बिहार के शिक्षा मंत्री

  1. Bihar: 'जो बिहार के शिक्षा मंत्री की जीभ काटेगा, उसे 10 करोड़ का इनाम', जानिए ऐसा क्या बोले नीतीश के मंत्री कि भड़क उठा संत समाज
  2. शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से की संयम बरतने की अपील, बोले
  3. जीभ काटने पर 10 करोड़ का इनाम; नीतीश बोले
  4. बिहार के शिक्षा मंत्री ने कहा, राज्य में जल्द होगी सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति


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Bihar: 'जो बिहार के शिक्षा मंत्री की जीभ काटेगा, उसे 10 करोड़ का इनाम', जानिए ऐसा क्या बोले नीतीश के मंत्री कि भड़क उठा संत समाज

बिहार में जातीय जनगणना की तेज होती धमक के बीच जाति के नाम पर सियासी लहर पैदा करने का अंदेशा तो सबको था, लेकिन रामचरित मानस जैसे धार्मिक ग्रंथ की चौपाइयों के शाब्दिक अर्थों की आड़ में इसे इस तरह तूल दिया जाएगा, ये शायद ही किसी ने सोचा होगा। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में बिहार के शिक्षा मंत्री और RJD नेता चंद्रशेखर जब मंच पर छात्रों के सामने खड़े हुए तो उन्होंने मोहब्बत का पैग़ाम देने का दावा किया। लेकिन, इस दावे के साथ उन्होंने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों के शाब्दिक अनुवाद कर खलबली मचा दी। ”जे बरनाधम तेलि कुम्हारा। स्वपच किरात कोल कलवारा। जे बरनाधम, बन में अधम कौन कौन लोग हैं… जे बरनाधम तेलि कुम्हारा। स्वपच किरात कोल कलवारा।” ”अधम जाति में विद्या पाए, भयहु यथा अहि दूध पिलाए। यानी कि अधम जाति में यानी नीच जाति के लोग विद्या पाकर के जहरीला हो जाते हैं, कैसा? जैसा कि दूध पीने के बाद सांप हो जाता है।” बिहार के शिक्षामंत्री महाबोगस ही नहीं महाझूठा आदमी हैं। आत्ममुग्धता भरा प्रवचन सुनिए, "सिर्फ चंद्रशेखर लिखते हैं, नाम के आगे-पीछे कुछ नहीं लिखते।" यानी जाति से ऊपर उठ गए है। चुनावी पर्चा में 'यादव' लिखकर वोट मांगते हैं। काम करो। बकवास बंद करो। छात्र- युवाओं को बेवकूफ मत बनाओ। रामचरित मानस में गरुड़ और काक भुशुंडि के संवाद को अलग संदर्भ में बताकर बिहार के शिक्षा मंत्री ने जातीय जनगणना से बन रहे माहौल में नए विवाद का कंकड़ उछालने की कोशिश की। बिहार के शिक्षा मंत्री ने एक ही लाइन में मनुस्मृति, रामचरितमानस और RSS के दूसरे प्रमुख रहे एम. एस. गोलवरकर की किताब ‘बंच ऑफ थॉट्स’ को रख दिया। तीनों को एक ही सांस में नफ़रत का ग्रंथ क़रार दिया। चंद्रशेखर ने कहा कि… ”ये जो ...

शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से की संयम बरतने की अपील, बोले

बिहार के 3.5 नियोजित शिक्षकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में राजनीति गरम हो गई है. सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले, जिसमें उसने पटना हाईकोर्ट के आदेश को निरस्त कर दिया है, पर टिप्पणी करते हुए राजद सांसद और लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती ने कहा कि हम लोगों की सरकार आई तो हम लोग शिक्षकों की हर मांग को पूरा करेंगे. मीसा के इस बयान पर बिहार के शिक्षा मंत्री ने तुरंत पलटवार किया. बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने शिक्षकों के जख्म पर मरहम लगाते हुए कहा कि हमारी सरकार सदैव से ही शिक्षकों के साथ है. वर्मा ने कहा कि आपके साथ आगे आने वाले दिनों में हितों को ख्याल रखते हुए उचित कदम उठाया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने बिहार के शिक्षकों से फिलहाल संयमित रहने की अपील की. मीसा भारती के बयान पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी दो चरण का चुनाव बाकी है और इस चुनाव को देखते हुए लोग तरह-तरह की बयानबाजी करेंगे. उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों की असली शुभचिंतक हमारी सरकार और नीतीश कुमार है न कि कोई दूसरा. कोर्ट के फैसले पर जीतन राम मांझी की पार्टी हम की भी प्रतिक्रिया आई है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कोर्ट के इस फैसले पर दुख जताते हुए कहा कि जीतन राम मांझी ने शिक्षकों को समान काम समान वेतन लागू कर दिया था. निजी स्कूल मालिकों की मिलीभगत से नीतीश कुमार ने शिक्षकों के समान काम समान वेतन का फैसला पलटा है. दानिश ने कहा कि हमारी सरकार बनी तो शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन मिलेगा साथ ही कांट्रेक्ट कर्मियों को भी हमारी सरकार नियमित करेगी. ये भी पढ़ें एक क्लिक और खबरें खुद चलकर आएगी आपके पास, सब्सक्राइब करें WhatsAppअपडेट्स . Tags: , ,

जीभ काटने पर 10 करोड़ का इनाम; नीतीश बोले

अयोध्या के संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने उन्हें पद से हटाने की मांग कर दी है। साथ ही कहा है कि उनकी जीभ काट कर लाने वाले को 10 करोड़ का इनाम देंगे। इधर शिक्षा मंत्री ने कहा है कि रामचरितमानस को लेकर दिए गए अपने बयान पर कायम हैं। जो लोग मेरी जीभ काटना चाहते हैं काटें, कोई तो अमीर हो जाएगा। हम तो जलने वाले लोग हैं, जब तक जलेंगे नहीं, तब तक निखरेंगे नहीं। दरभंगा पहुंचे CM नीतीश कुमार से जब इस मामले पर पत्रकारों ने प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि अभी मुझे जानकारी नहीं है। इस पर जानकारी लेकर देखेंगे। उधर, दिल्ली में दिल्ली के द्वारका थाने में बिहार के शिक्षा मंत्री के खिलाफ FIR हुई है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने कराई है। शिक्षा मंत्री के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। सुशील मोदी ने की बर्खास्त करने की मांग बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान नफरत फैलाने वाला है। ऐसे लोगों को पद पर रहने का हक नहीं है। नीतीश कुमार तुरंत ही शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करें। इधर, बजरंग दल समेत अन्य हिंदू संगठनों ने पटना और रोहतास में शिक्षा मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। मंत्री का पुतला जलाकर बर्खास्त करने की मांग की। इधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार वोट बैंक के लिए हिंदुओं को गाली दिलवा रहे हैं। हमारे पवित्र मानस पर आपत्तिजनक शब्द कहलवा रहे हैं। क्या नीतीश कुमार के मंत्रियों में हिम्मत है कि वह कुरान और आयतों के बारे में ऐसा कुछ कहें? इसे बंद करना होगा, नहीं तो हिंदू इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। रोहतास जिले में श...

बिहार के शिक्षा मंत्री ने कहा, राज्य में जल्द होगी सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति

By Feb 3, 2023 आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 03 फरवरी 2023 : पटना | बिहार में शिक्षक नियुक्ति का इंतजार कर रहे युवाओं को शुक्रवार को राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने नहीं घबराने की अपील करते हुए कहा कि राज्य में सातवें चरण की शिक्षक भर्ती जल्द ही होने जा रही है। उन्होंने कहा कि महीने भर के अंदर सातवें चरण की शिक्षक बहाली की नियोजन नियमावली जारी कर दी जाएगी।राज्य लाखों युवा लंबे समय से सातवें चरण की शिक्षक भर्ती शुरू करने की मांग कर रहे हैं। इसके खिलाफ वे कई बार प्रदर्शन भी कर चुके हैं और इसे लेकर सत्ता और विपक्ष में बयानबाजी भी खूब होती है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बिहार शिक्षक बहाली पर शुक्रवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि जल्द सातवां चरण की नियुक्ति होने जा रही है। साल 2023 नियुक्ति का वर्ष होने वाला है। कोई अभ्यर्थी घबराएं नहीं, महीने भर के अंदर में नियोजन नियमावली अभ्यर्थियों के बीच आ जाएगी। सारी मेधा सूची योग्यता और शिक्षक पात्रता परीक्षा के आधार पर बनेगी और जिला प्रशासन के नेतृत्व में बहाली होगी। शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि पहले 9000 इकाई थी, अब ये 38 इकाई में नियुक्ति पत्र का बंटवारा होगा। ऐसे में किसी गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। उल्लेखनीय है कि बिहार में छठे चरण की शिक्षक बहाली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। एनडीए की सरकार में सातवें चरण की नियुक्ति का आश्वासन दिया गया था। इसके बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी। इसके बाद भी अभ्यर्थियों को इसे लेकर अब तक आश्वासन ही दिया जा रहा है।