भीमराव अंबेडकर के माता पिता का नाम

  1. भीमराव अंबेडकर का जीवन परिचय एवं राजनीतिक विचार
  2. डॉ. भीमराव अंबेडकर पर 10 लाइन
  3. Dr. Bhim Rao Ambedkar Biography
  4. जानें डॉ भीमराव अंबेडकर के बारें में
  5. भीमराव अंबेडकर की जीवनी
  6. Ambedkar Jayanti 2019


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भीमराव अंबेडकर का जीवन परिचय एवं राजनीतिक विचार

भीमराव अंबेडकर की प्रमुख कृतियाँ हैं-द कास्ट्स इन इंडिया,देयर मेकेनिज्म, जेनेसिस एंड डेवलपमेंट,द अनटचेबल्स, हू आर दे?, हू आर द शूद्राज, बुद्धा एंड हिज धम्मा, थाट्स आन लिंग्युस्टिक स्टेट्स, द प्राॅब्लम आफ द रफपी, द एबोलुशन आफ प्रोविंशियल फ़ायनांस इन ब्रिटिश इंडिया, द राइज एंड फ़ाॅल आफ द हिंदू वीमैन ,एनीहिलेशन आफ कास्ट आदि। डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महूँ (मध्य प्रदेश) में हुआ था।वे महार जाति के सदस्य थे।उनके परिवार का सैन्य-सेवा से संबंध था। उनके पिता का नाम रामजी सकपाल तथा माता का भीमाबाई था। वे अपने माता-पिता की चौदहवीं सन्तान थे।भीम चौदहवां बालक था जिन्हें भीवा भी पुकारा जाता था। रामजी सकपाल फौज में सुबेदार थे। उन्होंने सन् 1894 में सेना से अवकाश ले लिया था। डॉ. भीमराव अंबेडकरकी प्रारम्भिक शिक्षा सतारा से प्रारम्भ हुई, जब भीम छ: वर्ष के थे तब उनकी माता का स्वर्गवास हो गया। माता की मृत्यु के बाद उनका पालन पोषण उनकी बुआ ने किया। विद्यालय में अस्पृश्य बच्चे किसी भी चीज से हाथ नहीं लगा सकते थे। परन्तु भीम के पढ़ने की लगन को देखकर कुछ अध्यापक उनसे स्नेह भी करते थे। डॉ. अम्बेडकर के सार्वजनिक जीवन का श्रीगणेश 1924 में हुआ। अम्बेडकर की औपचारिक शिक्षा समाप्त हो चुकी थी। इस दौरान अम्बेडकर को यह अहसास हो चला था कि जातिगत भेदभाव व्यापक थे, जिसमें निजी मान-मर्दन शामिल था। यह स्थिति छोटे से गांव से लेकर शहरी झोंपड़पट्टी और भारत के ऊंचे से ऊंचे स्तर तक व्याप्त थी। अस्पृश्यता और इसे संपोषित करने वाला सांस्कृतिक-धार्मिक जीवन पक्ष अम्बेडकर के दिलो-दिमाग को आंदोलित कर रहा था-अत: इसे दूर करना उनके जीवन का मूल उद्देश्य बन गया। 20 जुलाई, 1924 के दिन ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’...

डॉ. भीमराव अंबेडकर पर 10 लाइन

डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में 10 लाइन | 10 Lines On Dr. B.R. Ambedkar In Hindi 10 Lines On Dr. B.R. Ambedkar In Hindi दोस्तों.. हर वर्ष 14 अप्रैल को पूरे भारत में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है. बाबा साहेब अंबेडकर एक समाजसेवी, दार्शनिक और महान विद्वान थे. अंबेडकर जी ने मजदूरों और वंचित लोगो के अधिकारों के लिए अपनी आवाज उठाई. साथ ही डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक कुव्यवस्था व जाति प्रथा खत्म करने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी. आइये इस लेख में डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के बारे में 10 लाइन का संक्षिप्त निबंध को जानते है. 10 Lines On Dr. B.R. Ambedkar In Hindi Dr. B.R. Ambedkar 1. बी. आर. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था. 2. बी. आर. अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश (पहले मध्य प्रांत) के महू स्थित ब्रिटिश छावनी में हुआ था. 3. 4. भीमराव अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई सकपाल था. 5. भीमराव अंबेडकर एक दलित परिवार से थे. भीमराव अंबेडकर की जाती महार थी. 6. भीमराव आंबेडकर की पहली पत्नी का नाम रमाबाई आम्बेडकर और दूसरी पत्नी का नाम सविता आंबेडकर था. 7. बी. आर. अंबेडकर को भारतीय 8. बी. आर. अंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. 9. भीमराव अम्बेडकर की प्रमुख रचनाएँ है : द बुद्ध एंड हिज गोस्पेल, थॉट्स ऑन पाकिस्तान, रेवोलयूश्न्स एंड काउंटर रेवोल्युशन्स इन इन्डिया. 10. भीमराव अंबेडकर की मृत्यु 6 दिसंबर सन 1956 को मधुमेह से हुई. जरुर पढ़े : • भीमराव आंबेडकर की जीवनी तो दोस्तों यह लेख था डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में 10 लाइन | 10 Lines On Dr. B.R. Ambedkar In Hindi. यदि आपको ...

Dr. Bhim Rao Ambedkar Biography

Dr. Bhim Rao Ambedkar Biography: डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. B. R. Ambedkar) को बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है। वह एक अद्वितीय प्रतिभासंपन्न व्यक्ति थे। वह एक मनीषी, विद्वान, कर्मठ नायक, दार्शनिक, समाजसेवी एवं बहुत ही धैर्यवान व्यक्ति थे। वे सही मायनों में एक अच्छे नेता थे जिन्होंने अपना समस्त जीवन भारत की दबी कुचली दलित जनता के कल्याण कामना में उत्सर्ग कर दिया। Table of Contents • • • • • • • • • • • Dr. Bhim Rao Ambedkar Biography जिस समय भारत के 80 फीसदी दलित सामाजिक व आर्थिक तौर से अभिशप्त थे, और बहुत ही दयनीय जीवन जीने को विवश थे उस समय भीमराव अंबेडकर ने उन्हें अभिशाप से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया और इसे ही अपने जीवन का मकसद बनाया। डॉ. भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता के तौर पर भी याद किया जाता है। जन्म परिचय भारत को संविधान दिलाने वाले इस महान नेता डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव महू में हुआ था। डॉ. भीमराव अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था। भीमराव अंबेडकर के बचपन का नाम भीमराव सकपाल था। डॉ. अंबेडकर के पूर्वज लंबे समय से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कार्य करते थे और उनके पिता ब्रिटिश भारतीय सेना की महू छावनी में सेवा में थे। डॉ. भीमराव अम्बेडकर अपने माता-पिता की चौदहवीं संतान थे। बचपन से ही इनके व्यक्तित्व में स्मरण शक्ति की प्रखरता, बुद्धिमत्ता, ईमानदारी, सच्चाई, नियमितता, दृढ़ता, इत्यादि गुण विद्यमान थे। ये जन्मजात प्रतिभा संपन्न थे। बचपन और अस्पृश्यता से परिचय भीमराव अंबेडकर का जन्म महार जाति में हुआ था जिसे लोग अछूत और बेहद निचला वर्ग मानते ...

जानें डॉ भीमराव अंबेडकर के बारें में

दोस्‍तो आज हम अपने इस पोस्‍ट मेें भारत को संविधान देने वाले महान व्‍यक्ति डॉ भीम राव अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) के बारें में जानेंगे डॉ भीमराव राम अंबेडकर को भारतीय संविधान (Indian Constitution) के मुख्य शिल्पकार के तौर पर पहचाना जाता है डॉ भीमराव राम आंबेडकर जी को डा. बाबा साहब के नाम से भी जाना जाता हैै तो आइये दोस्‍तो जानते हैै डॉ भीमराव राम अंबेडकर जी के बारें में - • डॉ. भीमराव राम आंबेडकर अर्थात बाबा साहब एक लोकप्रिय, भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे • डॉ. भीमराव राम अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) जी का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सैन्य छावनी महू के एक छोटे से गांव में महार जाति में हुआ था • डॉ. भीमराव राम अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई मुरबादकर था • डॉ. भीमराव राम अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) अपने पिता-माता की 14 वीं व अंतिम संतान थे • डॉ. भीमराव राम अंबेडकर के पिता रामजी मालोजी सकपाल भारतीय सेना की मऊ छावनी में कार्यरत थे • अंबेडकर जी ने वर्ष 1907 में मैट्रिकुलेशन पास की तथा वे बड़ौदा के महाराज की आर्थिक सहायता से एलिफिन्सटन कॉलेज से वर्ष 1912 में ग्रेजुएट हुए • अंबेडकर जी ने अमेरिका के कोलम्बिया विश्वविद्यालय से वर्ष 1915 में अर्थशास्त्र से एम.ए. किया • अंबेडकर जी ने प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री सेलिगमैन के मार्गदर्शन में कोलंबिया विश्वविद्यालय से वर्ष1 917 में पी एच. डी. की उपाधी प्राप्त कर ली • भीमराव अंबेडकर ऐसे पहले भारतीय थे जिन्‍होने विदेश जाकर अर्थशास्त्र डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की • अम्बेडकर जी आजाद भारत के पहले कानून मंत्री थे इसकेे अलावा उन्‍हे लगभग 9 भाषा...

भीमराव अंबेडकर की जीवनी

डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जीवन परिचय:- डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म कब और कहां हुआ :- दुनिया के सबसे बड़े लिखित संविधान ‘भारतीय संविधान’ का पिता कहे जाने वाले डॉ.भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के इंदौर के महू में हुआ था। इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल था जो उस समय ब्रिटिश सेना में भारतीय सेना में सेवारत थेउनकी माता का नाम भीमाबाई सकपाल था जो धार्मिक विचारों की महिला थी। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर रामजी मलोजी सकपाल और भीमाबा‌ई की सबसे छोटी और 14 वीं संतान थे। सन् 1894 में उनके पिता के रिटायरमेंट के बाद उनका पूरा परिवार महाराष्ट्र के सुतारा चले गये इसके कुछ दिनों के पश्चात हैं उनकी माताा का देहांत हो गया इसके बाद उनके पिता नेे दूसरी शादी कर ली और उनका पूरा परिवार बंबई चला गया। भीमराव अंबेडकर की प्रारंभिक शिक्षा :- 1897 में डॉं. भीमराव अंबेडकर का परिवार मुंबई आ गया इसके बाद उन्होंने ‘एल्पिंस्टन हाई स्कूल’ से अपनी प्रारंभिक शिक्षा शुरू की डॉ. भीमराव अंबेडकर इस स्कूल मेंं दाखिला लेने वालेे एकमात्र दलित व्यक्ति थे जिस वर्ग को उस समय अछूत माना जाता था। बाबा साहब अंबेडकर की माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा :- वर्ष 1907 में इन्होंने अपनी मेट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की इसके प्रश्चात अगले वर्ष ही उन्होंने बंबई विश्वविघालय के ‘एल्फिंस्टन कांलेज’ में प्रवेश लिया। 1912 में उन्होंने बॉम्बे विश्वविघालय से अर्थशास्त्र और राजनीतिक विज्ञान में अपनी डिग्री हासिल की उसके बाद बड़ोदा राज्य के अंदर राज्य सरकार के साथ कार्य करने के लिए तैयारी करने लगे। 1913 में डॉं. भीमराव अंबेडकर 22 वर्ष की आयु में संयुक्त राज्य अमेरिका चलें गये उन्हे सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय द्वारा स्थापित एक योजना के तह...

Ambedkar Jayanti 2019

भारत के संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था। वे अपने माता-पिता की 14वीं और अंतिम संतान थे। बाबा साहेब के नाम से मशहूर अंबेडकर अपना पूरा जीवन सामाजिक बुराइयों जैसे छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ संघर्ष में लगा दिया। इस दौरान बाबा साहेब गरीब, दलितों और शोषितों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे। उनकी जयंती पर जानें बाबा साहेब अंबेडकर के जीवन से जुड़ी 15 खास बातें 1. बाबा साहेब अंबेडकर का परिवार महार जाति (दलित) से संबंध रखता था, जिसे अछूत माना जाता था। उनके पूर्वज लंबे समय तक ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कार्यरत थे। उनके पिता ब्रिटिश सेना की महू छावनी में सूबेदार थे। 2. बचपन से ही आर्थिक और सामाजिक भेदभाव देखने वाले अंबेडकर ने विषम परिस्थितियों में पढ़ाई शुरू की। स्कूल में उन्हें काफी भेदभाव झेलना पड़ा। उन्हें और अन्य अस्पृश्य बच्चों को स्कूल में अलग बैठाया जाता था। वह खुद पानी भी नहीं पी सकते थे। ऊंच जाति के बच्चे ऊंचाई से उनके हाथों पर पानी डालते थे। 3. अंबेडकर का असल नाम अंबावाडेकर था। यही नाम उनके पिता ने स्कूल में दर्ज भी कराया था। लेकिन उनके एक अध्यापक ने उनका नाम बदलकर अपना सरनेम 'अंबेडकर' उन्हें दे दिया। इस तरह स्कूल रिकॉर्ड में उनका नाम अंबेडकर दर्ज हुआ। 4. बाल विवाह प्रचलित होने के कारण 1906 में अंबेडकर की शादी 9 साल की लड़की रमाबाई से हुई। उस समय अंबेडकर की उम्र महज 15 साल थी। 5. 1907 में उन्होंने मैट्रिक पास की और फिर 1908 में उन्होंने एलफिंस्टन कॉलेज में प्रवेश लिया। इस कॉलेज में प्रवेश लेने वाले वे पहले दलित छात्र थे। 1...