ञानी बन सकते हैं। कहा जाता है कि वरदराजाचार्य, कालिदास आदि मंद बुद्धि लोग सरस्वती उपासना के बाद ही उच्च कोटि के विद्वान बने थे। मॉं सरस्वती को हिंदू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक माना गया है। इनकी कृपा पाने के लिए संगीतज्ञ, छात्रों और यहां तक की गूढ़ विषयों में रुचि रखने वालों द्वारा भी इनकी वंदना की जाती है। सरस्वती मॉं को शारदा, शतरुपा, वीणावादिनी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है। मॉं सरस्वती का स्वरूप ज्ञान की देवी माता सरस्वती का स्वरूप कुछ इस प्रकार है- माता श्वेत वस्त्रधारिणी हैं, उनके चार हाथ हैं और उनके हाथों में वीणा है जिसका वह निरंतर वादन करती हैं और पुस्तक है, मॉं शुक्लवर्णा हैं और श्वेतपद्मासन में विराजमान होती हैं। इनके हाथों में विराजमान वीणा संगीत की और पुस्तक विचारणा को अभिव्यक्त करती हैं। वहीं मयूर वाहन कला और मधुर स्वर की अभिव्यक्ति करता है। हिंदू धर्म के मानने वालों के बीच सरस्वती को शिक्षा की देवी के रुप में जाना जाता है। या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभि र्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥ अर्थ- इस वंदना के द्वारा जातक देवी सरस्वती को प्रसन्न करने हेतु कहता है कि, जो विद्या या ज्ञान की देवी भगवती सरस्वती कुंद के पुष्प, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की हैं और जो सफेद वस्त्र धारण करती हैं, जिनके हाथों में वीणा-दण्ड सुशोभित है, जिनका आसन श्वेत कमलों पर है और जिनको ब्रह्मा, विष्णु और महेश जैसे देवों द्वारा...

Saraswati Vandana in Hindi

WhatsApp Telegram Facebook Twitter LinkedIn Saraswati Vandana Mantra is a powerful hymn in praise of Goddess Saraswati, who is the goddess of Learning and Education. This hymn is also popular among the people with its starting verse “Yakundendu Tusharahara Dhavala”. Get Sri Saraswati Vandana in Hindi Lyrics pdf or ya kundendu tushar har dhavala lyrics in Hindi here and chant it regularly with devotion for the grace of Goddess Saraswati and thereby improving your Knowledge and learning capabilities. Saraswati Vandana in Hindi – सरस्वती वंदना या कुन्देन्दु तुषार हार धवला या शुभ्र वस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना | या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥ १ ॥ दोर्भिर्युक्ता चतुर्भिं स्फटिकमणिनिभै रक्षमालान्दधाना हस्तेनैकेन पद्मं सितमपिच शुकं पुस्तकं चापरेण । भासा कुन्देन्दुशङ्खस्फटिकमणिनिभा भासमानाऽसमाना सा मे वाग्देवतेयं निवसतु वदने सर्वदा सुप्रसन्ना ॥ २ ॥ सुरासुरासेवितपादपङ्कजा करे विराजत्कमनीयपुस्तका । विरिञ्चिपत्नी कमलासनस्थिता सरस्वती नृत्यतु वाचि मे सदा ॥ ३ ॥ सरस्वती सरसिजकेसरप्रभा तपस्विनी सितकमलासनप्रिया । घनस्तनी कमलविलोललोचना मनस्विनी भवतु वरप्रसादिनी ॥ ४ ॥ सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि । विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा ॥ ५ ॥ सरस्वति नमस्तुभ्यं सर्वदेवि नमो नमः । शान्तरूपे शशिधरे सर्वयोगे नमो नमः ॥ ६ ॥ नित्यानन्दे निराधारे निष्कलायै नमो नमः । विद्याधरे विशालाक्षि शुद्धज्ञाने नमो नमः ॥ ७ ॥ शुद्धस्फटिकरूपायै सूक्ष्मरूपे नमो नमः । शब्दब्रह्मि चतुर्हस्ते सर्वसिद्‍ध्यै नमो नमः ॥ ८ ॥ मुक्...

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सरस्वती वंदना (Saraswati Vandana) हिन्दी PDF डाउनलोड करें इस लेख में नीचे दिए गए लिंक से। अगर आप Saraswati Vandana - सरस्वती वंदना हिन्दी पीडीएफ़ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। इस लेख में हम आपको दे रहे हैं सरस्वती वंदना (Saraswati Vandana) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और पीडीएफ़ का direct डाउनलोड लिंक। सरस्वती वंदना बहुत ही मधुर है तथा इसके गायन से देवी सरस्वती बहुत शीघ्र प्रसन्न होती हैं तथा आप पर कृपा करती हैं। यदि आप पर सरस्वती माता की कृपा होती जाती है, तो माता जी आपकी सभी अज्ञानता का नाश कर देती हैं तथा आपको ज्ञान अर्जित करने में कोई समस्या नहीं आती। अतः देवी सरस्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए इस सुन्दर सरस्वती वंदना का गायन अवश्य करें। माता सरस्वती विद्या व ज्ञान की देवी हैं। हिन्दू धर्म में माता सरस्वती का बहुत ही विशेष स्थान है। किसी भी प्रकार के पूजन में गणेश जी व सरस्वती माँ पूजन अवश्य किया जाता है। माता सरस्वती की कृपा से व्यक्ति विद्द्वान होता है। सरस्वती वंदना – Saraswati Vandhana in Hindi सरस्वती वन्दना – “मुझको नवल उत्थान दो “ मुझको नवल उत्थान दो माँ सरस्वती वरदान दो. तेरी करूं माँ प्रार्थना . पूरी करो माँ साधना नव गति नवल लय ताल दो माँ सरस्वती वरदान दो… मुझको नवल उत्थान दो माँ सरस्वती वरदान दो माया मुझे नहीं छल सके… विद्या विनय का ज्ञान दो माँ सरस्वती वरदान दो . मुझको नवल उत्थान दो माँ सरस्वती वरदान दो . सरस्वती वन्दना -” या कुन्देन्दु तुषारहारधवला “ या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥ सरस्वती व...

सरस्वती वंदना

Name Saraswati Vandana Language Sanskrit / Hindi Size 400 KB Total Pages 3 सरस्वती वंदना को सभी विद्यालयों में गाया जाता है सरस्वती वंदना में मां सरस्वती के गुणों का वर्णन किया गया है जो व्यक्ति मां सरस्वती वंदना को रोजाना बोलता है उसका जीवन सदैव सुखी रहता है इसीलिए आप सभी जरूर मां सरस्वती की वंदना अवश्य करें जो कि आपके जीवन में सदैव सुखी के लिए आवश्यक है। सरस्वती वंदना हिंदी लिरिक्स या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना । या ब्रह्माच्युत शङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1 ॥ Ya kundendu tushara haara dhavala, ya shubhra vastravrita yaa veena vara danda mandithakara, ya shwetha padmaasana Ya brahmachyuthaha shankara prabrithibhi devai, sada poojitha Samaam paatu saraswathi bhagavathi, nihshesha Jaddyapaha हिंदी अनुवाद— जो विद्या की देवी सरस्वती जो कि कुंद के फूल चंद्रमा हिमराशि और मोती के हार के समान धवल वर्ण की है तथा जो सफेद वस्त्र धारण की हुई है जिनके हाथ में वीणा दंड शोभा करता है तथा जिन्होंने सफेद कमलों पर आसन ग्रहण किया हुआ है तथा ब्रह्मा विष्णु और महेश आदि देव द्वारा सदैव पूजी जाती है वह इस संपूर्ण जड़ता अर्थात मूर्खता और अज्ञानता को दूर करने वाली ऐसे सरस्वती देवी हमारी सदैव रक्षा करें shuklam brahmavichar saar parmadham jagadvyapini veena pustakdharinimabhayadam jadyandhkarapaham haste sfatikmaalikaam vidadhatim padmasane sansthitaam vandetaam parmeshwari bhagwatim buddhipradam shardaam हिंदी अनुवाद— जो शुक्लवर्ण वाली है तथा इसे संपूर्ण चराचर जगत में व्याप्त है साथ ही साथ आदि...

सरस्वती वंदना : या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता : क्या आप सरस्वती वंदना – Saraswati Vandana in Hindi जानना चाहते हैं तो आपके लिए यह पोस्ट एकदम सही है दोस्त हम सभी जानते हैं कि ज्ञान की देवी मां सरस्वती है और ज्ञान की प्राप्ति के लिए हमें इनकी सदैव पूजा-अर्चना करनी चाहिए. पूजा अर्चना में सरस्वती वंदना अवश्य पढ़ी जाती है तो आज की इस पोस्ट में सरस्वती वंदना लिरिक्स जो की संस्कृत में लिखी गई है आपके लिए काफी उपयोगी है. तो आइए जानते हैं सरस्वती प्रार्थना – Saraswati Prayer in Hindi सरस्वती वंदना – Saraswati Vandana in Hindi या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना या ब्रह्माऽच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा शुक्लां ब्रह्मविचारसारपरमाम् आद्यां जगद् व्यापिनीम् वीणापुस्तकधारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम् हस्ते स्फाटिकमालिकां विदधर्ती पद्मासने संस्थिताम् वन्दे तां परमेश्वरीं भगवर्ती बुद्धिप्रदां शारदाम् साहस शील हृदय में भर दें, जीवन त्याग तपोमय कर दे संयम सत्य स्नेह का वर दे, स्वाभिमान भर दे हे हंस वाहिनी ज्ञानदायिनी, अम्ब विमल मति दे अम्ब विमल मति दे लव, कुश, ध्रुव, प्रह्लाद बनें हम, मानवता का त्रास हरें हम, सीता, सावित्री, दुर्गा माँ, फिर घर-घर भर दे हे हंस वाहिनी ज्ञानदायिनी, अम्ब विमल मति दे अम्ब विमल मति दे

माँ सरस्वती वंदना

सरस्वती वंदना का हिंदु धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। मॉं सरस्वती की वंदना करने से ऐसा माना जाता है कि मुर्ख भी ज्ञानी बन सकते हैं। कहा जाता है कि वरदराजाचार्य, कालिदास आदि मंद बुद्धि लोग सरस्वती उपासना के बाद ही उच्च कोटि के विद्वान बने थे। मॉं सरस्वती को हिंदू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक माना गया है। इनकी कृपा पाने के लिए संगीतज्ञ, छात्रों और यहां तक की गूढ़ विषयों में रुचि रखने वालों द्वारा भी इनकी वंदना की जाती है। सरस्वती मॉं को शारदा, शतरुपा, वीणावादिनी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है। मॉं सरस्वती का स्वरूप ज्ञान की देवी माता सरस्वती का स्वरूप कुछ इस प्रकार है- माता श्वेत वस्त्रधारिणी हैं, उनके चार हाथ हैं और उनके हाथों में वीणा है जिसका वह निरंतर वादन करती हैं और पुस्तक है, मॉं शुक्लवर्णा हैं और श्वेतपद्मासन में विराजमान होती हैं। इनके हाथों में विराजमान वीणा संगीत की और पुस्तक विचारणा को अभिव्यक्त करती हैं। वहीं मयूर वाहन कला और मधुर स्वर की अभिव्यक्ति करता है। हिंदू धर्म के मानने वालों के बीच सरस्वती को शिक्षा की देवी के रुप में जाना जाता है। या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभि र्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥ अर्थ- इस वंदना के द्वारा जातक देवी सरस्वती को प्रसन्न करने हेतु कहता है कि, जो विद्या या ज्ञान की देवी भगवती सरस्वती कुंद के पुष्प, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की हैं और जो सफेद वस्त्र धारण करती हैं, जिनके हाथों में वीणा-दण्ड सुशोभित है, जिनका आसन श्वेत कमलों पर है और जिनको ब्रह्मा, विष्णु और महेश जैसे देवों द्वारा...

सरस्वती वंदना

Name Saraswati Vandana Language Sanskrit / Hindi Size 400 KB Total Pages 3 सरस्वती वंदना को सभी विद्यालयों में गाया जाता है सरस्वती वंदना में मां सरस्वती के गुणों का वर्णन किया गया है जो व्यक्ति मां सरस्वती वंदना को रोजाना बोलता है उसका जीवन सदैव सुखी रहता है इसीलिए आप सभी जरूर मां सरस्वती की वंदना अवश्य करें जो कि आपके जीवन में सदैव सुखी के लिए आवश्यक है। सरस्वती वंदना हिंदी लिरिक्स या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना । या ब्रह्माच्युत शङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1 ॥ Ya kundendu tushara haara dhavala, ya shubhra vastravrita yaa veena vara danda mandithakara, ya shwetha padmaasana Ya brahmachyuthaha shankara prabrithibhi devai, sada poojitha Samaam paatu saraswathi bhagavathi, nihshesha Jaddyapaha हिंदी अनुवाद— जो विद्या की देवी सरस्वती जो कि कुंद के फूल चंद्रमा हिमराशि और मोती के हार के समान धवल वर्ण की है तथा जो सफेद वस्त्र धारण की हुई है जिनके हाथ में वीणा दंड शोभा करता है तथा जिन्होंने सफेद कमलों पर आसन ग्रहण किया हुआ है तथा ब्रह्मा विष्णु और महेश आदि देव द्वारा सदैव पूजी जाती है वह इस संपूर्ण जड़ता अर्थात मूर्खता और अज्ञानता को दूर करने वाली ऐसे सरस्वती देवी हमारी सदैव रक्षा करें shuklam brahmavichar saar parmadham jagadvyapini veena pustakdharinimabhayadam jadyandhkarapaham haste sfatikmaalikaam vidadhatim padmasane sansthitaam vandetaam parmeshwari bhagwatim buddhipradam shardaam हिंदी अनुवाद— जो शुक्लवर्ण वाली है तथा इसे संपूर्ण चराचर जगत में व्याप्त है साथ ही साथ आदि...

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